"भिंड": अवतरणों में अंतर
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==भिण्ड जिले के गांव== |
==भिण्ड जिले के गांव== |
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ग्राम मानहड़ पड़राई का पुरा (सतपाल) ,जरपुरा,मुस्तरा,मेघपुरा,सेंपुरा,असोखर,पीपरी हीरापुरा,रमपुरा,सोनपुरा,रावतपुरा,रजगढ़िया कृपेकापुरा,कल्याणपुरा,हसनपुरा,मोहनपुरा,राऊपुरा, आलमपुरा,रजपुरा,कुरथरा,भुजपुरा,उदोतपुरा,बुलाखी का पुरा। |
ग्राम मानहड़ पड़राई का पुरा (सतपाल) ,जरपुरा,मुस्तरा,मेघपुरा,सेंपुरा,असोखर,पीपरी हीरापुरा,रमपुरा,सोनपुरा,रावतपुरा,रजगढ़िया mehdoli कृपेकापुरा,कल्याणपुरा,हसनपुरा,मोहनपुरा,राऊपुरा, आलमपुरा,रजपुरा,कुरथरा,भुजपुरा,उदोतपुरा,बुलाखी का पुरा। |
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परा , सुखवासी का पूरा,रिदौली, रमटा, प्रताप पुरा, विंडवा, जवासा, मड़ैया, गडू़पुरा, pulawali ,मुरलीपुरा, ।जगन्नाथपुरा, बिहारीपुरा, कल्यानपुरा, ऊमरी,अकोड़ा, देवगढ, किटी, मौतीपुरा, रुर, गैवत, मिरचौली, दीनपुरा, जवाहरपुरा, डिडी, कमई, |
परा , सुखवासी का पूरा,रिदौली, रमटा, प्रताप पुरा, विंडवा, जवासा, मड़ैया, गडू़पुरा, pulawali ,मुरलीपुरा, ।जगन्नाथपुरा, बिहारीपुरा, कल्यानपुरा, ऊमरी,अकोड़ा, देवगढ, किटी, मौतीपुरा, रुर, गैवत, मिरचौली, दीनपुरा, जवाहरपुरा, डिडी, कमई, |
13:48, 2 नवम्बर 2019 का अवतरण
भिण्ड जिला | |||||
— शहर — | |||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||
देश | भारत | ||||
राज्य | मध्य प्रदेश | ||||
जनसंख्या • घनत्व |
17,03,562 (२०11 के अनुसार [update]) • 382/किमी2 (989/मील2) | ||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
• १४३ मीटर | ||||
विभिन्न कोड
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आधिकारिक जालस्थल: bhind.nic.in |
निर्देशांक: 26°34′N 78°47′E / 26.56°N 78.79°E
क्षेत्र भिंड के बारे में
भिण्ड भदावर ठाकुर राजाओं का गढ़ है।
- गौरी सरोवर के किनारे एक प्राचीन गणेश मन्दिर स्थित है।
- भिण्ड का सबसे बड़ा गाँव अमायन है।
- दंदरौआ मंदिर यहाँ का एक प्राचीन मंदिर है। वहाँ पर प्रतिष्ठित हनुमान जी की मूर्ति डॉ हनुमान के नाम से प्रसिद्ध है,यह मंदिर भिंड जिले की मौ तहसील में आता है।
- वनखंडेश्वर मन्दिर पृथ्वीराज चौहान द्वारा निर्मित एक शिवालय है। जो कि गौरी सरोवर के निकट है।
- भिंड चम्बल नदी के बीहड़ के लिए भी प्रसिद्ध है, जहाँ कुछ समय पहले तक डाकुओं का राज़ रहा।
- ऐसा माना जाता है ,भिण्ड का नाम महान भिन्डी ऋषि के नाम पर रखा गया है।इसके नाम पर भदावर राजाओं के के नाम और है
- भारत के सर्वाधिक साक्षर जिलों में से एक भिण्ड मंत्रमुग्ध कर देने वाली वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है।
- भिंड जिले से करीब 30,000 सैनिक देश की सुरक्षा में तत्पर है
- मध्यप्रदेश में सबसे कम वर्षा भिंड जिले की
मौ तहसील में होती है।
- मालनपुर यहाँ का औद्योगिक क्षेत्र है, जो कि गोहद तहसील में ही पड़ता है। जिसे सूखा पॉर्ट भी कहा जाता है।
- भिंड जिले की मौ तहसील सबसे छोटी तहसील है।
- गोहद तहसील स्थित गोहद का किला बहुत ही प्राचीन स्थल है।
