"वैश्विक मोबाइल संचार प्रणाली": अवतरणों में अंतर
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: अनावश्यक अल्पविराम (,) हटाया। |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: डॉट (.) के स्थान पर पूर्णविराम (।) और लाघव चिह्न प्रयुक्त किये। |
||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
[[चित्र:GSM World Coverage 2008.png|thumb|400px|2008 में GSM की विश्व में व्याप्ति]] |
[[चित्र:GSM World Coverage 2008.png|thumb|400px|2008 में GSM की विश्व में व्याप्ति]] |
||
'''GSM''' ('''मोबाइल संचार के लिए ग्लोबल सिस्टम''' : मूलतः '''''ग्रुप स्पेशल मोबाइल'' ''' से)विश्व में [[मोबाइल फोन|मोबाइल फ़ोन]] के लिए सबसे लोकप्रिय मानक |
'''GSM''' ('''मोबाइल संचार के लिए ग्लोबल सिस्टम''' : मूलतः '''''ग्रुप स्पेशल मोबाइल'' ''' से)विश्व में [[मोबाइल फोन|मोबाइल फ़ोन]] के लिए सबसे लोकप्रिय मानक है। इसके प्रवर्तक [[GSM एसोसिएशन]] का अनुमान है कि दुनिया के 80% मोबाइल बाजार इस मानक का उपयोग करते है।<ref>{{cite web | title = GSM World statistics | publisher = GSM Association | date = 2007 | url = http://www.gsmworld.com/newsroom/market-data/market_data_summary.htm | accessdate = 2009-01-10}}</ref> GSM का प्रयोग 212 से अधिक देशों और प्रदेशों में करीब 3 [[1000000000 (संख्या)|अरब]] से ज़्यादा लोगों द्वारा किया जाता है।<ref>{{cite web | title = About GSM Association | publisher = GSM Association | url = http://www.gsmworld.com/about/index.shtml | accessdate = 2007-01-08}}</ref><ref>{{cite web | title = Two Billion GSM Customers Worldwide | publisher = 3G Americas | date = [[June 13]], [[2006]] | url = http://www.prnewswire.com/cgi-bin/stories.pl?ACCT=109&STORY=/www/story/06-13-2006/0004379206&EDATE= | accessdate = 2007-01-08 }}</ref> |
||
इसकी सर्वव्यापकता ने [[मोबाइल फ़ोन ऑपरेटर|मोबाइल फ़ोन ऑपरेटरों]] के बीच अंतर्राष्ट्रीय [[रोमिंग]] को काफी सामान्य बना दिया है, जिससे उपभोक्ता अपने मोबाइल को विश्व के कई हिस्सों में उपयोग करने में सक्षम हो जाते |
इसकी सर्वव्यापकता ने [[मोबाइल फ़ोन ऑपरेटर|मोबाइल फ़ोन ऑपरेटरों]] के बीच अंतर्राष्ट्रीय [[रोमिंग]] को काफी सामान्य बना दिया है, जिससे उपभोक्ता अपने मोबाइल को विश्व के कई हिस्सों में उपयोग करने में सक्षम हो जाते है। GSM अपने पूर्ववर्तियों से इस आशय में भिन्न है कि इसमें संकेत और संवाद चैनल [[डिजिटल]] हैं और इसलिए इसे ''दूसरी पीढ़ी'' [[2G|(2G)]] का मोबाइल फ़ोन प्रणाली माना जाता है।इससे यह भी तात्पर्य निकलता है कि इस प्रणाली में डाटा संचार का निर्माण आसान है। |
||
GSM मानक की सर्वव्यापकता उपभोक्ताओं (जो रोमिंग और बिना अपना फ़ोन बदले वाहक बदलने की सुविधा से लाभान्वित होते हैं) और नेटवर्क ऑपरेटरों (जो GSM अमल में लाने वाले विभिन्न विक्रेताओं से उपकरण चुन सकते हैं<ref>{{cite web | title = Texas Instruments Executive Meets with India Government Official to outline Benefits of Open Standards to drive mobile phone penetration | publisher = Texas Instruments | date = [[July 12]], [[2006]] | url = http://focus.ti.com/docs/pr/pressrelease.jhtml?prelId=sc06127 | accessdate = 2007-01-08}}</ref>) दोनों के लिए फ़ायदेमंद |
GSM मानक की सर्वव्यापकता उपभोक्ताओं (जो रोमिंग और बिना अपना फ़ोन बदले वाहक बदलने की सुविधा से लाभान्वित होते हैं) और नेटवर्क ऑपरेटरों (जो GSM अमल में लाने वाले विभिन्न विक्रेताओं से उपकरण चुन सकते हैं<ref>{{cite web | title = Texas Instruments Executive Meets with India Government Official to outline Benefits of Open Standards to drive mobile phone penetration | publisher = Texas Instruments | date = [[July 12]], [[2006]] | url = http://focus.ti.com/docs/pr/pressrelease.jhtml?prelId=sc06127 | accessdate = 2007-01-08}}</ref>) दोनों के लिए फ़ायदेमंद है। GSM ने एक कम लागत वाले (नेटवर्क वाहक के लिए)वाइस कॉल के विकल्प का [[लघु संदेश सेवा]] (SMS जिसे "टेक्स्ट मेसेजिंग" भी कहते है) प्रवर्तन किया है, जो अब अन्य मोबाइल मानकों पर भी समर्थित है।एक और लाभ यह है कि इस मानक में एक विश्वव्यापी [[आपातकालीन टेलीफोन नंबर]], [[1-1-2|112]] शामिल है।<ref>[http://www.acma.gov.au/WEB/STANDARD/pc=PC_100575 ऑस्ट्रेलियाई संचार और मीडिया प्राधिकरण (ACMA)]</ref> इससे अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को काफ़ी सुविधा हो जाती है, जो स्थानीय आपातकालीन नंबर जाने बिना भी आपातकालीन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। |
||
मानक के नए संस्करण, मूल GSM फ़ोन से पार्श्वगामी संगतता बनाए हुए |
मानक के नए संस्करण, मूल GSM फ़ोन से पार्श्वगामी संगतता बनाए हुए हैं। उदाहरण के लिए, मानक के [[3GPP # मानक|रिलीज'97]] में [[सामान्य पैकेट रेडियो सेवा|जनरल पैकेट रेडियो सर्विस]] (GPRS) के माध्यम से पैकेट डाटा क्षमताओं को जोड़ा गया। रिलीज'99 ने [[GSM के विकास के लिए वर्धित डाटा दर|GSM के विकास हेतु वर्धित डाटा दर]] (EDGE) के उपयोग द्वारा तीव्र गति से आंकडों के प्रसारण को उपलब्ध कराया. |
||
== इतिहास == |
== इतिहास == |
||
1982 में, [[यूरोपीय डाक और दूरसंचार प्रशासनों का सम्मेलन|यूरोपीय डाक और दूरसंचार प्रशासनिक सम्मेलन]] ([[CEPT]]) में एक ग्रूप स्पेशल मोबाइल (GSM) स्थापित किया गया, ताकि मोबाइल टेलीफोन प्रणाली के लिए एक ऐसा मानक विकसित कर सकें, जिसका उपयोग सारे यूरोप में संभव हो.<ref>{{cite web | title = Brief History of GSM & GSMA | publisher = GSM World | url = http://www.gsmworld.com/about-us/history.htm | accessdate = 2007-01-08}}</ref> 1987 में, पूरे यूरोप में एक सर्वनिष्ठ सेल्युलर टेलीफ़ोन प्रणाली विकसित करने के लिए 13 देशों ने एक [[समझौता ज्ञापन]] पर हस्ताक्षर किए.<ref>{{cite news | title = Happy 20th birthday, GSM | publisher = [[ZDNet]] | url = http://news.zdnet.co.uk/leader/0,1000002982,39289154,00.htm | date = 2007-09-07 | accessdate = 2007-09-07}}</ref><ref>{{cite pressrelease | title = Global Mobile Communications is 20 years old | publisher = [[GSM Association]] | url = http://www.gsmworld.com/news/press_2007/press07_48.shtml | date = 2007-09-06 | accessdate = 2007-09-07}}</ref>. अंततः [[तोर्लिव मसँग|तोर्लीव मसंग]] के नेतृत्व में [[SINTEF]] द्वारा निर्मित प्रणाली को चुना |
