"फ्लोएम": अवतरणों में अंतर
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जाइलम- जाइलम निर्जीव ऊतक हैं। ये जड़ों से जल और घुले हुए लवणों को पत्तियों में पहुँचाते हैं। ये ऊपर की और गति कराते हैं। |
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फ्लोएम- फ्लोएम सजीव ऊतक हैं। ये पत्तियों में तैयार शर्करा को पौधे के सभी भागों तक पहुँचाते हैं। यर नीचे की तरफ गति कराते हैं। |
12:29, 1 मई 2019 का अवतरण
फ्लोएम पौधों में पाया जाने वाला एक संवहन ऊतक है, दूसरा संवहन ऊतक जाइलम है। फ्लोएम एक जटिल स्थाई ऊतक है। यह संवहन वंडल के अन्दर पाया जाता है। इसका निर्माण चार प्रकार की कोशिकाओं से हुआ है।
१. चालनी नलिकाएँ
२. सह कोशिकाएँ
३. फ्लोएम मृदूतक
४. फ्लोएम तन्तु
जाइलम- जाइलम निर्जीव ऊतक हैं। ये जड़ों से जल और घुले हुए लवणों को पत्तियों में पहुँचाते हैं। ये ऊपर की और गति कराते हैं।
फ्लोएम- फ्लोएम सजीव ऊतक हैं। ये पत्तियों में तैयार शर्करा को पौधे के सभी भागों तक पहुँचाते हैं। यर नीचे की तरफ गति कराते हैं।