"विवाह-विच्छेद": अवतरणों में अंतर
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संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) अल्प जानकारी से लेख आरम्भ किया। |
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'''विवाह-विच्छेद''', जिसे '''तलाक''' भी कहते हैं, वैवाहिक जीवन अथवा वैवाहिक बन्धन के अन्त को कहा जाता है। |
'''विवाह-विच्छेद''', जिसे '''तलाक''' भी कहते हैं, वैवाहिक जीवन अथवा वैवाहिक बन्धन के अन्त को कहा जाता है। |
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==तलाक के कारण== |
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समाजविज्ञानियों का मानना है कि इस दौर के भारतीय समाज में तलाक के मामले में इसलिए तेजी से बढ़े हैं, क्योंकि नई जनरेशन में एक दूसरे पर विश्वास ही नहीं रह गया। कामकाजी जीवन ने ऑफिस से लेकर बाहर लड़कों और लड़कियों दोनों को ही एक स्पेस और नये जीवन साथी का हमेशा का एक चुनाव देते हैं, लिहाजा दोनों ही एक दूसरे के प्रति एक अविश्वास से भरे होते हैं। जाहिर है दोनों के बीच अविश्वास तलाक का कारण बन रहा है। |
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''नौकरीपेशा'' : सबसे बड़ी बात है कि एक समय लड़कियां चूंकि फाइनेंशियली लड़कों पर डिपेंड होती थी, जिससे सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की वजह से तलाक के बारे में सोच भी नहीं सकती थी, लेकिन आज लड़कियां पढ़ीं लिखी तो हैं ही, साथ ही वे फाइनेंशियली भी इंडिपेंडेंट हैं सो, इस रिश्ते में एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना कम हो रही है और ईगो क्लेश तेजी से बढ़ रहा है। |
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''प्रॉपर्टी'' : महानगरों में पति-पत्नी के बीच प्रॉपर्टी का झगड़ा पिछले कुछ दिनों में तलाक का बड़ा कारण बना है। |
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''संवाद की कमी'' : पति-पत्नी के बीच पहले की तुलना में संवाद न के बराबर रह गया है। इसकी बड़ी वजह ऑफिस टाइमिंग और व्यस्तता है। यदि एक घर में भी दोनों रहते हैं, तो वे अलग-अलग टाइमिंग पर आना-जाना करते हैं और छुट्टी के दौरान भी दोनो अमूमन ऑफिस के काम अलग-अलग कमरे में करते दिखाई देते हैं। दोनों के बीच यह मनमुटाव का कारण बनता है और तलाक जैसी त्रासदी की बड़ी वजह बनता है। |
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''यौन संबंध '': एक दूसरे को लेकर यौन असंतुष्टि और सेक्सुअल इनकॉम्पिबिलिटी भी तलाक का बड़ा कारण है। |
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''बोरियत'' : बोर हो जाना रिश्तों का एक नया पहलू उभरकर सामने आया है। नये साथी की तलाश पढ़े-लिखे वर्ग में तेजी से उभरकर सामने आई है। |
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''बच्चों की जिम्मेदारी'' : तलाक का बड़ा कारण कई बार छोटे बच्चे की जिम्मेदारी भी होती हैं। ज्यादातर देखा जाता है कि मां, ही बच्चे की जिम्मेदारी उठाती है और बच्चे के लिए अपना कॅरियर भी छोड़ती है। जबकि पति इस मामले में दूर ही रहते हैं और नौकरी करते हुए बच्चों पर ध्यान ही नहीं दे पाते, लिहाजा इसके चलते दंपती में रोजाना मनमुटाव और झगड़ा होता है और यह तलाक का कारण बनता है। इसके अलावा भी हाल ही के दिनों में, नशा, प्रायरटी और अपेक्षाओं में अंतर, घर से दूर रहना जैसे कई कारण हैं, जिनके चलते इन दिनों बहुत ही तेजी से तलाक के मामले बढ़ रहे हैं। |
10:32, 14 अक्टूबर 2018 का अवतरण
विवाह-विच्छेद, जिसे तलाक भी कहते हैं, वैवाहिक जीवन अथवा वैवाहिक बन्धन के अन्त को कहा जाता है।
तलाक के कारण
समाजविज्ञानियों का मानना है कि इस दौर के भारतीय समाज में तलाक के मामले में इसलिए तेजी से बढ़े हैं, क्योंकि नई जनरेशन में एक दूसरे पर विश्वास ही नहीं रह गया। कामकाजी जीवन ने ऑफिस से लेकर बाहर लड़कों और लड़कियों दोनों को ही एक स्पेस और नये जीवन साथी का हमेशा का एक चुनाव देते हैं, लिहाजा दोनों ही एक दूसरे के प्रति एक अविश्वास से भरे होते हैं। जाहिर है दोनों के बीच अविश्वास तलाक का कारण बन रहा है।
नौकरीपेशा : सबसे बड़ी बात है कि एक समय लड़कियां चूंकि फाइनेंशियली लड़कों पर डिपेंड होती थी, जिससे सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की वजह से तलाक के बारे में सोच भी नहीं सकती थी, लेकिन आज लड़कियां पढ़ीं लिखी तो हैं ही, साथ ही वे फाइनेंशियली भी इंडिपेंडेंट हैं सो, इस रिश्ते में एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना कम हो रही है और ईगो क्लेश तेजी से बढ़ रहा है।
प्रॉपर्टी : महानगरों में पति-पत्नी के बीच प्रॉपर्टी का झगड़ा पिछले कुछ दिनों में तलाक का बड़ा कारण बना है।
संवाद की कमी : पति-पत्नी के बीच पहले की तुलना में संवाद न के बराबर रह गया है। इसकी बड़ी वजह ऑफिस टाइमिंग और व्यस्तता है। यदि एक घर में भी दोनों रहते हैं, तो वे अलग-अलग टाइमिंग पर आना-जाना करते हैं और छुट्टी के दौरान भी दोनो अमूमन ऑफिस के काम अलग-अलग कमरे में करते दिखाई देते हैं। दोनों के बीच यह मनमुटाव का कारण बनता है और तलाक जैसी त्रासदी की बड़ी वजह बनता है।
यौन संबंध : एक दूसरे को लेकर यौन असंतुष्टि और सेक्सुअल इनकॉम्पिबिलिटी भी तलाक का बड़ा कारण है।
बोरियत : बोर हो जाना रिश्तों का एक नया पहलू उभरकर सामने आया है। नये साथी की तलाश पढ़े-लिखे वर्ग में तेजी से उभरकर सामने आई है।
बच्चों की जिम्मेदारी : तलाक का बड़ा कारण कई बार छोटे बच्चे की जिम्मेदारी भी होती हैं। ज्यादातर देखा जाता है कि मां, ही बच्चे की जिम्मेदारी उठाती है और बच्चे के लिए अपना कॅरियर भी छोड़ती है। जबकि पति इस मामले में दूर ही रहते हैं और नौकरी करते हुए बच्चों पर ध्यान ही नहीं दे पाते, लिहाजा इसके चलते दंपती में रोजाना मनमुटाव और झगड़ा होता है और यह तलाक का कारण बनता है। इसके अलावा भी हाल ही के दिनों में, नशा, प्रायरटी और अपेक्षाओं में अंतर, घर से दूर रहना जैसे कई कारण हैं, जिनके चलते इन दिनों बहुत ही तेजी से तलाक के मामले बढ़ रहे हैं।