- भिंड जिला भोपाल इंदौर जबलपुर के बाद सर्वाधिक पुरूष साक्षर जिला है।
भिण्ड के पर्यटन स्थल
- गौरी सरोवर --
भिण्ड में गौरी सरोवर अपने आप में एक पर्यटन स्थल है। गौरी सरोवर पर बहुत से पार्को को नए रूप से विकसित किया गया हैं।
- वनखण्डेश्वर मन्दिर भिंड
- त्रयम्बकेश्वर महादेव मंदिर भिंड
- बटेश्वर महादेव मंदिर
- भिंडी ऋषि का मंदिर भिंड
- माँ रेणुका मंदिर जमदारा(मौ)
- गहियर धाम देबगढ
- डिडी हनुमान जी मंदिर
- गौरी सरोवर पार्क भिंड
- नरसिंह भगवान मन्दिर सायना(मेहगांव)
- भिण्ड का किला(भदौरिया राजाओं का)
- अटेर का किला(भदौरिया राजाओं की राजधानी)
- श्री नरसिंह भगवान मंदिर मौ
- दंदरौआ मंदिर मौ
- जागा सरकार हनुमान मंदिर लौहरपुरा(मौ)
- जामना वाले हनुमानजी
- पावई वाली शारदा माता
- श्री सीताराम बाबा रतवा(मौ)
- श्री मस्तराम बाबा रसनोल(मौ)
- कचनाव खुर्द(गोरमी से 9 कि.मी.दूर उत्तर दिशा) में प्राचीन शिव मंदिर जिसे काई बाले शंकर जी के नाम से जाना जाता है ।
भिंड में शिव के मंदिरों की श्रृंखला में 100 से अधिक मंदिर है जो अपने आप में एक धाम है साथ ही इन मंदिरों की अपनी-अपनी महत्ता है और गौरी सरोवर की नौका विहार अत्यंत मनोरम है यहाँ राष्ट्रीय नौका प्रतियोगिता का आयोजन होता है।
भिंड जिले की तहसीलें
- भिंड
- गोहद
- मेहगांव
- मौ
- लहार
- रौन
- मिहोना
- अटेर
- गोरमी
भिण्ड जिले के गांव
ग्राम मानहड़ पड़राई का पुरा (सतपाल) ,जरपुरा,मुस्तरा,मेघपुरा,सेंपुरा,असोखर,पीपरी हीरापुरा,रमपुरा,सोनपुरा,रावतपुरा,रजगढ़िया mehdoli कृपेकापुरा,कल्याणपुरा,हसनपुरा,मोहनपुरा,राऊपुरा, आलमपुरा,रजपुरा,कुरथरा,भुजपुरा,उदोतपुरा,बुलाखी का पुरा।
परा , सुखवासी का पूरा,रिदौली, रमटा, प्रताप पुरा, विंडवा, जवासा, मड़ैया, गडू़पुरा, pulawali ,मुरलीपुरा, ।जगन्नाथपुरा, बिहारीपुरा, कल्यानपुरा, ऊमरी,अकोड़ा, देवगढ, किटी, मौतीपुरा, रुर, गैवत, मिरचौली, दीनपुरा, जवाहरपुरा, डिडी, कमई,
जिले की अटेर,मौ,गोहद,गोरमी तहसील क्षेत्रों में
(अहीर)यादवों का वर्चस्व है।
लौहरपुरा,सलमपुरा,रतवा,देहगांव,उमरी,अकोड़ा आदि यादवों के बड़े गांव है।
हचंदपुरा,कचोंगरा,परसोना(भदौरियारहित गॉव) भिंड के ये ग्राम की प्रमुख विशेषता है।
मानहड ग्राम देश का भदौरियो का सबसे बड़ा गांव है जिसमे शिवा सिंह भदौरिया(ABVP)युवा नेता का वर्चस्व है , वही अकोड़ा में यादवों का वर्चस्व है यह क्षेत्र नगर परिषद है। कुछेक गांव भिंड नगर पालिका में आगये है साथ ही अटेर के आस पास के गांव बीहड़ क्षेत्र में आते है जो दस्यु का क्षेत्र रहे है ,और मेहगांव तहसील के गाँव की जमीनों का स्तर सीधा है यहाँ की भूमि अधिक उपजाऊ है ।
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भिण्ड में भदौरिया राजाओं के काल से ही यहाँ पर गॉव कर मुक्त ओर स्वतंत्र रहे है। भिण्ड के गॉव के लोगो का कृषि ही एक मात्र रोजगार का साधन है। आजादी के बाद से यहाँ के लोग को एक नई पहचान मिली वो देश की सेवा में संलग्न हो गए। ओर तभी यहाँ के लोग सेना में जाकर देश की रक्षा करते हैं और सबसे अधिक सेना में शहीद भी भिण्ड के लाल वीर सपूत हुए है यह के हर 6 घर मे एक फौजी बेटा होता है