"मदुरई जिला": अवतरणों में अंतर

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== विवरण ==
== विवरण ==
[[संगम युग]], जो 400 ईसापूर्व से 200 ईसवी तक चला, दक्षिण भारत के इतिहास में एक ऐसा काल था जब तमिलनाडु के मदुरई शहर में उस समय के सभी महान कवी और ज्ञानियों ने वहां के [[पांड्य]] राजाओं के संरक्षण में एक शैक्षिक संघ का निर्माण कर बहुत से महान तमिल काव्य ग्रंथों की रचना करी।<ref>[http://www.quinki.com/hindi/%E0%A4%AE%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%88-%E0%A4%A4%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A1%E0%A5%81-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%87-2000-%E0%A4%B8/]</ref> इसके दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व में रामनाथपुरम, उत्तर-पूर्व में तिरुच्चिरापल्लि, उत्तर-पश्चिम में कोर्यपुत्तूर जिले तथा पश्चिम में [[केरल]] राज्य स्थित है। इसका क्षेत्रफल ४,९१० वर्ग मील तथा जनसंख्या ३२,११,२२७ (१९६१) है। वार्षिक वर्षा का औसत ४० इंच है जो अधिकतर जाड़ों में होती है। वर्षा के असमान वितरण के कारण कृषि के लिये सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है। [[पेरियार नदी]] यहाँ की प्रमुख नदी है। कृषि में [[धान]], [[कपास]], [[मूँगफली]] तथा कुछ मोटे अनाज उगाए जाते हैं। मदुरई अपने प्राचीन [[हिंदू]] मंदिरों के लिये विश्व प्रसिद्ध है।
[[संगम काल|संगम युग]], जो 400 ईसापूर्व से 200 ईसवी तक चला, दक्षिण भारत के इतिहास में एक ऐसा काल था जब तमिलनाडु के मदुरई शहर में उस समय के सभी महान कवी और ज्ञानियों ने वहां के [[पाण्ड्य राजवंश|पांड्य]] राजाओं के संरक्षण में एक शैक्षिक संघ का निर्माण कर बहुत से महान तमिल काव्य ग्रंथों की रचना करी।<ref>[http://www.quinki.com/hindi/%E0%A4%AE%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%88-%E0%A4%A4%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A1%E0%A5%81-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%87-2000-%E0%A4%B8/]</ref> इसके दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व में रामनाथपुरम, उत्तर-पूर्व में तिरुच्चिरापल्लि, उत्तर-पश्चिम में कोर्यपुत्तूर जिले तथा पश्चिम में [[केरल]] राज्य स्थित है। इसका क्षेत्रफल ४,९१० वर्ग मील तथा जनसंख्या ३२,११,२२७ (१९६१) है। वार्षिक वर्षा का औसत ४० इंच है जो अधिकतर जाड़ों में होती है। वर्षा के असमान वितरण के कारण कृषि के लिये सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है। [[पेरियार नदी]] यहाँ की प्रमुख नदी है। कृषि में [[धान]], [[कपास]], [[मूँगफली]] तथा कुछ मोटे अनाज उगाए जाते हैं। मदुरई अपने प्राचीन [[हिन्दू धर्म|हिंदू]] मंदिरों के लिये विश्व प्रसिद्ध है।


== इन्हें भी देखें ==
== इन्हें भी देखें ==
* [[मदुरई]]
* [[मदुरई]]
* [[तमिल नाडु]]
* [[तमिल नाडु]]
* [[तमिल नाडु के जिले]]
* [[तमिलनाडु के जिले|तमिल नाडु के जिले]]


== सन्दर्भ ==
== सन्दर्भ ==

11:21, 8 मार्च 2020 का अवतरण

मदुरई ज़िला
Madurai district
மதுரை மாவட்டம்
मानचित्र जिसमें मदुरई ज़िला Madurai district மதுரை மாவட்டம் हाइलाइटेड है
सूचना
राजधानी : मदुरई
क्षेत्रफल : 3,741.73 किमी²
जनसंख्या(2011):
 • घनत्व :
30,38,252
 823/किमी²
उपविभागों के नाम: तालुक
उपविभागों की संख्या: 13
मुख्य भाषा(एँ): तमिल


मदुरई ज़िला भारत के तमिल नाडु राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय मदुरई है।[1][2]

विवरण

संगम युग, जो 400 ईसापूर्व से 200 ईसवी तक चला, दक्षिण भारत के इतिहास में एक ऐसा काल था जब तमिलनाडु के मदुरई शहर में उस समय के सभी महान कवी और ज्ञानियों ने वहां के पांड्य राजाओं के संरक्षण में एक शैक्षिक संघ का निर्माण कर बहुत से महान तमिल काव्य ग्रंथों की रचना करी।[3] इसके दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व में रामनाथपुरम, उत्तर-पूर्व में तिरुच्चिरापल्लि, उत्तर-पश्चिम में कोर्यपुत्तूर जिले तथा पश्चिम में केरल राज्य स्थित है। इसका क्षेत्रफल ४,९१० वर्ग मील तथा जनसंख्या ३२,११,२२७ (१९६१) है। वार्षिक वर्षा का औसत ४० इंच है जो अधिकतर जाड़ों में होती है। वर्षा के असमान वितरण के कारण कृषि के लिये सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है। पेरियार नदी यहाँ की प्रमुख नदी है। कृषि में धान, कपास, मूँगफली तथा कुछ मोटे अनाज उगाए जाते हैं। मदुरई अपने प्राचीन हिंदू मंदिरों के लिये विश्व प्रसिद्ध है।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "Lonely Planet South India & Kerala," Isabella Noble et al, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012394
  2. "Tamil Nadu, Human Development Report," Tamil Nadu Government, Berghahn Books, 2003, ISBN 9788187358145
  3. [1]