"विकिपीडिया:चौपाल": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
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If this speed continues, membership numbers on hindi wiki will cross 1 Lakh by this Diwali. --<font color="orange">&#9741;</font>[[User Talk:Manojkhurana|'''<u><font color="green"> मनोज खुराना </font></u>''']] <sup>([[u:Manojkhurana| <font color="orange">सदस्यपृष्ठ</font>]]) </sup> 06:27, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)
If this speed continues, membership numbers on hindi wiki will cross 1 Lakh by this Diwali. --<font color="orange">&#9741;</font>[[User Talk:Manojkhurana|'''<u><font color="green"> मनोज खुराना </font></u>''']] <sup>([[u:Manojkhurana| <font color="orange">सदस्यपृष्ठ</font>]]) </sup> 06:27, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)
:: बहुत अच्छी जगह पर ध्यान है!-- <b>[[सदस्य:अनुनाद सिंह|<font color="blue">अनुनाद सिंह</font>]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:अनुनाद सिंह|<font color="green">वार्ता</font>]]</sup> 10:44, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)
:: बहुत अच्छी जगह पर ध्यान है!-- <b>[[सदस्य:अनुनाद सिंह|<font color="blue">अनुनाद सिंह</font>]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:अनुनाद सिंह|<font color="green">वार्ता</font>]]</sup> 10:44, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)
:::सदस्य बढ़ने के साथ-साथ हमें निर्वाचित लेख संख्या, निर्वाचित लेख सूची आदि विषयों पर भी ध्यान देना चाहिए जिससे ये संख्या और भी बढ़े। जो भी हो ये तो दोगुनी दीपावली हो गई।{{#if:|<span style="background-color:☆★;color:green;"></span>|<span style="color:green;">☆★</span>}}[[u:संजीव कुमार|<u><b>{{#if:|<span style="background-color:संजीव कुमार;color:Magenta;"></span>|<span style="color:Magenta;">संजीव कुमार</span>}}</b></u>]] ([[User talk:संजीव कुमार|{{#if:|<span style="background-color:✉✉;color:blue;"></span>|<span style="color:blue;">✉✉</span>}}]]) 19:49, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)

19:49, 31 अक्टूबर 2013 का अवतरण

यह एक मुक्त ज्ञानकोश है, जहाँ सभी को ज्ञानप्रसार का अधिकार है।

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    विकिपीडिया पर क्या चल रहा है


    इस परियोजना पृष्ठ का अंतिम संपादन संजीव कुमार (योगदानलॉग) द्वारा किया गया था।
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    इनपुट प्रणाली प्रश्न

    नमस्कार।

    मैं सदस्यों से विकिपीडिया की इनपुट प्रणाली के सम्बन्ध में प्रश्न पूछना चाहता हूँ। प्रश्न लिप्यंतरण इनपुट प्रणाली के सम्बन्ध में है। इस समय यह प्रणाली मेरी जानकारी अनुसार काफ़ी ठीक काम करती है। परन्तु मुझे एक जगह पर इसमें कमी नज़र आई है। संभव है कि इसमें सुधार की संभावना हो। अतः सदस्यों से अनुरोध है कि इसपर अपने विचार अवश्य दें ताकि इसमें जो भी बदलाव हो मतैक्य से हो और उपयुक्त हो।

    समस्या:

    इस समय लिप्यंतरण प्रणाली निम्न प्रकार से चलती है:

    • Input: bhi
    • Output: भि
    • Input: bh[SPACE][BACKSPACE]i
    • Output: भै

    यहाँ पर तात्पर्य ये है कि यदि कोई गलती से स्पेस दबा दे और बैकस्पेस दबाकर सही मात्रा लगाना चाहे, तो ये सीधे-सीधे नहीं किया जा सकता। सही मात्रा लगाने के लिए निम्न में से एक करना पड़ता है:

    • Input: bh[SPACE][BACKSPACE]~i
    • Output: भै

    अथवा पूरा वर्ण मिटाना पड़ता है और दोबारा टाइप करना पड़ता है।

    ये समस्या इसलिए है क्योंकि जब [SPACE][BACKSPACE] दबाया जाता है तो वर्ण के नीचे का हलंत गायब हो जाता है। अतः प्रणाली ये समझती है कि a दबाकर हलंत हटाया गया है और उसी प्रकार से आउटपुट देती है (bhai से भी भै ही बनता है)

    सदस्य कृपया विचार दें कि इसका ये बरताव ठीक है, या फिर इसमें सुधार/बदलाव किया जाना चाहिए। संभव हो तो कृपया ये भी सुझाएँ कि बरताव कैसा होना चाहिए। क्या बैकस्पेस दबाने पर हलंत पुनः आना चाहिए? या हलंत आए बिना मात्राएँ ऐसे लगनी चाहियें जैसे a ना दबाया गया हो? या कुछ और?