1982 में, [[यूरोपीय डाक और दूरसंचार प्रशासनों का सम्मेलन|यूरोपीय डाक और दूरसंचार प्रशासनिक सम्मेलन]] ([[CEPT]]) में एक ग्रूप स्पेशल मोबाइल (GSM) स्थापित किया गया, ताकि मोबाइल टेलीफोन प्रणाली के लिए एक ऐसा मानक विकसित कर सकें, जिसका उपयोग सारे यूरोप में संभव हो.<ref>{{cite web | title = Brief History of GSM & GSMA | publisher = GSM World | url = http://www.gsmworld.com/about-us/history.htm | accessdate = 2007-01-08}}</ref> 1987 में, पूरे यूरोप में एक सर्वनिष्ठ सेल्युलर टेलीफ़ोन प्रणाली विकसित करने के लिए 13 देशों ने एक [[समझौता ज्ञापन]] पर हस्ताक्षर किए.<ref>{{cite news | title = Happy 20th birthday, GSM | publisher = [[ZDNet]] | url = http://news.zdnet.co.uk/leader/0,1000002982,39289154,00.htm | date = 2007-09-07 | accessdate = 2007-09-07}}</ref><ref>{{cite pressrelease | title = Global Mobile Communications is 20 years old | publisher = [[GSM Association]] | url = http://www.gsmworld.com/news/press_2007/press07_48.shtml | date = 2007-09-06 | accessdate = 2007-09-07}}</ref>. अंततः [[तोर्लिव मसँग|तोर्लीव मसंग]] के नेतृत्व में [[SINTEF]] द्वारा निर्मित प्रणाली को चुना गया।<ref>{{cite news | title = Inventor of the GSM system | publisher = [[Gemini]] | url = http://www.ntnu.no/gemini/2005-01e/gsm.htm | accessdate = 2008-10-31}}</ref> |
||
1989 में, GSM की जिम्मेदारी [[यूरोपीय दूरसंचार मानक संस्थान]] (ETSI) को सौंपी गई और GSM विनिर्देशों की प्रथम प्रावस्था का प्रकाशन 1990 में किया |
1989 में, GSM की जिम्मेदारी [[यूरोपीय दूरसंचार मानक संस्थान]] (ETSI) को सौंपी गई और GSM विनिर्देशों की प्रथम प्रावस्था का प्रकाशन 1990 में किया गया। 1991 में पहले GSM नेटवर्क की शुरूआत, [[एरिक्सन]] के साथ संयुक्त तकनीकी आधार-तंत्र के रख-रखाव सहित [[रेडियोलिंजा]] ने [[फ़िनलैंड|फिनलैंड]] में की.<ref>{{cite web | title = Nokia delivers first phase GPRS core network solution to Radiolinja, Finland | publisher = Nokia | date = [[January 24]], [[2000]] | url = http://press.nokia.com/PR/200001/775038_5.html | accessdate = 2006-01-08}}</ref> 1993 ?? ??? ??, 48 ????? ??? 70 ?????? ?????? ??????? GSM ???? ??????? ?? ???????? ????? ?? ??? ?? ???? ???????? ?????? ?? ??? ??.<ref>{{cite web | title = History and Timeline of GSM | publisher = Emory University | url = http://www.emory.edu/BUSINESS/et/P98/gsm/history.html | accessdate = 2006-01-09}}</ref> |
||
== तकनीकी विवरण == |
== तकनीकी विवरण == |
||
=== सेल्युलर रेडियो नेटवर्क === |
=== सेल्युलर रेडियो नेटवर्क === |
||
{{main|Cellular network}} |
{{main|Cellular network}} |
||
GSM एक [[सेल्युलर नेटवर्क]] है, जिसका मतलब है [[मोबाइल फोन|मोबाइल फ़ोन]] अपने नज़दीकी सेल को खोजते हुए इससे जुड़ते |
GSM एक [[सेल्युलर नेटवर्क]] है, जिसका मतलब है [[मोबाइल फोन|मोबाइल फ़ोन]] अपने नज़दीकी सेल को खोजते हुए इससे जुड़ते है। |
||
GSM नेटवर्क में सेल के पांच अलग-अलग आकार है- [[स्थूल सेल|स्थूल]], [[सूक्ष्म सेल|सूक्ष्म]], [[पिकोसेल|पिको]], [[फेम्टोसेल|फेमटो]] और अम्ब्रेला सेल. प्रत्येक सेल का विस्तार-क्षेत्र कार्यान्वयन परिवेश के अनुसार भिन्न होता |
GSM नेटवर्क में सेल के पांच अलग-अलग आकार है- [[स्थूल सेल|स्थूल]], [[सूक्ष्म सेल|सूक्ष्म]], [[पिकोसेल|पिको]], [[फेम्टोसेल|फेमटो]] और अम्ब्रेला सेल. प्रत्येक सेल का विस्तार-क्षेत्र कार्यान्वयन परिवेश के अनुसार भिन्न होता है। स्थूल सेल ऐसे सेल माने जा सकते हैं, जहां [[बेस स्टेशन]] [[एंटीना (इलेक्ट्रॉनिक्स)|एंटीना]] एक खंभे अथवा ऐसी इमारत पर स्थापित किया जाता है, जिसकी ऊँचाई औसत छतों से ऊंची हो.सूक्ष्म सेल वे हैं जिनके एंटीना की ऊंचाई, औसत छत की ऊंचाई से कम होती है; आम तौर पर इनका उपयोग शहरी क्षेत्रों में किया जाता है। पिको सेल ऐसे छोटे सेल हैं जिनका विस्तार-व्यास कुछ दर्जन मीटर ही होता है; इनका उपयोग मुख्य रूप से भवन के अंदर किया जाता है। फेमटो सेल वे सेल हैं जिनकी परिकल्पना, आवासीय या छोटे व्यावसायिक परिवेश में उपयोग और एक ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से सेवा-प्रदाता के नेटवर्क से जुड़ने के लिए की गई है। अम्ब्रेला सेल का उपयोग, छोटे सेल के छाया-क्षेत्रों को ढकने और उन सेलों के बीच की ख़ाली जगह को भरने के लिए होता है। |
||
सेल का क्षैतिज अर्द्ध व्यास एंटीना की ऊंचाई, एंटीना लब्धि और संचरण परिवेश के आधार पर सैकडों मीटर से लेकर कई किलोमीटर तक अलग-अलग होता |
सेल का क्षैतिज अर्द्ध व्यास एंटीना की ऊंचाई, एंटीना लब्धि और संचरण परिवेश के आधार पर सैकडों मीटर से लेकर कई किलोमीटर तक अलग-अलग होता है। व्यावहारिक तौर पर GSM विनिर्देश द्वारा समर्थित सबसे अधिक दूरी है {{convert|35|km|mi|0}} एक विस्तृत सेल की अवधारणा के कई कार्यान्वयन हैं,<ref>[24] ^ [http://www.allbusiness.com/electronics/computer-electronics-manufacturing/6838169-1.html मोटोरोला डेमोंस्ट्रेट्स लांग रेंज GSM कैपबिलीटी -300% मोर कवरेज न्यू एक्स्टेंडेड सेल..]</ref> जहाँ सेल का अर्द्ध व्यास एंटीना प्रणाली, भू-भाग के प्रकार और [[अग्रिम समय]] के आधार पर दुगुना या उससे भी ज़्यादा हो सकता है। |
||
भवन के अंदर व्याप्ति भी GSM द्वारा समर्थित है और एक अंतर्द्वार पिकोसेल बेस स्टेशन के प्रयोग से अथवा ऊर्जा भंजक द्वारा आपूरित आंतरिक एंटीना सहित [[सेल्युलर पुनरावर्तक|अंतर्द्वार पुनरावर्तक]] के ज़रिए इसे हासिल किया जा सकता है, ताकि बाहरी एंटिना से रेडियो संकेत भवन के अंदर अलग से संवितरित एंटीना प्रणाली तक पहुंचाय जा सकें. ये आम तौर पर तब विस्तृत किए जाते हैं, जब घर के अंदर अत्यधिक कॉल क्षमता की ज़रूरत हो; उदाहरणार्थ बड़ी दुकानों या हवाई अड्डों पर.तथापि, यह पूर्वापेक्षा नहीं है, क्योंकि किसी नज़दीकी सेल के रेडियो संकेतों का भवन के भीतर प्रवेश के ज़रिए आंतरिक व्याप्ति उपलब्ध कराई जाती |
भवन के अंदर व्याप्ति भी GSM द्वारा समर्थित है और एक अंतर्द्वार पिकोसेल बेस स्टेशन के प्रयोग से अथवा ऊर्जा भंजक द्वारा आपूरित आंतरिक एंटीना सहित [[सेल्युलर पुनरावर्तक|अंतर्द्वार पुनरावर्तक]] के ज़रिए इसे हासिल किया जा सकता है, ताकि बाहरी एंटिना से रेडियो संकेत भवन के अंदर अलग से संवितरित एंटीना प्रणाली तक पहुंचाय जा सकें. ये आम तौर पर तब विस्तृत किए जाते हैं, जब घर के अंदर अत्यधिक कॉल क्षमता की ज़रूरत हो; उदाहरणार्थ बड़ी दुकानों या हवाई अड्डों पर.तथापि, यह पूर्वापेक्षा नहीं है, क्योंकि किसी नज़दीकी सेल के रेडियो संकेतों का भवन के भीतर प्रवेश के ज़रिए आंतरिक व्याप्ति उपलब्ध कराई जाती है। |
