"शंघाई सहयोग संगठन": अवतरणों में अंतर

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दूसरा शंघाई सहयोग संगठन मॉस मीडिया फोरम
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06:28, 27 मई 2019 का अवतरण

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की दो दिवसीय बैठक में हिस्सा लेने मंगलवार को किर्गिज गणराज्य की राजधानी बिश्केक पहुंचीं। बिश्केक पहुंचने पर स्वराज का पारंपरिक स्वागत किया गया।  यहां बैठक में आतंकवाद समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। यह दूसरा अवसर है जब भारत विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) की बैठक में एससीओ के पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल हो रहा है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि सीएफएम अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय महत्व के शीर्ष मुद्दों पर चर्चा करने के साथ ही बिश्केक में 13-14 जून को होने जा रहे एससीओ शिखर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा भी करेगी। सुषमा स्वराज एससीओ के विदेश मंत्रियों के साथ किर्गिज राष्ट्रपति सूरनबाय जीनबेकोव से संयुक्त मुलाकात भी करेंगी।

शंघाई सहयोग संगठन-2019


शंघाई सहयोग संगठन ( Shanghai Cooperation Organisation) या SCO ; सरल चीनी : 上海合作组织; परम्परागत चीनी: 上海合作組織; फीनयिन: Shànghǎi Hézuò Zǔzhī; रूसी: Шанхайская организация сотрудничества (ШОС), Shankhayskaya organizatsiya sotrudnichestva) यूरेशिया का राजनीतिक आर्थिक, और सैनिक संगठन है जिसकी स्थापना २००१ में शंघाई में चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के नेताओं ने मिलकर की। २४ जून २०१६ को भारत और पाकिस्तान को भी औपचारिक तौर पर अस्ताना म॓ॱ आयोजित शिखर सम्मेलन मेॱ संगठन का सदस्य बनाया गया।[1] तथ्य चीन, कजकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस और तजकिस्तान ने 1996 मेॱ "शंघाई V" नाम से सॱगठन की स्थापना शऺघाई मेऺ की । सन् 2001 मेॱ वापस शिऺघाई मे आयोजित शिखर सम्मेलन मेऺ उज्बेकिस्तान को शामिल कर "शंघाई VI" मेऺ बदल दिया गया जो अब शंघाई सहयोग संगठन ( Shanghai Cooperation Organisation) या SCO नाम से जाना जाता है। इसका मुख्यालय बीजिऺग मेऺ है।


शंघाई सहयोग संगठन शंघाई सहयोग संगठन यूरेशिया का राजनीतिक आर्थिक, और सैनिक संगठन है, जिसकी स्थापना 2001 में शंघाई में चीन,कजाकिस्तान, किर्गिस्तान,रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के नेताओं ने मिलकर की थी। 24 जून 2016 को भारत और पाकिस्तान को भी औपचारिक तौर पर अस्ताना म॓ॱ आयोजित शिखर सम्मेलन मेॱ संगठन का सदस्य बनाया गया।

वर्ष1996 में शंघाई में चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान,रूस, तजाकिस्तान ने मिलकर शंघाई V" नाम से संगठन की स्थापना  की थी  । पुनः वर्ष 2001 में शंघाई मे आयोजित शिखर सम्मेलन मेऺ उज्बेकिस्तान को शामिल कर "शंघाई VI मेऺ बदल दिया गया,जो अब शंघाई सहयोग संगठन' ( Shanghai Cooperation Organisation) या SCO नाम से जाना जाता है। इसका मुख्यालय बीजिऺग मेऺ है।

SCO देशों के साथ संयुक्त अभ्यास में शामिल होगा भारत भारत SCO के सदस्य देशों के साथ आगामी फरवरी में शहरी क्षेत्रों में भूकंप से बचाव पर संयुक्त अभ्यास में शामिल होगा। यह अभ्यास 21 से 24 फरवरी 2019 तक राजधानी दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। इसके मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने 1 नवंबर से दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया, इसमें आठ देश भारत, चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान शामिल हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य आरके जैन ने कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के आपदा रोकथाम विभागों के प्रमुखों की 9वीं बैठक केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में अगस्त, 2017 को किर्गिस्तान में आयोजित हुई थी, लेकिन इस बार भारत में यह बैठक आयोजित की जा रही है। आरके जैन ने कहा कि आपदाओं की चुनौतियां सभी देशों के लिए समान है और यदि आपदाओं के जोखिम में कमी आती है तो इससे सभी को फायदा होगा।

सन्दर्भ

  1. "शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्‍मेलन (24 जून, 2016) में प्रधानमंत्री के संबोधन का मूलपाठ". पत्र सूचना कार्यालय, भारत सरकार. अभिगमन तिथि 24 जून 2016.

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