"एक आदिम रात्रि की महक": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
remove CSD nomination (not per policy)
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{stub}}
{{stub}}
'''एक आदिम रात्रि की महक''' एक [[कथा-संग्रह]] है जिसके रचायिता [[फणीश्वर नाथ रेणु]] हैं।
'''एक आदिम रात्रि की महक''' एक [[कथा-संग्रह]] है जिसके रचायिता [[फणीश्वर नाथ रेणु]] हैं। इस संग्रह की कहानियाँ हैं

# एक आदिम रात्रि की महक - एक रेलवे कर्मचारी के नौजवान सहायक की ज़िन्दगी
# तबे एकला चलो रे - गाँव के एक भैस की कहानी जो राजनीतिक भूमिका अदा करता है



[[श्रेणी:कथा-संग्रह]]
[[श्रेणी:कथा-संग्रह]]

03:02, 22 जनवरी 2016 का अवतरण

एक आदिम रात्रि की महक एक कथा-संग्रह है जिसके रचायिता फणीश्वर नाथ रेणु हैं। इस संग्रह की कहानियाँ हैं

  1. एक आदिम रात्रि की महक - एक रेलवे कर्मचारी के नौजवान सहायक की ज़िन्दगी
  2. तबे एकला चलो रे - गाँव के एक भैस की कहानी जो राजनीतिक भूमिका अदा करता है