||
जीएसएम में प्रयुक्त [[अधिमिश्रण]] [[गाऊसी न्यूनतम-अंतरण संयोजन|गौसियन न्यूनतम-अंतरण संयोजन]] (GMSK) है, जो एक प्रकार का सतत-चरण [[फ़्रीक्वेन्सी अंतरण संयोजन]] |
जीएसएम में प्रयुक्त [[अधिमिश्रण]] [[गाऊसी न्यूनतम-अंतरण संयोजन|गौसियन न्यूनतम-अंतरण संयोजन]] (GMSK) है, जो एक प्रकार का सतत-चरण [[फ़्रीक्वेन्सी अंतरण संयोजन]] है।GMSK में वाहक पर अधिमिश्रित किए जाने वाले संकेत को [[फ़्रीक्वेन्सी अधिमिश्रण|फ़्रीक्वेन्सी अधिमिश्रक]] पर आपूर्ति से पहले [[गाऊसी प्रयोजन|गौसियन]] [[लो-पास फ़िल्टर|लो-पास फिल्टर]] से मधुर बनाया जाता है, जो पड़ोसी वाहिकाओं के [[हस्तक्षेप]] (निकटवर्ती वाहिकाओं का हस्तक्षेप) की आशंका को काफ़ी कम करते हैं। |
||
=== श्रव्य उपकरणों के साथ हस्तक्षेप === |
=== श्रव्य उपकरणों के साथ हस्तक्षेप === |
||
कुछ श्रव्य उपकरण [[रेडियो फ़्रीक्वेन्सी हस्तक्षेप]] (RFI) के प्रति संवेदनशील होते हैं, जिसे इन श्रव्य उपकरणों के अतिरिक्त परिरक्षण या बाइ-पास संधारित्र के प्रयोग से काफ़ी कम किया जा सकता |
कुछ श्रव्य उपकरण [[रेडियो फ़्रीक्वेन्सी हस्तक्षेप]] (RFI) के प्रति संवेदनशील होते हैं, जिसे इन श्रव्य उपकरणों के अतिरिक्त परिरक्षण या बाइ-पास संधारित्र के प्रयोग से काफ़ी कम किया जा सकता है। तथापि, ऐसा करने में होने वाली भारी लागत, किसी भी डिज़ाइनर के लिए इसके औचित्य को सिद्ध करना मुश्किल कर देती है।<ref>{{cite web | title = Managing Noise in Cell-Phone Handsets | publisher = Maxim Integrated Products | date = 2001-01-24 | url = http://www.maxim-ic.com/appnotes.cfm/an_pk/668| accessdate = 2009-04-22}}</ref> |
||
PA, तार रहित माइक्रोफोन, घरेलू म्यूज़िक सिस्टम, टेलीविजन, कंप्यूटर, बेतार फ़ोन और व्यक्तिगत संगीत उपकरणों से डिट, डिट-डिट, डिट डिट-डिट, की ध्वनि निकालने के लिए नज़दीकी GSM हैंडसेट द्वारा प्रेरित किया जाना एक आम घटना |
PA, तार रहित माइक्रोफोन, घरेलू म्यूज़िक सिस्टम, टेलीविजन, कंप्यूटर, बेतार फ़ोन और व्यक्तिगत संगीत उपकरणों से डिट, डिट-डिट, डिट डिट-डिट, की ध्वनि निकालने के लिए नज़दीकी GSM हैंडसेट द्वारा प्रेरित किया जाना एक आम घटना है।जब ये ऑडियो उपकरण GSM हैंडसेट के [[निकट और दूर क्षेत्र|निकट क्षेत्र]] में रहते हैं, तो रेडियो संकेत इतने मज़बूत होते हैं कि ठोस प्रवर्द्धक श्रव्य श्रृंखला में एक [[संसूचक (रेडियो)|संसूचक]] का कार्य करते है।क्लिक् की ध्वनि ही शक्ति-विस्फोट की द्योतक है, जो [[समय विभाजन बहु अभिगम|TDMA]] सिग्नल की संवाहक है। ये संकेत कार के स्टीरियो या पोर्टेबल ऑडियो प्लेयर जैसे अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से हस्तक्षेप के लिए जाने जाते हैं। यह हैंडसेट के डिज़ाइन और इसका US निकाय FCC द्वारा बनाए गए कड़े नियम और विनियमों द्वारा भाग 15 में इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के साथ हस्तक्षेप के नियम और विनियमों के अनुरूप होने पर भी निर्भर करता है। |
||
=== जीएसएम फ़्रीक्वेन्सी === |
=== जीएसएम फ़्रीक्वेन्सी === |
||
{{main|GSM frequency ranges}} |
{{main|GSM frequency ranges}} |
||
GSM नेटवर्क कई विभिन्न फ़्रीक्वेन्सी विस्तार सीमाओं में कार्य करता है (2G के लिए [[GSM फ़्रीक्वेन्सी प्रभाव-क्षेत्र|GSM फ़्रीक्वेन्सी विस्तार-सीमा]] और 3G के लिए [[UMTS फ़्र्आवृत्ति बैंड|UMTS फ़्रीक्वेन्सी बैंड]] में विभक्त है). अधिकांश [[2G]] GSM नेटवर्क 900 MHz या 1800 MHz बैंड पर कार्य करते |
GSM नेटवर्क कई विभिन्न फ़्रीक्वेन्सी विस्तार सीमाओं में कार्य करता है (2G के लिए [[GSM फ़्रीक्वेन्सी प्रभाव-क्षेत्र|GSM फ़्रीक्वेन्सी विस्तार-सीमा]] और 3G के लिए [[UMTS फ़्र्आवृत्ति बैंड|UMTS फ़्रीक्वेन्सी बैंड]] में विभक्त है). अधिकांश [[2G]] GSM नेटवर्क 900 MHz या 1800 MHz बैंड पर कार्य करते हैं। कुछ अमरीकी देश (कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित) 850 MHz और 1900 MHz का प्रयोग करते हैं, क्योंकि 900 और 1800 MHz फ़्रीक्वेन्सी बैंड पहले ही आबंटित किए गए थे। यूरोप में ज़्यादातर [[3G]] GSM नेटवर्क 2100 MHz फ़्रीक्वेन्सी बैंड में कार्य करते हैं। |
||
कुछ देशों में दुर्लभ 400 और 450 MHz फ़्रीक्वेन्सी बैंड निर्दिष्ट किए गए हैं, जहां इन फ़्रीक्वेन्सियों का उपयोग पहली पीढ़ी की प्रणालियों के लिए हो रहा |
कुछ देशों में दुर्लभ 400 और 450 MHz फ़्रीक्वेन्सी बैंड निर्दिष्ट किए गए हैं, जहां इन फ़्रीक्वेन्सियों का उपयोग पहली पीढ़ी की प्रणालियों के लिए हो रहा था। |
||
GSM-900, [[मोबाइल स्टेशन]] से [[बेस स्टेशन उपतंत्र|बेस स्टेशन]] जानकारी भेजने के लिए (अपलिंक) 890–915 MHz का उपयोग करता है और अन्य दिशा (डाउनलिंक) के लिए 935–960 MHz का उपयोग करता है, जो 200 kHz के अंतराल पर 125 RF चैनल (चैनल संख्या 0 से 124 तक) उपलब्ध कराता |
GSM-900, [[मोबाइल स्टेशन]] से [[बेस स्टेशन उपतंत्र|बेस स्टेशन]] जानकारी भेजने के लिए (अपलिंक) 890–915 MHz का उपयोग करता है और अन्य दिशा (डाउनलिंक) के लिए 935–960 MHz का उपयोग करता है, जो 200 kHz के अंतराल पर 125 RF चैनल (चैनल संख्या 0 से 124 तक) उपलब्ध कराता है। 45 MHz का डूप्लेक्स अंतराल प्रयुक्त होता है। |
||
कुछ देशों में GSM-900 बैंड को अधिक फ़्रीक्वेन्सी क्षेत्र को आवृत करने के लिए विस्तृत किया गया |
कुछ देशों में GSM-900 बैंड को अधिक फ़्रीक्वेन्सी क्षेत्र को आवृत करने के लिए विस्तृत किया गया है। यह मूल GSM-900 बैंड में 50 चैनल (चैनल संख्या 975 से 1023) जोड़ते हुए 'विस्तृत GSM', E-GSM, 880–915 MHz (अपलिंक) तथा 925–960 MHz (डाउनलिंक) का उपयोग करता है। [[समय विभाजन बहुसंकेतन]] का प्रयोग प्रति [[रेडियो फ़्रीक्वेन्सी]] चैनल, आठ पूर्ण-दर या सोलह अर्द्ध-दर वाक् चैनल को अनुमत करने के लिए होता है। [[समय विभाजन बहु अभिगम|TDMA]] फ़्रेम में आठ रेडियो समयावधि (आठ [[विस्फोटक प्रसारण|विस्फोट]] अवधियों के) समाहित हैं। अर्द्ध दर वाले चैनल एक ही समयावधि में वैकल्पिक फ़्रेम का उपयोग करते हैं। सभी 8 चैनलों के लिए चैनल डाटा दर 270.833 kbit/s और फ़्रेम अवधि 4,615 ms हैं। |
||
इस हैंडसेट की प्रसारण शक्ति GSM850/900 में अधिकतम 2 वाट और GSM1800/1900 में 1 वाट |
इस हैंडसेट की प्रसारण शक्ति GSM850/900 में अधिकतम 2 वाट और GSM1800/1900 में 1 वाट है। |
||
=== ध्वनि कोडेक === |
=== ध्वनि कोडेक === |
