"पुत्तिंगल मंदिर हादसा, केरल": अवतरणों में अंतर
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इसी दौरान चिंगारियां पास के गोदाम तक पहुंच गई यहाँ गुरुवार को नववर्ष [[विशु]] के मौके के लिए पटाखों का ढेर रखा हुआ था। हादसे का असर डेढ़ किलोमीटर की दूरी तक पड़ा।<ref>{{cite news|title=कोल्लम मंदिर में आग : 'पटाखे फोड़ने की होड़' हो सकती है हादसे की वजह|url=http://khabar.ndtv.com/news/file-facts/competitive-fireworks-may-have-led-to-kollam-temple-fire-officials-say-1370993|accessdate=10 अप्रैल 2016}}</ref> |
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07:27, 10 अप्रैल 2016 का अवतरण
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तिथि | 10 अप्रैल 2016 |
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समय | 03:00 |
स्थान |
कोल्लम, केरल ,भारत |
निर्देशांक | 8°48′45″N 76°39′52″E / 8.812619°N 76.664436°Eनिर्देशांक: 8°48′45″N 76°39′52″E / 8.812619°N 76.664436°E |
मृत्यु | 102+ |
घायल | 350+ |
कोल्लम मंदिर आतिशबाजी विस्फोट एक भयावह आतिशबाजी विस्फोट है जो 10 अप्रैल 2016 में कोल्लम पुत्तिंगल मंदिर में 03:30 IST (22:15 जीएमटी) पर हुआ था।
आग
सुबह 3 बजे के करीब मंदिर में एक समारोह के दौरान आतिशबाज़ी की जा रही थी जिसे देखने के लिए मैदान पर 10 हज़ार से ज्यादा लोग मौजूद थे। इसी दौरान चिंगारियां पास के गोदाम तक पहुंच गई यहाँ गुरुवार को नववर्ष विशु के मौके के लिए पटाखों का ढेर रखा हुआ था। हादसे का असर डेढ़ किलोमीटर की दूरी तक पड़ा।[1]
बचाव
भारतीय नौसेना ने कोच्चि स्थित दक्षिण नौसेना कमान(नेवल कमांड) मुख्यालय से एक डोर्नियर परिवहन विमान और चिकित्सा दल के साथ बचाव के परिवहन के लिए दो हेलीकाप्टरों को भी भेजा गया है।
प्रतिक्रियाएं
सन्दर्भ
- ↑ "कोल्लम मंदिर में आग : 'पटाखे फोड़ने की होड़' हो सकती है हादसे की वजह". अभिगमन तिथि 10 अप्रैल 2016.