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[[चित्र:Karl Marx 001.jpg|thumb|230px|[[साम्यवाद]] विचारधारा के संस्थापक [[कार्ल मार्क्स]] ने समाज में बूर्ज़वाज़ी वर्ग की भूमिका पर बहुत लिखा]]
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और [[अर्थशास्त्र]] में [[मध्य वर्ग]] से अधिक धनवान श्रेणी को कहा जाता है और इस शब्द का प्रयोग [[बाएँ की राजनीति]] के सन्दर्भ में अधिक होता है। यह मूल रूप से [[फ़्रांसीसी भाषा]] का शब्द है। [[यूरोप]] में १८वीं सदी में इस वर्ग को पूँजीपति और पूँजी से सम्बंधित संस्कृति पर नियंत्रण रखने वाला समझा जाता था।
और [[अर्थशास्त्र]] में [[मध्यम वर्ग|मध्य वर्ग]] से अधिक धनवान श्रेणी को कहा जाता है और इस शब्द का प्रयोग [[वामपन्थी राजनीति|बाएँ की राजनीति]] के सन्दर्भ में अधिक होता है। यह मूल रूप से [[फ़्रान्सीसी भाषा|फ़्रांसीसी भाषा]] का शब्द है। [[यूरोप]] में १८वीं सदी में इस वर्ग को पूँजीपति और पूँजी से सम्बंधित संस्कृति पर नियंत्रण रखने वाला समझा जाता था।


== साम्यवादी सोच में ==
== साम्यवादी सोच में ==
[[साम्यवादी]] (मार्क्सवादी) विचारधारा में बूर्जुआ वर्ग के लोग हमेशा धन बटोरने व अपनी संपत्ति सुरक्षित करने में लगे रहते हैं और उनका मुख्य ध्येय समाज में अपने ऊँचे स्थान और आर्थिक नियंत्रण को बनाए रखना होता है। मार्क्सवादी दृष्टिकोण में समाज में दो मुख्य वर्ग होते है - बूर्ज़वाज़ी (पूंजीपति) और [[प्रोलितारियत]] (<small>proletariat</small>, मज़दूर वर्ग)। बूर्ज़वाज़ी कारख़ानों और आर्थिक कार्य के अन्य साधनों पर क़ब्ज़ा जमाए होते हैं। प्रोलितारियत​ को जीवनी चलाने के लिए मजबूरन इनके कारख़ानों में काम करना होता है क्योंकि आमदनी करने का कोई अन्य ज़रिया नहीं होता। इस तरह से बूर्ज़वाज़ी प्रोलितारियत​ के श्रम से लाभ उठाते हैं और प्रोलितारियत​ को कठिनाई और ग़रीबी में जीवन बसर करना पड़ता है। अन्य विचारधाराओं में इस मार्क्सवादी दृष्टिकोण में खोट निकाले गए हैं।<ref name="ref98qibiq">[http://books.google.com/books?id=7LO36MmRO5EC Essentials of Sociology], David B. Brinkerhoff, Lynn K. White, Suzanne T. Ortega, pp. 145, Cengage Learning, 2007, ISBN 978-0-495-09636-8, ''... The bourgeoisie is the class that owns the tools and materials for their work—the means of production. The proletariat is the class that does not own the means of production ...''</ref><ref name="ref61xugof">[http://books.google.com/books?id=IN7q-1FKSqYC Analyzing Politics: An Introduction to Political Science], Ellen Grigsby, pp. 114, Cengage Learning, 2011, ISBN 978-1-111-34277-7, ''... The bourgeoisie is the class that lives primarily by purchasing the labor power of others and using this labor to operate the factories and businesses owned by the bourgeoisie. Thus, generally, the proletariat consists of people who work for wages ...''</ref>
[[साम्यवाद]] (मार्क्सवादी) विचारधारा में बूर्जुआ वर्ग के लोग हमेशा धन बटोरने व अपनी संपत्ति सुरक्षित करने में लगे रहते हैं और उनका मुख्य ध्येय समाज में अपने ऊँचे स्थान और आर्थिक नियंत्रण को बनाए रखना होता है। मार्क्सवादी दृष्टिकोण में समाज में दो मुख्य वर्ग होते है - बूर्ज़वाज़ी (पूंजीपति) और [[सर्वहारा|प्रोलितारियत​]] (<small>proletariat</small>, मज़दूर वर्ग)। बूर्ज़वाज़ी कारख़ानों और आर्थिक कार्य के अन्य साधनों पर क़ब्ज़ा जमाए होते हैं। प्रोलितारियत​ को जीवनी चलाने के लिए मजबूरन इनके कारख़ानों में काम करना होता है क्योंकि आमदनी करने का कोई अन्य ज़रिया नहीं होता। इस तरह से बूर्ज़वाज़ी प्रोलितारियत​ के श्रम से लाभ उठाते हैं और प्रोलितारियत​ को कठिनाई और ग़रीबी में जीवन बसर करना पड़ता है। अन्य विचारधाराओं में इस मार्क्सवादी दृष्टिकोण में खोट निकाले गए हैं।<ref name="ref98qibiq">[http://books.google.com/books?id=7LO36MmRO5EC Essentials of Sociology], David B. Brinkerhoff, Lynn K. White, Suzanne T. Ortega, pp. 145, Cengage Learning, 2007, ISBN 978-0-495-09636-8, ''... The bourgeoisie is the class that owns the tools and materials for their work—the means of production. The proletariat is the class that does not own the means of production ...''</ref><ref name="ref61xugof">[http://books.google.com/books?id=IN7q-1FKSqYC Analyzing Politics: An Introduction to Political Science], Ellen Grigsby, pp. 114, Cengage Learning, 2011, ISBN 978-1-111-34277-7, ''... The bourgeoisie is the class that lives primarily by purchasing the labor power of others and using this labor to operate the factories and businesses owned by the bourgeoisie. Thus, generally, the proletariat consists of people who work for wages ...''</ref>