||
GSM ने 5.6 तथा 13 kbit/s के बीच ध्वनि को संकुचित करने के लिए कई प्रकार के ध्वनि [[कोडेक]] का इस्तेमाल किया |
GSM ने 5.6 तथा 13 kbit/s के बीच ध्वनि को संकुचित करने के लिए कई प्रकार के ध्वनि [[कोडेक]] का इस्तेमाल किया है। मूलतः दो कोडेक, यथा [[अर्द्ध दर]] (5.6 kbit/s) और [[पूर्ण दर]] (13 kbit/s) का प्रयोग हुआ है, जिनका नामकरण उन्हें आबंटित डाटा चैनल प्रकार के आधार पर हुआ है। इनमें एक ऐसी प्रणाली का प्रयोग हुआ है, जो [[रेखीय पूर्वकथनीय कोडिंग]] (LPC) पर आधारित होती है।बिटरेट के प्रति प्रभावी होने के अलावा इन कोडेकों ने ध्वनि के अधिक महत्वपूर्ण हिस्सों को पहचानना काफ़ी आसान कर दिया है, जिससे वायु अंतराफलक परत के लिए इन संकेतों को रक्षित करना और प्राथमिकता देना आसान हो गया है। |
||
GSM को 1997<ref>{{cite web |url=http://www.3gpp.org/ftp/Specs/archive/06_series/06.51/0651-401.zip |publisher=ETSI |title=GSM 06.51 version 4.0.1 |date=December 1997 |format=ZIP |accessdate=2007-09-05}}</ref> में [[Enhanced Full Rate|पूर्ण दर चैनल]] का उपयोग करने वाले [[वर्धित पूर्ण दर]] (EFR) कोडेक, एक 12.2 kbit/s कोडेक, में विकसित किया |
GSM को 1997<ref>{{cite web |url=http://www.3gpp.org/ftp/Specs/archive/06_series/06.51/0651-401.zip |publisher=ETSI |title=GSM 06.51 version 4.0.1 |date=December 1997 |format=ZIP |accessdate=2007-09-05}}</ref> में [[Enhanced Full Rate|पूर्ण दर चैनल]] का उपयोग करने वाले [[वर्धित पूर्ण दर]] (EFR) कोडेक, एक 12.2 kbit/s कोडेक, में विकसित किया गया। अंत में, [[UMTS]] के विकास के साथ EFR एक अस्थिर-दर कोडेक के रूप में पुनर्संशोधित किया गया, जिसे [[अनुकूली बहु-दर|AMR-Narrowband]] कहते हैं और जो पूर्ण दर चैनलों पर प्रयोग करने पर उच्च गुणवत्ता वाला व हस्तक्षेप के प्रति मजबूत है और साथ ही, जब यह अच्छे रेडियो दशाओँ में अर्द्ध-दर चैनल पर प्रयुक्त होता है, तो यह कम मजबूत मगर अपेक्षाकृत उच्च गुणवत्ता वाला होता है। |
||
=== नेटवर्क संरचना === |
=== नेटवर्क संरचना === |
||
[[चित्र:Gsm network.png|thumbnail|505px|right|GSM नेटवर्क की संरचना]] |
[[चित्र:Gsm network.png|thumbnail|505px|right|GSM नेटवर्क की संरचना]] |
||
'''GSM''' के पीछे का नेटवर्क जो ग्राहक को दिखता है, वह विशाल और जटिल है, ताकि आवश्यक सभी सेवाएं प्रदान की जा सकें. यह विभिन्न वर्गों में विभाजित है और इनकी व्याख्या अलग लेखों में की गई |
'''GSM''' के पीछे का नेटवर्क जो ग्राहक को दिखता है, वह विशाल और जटिल है, ताकि आवश्यक सभी सेवाएं प्रदान की जा सकें. यह विभिन्न वर्गों में विभाजित है और इनकी व्याख्या अलग लेखों में की गई है। |
||
* [[बेस स्टेशन उपतंत्र]] ([[बेस स्टेशन]] और उनके नियंत्रक) |
* [[बेस स्टेशन उपतंत्र]] ([[बेस स्टेशन]] और उनके नियंत्रक) |
||
* [[नेटवर्क और अंतरण उपतंत्र]] (नेटवर्क का वह हिस्सा जो स्थिर नेटवर्क जैसा ही है). कभी-कभी यह सिर्फ़ कोर नेटवर्क भी कहलाता |
* [[नेटवर्क और अंतरण उपतंत्र]] (नेटवर्क का वह हिस्सा जो स्थिर नेटवर्क जैसा ही है). कभी-कभी यह सिर्फ़ कोर नेटवर्क भी कहलाता है। |
||
* [[GPRS कोर नेटवर्क]] (वैकल्पिक हिस्सा, जो पैकेट आधारित इंटरनेट कनेक्शन अनुमत करता है). |
* [[GPRS कोर नेटवर्क]] (वैकल्पिक हिस्सा, जो पैकेट आधारित इंटरनेट कनेक्शन अनुमत करता है). |
||
* इस प्रणाली में सभी तत्त्व वॉयस कॉल और [[लघु संदेश सेवा|SMS]]जैसी [[GSM सेवाएँ|GSM सेवाओं]] के निर्माण में संगठित हो जाते |
* इस प्रणाली में सभी तत्त्व वॉयस कॉल और [[लघु संदेश सेवा|SMS]]जैसी [[GSM सेवाएँ|GSM सेवाओं]] के निर्माण में संगठित हो जाते हैं। |
||
=== सबस्क्राइबर आयडेंटिटी मॉड्यूल (SIM) === |
=== सबस्क्राइबर आयडेंटिटी मॉड्यूल (SIM) === |
||
{{main|Subscriber Identity Module}} |
{{main|Subscriber Identity Module}} |
||
GSM की प्रमुख विशेषताओं में से एक है [[सब्स्क्राइबर आइडेनटिटी मॉड्यूल|सब्स्क्राइबर आईडेनटिटी मॉड्यूल]], जिसे आम तौर पर '''SIM कार्ड''' के नाम से जाना जाता |
GSM की प्रमुख विशेषताओं में से एक है [[सब्स्क्राइबर आइडेनटिटी मॉड्यूल|सब्स्क्राइबर आईडेनटिटी मॉड्यूल]], जिसे आम तौर पर '''SIM कार्ड''' के नाम से जाना जाता है। SIM एक अलग किया जा सकने वाला [[स्मार्ट कार्ड]] है, जिसमें उपयोगकर्ता की सदस्यता-जानकारी और फ़ोन बुक होता है। यह उपयोगकर्ता के हैंडसेट बदलने के बाद भी उसकी जानकारी संजोने देता है। वैकल्पिक रूप से, उपयोगकर्ता ऑपरेटर बदलने के लिए बिना अपना हैंडसेट बदले, केवल SIM बदल कर ऐसा कर सकता है। कुछ ऑपरेटर एक फ़ोन में एक ही SIM अथवा सिर्फ़ उन्हीं के द्वारा दिए गए SIM की अनुमति देकर इस क्रिया को बाधित कर देते हैं; इस अभ्यास को [[सिम लॉक|SIM लॉकिंग]] कहते हैं और कुछ देशों में यह ग़ैर-क़ानूनी है। |
||
[[(ऑस्ट्रेलिया)|ऑस्ट्रेलिया]], [[उत्तरी अमेरिका]] और [[यूरोप]] में कई ऑपरेटर उन मोबाइल को लॉक कर देते हैं, जिन्हें वे बेचते |
[[(ऑस्ट्रेलिया)|ऑस्ट्रेलिया]], [[उत्तरी अमेरिका]] और [[यूरोप]] में कई ऑपरेटर उन मोबाइल को लॉक कर देते हैं, जिन्हें वे बेचते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है कि मोबाइल फ़ोन की क़ीमतों पर आम तौर पर सदस्यता के समय से [[रियायती|रियायत]] दी जाती है और ऑपरेटर अपने प्रतियोगियों के मोबाइल पर किसी प्रकार की रियायत को टालना चाहते हैं। एक ग्राहक आम तौर पर कुछ शुल्क देकर इस बाधा को दूर करने के लिए प्रदाता से संपर्क कर सकता है, या फिर वह निजी सेवाओं के ज़रिये ब्लॉक को खोल सकता है, या इंटरनेट पर उपलब्ध तमाम सॉफ्टवेयर और वेब-साइट का उपयोग करके भी वह अपने हैण्डसेट का ब्लॉक खोल सकता है। हालांकि अधिकांश वेब-साइट ब्लॉक हटाने के एवज में कुछ शुल्क मांगते हैं, मगर कुछ लोग निःशुल्क ऐसा करते हैं। यह लॉकिंग हैंडसेट पर लागू होता है, जो उसके [[अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान]](IMEI) संख्या से जाना जाता है, ना कि खाते पर (जो कि [[सब्स्क्राइबर आईडेनटीटी मॉड्यूल|SIM]] कार्ड द्वारा जाना जाता है) |
||
बंगलादेश, बेल्जियम, कोस्टा रिका, इंडोनेशिया, मलेशिया, हांगकांग और पाकिस्तान जैसे कुछ देशों में सभी फ़ोन बिना लॉक किए ही बिकते |
बंगलादेश, बेल्जियम, कोस्टा रिका, इंडोनेशिया, मलेशिया, हांगकांग और पाकिस्तान जैसे कुछ देशों में सभी फ़ोन बिना लॉक किए ही बिकते हैं। तथापि, बेल्जियम में ऑपरेटरों द्वारा फ़ोन की क़ीमत पर किसी प्रकार की सब्सिडी देना ग़ैर-क़ानूनी है। यह स्थिति फिनलैंड में भी [[1 अप्रैल]], [[2006]] तक थी, जिसके बाद सब्सिडी वाले हैंडसेट और खाते बेचना क़ानूनी हो गया, यद्यपि ऑपरेटरों को कुछ निश्चित समय के बाद (अधिकतम 24 महीने) फ़ोन को बिना किसी शुल्क के खोल देना पड़ता है। |
