"सदस्य:प्रियरंजन": अवतरणों में अंतर
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सुमति एक सुन्दर परिणाम,सुगति को प्राप्त हुआ मतभेद| |
सुमति का एक सुन्दर परिणाम,सुगति को प्राप्त हुआ मतभेद| |
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द्वेष के सभी पहल को त्याग |
द्वेष के सभी पहल को त्याग,प्रकट की भूतकाल पर खेद| |
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पुनः व्यापार हुआ प्रारम्भ |
पुनः व्यापार हुआ प्रारम्भ,रहेंगे मार्ग नही एकान्त। |
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मिलकर अब दोनो नगरें,करेंगे हर दिन का मधुरान्त| |
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मगध से बीस मील पश्चिम,घने जंगलों के अतिपार| |
मगध से बीस मील पश्चिम,घने जंगलों के अतिपार| |
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नगर थे दो विकसित समृद्ध,अलग ही था उनका संसार| |
नगर थे दो विकसित समृद्ध,अलग ही था उनका संसार| |
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प्रकृति का वह सुन्दर विस्तार,असम्भव द्व्तीय रूप अन्यत्र| |
प्रकृति का वह सुन्दर विस्तार,असम्भव द्व्तीय रूप अन्यत्र| |
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विजय सा लहराते किसलय,अवनी का शुभ सर्वोचित वस्त्र.... |
विजय सा लहराते किसलय,अवनी का शुभ सर्वोचित वस्त्र..... |
16:49, 16 जनवरी 2019 का अवतरण
सुमति का एक सुन्दर परिणाम,सुगति को प्राप्त हुआ मतभेद| द्वेष के सभी पहल को त्याग,प्रकट की भूतकाल पर खेद| पुनः व्यापार हुआ प्रारम्भ,रहेंगे मार्ग नही एकान्त। मिलकर अब दोनो नगरें,करेंगे हर दिन का मधुरान्त| मगध से बीस मील पश्चिम,घने जंगलों के अतिपार| नगर थे दो विकसित समृद्ध,अलग ही था उनका संसार| प्रकृति का वह सुन्दर विस्तार,असम्भव द्व्तीय रूप अन्यत्र| विजय सा लहराते किसलय,अवनी का शुभ सर्वोचित वस्त्र.....