"देवरिया जिला": अवतरणों में अंतर
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''' देवरिया ''' भारतीय राज्य [[उत्तर प्रदेश]] का एक [[जिला]] है। जिले का मुख्यालय [[देवरिया]] शहर है । यह माना जाता है कि यहा का पौराणिक नाम देवारण्य है जो अंग्रेजी शासनकाल से देवरिया शब्द प्रयोग मे लाया जाने लगा | देवरिया ज़िला गन्ने की खेती और चीनी मिलों के लिए प्रसिध्द है। यहां की फसलों में धान, गेहूँ, जौ, बाजरा, चना, मटर, अरहर, तिल, सरसों इत्यादि प्रमुख हैं। गंडक, तथा घाघरा इस जिले से हो कर बहती हैं। गंडक नदी एक पौराणिक नदी है; इसका पौराणिक नाम हिरण्यावती है।{{cn|date=जून 2017}} इन नदियों का यहाँ की सिंचाई में महत्वपूर्ण योगदान है। सिंचाई के अन्य साधनों में नहरें एवं नलकूप प्रमुख हैं। यहाँ पर अनके सामाजिक और राजनीतिक पार्टियां है , जिसमे सबसे सुप्रसिद्ध "युवा भारतीय संघ" एक सामाजिक/राजनीतिक पार्टी है , जिसके संस्थापक |
''' देवरिया ''' भारतीय राज्य [[उत्तर प्रदेश]] का एक [[जिला]] है। जिले का मुख्यालय [[देवरिया]] शहर है । यह माना जाता है कि यहा का पौराणिक नाम देवारण्य है जो अंग्रेजी शासनकाल से देवरिया शब्द प्रयोग मे लाया जाने लगा | देवरिया ज़िला गन्ने की खेती और चीनी मिलों के लिए प्रसिध्द है। यहां की फसलों में धान, गेहूँ, जौ, बाजरा, चना, मटर, अरहर, तिल, सरसों इत्यादि प्रमुख हैं। गंडक, तथा घाघरा इस जिले से हो कर बहती हैं। गंडक नदी एक पौराणिक नदी है; इसका पौराणिक नाम हिरण्यावती है।{{cn|date=जून 2017}} इन नदियों का यहाँ की सिंचाई में महत्वपूर्ण योगदान है। सिंचाई के अन्य साधनों में नहरें एवं नलकूप प्रमुख हैं। यहाँ पर अनके सामाजिक और राजनीतिक पार्टियां है , जिसमे सबसे सुप्रसिद्ध "युवा भारतीय संघ" एक सामाजिक/राजनीतिक पार्टी है , जिसके संस्थापक/अध्यक्ष शिवानन्द मिश्र ,पुत्र पंडित केशव मिश्र (प्रसिद्ध पंडित) है। जो ग्राम -सोन्दा , देवरिया जिले के मूल निवासी है। इस संंघ के उपाध्यक्ष -चन्दन मििश्र जी है। इनकी पार्टी बहुत से लोगो की मदद और सहायता करती है। |
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==भूगोल== |
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13:57, 18 नवम्बर 2018 का अवतरण
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देवरिया ज़िला | |
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उत्तर प्रदेश में देवरिया ज़िले की अवस्थिति | |
राज्य |
उत्तर प्रदेश भारत |
प्रभाग | गोरखपुर मंडल |
मुख्यालय | देवरिया |
क्षेत्रफल | 2,535 कि॰मी2 (979 वर्ग मील) |
जनसंख्या | 3,100,946 (2011) |
जनघनत्व | 1,220/किमी2 (3,200/मील2) |
साक्षरता | 73.53 |
लिंगानुपात | M:F 1000:1013 |
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र | देवरिया, बांसगाँव और सलेमपुर |
विधानसभा सीटें | देवरिया |
राजमार्ग | NH28 |
औसत वार्षिक वर्षण | 864.38 मिमी |
आधिकारिक जालस्थल |