== उच्चारण ==
== उच्चारण ==
[[अंग्रेज़ी]], [[फ़्रांसीसी]], [[रूसी]] व अन्य भाषाओं में 'बूर्झ़वाज़ी' सही उच्चारण है, जिसके [[झ़|बिंदु-वाले 'झ़' का उच्चारण]] पर ध्यान दें क्योंकि यह बिना बिन्दु वाले 'झ' से काफ़ी भिन्न है। इसका उच्चारण अंग्रेज़ी के 'टेलिविझ़न' शब्द के 'झ़' से मिलता है।
[[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]], [[फ़्रान्सीसी भाषा|फ़्रांसीसी]], [[रूसी भाषा|रूसी]] व अन्य भाषाओं में 'बूर्झ़वाज़ी' सही उच्चारण है, जिसके [[झ़|बिंदु-वाले 'झ़' का उच्चारण]] पर ध्यान दें क्योंकि यह बिना बिन्दु वाले 'झ' से काफ़ी भिन्न है। इसका उच्चारण अंग्रेज़ी के 'टेलिविझ़न' शब्द के 'झ़' से मिलता है।


== सन्दर्भ ==
== सन्दर्भ ==

04:57, 14 मार्च 2020 का अवतरण

साम्यवाद विचारधारा के संस्थापक कार्ल मार्क्स ने समाज में बूर्ज़वाज़ी वर्ग की भूमिका पर बहुत लिखा

और अर्थशास्त्र में मध्य वर्ग से अधिक धनवान श्रेणी को कहा जाता है और इस शब्द का प्रयोग बाएँ की राजनीति के सन्दर्भ में अधिक होता है। यह मूल रूप से फ़्रांसीसी भाषा का शब्द है। यूरोप में १८वीं सदी में इस वर्ग को पूँजीपति और पूँजी से सम्बंधित संस्कृति पर नियंत्रण रखने वाला समझा जाता था।

साम्यवादी सोच में

साम्यवादी (मार्क्सवादी) विचारधारा में बूर्जुआ वर्ग के लोग हमेशा धन बटोरने व अपनी संपत्ति सुरक्षित करने में लगे रहते हैं और उनका मुख्य ध्येय समाज में अपने ऊँचे स्थान और आर्थिक नियंत्रण को बनाए रखना होता है। मार्क्सवादी दृष्टिकोण में समाज में दो मुख्य वर्ग होते है - बूर्ज़वाज़ी (पूंजीपति) और प्रोलितारियत​ (proletariat, मज़दूर वर्ग)। बूर्ज़वाज़ी कारख़ानों और आर्थिक कार्य के अन्य साधनों पर क़ब्ज़ा जमाए होते हैं। प्रोलितारियत​ को जीवनी चलाने के लिए मजबूरन इनके कारख़ानों में काम करना होता है क्योंकि आमदनी करने का कोई अन्य ज़रिया नहीं होता। इस तरह से बूर्ज़वाज़ी प्रोलितारियत​ के श्रम से लाभ उठाते हैं और प्रोलितारियत​ को कठिनाई और ग़रीबी में जीवन बसर करना पड़ता है। अन्य विचारधाराओं में इस मार्क्सवादी दृष्टिकोण में खोट निकाले गए हैं।[1][2]

उच्चारण

अंग्रेज़ी, फ़्रांसीसी, रूसी व अन्य भाषाओं में 'बूर्झ़वाज़ी' सही उच्चारण है, जिसके बिंदु-वाले 'झ़' का उच्चारण पर ध्यान दें क्योंकि यह बिना बिन्दु वाले 'झ' से काफ़ी भिन्न है। इसका उच्चारण अंग्रेज़ी के 'टेलिविझ़न' शब्द के 'झ़' से मिलता है।

सन्दर्भ

  1. Essentials of Sociology, David B. Brinkerhoff, Lynn K. White, Suzanne T. Ortega, pp. 145, Cengage Learning, 2007, ISBN 978-0-495-09636-8, ... The bourgeoisie is the class that owns the tools and materials for their work—the means of production. The proletariat is the class that does not own the means of production ...
  2. Analyzing Politics: An Introduction to Political Science, Ellen Grigsby, pp. 114, Cengage Learning, 2011, ISBN 978-1-111-34277-7, ... The bourgeoisie is the class that lives primarily by purchasing the labor power of others and using this labor to operate the factories and businesses owned by the bourgeoisie. Thus, generally, the proletariat consists of people who work for wages ...

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