"व्यास (ज्यामिति)": अवतरणों में अंतर
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[[ज्यामिति]] में '''व्यास''' (diameter) किसी [[वृत्त]] में ऐसी [[रेखांश]] होती है जो वृत्त के केन्द्र से निकले और जिसके अंतबिन्दु वृत्त पर स्थित हों। इसकी लम्बाई वृत्त की अधिकतम चौड़ाई भी होती है और यह [[त्रिज्या]] (radius) से दुगनी लम्बी होती है। इसे वृत्त की सबसे लम्बी सम्भव [[जीवा]] (chord) भी कहा जा सकता है। वृत्त के अलावा [[गोले]] (sphere) में भी इसी प्रकार का व्यास होता है।<ref>Toussaint, Godfried T. (1983). "Solving geometric problems with the rotating calipers". Proc. MELECON '83, Athens.</ref> |
[[ज्यामिति]] में '''व्यास''' (diameter) किसी [[वृत्त]] में ऐसी [[रेखांश]] होती है जो वृत्त के केन्द्र से निकले और जिसके अंतबिन्दु वृत्त पर स्थित हों। इसकी लम्बाई वृत्त की अधिकतम चौड़ाई भी होती है और यह [[त्रिज्या]] (radius) से दुगनी लम्बी होती है। इसे वृत्त की सबसे लम्बी सम्भव [[जीवा]] (chord) भी कहा जा सकता है। वृत्त के अलावा [h[गोले]] (sphere) में भी इसी प्रकार का व्यास होता है।<ref>Toussaint, Godfried T. (1983). "Solving geometric problems with the rotating calipers". Proc. MELECON '83, Athens.</ref> |
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== इन्हें भी देखें == |
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15:30, 26 नवम्बर 2019 का अवतरण
ज्यामिति में व्यास (diameter) किसी वृत्त में ऐसी रेखांश होती है जो वृत्त के केन्द्र से निकले और जिसके अंतबिन्दु वृत्त पर स्थित हों। इसकी लम्बाई वृत्त की अधिकतम चौड़ाई भी होती है और यह त्रिज्या (radius) से दुगनी लम्बी होती है। इसे वृत्त की सबसे लम्बी सम्भव जीवा (chord) भी कहा जा सकता है। वृत्त के अलावा [h[गोले]] (sphere) में भी इसी प्रकार का व्यास होता है।[1]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Toussaint, Godfried T. (1983). "Solving geometric problems with the rotating calipers". Proc. MELECON '83, Athens.