||
=== जीएसएम सुरक्षा === |
=== जीएसएम सुरक्षा === |
||
GSM को मध्यम स्तर की सुरक्षा के साथ डिज़ाइन किया गया |
GSM को मध्यम स्तर की सुरक्षा के साथ डिज़ाइन किया गया था। इस प्रणाली का अभिकल्पन, उपयोगकर्ता की पहचान एक [[पूर्व साझा कुंजी|पूर्व-साझा कुंजी]] और [[चुनौती-प्रतिक्रिया प्रमाणीकरण|चुनौती-प्रतिक्रिया]] के प्रयोग से सुनिश्चित करने के लिए हुआ था।उपयोगकर्ता और बेस स्टेशन के बीच के संवाद को कूटबद्ध किया जा सकता है। [[विश्वव्यापी मोबाइल दूरसंचार प्रणाली|UMTS]] का विकास एक वैकल्पिक [[यूनिवर्सल सब्स्क्राइबर आईडेनटीटी मॉड्यूल|USIM]] प्रवर्तित करता है, जो कि ज़्यादा सुरक्षा देने के लिए एक लंबी पहचान कुंजी का प्रयोग करती है,साथ ही साथ उपयोगकर्ता और नेटवर्क को परस्पर प्रमाणित करती है - जबकि GSM केवल उपयोगकर्ता को नेटवर्क के सामने प्रमाणित करता है (इसके विपरीत नहीं).सुरक्षा मॉडल इस वजह से गोपनीयता और प्रमाणीकरण तो प्रस्तावित करता है, मगर सीमित प्राधिकरण क्षमताएं और बिना [[ग़ैर-परित्याग|अस्वीकरण]] के. |
||
सुरक्षा के लिए GSM कई कूटलेखी कलनविधि का उपयोग करता |
सुरक्षा के लिए GSM कई कूटलेखी कलनविधि का उपयोग करता है।[[A5 / 1|A5/1]] और [[A5 / 2|A5/2]] [[स्ट्रीम बीजलेख]] का प्रयोग हवा के ऊपर आवाज की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए होता है। A5/1 का विकास पहले हुआ था और ये एक मजबूत बीजलेख है जिसका प्रयोग यूरोप और अमेरिका में होता है; A5/2 थोड़ा कमज़ोर है और इसका प्रयोग अन्य देशों में होता है। दोनों बीजलेख में गंभीर कमजोरियां पाई गई हैं: वास्तविक समय में A5/2 को [[केवल बीजलेख-पाठ हमला|केवल-बीजलेख हमले]] से तोडा जा सकता है और फरवरी 2008 में, Pico, Computing, Inc ने [[FPGA]] का लाभोन्मुख क्षमता और योजना को प्रकट किया, जिसके द्वारा A5/1 को [[रेनबो टेबल]] हमले से तोडा जा सकता है।<ref>http://blog.washingtonpost.com/securityfix/2008/02/research_may_spell_end_of_mobi.html</ref> यह प्रणाली कई कलनविधि को समर्थन देती है, जिससे ऑपरेटर्स उस बीजलेख को किसी मजबूत संस्करण से बदल सकते हैं। |
||
== मानक जानकारी == |
== मानक जानकारी == |
||
GSM प्रणाली और सेवाओं का वर्णन [[ETSI]] द्वारा संचालित मानकों के एक सेट में किया गया है, जहां एक पूरी सूची बनाई गई |
GSM प्रणाली और सेवाओं का वर्णन [[ETSI]] द्वारा संचालित मानकों के एक सेट में किया गया है, जहां एक पूरी सूची बनाई गई है।<ref>[http://webapp.etsi.org/key/key.asp?full_list=y दिस ETSI साइट]</ref> |
||
=== उदाहरण विनिर्देश === |
=== उदाहरण विनिर्देश === |
||
* GSM 07.07 "AT GSM मोबाइल Equipment (ME)" प्रमुख AT निर्देशों का फ़ोन के GSM उपतंत्र के साथ श्रृंखलाबद्ध अंतराफलक के माध्यम से संवाद करने का वर्णन करता |
* GSM 07.07 "AT GSM मोबाइल Equipment (ME)" प्रमुख AT निर्देशों का फ़ोन के GSM उपतंत्र के साथ श्रृंखलाबद्ध अंतराफलक के माध्यम से संवाद करने का वर्णन करता है।<ref>[http://www.ctiforum.com/standard/standard/etsi/0707.pdf TS 100 916 - V07.04.00 - डिजिटल सेलुलर टेलीकम्युनिकेशन सिस्टम (चरण 2 +); AT कमांड सेट फॉर GSM मोबाइल एक्विपमेंट (ME)(GSM 07.07 वरजन 7.4.0 रिलीस 1998)]</ref> और अधिक जानकारी के लिए, [[हेस कमांड सेट|Hayes Command Set]] देखिए. |
||
* [[3GPP]] TS 27.007 - AT प्रयोक्ता उपकरण के लिए कमांड सेट.<ref>[http://www.3gpp.org/ftp/Specs/html-info/27007.htm 3GPP स्पेसिफिकेशन: 27,007]</ref> |
* [[3GPP]] TS 27.007 - AT प्रयोक्ता उपकरण के लिए कमांड सेट.<ref>[http://www.3gpp.org/ftp/Specs/html-info/27007.htm 3GPP स्पेसिफिकेशन: 27,007]</ref> |
||
* GSM 07.05 में अतिरिक्त AT कमांड्स SMS और [[सेल प्रसारण सेवा|CBS]] के लिए |
* GSM 07.05 में अतिरिक्त AT कमांड्स SMS और [[सेल प्रसारण सेवा|CBS]] के लिए है।<ref>[35] ^ [http://www.ctiforum.com/standard/standard/etsi/0705.pdf GTS 07/05 - वरज़न 5.5.0 - डिजिटल सेल्युलर टेलीकम्युनिकेशन्स सिस्टम (फेज़ 2 +); यूस ऑफ़ डाटा टर्मिनल एक्विपमेंट] डाटा सर्किट टरमिनेटिंग; एक्विपमेंट(DTE - DCE) इंटरफ़ेस फॉर शॉर्ट मेसेज सर्विस...</ref><ref>[http://www.developershome.com/sms/ शॉर्ट मेसेज सर्विस/SMS Tutorial]</ref> |
||
'''''' |
'''''' |
||
10:42, 15 सितंबर 2014 का अवतरण
GSM (मोबाइल संचार के लिए ग्लोबल सिस्टम : मूलतः ग्रुप स्पेशल मोबाइल से)विश्व में मोबाइल फ़ोन के लिए सबसे लोकप्रिय मानक है। इसके प्रवर्तक GSM एसोसिएशन का अनुमान है कि दुनिया के 80% मोबाइल बाजार इस मानक का उपयोग करते है।[1] GSM का प्रयोग 212 से अधिक देशों और प्रदेशों में करीब 3 अरब से ज़्यादा लोगों द्वारा किया जाता है।[2][3] इसकी सर्वव्यापकता ने मोबाइल फ़ोन ऑपरेटरों के बीच अंतर्राष्ट्रीय रोमिंग को काफी सामान्य बना दिया है, जिससे उपभोक्ता अपने मोबाइल को विश्व के कई हिस्सों में उपयोग करने में सक्षम हो जाते है। GSM अपने पूर्ववर्तियों से इस आशय में भिन्न है कि इसमें संकेत और संवाद चैनल डिजिटल हैं और इसलिए इसे दूसरी पीढ़ी (2G) का मोबाइल फ़ोन प्रणाली माना जाता है।इससे यह भी तात्पर्य निकलता है कि इस प्रणाली में डाटा संचार का निर्माण आसान है।
GSM मानक की सर्वव्यापकता उपभोक्ताओं (जो रोमिंग और बिना अपना फ़ोन बदले वाहक बदलने की सुविधा से लाभान्वित होते हैं) और नेटवर्क ऑपरेटरों (जो GSM अमल में लाने वाले विभिन्न विक्रेताओं से उपकरण चुन सकते हैं[4]) दोनों के लिए फ़ायदेमंद है। GSM ने एक कम लागत वाले (नेटवर्क वाहक के लिए)वाइस कॉल के विकल्प का लघु संदेश सेवा (SMS जिसे "टेक्स्ट मेसेजिंग" भी कहते है) प्रवर्तन किया है, जो अब अन्य मोबाइल मानकों पर भी समर्थित है।एक और लाभ यह है कि इस मानक में एक विश्वव्यापी आपातकालीन टेलीफोन नंबर, 112 शामिल है।[5] इससे अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को काफ़ी सुविधा हो जाती है, जो स्थानीय आपातकालीन नंबर जाने बिना भी आपातकालीन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
मानक के नए संस्करण, मूल GSM फ़ोन से पार्श्वगामी संगतता बनाए हुए हैं। उदाहरण के लिए, मानक के रिलीज'97 में जनरल पैकेट रेडियो सर्विस (GPRS) के माध्यम से पैकेट डाटा क्षमताओं को जोड़ा गया। रिलीज'99 ने GSM के विकास हेतु वर्धित डाटा दर (EDGE) के उपयोग द्वारा तीव्र गति से आंकडों के प्रसारण को उपलब्ध कराया.
