"ट्रांजिस्टर": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
छो 59.92.5.228 (Talk) के संपादनों को हटाकर Khodkenilesh के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
[[चित्र:Electronic component transistors.jpg|thumb|200px|अलग-अलग रेटिंग के कुछ प्रथनक]]
[[चित्र:Electronic component transistors.jpg|thumb|200px|अलग-अलग रेटिंग के कुछ प्रथनक]]


'''ट्रान्जिस्टर''' (प्रथनक) एक [[अर्धचालक युक्ति]] है जिसे मुख्यतः [[प्रवर्धक]] (Amplifier) के रूप में प्रयोग किया जाता है। कुछ लोग इसे बीसवीं शताब्दी की सबसे महत्वपूर्ण खोज मानते हैं।
'''ट्रान्जिस्टर''' एक [[अर्धचालक युक्ति]] है जिसे मुख्यतः [[प्रवर्धक]] (Amplifier) तथा [[इलेक्त्रॉनिक स्विच]] के रूप में प्रयोग किया जाता है। कुछ लोग इसे बीसवीं शताब्दी की सबसे महत्वपूर्ण खोज मानते हैं।


ट्रान्जिस्टर का उपयोग अनेक प्रकार से होता है। इसे [[प्रवर्धक]], स्विच, वोल्टेज नियामक (रेगुलेटर), संकेत न्यूनाधिक (सिग्नल माडुलेटर), थरथरानवाला (आसिलेटर) आदि के रूप में काम में लाया जाता है। पहले जो कार्य [[ट्रायोड]] या त्रयाग्र से किये जाते थे वे अधिकांशत: अब ट्रान्जिस्टर के द्वारा किये जाते हैं।
ट्रान्जिस्टर का उपयोग अनेक प्रकार से होता है। इसे [[प्रवर्धक]], स्विच, वोल्टेज नियामक (रेगुलेटर), सिग्नल माडुलेटर, आसिलेटर आदि के रूप में काम में लाया जाता है। पहले जो कार्य [[ट्रायोड]] या त्रयाग्र से किये जाते थे वे अधिकांशत: अब ट्रान्जिस्टर के द्वारा किये जाते हैं।


==प्रकार==
==प्रकार==
पंक्ति 29: पंक्ति 29:
|colspan="2"|MOSFET इन्हाइन्समेन्त||MOSFET डिप्लीशन
|colspan="2"|MOSFET इन्हाइन्समेन्त||MOSFET डिप्लीशन
|}
|}

==इन्हें भी देखें==
*[[प्रवर्धक]]
*[[ट्रांजिस्टर के मॉडल]]
*[[ट्रांजिस्टर का इतिहास]]


== बाहरी कड़ियाँ ==
== बाहरी कड़ियाँ ==

02:02, 29 नवम्बर 2018 का अवतरण

अलग-अलग रेटिंग के कुछ प्रथनक

ट्रान्जिस्टर एक अर्धचालक युक्ति है जिसे मुख्यतः प्रवर्धक (Amplifier) तथा इलेक्त्रॉनिक स्विच के रूप में प्रयोग किया जाता है। कुछ लोग इसे बीसवीं शताब्दी की सबसे महत्वपूर्ण खोज मानते हैं।

ट्रान्जिस्टर का उपयोग अनेक प्रकार से होता है। इसे प्रवर्धक, स्विच, वोल्टेज नियामक (रेगुलेटर), सिग्नल माडुलेटर, आसिलेटर आदि के रूप में काम में लाया जाता है। पहले जो कार्य ट्रायोड या त्रयाग्र से किये जाते थे वे अधिकांशत: अब ट्रान्जिस्टर के द्वारा किये जाते हैं।

प्रकार

ट्रांजिस्टर दो प्रकार के होते हैं।

  • बीजेटी या (BJT) या द्विध्रुवी संधि प्रथनक
(1) एनपीएन (NPN)
(2) पीएनपी (PNP)
  • फिल्ड इफेक्ट ट्रांजिस्टर या फेट (FET) या क्षेत्र प्रभाव प्रथनक
(1) जेफेट (JFET)
(2) मॉसफेट (MOSFET)
NPN-ट्रांजिस्टर PNP-ट्रांजिस्टर n-चैनेल जेफेट p-चैनेल जेफेट


P-channel
N-channel
MOSFET इन्हाइन्समेन्त MOSFET डिप्लीशन

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