"श्रेणी:स्तन कैंसर": अवतरणों में अंतर

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स्तन के टिशू में होने वाले असामान्य बदलाव को ब्रेस्ट कैंसर कहते हैं। स्तन में गांठ, स्किन में बदलाव, निप्पल के आकार में बदलाव, स्तन का सख्त होना, स्तन के आस-पास (अंडर आर्म्स) गांठ होना, निप्पल से रक्त या तरल पदार्थ का आना या स्तन में दर्द महसूस होना ब्रेस्ट कैंसर को दर्शाता है। प्रायः लोगों को ऐसा लगता है की स्तन में गांठ है तो यह कैंसर ही है। ऐसी सोच गलत है, ब्रैस्ट कैंसर से जुड़े एक्सपर्ट्स का मानना है की स्तन में गांठ होने का मतलब कैंसर ही नहीं होता है। जांच के बाद ही  सही जानकारी मिल पाती है।
स्तन के टिशू में होने वाले असामान्य बदलाव को [https://helloswasthya.com/health-centre/breast-cancer/breast-cancer-surgery-tips/ ब्रेस्ट कैंसर] कहते हैं। स्तन में गांठ, स्किन में बदलाव, निप्पल के आकार में बदलाव, स्तन का सख्त होना, स्तन के आस-पास (अंडर आर्म्स) गांठ होना, निप्पल से रक्त या तरल पदार्थ का आना या स्तन में दर्द महसूस होना ब्रेस्ट कैंसर को दर्शाता है। प्रायः लोगों को ऐसा लगता है की स्तन में गांठ है तो यह कैंसर ही है। ऐसी सोच गलत है, ब्रैस्ट कैंसर से जुड़े एक्सपर्ट्स का मानना है की स्तन में गांठ होने का मतलब कैंसर ही नहीं होता है। जांच के बाद ही  सही जानकारी मिल पाती है।


== स्तन कैंसर के कारण ==
== स्तन कैंसर के कारण ==
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मास्टेकटॉमी सर्जरी को डबल मास्टेकटॉमी (double mastectomy) भी कहते हैं। जब ब्रेस्ट का ज्यादातर हिस्सा या पूरे ब्रेस्ट में कैंसर के सेल्स हो जाते हैं तब मास्टेकटॉमी सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी में ब्रेस्ट कैंसर पीड़ित महिला के स्तन को हटा दिया जाता है। सर्जरी के माध्यम से पूरे ब्रेस्ट के साथ-साथ ब्रेस्ट टिशू और उसके आसपास के टिशू को भी हटा दिया जाता है। मास्टेकटॉमी के कई प्रकार होते हैं ।
मास्टेकटॉमी सर्जरी को डबल मास्टेकटॉमी (double mastectomy) भी कहते हैं। जब ब्रेस्ट का ज्यादातर हिस्सा या पूरे ब्रेस्ट में कैंसर के सेल्स हो जाते हैं तब मास्टेकटॉमी सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी में ब्रेस्ट कैंसर पीड़ित महिला के स्तन को हटा दिया जाता है। सर्जरी के माध्यम से पूरे ब्रेस्ट के साथ-साथ ब्रेस्ट टिशू और उसके आसपास के टिशू को भी हटा दिया जाता है। मास्टेकटॉमी के कई प्रकार होते हैं ।
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12:39, 23 मार्च 2020 का अवतरण

स्तन के टिशू में होने वाले असामान्य बदलाव को ब्रेस्ट कैंसर कहते हैं। स्तन में गांठ, स्किन में बदलाव, निप्पल के आकार में बदलाव, स्तन का सख्त होना, स्तन के आस-पास (अंडर आर्म्स) गांठ होना, निप्पल से रक्त या तरल पदार्थ का आना या स्तन में दर्द महसूस होना ब्रेस्ट कैंसर को दर्शाता है। प्रायः लोगों को ऐसा लगता है की स्तन में गांठ है तो यह कैंसर ही है। ऐसी सोच गलत है, ब्रैस्ट कैंसर से जुड़े एक्सपर्ट्स का मानना है की स्तन में गांठ होने का मतलब कैंसर ही नहीं होता है। जांच के बाद ही  सही जानकारी मिल पाती है।

