"संहिता": अवतरणों में अंतर

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'''संहिता''' [[हिन्दू धर्म]] के पवित्रतम और सर्वोच्च धर्मग्रन्थ [[वेदों]] का मन्त्र वाला खण्ड है। ये वैदिक वाङ्मय का पहला हिस्सा है जिसमें काव्य रूप में देवताओं की यज्ञ के लिये स्तुति की गयी है। इनकी भाषा वैदिक [[संस्कृत]] है। चार वेद होने की वजह से चार संहिताएँ हैं (हर संहिता की अपनी अलग अलग शाखा है):
'''संहिता''' [[हिन्दू धर्म]] के पवित्रतम और सर्वोच्च धर्मग्रन्थ [[वेद]]ों का मन्त्र वाला खण्ड है। ये वैदिक वाङ्मय का पहला हिस्सा है जिसमें काव्य रूप में देवताओं की यज्ञ के लिये स्तुति की गयी है। इनकी भाषा वैदिक [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] है। चार वेद होने की वजह से चार संहिताएँ हैं (हर संहिता की अपनी अलग अलग शाखा है):


* [[ऋग्वेद संहिता]]
* [[ऋग्वेद संहिता]]
* [[सामवेद संहिता]]
* [[सामवेद संहिता]]
* [[यजुर्वेद संहिता]] (शुक्ल और कृष्ण)
* [[यजुर्वेद|यजुर्वेद संहिता]] (शुक्ल और कृष्ण)
* [[अथर्ववेद संहिता]]
* [[अथर्ववेद संहिता]]



00:02, 3 मार्च 2020 का अवतरण

संहिता हिन्दू धर्म के पवित्रतम और सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदों का मन्त्र वाला खण्ड है। ये वैदिक वाङ्मय का पहला हिस्सा है जिसमें काव्य रूप में देवताओं की यज्ञ के लिये स्तुति की गयी है। इनकी भाषा वैदिक संस्कृत है। चार वेद होने की वजह से चार संहिताएँ हैं (हर संहिता की अपनी अलग अलग शाखा है):

भाषाविद और इतिहासकार ऋग्वेद संहिता को पूरे विश्व के सबसे प्राचीन ग्रन्थों में से एक मानते हैं।

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