"वैष्णव सम्प्रदाय": अवतरणों में अंतर

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पहले है आचार्य रामानुज ,निमबार्काचार्य, बल्लभाचार्य,माधवाचार्य
पहले है आचार्य रामानुज ,निमबार्काचार्य, बल्लभाचार्य,माधवाचार्य
इसके अलावा उत्तर भारत में आचार्य रामानन्द भी वैष्णव सम्प्रदाय के आचार्य हुये और चैतन्यमहाप्रभु भी वैष्णव आचार्य है जो बंगाल मे हुए
इसके अलावा उत्तर भारत में आचार्य रामानन्द भी वैष्णव सम्प्रदाय के आचार्य हुये और चैतन्यमहाप्रभु भी वैष्णव आचार्य है जो बंगाल मे हुए
रामान्दाचार्य जी ने सर्व धर्म समभाव की भावना को बल देते हुए कबीर ,रहीम सभी वर्णो (जाति )के व्यक्तियो को सगुण भक्ति का उपदेश किया। आगे रामानन्द संम्प्रदाय में गोस्वामी तुलसीदास हुए जिन्होने श्रीरामचरितमानस की रचना करके जनसामान्य तक भगवत महिमा को पहुँचाया।उनकू अन्य रचनाये -विनय पत्रिका ,दोहावली,गीतावली ,बरवै रामायण एक ज्योतिष ग्रन्थ रामाज्ञा प्रश्नावली का भी निर्माण किया


== बाहरी कड़ियाँ ==
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09:57, 2 मार्च 2018 का अवतरण

वैष्णव सम्प्रदाय, भगवान विष्णु को ईश्वर मानने वालों का सम्प्रदाय है। इसके अन्तर्गत चार सम्प्रदाय मुख्य रूप से आते है। पहले है आचार्य रामानुज ,निमबार्काचार्य, बल्लभाचार्य,माधवाचार्य इसके अलावा उत्तर भारत में आचार्य रामानन्द भी वैष्णव सम्प्रदाय के आचार्य हुये और चैतन्यमहाप्रभु भी वैष्णव आचार्य है जो बंगाल मे हुए रामान्दाचार्य जी ने सर्व धर्म समभाव की भावना को बल देते हुए कबीर ,रहीम सभी वर्णो (जाति )के व्यक्तियो को सगुण भक्ति का उपदेश किया। आगे रामानन्द संम्प्रदाय में गोस्वामी तुलसीदास हुए जिन्होने श्रीरामचरितमानस की रचना करके जनसामान्य तक भगवत महिमा को पहुँचाया।उनकू अन्य रचनाये -विनय पत्रिका ,दोहावली,गीतावली ,बरवै रामायण एक ज्योतिष ग्रन्थ रामाज्ञा प्रश्नावली का भी निर्माण किया

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