स्तन कैंसर के कारण

स्त-व्यस्त दिनचर्या और असंतुलित खानपान की वजह से महिलाओं में तेजी से ब्रेस्ट कैंसर बढ़ रहा है। शराब या सिगरेट का सेवन करना, पहले गर्भधारण में देरी होना, बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग न करवाना, शरीर का वजन अत्यधिक बढ़ना, बर्थ कंट्रोल पिल्स (birth control pills) का सेवन करना, हार्मोनल बदलाव आदि स्तन कैंसर के कारण बनते हैं। वहीं, अगर परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ हो, उम्र बढ़ना, कम उम्र में पीरियड्स शुरू हो जाना आदि बातें कैंसर का खतरा और बढ़ा देती हैं। मोनोपॉज के बाद हॉर्मोन रिप्लेसमेंट (hormone replacement) कराने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 20 गुना ज्यादा होता है। इसलिए, अगर ऐसी कोई स्थिति है तो ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन (breast self examination) जरूरी होता है।

इलाज

स्तन कैंसर सर्जरी स्तन के इलाज के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। सर्जरी (ऑपरेशन) की मदद से कैंसर सेल्स को पूरी तरह से हटा दिया जाता है। स्तन कैंसर का इलाज सर्जरी के साथ-साथ कीमोथेरिपी, हॉर्मोन थेरिपी, टार्गेटेड थेरिपी और रेडिएशन थेरिपी की मदद से किया जाता है।

ब्रेस्ट कैंसर सर्जरी में विभिन्न प्रक्रियाएं शामिल हैं:

  • मास्टेकटॉमी- जितनी जगह कैंसर से प्रभावित होती है, उसे हटाया जाता है।
  • सर्जरी से ब्रेस्ट टिशू जो कैंसर से प्रभावित हैं, उसे हटा दिया जाता है (लम्पेक्टॉमी) ।
  • लिम्फ नोड में फैले हुए कैंसर को बायोप्सी या एक्सिलरी लिम्फ नोड डिसेक्शन प्रक्रिया से निकाला जाता है।
  • मास्टेकटॉमी के बाद स्तन को फिर से ठीक करने के लिए ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की जाती है।

ब्रेस्ट कैंसर के लिए मुख्यतः 2 तरह से सर्जरी की जाती है।

1. लम्पेक्टॉमी (Lumpectomy)

2. मस्टेक्टॉमी (Mastectomy)


1. लम्पेक्टॉमी (Lumpectomy):

लम्पेक्टॉमी सर्जरी जिसे ब्रेस्ट कन्सर्विंग सर्जरी, पार्शियल या सेग्मेंटल मस्टेक्टॉमी (partial or segmental mastectomy) कहते हैं। इस सर्जरी की मदद से ट्यूमर सेल्स के साथ-साथ उसके आसपास के भी सेल्स को हटा दिया जाता है। जिससे कैंसर फैलने का खतरा नहीं रहे। ब्रेस्ट का कितना पार्ट हटाया जाये यह ट्यूमर के आकार और स्थान पर निर्भर करता है।

2. मस्टेक्टॉमी (Mastectomy):

मास्टेकटॉमी सर्जरी को डबल मास्टेकटॉमी (double mastectomy) भी कहते हैं। जब ब्रेस्ट का ज्यादातर हिस्सा या पूरे ब्रेस्ट में कैंसर के सेल्स हो जाते हैं तब मास्टेकटॉमी सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी में ब्रेस्ट कैंसर पीड़ित महिला के स्तन को हटा दिया जाता है। सर्जरी के माध्यम से पूरे ब्रेस्ट के साथ-साथ ब्रेस्ट टिशू और उसके आसपास के टिशू को भी हटा दिया जाता है। मास्टेकटॉमी के कई प्रकार होते हैं ।

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