देवरिया भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक जिला है। जिले का मुख्यालय देवरिया शहर है । यह माना जाता है कि यहा का पौराणिक नाम देवारण्य है जो अंग्रेजी शासनकाल से देवरिया शब्द प्रयोग मे लाया जाने लगा | देवरिया ज़िला गन्ने की खेती और चीनी मिलों के लिए प्रसिध्द है। यहां की फसलों में धान, गेहूँ, जौ, बाजरा, चना, मटर, अरहर, तिल, सरसों इत्यादि प्रमुख हैं। गंडक, तथा घाघरा इस जिले से हो कर बहती हैं। गंडक नदी एक पौराणिक नदी है; इसका पौराणिक नाम हिरण्यावती है।[उद्धरण चाहिए] इन नदियों का यहाँ की सिंचाई में महत्वपूर्ण योगदान है। सिंचाई के अन्य साधनों में नहरें एवं नलकूप प्रमुख हैं। यहाँ पर अनके सामाजिक और राजनीतिक पार्टियां है , जिसमे सबसे सुप्रसिद्ध "युवा भारतीय संघ" एक सामाजिक/राजनीतिक पार्टी है , जिसके संस्थापक/अध्यक्ष शिवानन्द मिश्र ,पुत्र पंडित केशव मिश्र (प्रसिद्ध पंडित) है। जो ग्राम -सोन्दा , देवरिया जिले के मूल निवासी है। इस संंघ के उपाध्यक्ष -चन्दन मििश्र जी है। इनकी पार्टी बहुत से लोगो की मदद और सहायता करती है।
भूगोल
घाघरा, राप्ती और छोटी गंडक (नदियाँ) देवरिया जनपद की मुख्य नदियाँ हैं। कभी-कभी इनके रौद्र रूप (बाढ़) में किसानों की खुशहाली (फसलें) बह जाती है। इन नदियों के अलावा कुर्ना, गोर्रा, बथुआ, नकटा आदि नाले भी बरसात में उफन जाते हैं और क्षेत्र की जनता को अपने होने का एहसास कराते हैं। परन्तु दुःख कि बात यह है कि यहाँ पर एक भी कंम्पनिया नही है। यहा के अधिकांश लोगो को भोजन के तलाश मे अपना जिला छोङ कर दूसरे राज्य मे जाना पङता है।
सांस्कृतिक पहलू
यहॉ बोली जाने वाली बोली भोजपुरी है। जो यहाँ की एक लोकप्रिय बोली है। यहाँ की संस्कृति एवं लोक कला में भोजपुरी की छाप स्पष्ट रूप से दिखती है। यहाँ गाए जाने वाले लोक गीतों में कजरी, सोहर, फगुआ या फाग महत्वपूर्ण हैं।
देवरिया से मात्र 27 किमी दूर कुशीनगर में महात्मा बुद्ध की समाधि स्थित है। यहीं पर भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ। वर्तमान में यह कुशीनगर जिले में स्थित है। देवरिया शहर बेहतर रेल एवं सड़क यातायात से जुडा़ हुआ है। इस शहर को ब्रॉड गे़ज की रेल लाइन देश के अन्य शहरों से जोड़ती है। देवरिया डाक मण्डल देवरिया तथा पडरौना जिलो की डाक व्यवस्था देखती है।
भाषा एवं धर्म
इस जनपद की बोली भोजपुरी है। देवरिया जनपद में मुख्य रूप से हिन्दी भाषा बोली जाती है। देवरिया जनपद की कुल जनसंख्या की लगभग ९९ प्रतिशत जनता हिन्दी, लगभग ०.५ प्रतिशत जनता उर्दू और ०.५ प्रतिशत जनता के बातचीत का माध्यम अन्य भाषाएँ हैं। बोली की बात करें तो ग्रामीण जनता के साथ-साथ अधिकांश शहरी जनता भी भोजपुरी बोलती है। कुल जनसंख्या की दृष्टि से इस जनपद में लगभग ९५ प्रतिशत हिन्दू, लगभग ५ प्रतिशत मुस्लिम और अन्य धर्म को मानने वाले हैं।
शिक्षा
यहाँ पर शिक्षा की समुचित व्यवस्था है, कई इंटर कॉलेज आैर महाविद्यालय शिक्षण कार्य करते है।
प्रमुख कस्बे
देवरिया जनपद के जाने-माने शहरों में देवरिया,(( नगर पालिका परिषद् बरहज))बरियारपुर। मेहरौना (महुआपाटन) नोनापार बैतालपुर, गौरीबाजार, रामपुर कारखाना, पाण्डेय चक,पथरदेवा, तरकुलवा, रुद्रपुर, बरहज भलुअनी, भाटपाररानी, बनकटा, सलेमपुर, लार, भागलपुर, भटनी, महेन,जगरनाथ छपरा, सरयां आदि हैं।