इतिहास
1982 में, यूरोपीय डाक और दूरसंचार प्रशासनिक सम्मेलन (CEPT) में एक ग्रूप स्पेशल मोबाइल (GSM) स्थापित किया गया, ताकि मोबाइल टेलीफोन प्रणाली के लिए एक ऐसा मानक विकसित कर सकें, जिसका उपयोग सारे यूरोप में संभव हो.[6] 1987 में, पूरे यूरोप में एक सर्वनिष्ठ सेल्युलर टेलीफ़ोन प्रणाली विकसित करने के लिए 13 देशों ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.[7][8]. अंततः तोर्लीव मसंग के नेतृत्व में SINTEF द्वारा निर्मित प्रणाली को चुना गया।[9]
1989 में, GSM की जिम्मेदारी यूरोपीय दूरसंचार मानक संस्थान (ETSI) को सौंपी गई और GSM विनिर्देशों की प्रथम प्रावस्था का प्रकाशन 1990 में किया गया। 1991 में पहले GSM नेटवर्क की शुरूआत, एरिक्सन के साथ संयुक्त तकनीकी आधार-तंत्र के रख-रखाव सहित रेडियोलिंजा ने फिनलैंड में की.[10] 1993 ?? ??? ??, 48 ????? ??? 70 ?????? ?????? ??????? GSM ???? ??????? ?? ???????? ????? ?? ??? ?? ???? ???????? ?????? ?? ??? ??.[11]
तकनीकी विवरण
सेल्युलर रेडियो नेटवर्क
GSM एक सेल्युलर नेटवर्क है, जिसका मतलब है मोबाइल फ़ोन अपने नज़दीकी सेल को खोजते हुए इससे जुड़ते है।
GSM नेटवर्क में सेल के पांच अलग-अलग आकार है- स्थूल, सूक्ष्म, पिको, फेमटो और अम्ब्रेला सेल. प्रत्येक सेल का विस्तार-क्षेत्र कार्यान्वयन परिवेश के अनुसार भिन्न होता है। स्थूल सेल ऐसे सेल माने जा सकते हैं, जहां बेस स्टेशन एंटीना एक खंभे अथवा ऐसी इमारत पर स्थापित किया जाता है, जिसकी ऊँचाई औसत छतों से ऊंची हो.सूक्ष्म सेल वे हैं जिनके एंटीना की ऊंचाई, औसत छत की ऊंचाई से कम होती है; आम तौर पर इनका उपयोग शहरी क्षेत्रों में किया जाता है। पिको सेल ऐसे छोटे सेल हैं जिनका विस्तार-व्यास कुछ दर्जन मीटर ही होता है; इनका उपयोग मुख्य रूप से भवन के अंदर किया जाता है। फेमटो सेल वे सेल हैं जिनकी परिकल्पना, आवासीय या छोटे व्यावसायिक परिवेश में उपयोग और एक ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से सेवा-प्रदाता के नेटवर्क से जुड़ने के लिए की गई है। अम्ब्रेला सेल का उपयोग, छोटे सेल के छाया-क्षेत्रों को ढकने और उन सेलों के बीच की ख़ाली जगह को भरने के लिए होता है।
सेल का क्षैतिज अर्द्ध व्यास एंटीना की ऊंचाई, एंटीना लब्धि और संचरण परिवेश के आधार पर सैकडों मीटर से लेकर कई किलोमीटर तक अलग-अलग होता है। व्यावहारिक तौर पर GSM विनिर्देश द्वारा समर्थित सबसे अधिक दूरी है 35 किलोमीटर (22 मील) एक विस्तृत सेल की अवधारणा के कई कार्यान्वयन हैं,[12] जहाँ सेल का अर्द्ध व्यास एंटीना प्रणाली, भू-भाग के प्रकार और अग्रिम समय के आधार पर दुगुना या उससे भी ज़्यादा हो सकता है।
भवन के अंदर व्याप्ति भी GSM द्वारा समर्थित है और एक अंतर्द्वार पिकोसेल बेस स्टेशन के प्रयोग से अथवा ऊर्जा भंजक द्वारा आपूरित आंतरिक एंटीना सहित अंतर्द्वार पुनरावर्तक के ज़रिए इसे हासिल किया जा सकता है, ताकि बाहरी एंटिना से रेडियो संकेत भवन के अंदर अलग से संवितरित एंटीना प्रणाली तक पहुंचाय जा सकें. ये आम तौर पर तब विस्तृत किए जाते हैं, जब घर के अंदर अत्यधिक कॉल क्षमता की ज़रूरत हो; उदाहरणार्थ बड़ी दुकानों या हवाई अड्डों पर.तथापि, यह पूर्वापेक्षा नहीं है, क्योंकि किसी नज़दीकी सेल के रेडियो संकेतों का भवन के भीतर प्रवेश के ज़रिए आंतरिक व्याप्ति उपलब्ध कराई जाती है।
जीएसएम में प्रयुक्त अधिमिश्रण गौसियन न्यूनतम-अंतरण संयोजन (GMSK) है, जो एक प्रकार का सतत-चरण फ़्रीक्वेन्सी अंतरण संयोजन है।GMSK में वाहक पर अधिमिश्रित किए जाने वाले संकेत को फ़्रीक्वेन्सी अधिमिश्रक पर आपूर्ति से पहले गौसियन लो-पास फिल्टर से मधुर बनाया जाता है, जो पड़ोसी वाहिकाओं के हस्तक्षेप (निकटवर्ती वाहिकाओं का हस्तक्षेप) की आशंका को काफ़ी कम करते हैं।
श्रव्य उपकरणों के साथ हस्तक्षेप
कुछ श्रव्य उपकरण रेडियो फ़्रीक्वेन्सी हस्तक्षेप (RFI) के प्रति संवेदनशील होते हैं, जिसे इन श्रव्य उपकरणों के अतिरिक्त परिरक्षण या बाइ-पास संधारित्र के प्रयोग से काफ़ी कम किया जा सकता है। तथापि, ऐसा करने में होने वाली भारी लागत, किसी भी डिज़ाइनर के लिए इसके औचित्य को सिद्ध करना मुश्किल कर देती है।[13]
PA, तार रहित माइक्रोफोन, घरेलू म्यूज़िक सिस्टम, टेलीविजन, कंप्यूटर, बेतार फ़ोन और व्यक्तिगत संगीत उपकरणों से डिट, डिट-डिट, डिट डिट-डिट, की ध्वनि निकालने के लिए नज़दीकी GSM हैंडसेट द्वारा प्रेरित किया जाना एक आम घटना है।जब ये ऑडियो उपकरण GSM हैंडसेट के निकट क्षेत्र में रहते हैं, तो रेडियो संकेत इतने मज़बूत होते हैं कि ठोस प्रवर्द्धक श्रव्य श्रृंखला में एक संसूचक का कार्य करते है।क्लिक् की ध्वनि ही शक्ति-विस्फोट की द्योतक है, जो TDMA सिग्नल की संवाहक है। ये संकेत कार के स्टीरियो या पोर्टेबल ऑडियो प्लेयर जैसे अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से हस्तक्षेप के लिए जाने जाते हैं। यह हैंडसेट के डिज़ाइन और इसका US निकाय FCC द्वारा बनाए गए कड़े नियम और विनियमों द्वारा भाग 15 में इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के साथ हस्तक्षेप के नियम और विनियमों के अनुरूप होने पर भी निर्भर करता है।
जीएसएम फ़्रीक्वेन्सी
GSM नेटवर्क कई विभिन्न फ़्रीक्वेन्सी विस्तार सीमाओं में कार्य करता है (2G के लिए GSM फ़्रीक्वेन्सी विस्तार-सीमा और 3G के लिए UMTS फ़्रीक्वेन्सी बैंड में विभक्त है). अधिकांश 2G GSM नेटवर्क 900 MHz या 1800 MHz बैंड पर कार्य करते हैं। कुछ अमरीकी देश (कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित) 850 MHz और 1900 MHz का प्रयोग करते हैं, क्योंकि 900 और 1800 MHz फ़्रीक्वेन्सी बैंड पहले ही आबंटित किए गए थे। यूरोप में ज़्यादातर 3G GSM नेटवर्क 2100 MHz फ़्रीक्वेन्सी बैंड में कार्य करते हैं।
