"अक्कादी भाषा": अवतरणों में अंतर

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'''अक्कादी भाषा''' (Akkadian या Accadian या Assyro-Babylonian) एक मृत [[सामी भाषा]] है। यह प्राचीन [[मेसोपोटामिया]] में बोली जाती थी। यह [[अंकन (लिपि)|अंकन लिपि]] (cuneiform writing system) में लिखी जाती थी।
'''अक्कादी भाषा''' (Akkadian या Accadian या Assyro-Babylonian) एक मृत [[सामी भाषा]] है। यह प्राचीन [[मेसोपोटामिया]] में बोली जाती थी। यह [[अंकन (लिपि)|अंकन लिपि]] (cuneiform writing system) में लिखी जाती थी।


अक्कादी का यह नाम उस अक्काद नगर से पड़ा जो ईसा पूर्व 24वीं सदी में प्रसिद्ध [[सम्राट् शर्रूकीन]] की [[राजधानी]] था। तभी अक्कादी को [[राजभाषा]] का पद मिला। कालांतर में अक्कादी, प्रदेश और काल के अनुसार, [[असूरी भाषा|असूरी]] (Assyrian) और [[बाबुली भाषा|बाबुली]] (Babylonian) नामक जनबोलियों में विकसित होकर बँट गई। असूरी [[दजला नदी]] ([[इराक]]) की उपरली घाटी में और बाबुली दजला-फरात के सागरवर्ती दोआब में बोली जाती थी।
अक्कादी का यह नाम उस अक्काद नगर से पड़ा जो ईसा पूर्व 24वीं सदी में प्रसिद्ध [[सम्राट् शर्रूकीन]] की [[राजधानी]] था। तभी अक्कादी को [[राजभाषा]] का पद मिला। कालांतर में अक्कादी, प्रदेश और काल के अनुसार, [[असूरी भाषा|असूरी]] (Assyrian) और [[बाबुली भाषा|बाबुली]] (Babylonian) नामक जनबोलियों में विकसित होकर बँट गई। असूरी [[दजला नदी]] ([[इराक]]) की उपरली घाटी में और बाबुली दजला-फरात के सागरवर्ती दोआब में बोली जाती थी।
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[[श्रेणी:विश्व की भाषाएँ]]
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[[श्रेणी:प्राचीन भाषाएँ]]
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06:38, 2 मार्च 2017 का अवतरण

अक्कादी भाषा (Akkadian या Accadian या Assyro-Babylonian) एक मृत सामी भाषा है। यह प्राचीन मेसोपोटामिया में बोली जाती थी। यह अंकन लिपि (cuneiform writing system) में लिखी जाती थी।

अक्कादी का यह नाम उस अक्काद नगर से पड़ा जो ईसा पूर्व 24वीं सदी में प्रसिद्ध सम्राट् शर्रूकीन की राजधानी था। तभी अक्कादी को राजभाषा का पद मिला। कालांतर में अक्कादी, प्रदेश और काल के अनुसार, असूरी (Assyrian) और बाबुली (Babylonian) नामक जनबोलियों में विकसित होकर बँट गई। असूरी दजला नदी (इराक) की उपरली घाटी में और बाबुली दजला-फरात के सागरवर्ती दोआब में बोली जाती थी।

काल क्रम से अक्कादी के तीन युग माने जाते हैं-

1. प्राचीन काल (लगभग 2000 ई.पू.-लगभग 1500 ई.पू.),

2. मध्यकाल (लगभग 1500 ई.पू.- लगभग 1000 ई.पू.) और

3. उत्तरकाल (लगभग 1000 ई.पू - लगभग 500 ई.पू.)।

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