"अलगू राय शास्त्री": अवतरणों में अंतर

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'''अलगू राय शास्त्री''' () भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनेता, शिक्षाविद् एवं कानूनविद् थे वे [[पहली लोकसभा]] के [[आज़मगढ़ लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र|आजमगढ़ पूर्व]] से सदस्य थे, जिसे अब [[घोसी]] कहा जाता है। वे [[भारतीय संविधान सभा|संविधान सभा]] के सदस्य थे।<ref>{{cite web|title=महान देशभक्त व कानूनविद् थे अलगू राय शास्त्री |url = http://www.jagran.com/uttar-pradesh/mau-10082431.html |publisher=दैनिक जागरण |date=२९ जनवरी २०१३ |accessdate=९ अक्टूबर २०१४}}</ref> वे उत्तर प्रदेश काँग्रेस के प्रेसिडेंट थे। संविधान सभा में उन्होंने अपने वाक-चातुर्य से सबको प्रभावित किया। [[हिंदी]] को [[राजभाषा]] बनाए जाने के सवाल पर उनकी वक्तृता ने राष्ट्रभाषा के गौरव को स्थापित किया।
'''अलगू राय शास्त्री''' ( जन्म 29 जनवरी 1900 ) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनेता, शिक्षाविद् एवं कानूनविद् थे वे [[पहली लोकसभा]] के [[आज़मगढ़ लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र|आजमगढ़ पूर्व]] से सदस्य थे, जिसे अब [[घोसी]] कहा जाता है। वे [[भारतीय संविधान सभा|संविधान सभा]] के सदस्य थे।<ref>{{cite web|title=महान देशभक्त व कानूनविद् थे अलगू राय शास्त्री |url = http://www.jagran.com/uttar-pradesh/mau-10082431.html |publisher=दैनिक जागरण |date=२९ जनवरी २०१३ |accessdate=९ अक्टूबर २०१४}}</ref> वे उत्तर प्रदेश काँग्रेस के प्रेसिडेंट थे। संविधान सभा में उन्होंने अपने वाक-चातुर्य से सबको प्रभावित किया। [[हिंदी]] को [[राजभाषा]] बनाए जाने के सवाल पर उनकी वक्तृता ने राष्ट्रभाषा के गौरव को स्थापित किया।

शास्त्री जी का जन्म 29 जनवरी 1900 में अमिला गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम द्वारिका राय तथा माता का नाम कमल देवी था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा अमिला व उच्च शिक्षा [[काशी विद्यापीठ]] [[वाराणसी]] से पूरा हुआ। 1920 में [[असहयोग आंदोलन]] में विद्यार्थी होते हुए भी जेल यात्रा किए। जेल से छूटने के बाद 1923 में विद्यापीठ से शास्त्री की डिग्री प्राप्त कर सक्रिय राजनीति में भागीदारी की। आपने राजनीति के आलवा साहित्य के क्षेत्र में भी काम किया।


==सन्दर्भ==
==सन्दर्भ==

15:05, 18 जून 2017 का अवतरण

अलगू राय शास्त्री ( जन्म 29 जनवरी 1900 ) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनेता, शिक्षाविद् एवं कानूनविद् थे वे पहली लोकसभा के आजमगढ़ पूर्व से सदस्य थे, जिसे अब घोसी कहा जाता है। वे संविधान सभा के सदस्य थे।[1] वे उत्तर प्रदेश काँग्रेस के प्रेसिडेंट थे। संविधान सभा में उन्होंने अपने वाक-चातुर्य से सबको प्रभावित किया। हिंदी को राजभाषा बनाए जाने के सवाल पर उनकी वक्तृता ने राष्ट्रभाषा के गौरव को स्थापित किया।

शास्त्री जी का जन्म 29 जनवरी 1900 में अमिला गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम द्वारिका राय तथा माता का नाम कमल देवी था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा अमिला व उच्च शिक्षा काशी विद्यापीठ वाराणसी से पूरा हुआ। 1920 में असहयोग आंदोलन में विद्यार्थी होते हुए भी जेल यात्रा किए। जेल से छूटने के बाद 1923 में विद्यापीठ से शास्त्री की डिग्री प्राप्त कर सक्रिय राजनीति में भागीदारी की। आपने राजनीति के आलवा साहित्य के क्षेत्र में भी काम किया।

सन्दर्भ

  1. "महान देशभक्त व कानूनविद् थे अलगू राय शास्त्री". दैनिक जागरण. २९ जनवरी २०१३. अभिगमन तिथि ९ अक्टूबर २०१४.