कुछ देशों में दुर्लभ 400 और 450 MHz फ़्रीक्वेन्सी बैंड निर्दिष्ट किए गए हैं, जहां इन फ़्रीक्वेन्सियों का उपयोग पहली पीढ़ी की प्रणालियों के लिए हो रहा था।
GSM-900, मोबाइल स्टेशन से बेस स्टेशन जानकारी भेजने के लिए (अपलिंक) 890–915 MHz का उपयोग करता है और अन्य दिशा (डाउनलिंक) के लिए 935–960 MHz का उपयोग करता है, जो 200 kHz के अंतराल पर 125 RF चैनल (चैनल संख्या 0 से 124 तक) उपलब्ध कराता है। 45 MHz का डूप्लेक्स अंतराल प्रयुक्त होता है।
कुछ देशों में GSM-900 बैंड को अधिक फ़्रीक्वेन्सी क्षेत्र को आवृत करने के लिए विस्तृत किया गया है। यह मूल GSM-900 बैंड में 50 चैनल (चैनल संख्या 975 से 1023) जोड़ते हुए 'विस्तृत GSM', E-GSM, 880–915 MHz (अपलिंक) तथा 925–960 MHz (डाउनलिंक) का उपयोग करता है। समय विभाजन बहुसंकेतन का प्रयोग प्रति रेडियो फ़्रीक्वेन्सी चैनल, आठ पूर्ण-दर या सोलह अर्द्ध-दर वाक् चैनल को अनुमत करने के लिए होता है। TDMA फ़्रेम में आठ रेडियो समयावधि (आठ विस्फोट अवधियों के) समाहित हैं। अर्द्ध दर वाले चैनल एक ही समयावधि में वैकल्पिक फ़्रेम का उपयोग करते हैं। सभी 8 चैनलों के लिए चैनल डाटा दर 270.833 kbit/s और फ़्रेम अवधि 4,615 ms हैं।
इस हैंडसेट की प्रसारण शक्ति GSM850/900 में अधिकतम 2 वाट और GSM1800/1900 में 1 वाट है।
ध्वनि कोडेक
GSM ने 5.6 तथा 13 kbit/s के बीच ध्वनि को संकुचित करने के लिए कई प्रकार के ध्वनि कोडेक का इस्तेमाल किया है। मूलतः दो कोडेक, यथा अर्द्ध दर (5.6 kbit/s) और पूर्ण दर (13 kbit/s) का प्रयोग हुआ है, जिनका नामकरण उन्हें आबंटित डाटा चैनल प्रकार के आधार पर हुआ है। इनमें एक ऐसी प्रणाली का प्रयोग हुआ है, जो रेखीय पूर्वकथनीय कोडिंग (LPC) पर आधारित होती है।बिटरेट के प्रति प्रभावी होने के अलावा इन कोडेकों ने ध्वनि के अधिक महत्वपूर्ण हिस्सों को पहचानना काफ़ी आसान कर दिया है, जिससे वायु अंतराफलक परत के लिए इन संकेतों को रक्षित करना और प्राथमिकता देना आसान हो गया है।
GSM को 1997[14] में पूर्ण दर चैनल का उपयोग करने वाले वर्धित पूर्ण दर (EFR) कोडेक, एक 12.2 kbit/s कोडेक, में विकसित किया गया। अंत में, UMTS के विकास के साथ EFR एक अस्थिर-दर कोडेक के रूप में पुनर्संशोधित किया गया, जिसे AMR-Narrowband कहते हैं और जो पूर्ण दर चैनलों पर प्रयोग करने पर उच्च गुणवत्ता वाला व हस्तक्षेप के प्रति मजबूत है और साथ ही, जब यह अच्छे रेडियो दशाओँ में अर्द्ध-दर चैनल पर प्रयुक्त होता है, तो यह कम मजबूत मगर अपेक्षाकृत उच्च गुणवत्ता वाला होता है।
नेटवर्क संरचना
GSM के पीछे का नेटवर्क जो ग्राहक को दिखता है, वह विशाल और जटिल है, ताकि आवश्यक सभी सेवाएं प्रदान की जा सकें. यह विभिन्न वर्गों में विभाजित है और इनकी व्याख्या अलग लेखों में की गई है।
- बेस स्टेशन उपतंत्र (बेस स्टेशन और उनके नियंत्रक)
- नेटवर्क और अंतरण उपतंत्र (नेटवर्क का वह हिस्सा जो स्थिर नेटवर्क जैसा ही है). कभी-कभी यह सिर्फ़ कोर नेटवर्क भी कहलाता है।
- GPRS कोर नेटवर्क (वैकल्पिक हिस्सा, जो पैकेट आधारित इंटरनेट कनेक्शन अनुमत करता है).
- इस प्रणाली में सभी तत्त्व वॉयस कॉल और SMSजैसी GSM सेवाओं के निर्माण में संगठित हो जाते हैं।
सबस्क्राइबर आयडेंटिटी मॉड्यूल (SIM)
GSM की प्रमुख विशेषताओं में से एक है सब्स्क्राइबर आईडेनटिटी मॉड्यूल, जिसे आम तौर पर SIM कार्ड के नाम से जाना जाता है। SIM एक अलग किया जा सकने वाला स्मार्ट कार्ड है, जिसमें उपयोगकर्ता की सदस्यता-जानकारी और फ़ोन बुक होता है। यह उपयोगकर्ता के हैंडसेट बदलने के बाद भी उसकी जानकारी संजोने देता है। वैकल्पिक रूप से, उपयोगकर्ता ऑपरेटर बदलने के लिए बिना अपना हैंडसेट बदले, केवल SIM बदल कर ऐसा कर सकता है। कुछ ऑपरेटर एक फ़ोन में एक ही SIM अथवा सिर्फ़ उन्हीं के द्वारा दिए गए SIM की अनुमति देकर इस क्रिया को बाधित कर देते हैं; इस अभ्यास को SIM लॉकिंग कहते हैं और कुछ देशों में यह ग़ैर-क़ानूनी है।
ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका और यूरोप में कई ऑपरेटर उन मोबाइल को लॉक कर देते हैं, जिन्हें वे बेचते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है कि मोबाइल फ़ोन की क़ीमतों पर आम तौर पर सदस्यता के समय से रियायत दी जाती है और ऑपरेटर अपने प्रतियोगियों के मोबाइल पर किसी प्रकार की रियायत को टालना चाहते हैं। एक ग्राहक आम तौर पर कुछ शुल्क देकर इस बाधा को दूर करने के लिए प्रदाता से संपर्क कर सकता है, या फिर वह निजी सेवाओं के ज़रिये ब्लॉक को खोल सकता है, या इंटरनेट पर उपलब्ध तमाम सॉफ्टवेयर और वेब-साइट का उपयोग करके भी वह अपने हैण्डसेट का ब्लॉक खोल सकता है। हालांकि अधिकांश वेब-साइट ब्लॉक हटाने के एवज में कुछ शुल्क मांगते हैं, मगर कुछ लोग निःशुल्क ऐसा करते हैं। यह लॉकिंग हैंडसेट पर लागू होता है, जो उसके अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान(IMEI) संख्या से जाना जाता है, ना कि खाते पर (जो कि SIM कार्ड द्वारा जाना जाता है)
बंगलादेश, बेल्जियम, कोस्टा रिका, इंडोनेशिया, मलेशिया, हांगकांग और पाकिस्तान जैसे कुछ देशों में सभी फ़ोन बिना लॉक किए ही बिकते हैं। तथापि, बेल्जियम में ऑपरेटरों द्वारा फ़ोन की क़ीमत पर किसी प्रकार की सब्सिडी देना ग़ैर-क़ानूनी है। यह स्थिति फिनलैंड में भी 1 अप्रैल, 2006 तक थी, जिसके बाद सब्सिडी वाले हैंडसेट और खाते बेचना क़ानूनी हो गया, यद्यपि ऑपरेटरों को कुछ निश्चित समय के बाद (अधिकतम 24 महीने) फ़ोन को बिना किसी शुल्क के खोल देना पड़ता है।
जीएसएम सुरक्षा
GSM को मध्यम स्तर की सुरक्षा के साथ डिज़ाइन किया गया था। इस प्रणाली का अभिकल्पन, उपयोगकर्ता की पहचान एक पूर्व-साझा कुंजी और चुनौती-प्रतिक्रिया के प्रयोग से सुनिश्चित करने के लिए हुआ था।उपयोगकर्ता और बेस स्टेशन के बीच के संवाद को कूटबद्ध किया जा सकता है। UMTS का विकास एक वैकल्पिक USIM प्रवर्तित करता है, जो कि ज़्यादा सुरक्षा देने के लिए एक लंबी पहचान कुंजी का प्रयोग करती है,साथ ही साथ उपयोगकर्ता और नेटवर्क को परस्पर प्रमाणित करती है - जबकि GSM केवल उपयोगकर्ता को नेटवर्क के सामने प्रमाणित करता है (इसके विपरीत नहीं).सुरक्षा मॉडल इस वजह से गोपनीयता और प्रमाणीकरण तो प्रस्तावित करता है, मगर सीमित प्राधिकरण क्षमताएं और बिना अस्वीकरण के. सुरक्षा के लिए GSM कई कूटलेखी कलनविधि का उपयोग करता है।A5/1 और A5/2 स्ट्रीम बीजलेख का प्रयोग हवा के ऊपर आवाज की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए होता है। A5/1 का विकास पहले हुआ था और ये एक मजबूत बीजलेख है जिसका प्रयोग यूरोप और अमेरिका में होता है; A5/2 थोड़ा कमज़ोर है और इसका प्रयोग अन्य देशों में होता है। दोनों बीजलेख में गंभीर कमजोरियां पाई गई हैं: वास्तविक समय में A5/2 को केवल-बीजलेख हमले से तोडा जा सकता है और फरवरी 2008 में, Pico, Computing, Inc ने FPGA का लाभोन्मुख क्षमता और योजना को प्रकट किया, जिसके द्वारा A5/1 को रेनबो टेबल हमले से तोडा जा सकता है।[15] यह प्रणाली कई कलनविधि को समर्थन देती है, जिससे ऑपरेटर्स उस बीजलेख को किसी मजबूत संस्करण से बदल सकते हैं।
मानक जानकारी
GSM प्रणाली और सेवाओं का वर्णन ETSI द्वारा संचालित मानकों के एक सेट में किया गया है, जहां एक पूरी सूची बनाई गई है।[16]
उदाहरण विनिर्देश
- GSM 07.07 "AT GSM मोबाइल Equipment (ME)" प्रमुख AT निर्देशों का फ़ोन के GSM उपतंत्र के साथ श्रृंखलाबद्ध अंतराफलक के माध्यम से संवाद करने का वर्णन करता है।[17] और अधिक जानकारी के लिए, Hayes Command Set देखिए.
'
यह भी देखिए
विकिमीडिया कॉमन्स पर GSM Standard से सम्बन्धित मीडिया है। |
- OpenBTS
- बेतार इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और स्वास्थ्य
- मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर
- इंटरनेशनल मोबाइल सबस्क्राइबर आयडेंटिटी (IMSI)
- मोबाइल सब्स्क्राइबर ISDN संख्या (MSISDN)
- हैण्डऑफ
- आगंतुक स्थान रजिस्टर (VLR)
- Um इंटरफेस
- जीएसएम फ़्रीक्वेन्सी प्रभाव-क्षेत्र
- GSM-R (GSM-रेलवे)
- GSM सेवाएँ
- मानक
- RTP ऑडियो वीडियो प्रोफ़ाइल
संदर्भ
- ↑ "GSM World statistics". GSM Association. 2007. अभिगमन तिथि 2009-01-10.
- ↑ "About GSM Association". GSM Association. अभिगमन तिथि 2007-01-08.
- ↑ "Two Billion GSM Customers Worldwide". 3G Americas. June 13, 2006. अभिगमन तिथि 2007-01-08.
|date=
में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद) - ↑ "Texas Instruments Executive Meets with India Government Official to outline Benefits of Open Standards to drive mobile phone penetration". Texas Instruments. July 12, 2006. अभिगमन तिथि 2007-01-08.
|date=
में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद) - ↑ ऑस्ट्रेलियाई संचार और मीडिया प्राधिकरण (ACMA)
- ↑ "Brief History of GSM & GSMA". GSM World. अभिगमन तिथि 2007-01-08.
- ↑ "Happy 20th birthday, GSM". ZDNet. 2007-09-07. अभिगमन तिथि 2007-09-07.
- ↑ GSM Association (2007-09-06). Global Mobile Communications is 20 years old. प्रेस रिलीज़. http://www.gsmworld.com/news/press_2007/press07_48.shtml. अभिगमन तिथि: 2007-09-07.
- ↑ "Inventor of the GSM system". Gemini. अभिगमन तिथि 2008-10-31.
- ↑ "Nokia delivers first phase GPRS core network solution to Radiolinja, Finland". Nokia. January 24, 2000. अभिगमन तिथि 2006-01-08.
|date=
में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद) - ↑ "History and Timeline of GSM". Emory University. अभिगमन तिथि 2006-01-09.
- ↑ [24] ^ मोटोरोला डेमोंस्ट्रेट्स लांग रेंज GSM कैपबिलीटी -300% मोर कवरेज न्यू एक्स्टेंडेड सेल..
- ↑ "Managing Noise in Cell-Phone Handsets". Maxim Integrated Products. 2001-01-24. अभिगमन तिथि 2009-04-22.
- ↑ "GSM 06.51 version 4.0.1" (ZIP). ETSI. December 1997. अभिगमन तिथि 2007-09-05.
- ↑ http://blog.washingtonpost.com/securityfix/2008/02/research_may_spell_end_of_mobi.html
- ↑ दिस ETSI साइट
- ↑ TS 100 916 - V07.04.00 - डिजिटल सेलुलर टेलीकम्युनिकेशन सिस्टम (चरण 2 +); AT कमांड सेट फॉर GSM मोबाइल एक्विपमेंट (ME)(GSM 07.07 वरजन 7.4.0 रिलीस 1998)
- ↑ 3GPP स्पेसिफिकेशन: 27,007
- ↑ [35] ^ GTS 07/05 - वरज़न 5.5.0 - डिजिटल सेल्युलर टेलीकम्युनिकेशन्स सिस्टम (फेज़ 2 +); यूस ऑफ़ डाटा टर्मिनल एक्विपमेंट डाटा सर्किट टरमिनेटिंग; एक्विपमेंट(DTE - DCE) इंटरफ़ेस फॉर शॉर्ट मेसेज सर्विस...
- ↑ शॉर्ट मेसेज सर्विस/SMS Tutorial
- सिग्मंड एम. Redl, मथिअस के.Weber, माल्कोम W ओलीफेंट (मार्च 1995): "एक परिचय GSM के लिए", आर्टेक हाउस, ISBN 978-0-89006-785-7
- सिग्मंड एम. Redl, मथिअस के.Weber, माल्कोम W ओलीफेंट (मई 1998):"जीएसएम और निजी संचार हैंडबुक", आर्टेक हाउस, ISBN 978-0-89006-957-8
- फ्रीडहेम हिलेब्रेंड,ed. (2002): (2002): "GSM और UMTS, ग्लोबल मोबाइल संचार की रचना", जॉन विले एंड संस, आईऍसबीऍन 0470 84322 5
- मिशेल मौली, मैरी-बरनाडेट पौटेट (जून 1992): "GSM सिस्टम मोबाइल संचार के लिए",ISBN 0-945592-15-9.
बाह्य लिंक्स
- GSM एसोसिएशन - GSM ऑपरेटरों का प्रतिनिधित्व करने वाला समूह (आधिकारिक साइट)- सभी सदस्यों के लिए कवरेज के नक्शे शामिल हैं
- 3GPP - GSM के लिए मुक्त मानक उपलब्धता वाला वर्तमान मानकीकरण निकाय.
- स्पेक्ट्रम फ्रीक्वेन्सी चार्ट
- GSM प्रोवाईडर लिस्ट
- द हैकर्स चॉइस GSM सॉफ्टवेर प्रोजेक्ट
- GSM आर्किटेक्चर एंड वर्किंग
- GSM ट्युटोरीयल्स