    मैंने ये समस्या गिटहब पर रिपोर्ट की है।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 10:40, 2 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    मेरे व्यक्तिगत विचार से तो यह समस्या ही नहीं है। चूँकि मैं तो कई बार "भै" लिखने के लिए 'a' दबाने की बजाय [SPACE][BACKSPACE] दबाता हूँ क्योंकि उनका प्रयोग करने की आदत अधिक हो गयी है। हाँ यदि अन्य सदस्य इस बदलाव के पक्ष में हैं तो भी मुझे कोई आपत्ति नहीं है और मैं अपने आप को उसके अनुरुप बदल लुँगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:42, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मैं हिन्दी विकिपिडिया की इनपुट प्रणाली को इस रूप में देखता हूँ कि यह केवल उन लोगों के लिए है जिनके पास देवनागरी लिखने के लिए अपना कोई निजी (customised या personalised) टूल नहीं है। जो लोग प्रायः देवनागरी लिखने का कार्य करते रहते हों, उन्हें अपना निजीकृत औजार बना लेना चाहिए। आजकल देवनागरी के लिए दस से भी अधिक आईएमई हैं, किसी भी वेबपेज-टेक्स्ट ब्क्से में लिख सकने वाले ब्राउजर-ऐड-आन हैं, तथा अन्य आनलाइन/आफलाइन टूल हैं। इनमें इनपुट के तरह-तरह के विकल्प हैं, उनको निजीकृत करने की सुविधा भी है।
    जहाँ तक हिन्दी विकि के इनपुट प्रणाली की बात है, मैं इसका प्रयोग नहीं करता। किन्तु फिर भी सुझाव देना चाहूँगा। चूँकि यह सबके लिए एक सर्वनिष्ट औजार है अतः इसमें व्यक्तिगत पसन्द/नापसन्द का ध्यान देने के बजाय 'सर्वाधिक उपयुक्त' का ध्यान रखा जाना चाहिए। सिद्धार्थ जी ने ऊपर जो समस्या गिनाई है वह लगभग सभी औजारों में आती है जिनमें एक वर्ण या मात्रा (अर्थात् यूनिकोड) के लिए एक से अधिक कुंजियाँ दबाने की आवश्यकता होती है।-- अनुनाद सिंहवार्ता 10:27, 23 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    वैसे तो यह प्रणाली ठीक काम करती है, मुझे कोई समस्या नहीं आई कभी। हाँ, यदि आप सभी बदलाव के पक्ष में हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं।

    --माला चौबेवार्ता 10:17, 23 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    अनुनाद जी की तरह मैं भी इस प्रणाली का इस्तेमाल नहीं करता हूँ। मैं इसके स्थान पर गूगल इनपुट टूल्स का इस्तेमाल करता हूँ। इसलिए मैं इस बारे में केवल इतना कह सकता हूँ कि यदि इसमें कोई समस्या है तो उसे दूर किया जाय।--प्रतीक मालवीयवार्ता 10:40, 23 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    सिद्धार्थ जी ने महत्वपूर्ण समस्या उठाई है। मुझे लगता है कि प्रणाली और सरल होना चाहिये। मुज़म्मिल (वार्ता) 11:48, 23 अक्टूबर 2013 (UTC).[उत्तर दें]
    मैं पहले (इसी वर्ष मई माह तक) मेरे कंप्यूटर में लिनक्स के किसी सॉफ्टवेयर को हिन्दी लिखने के लिए काम में लेता था लेकिन जब से नारायम को काम में लेने लगा हूँ तब से इसकी आदत सी पड़ गई है। यहाँ तक कि जब मेरा कोई व्यक्तिगत कार्य हिन्दी में करना होता है तो भी विकि-सम्पादक में ही करता हूँ। चूँकि आपात स्थितियों (जैसे: इण्टरनेट न हो आदि) में मेरे अन्य विकल्पों को बिना किसी समस्या के काम में ले सकता हूँ अतः यदि सभी बदलाव के पक्ष में हैं तो मुझे कोई आपति नहीं है लेकिन यदि व्यक्तिगत आधार पर कहुं तो वर्तमान पद्धति अच्छी है। इसमें लाघव चिह्न (॰) एवं रुपया का चिह्न (₹) को और समाविष्ट किया जा सके तो सोने पे सुहागा होगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:50, 23 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    कुंजी को सरलीकृत बनाने के लिए मैंने लाघव चिह्न के लिए संजीव जी और सिद्धार्थ जी से सहायता माँगी थी। उस समय जो सुझाव मिले थे उनके अनुसार एमएस वर्ड में तो समस्या सुलझ गयी किन्तु विकि संपादन में अभी भी वर्तनी सुविधाएँ ही उपयोग में लानी पड़ती है। सिद्धार्थ जी ने जो क्रम बताया है वह एक तरह से सुविधा भी है और नहीं भीं। ऐसे की सीक्वेंस में ध्यान यह रहना चाहिए कि जो ऑउटपुट मिल रहा है उससे प्रचलित वर्तनी में सहायता मिल रही है या नहीं। जैसे- भि का भै होना अधिक सुविधाजनक नहीं है बजाय भी के। एमएस वर्ड में मंगल की सहायता से भी को भि या ठीक उल्टा करने के लिए केवल संबंधित मात्रा का की सीक्वेंस दबाना पड़ता है। कुछ भी मिटाने की आवश्यकता नहीं होती। मैं विकि संपादन में ठीक उसी कुंजी क्रम का प्रयोग करता हूँ जैसा कि वर्ड में किन्तु कुछ जगहों पर समस्या आती है। मात्राएँ हटा कर ही बदलनी पड़ती हैं। ये चीजें थोड़ी और सरलीकृत हो सकें तो बेहतर होगा। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 14:01, 23 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मैने कभी इनपुट प्रणाली का इस्तेमाल नहीं किया इसलिए इस समस्या के बारे में मुझे पता भी नहीं। परन्तु सदस्यों की सुगमता के लिए जो भी उपयुक्त बदलाव किए जा सकते हैं उनका समर्थन करता हूँ।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 06:18, 24 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    भाषित लेख

    आज मैं एक विकिपरियोजना भाषित लेख को देख रहा था। मेरा प्रश्न यह है कि क्या कोई भी व्यक्ति किसी भी पृष्ठ को किसी भी प्रारूप (Format) में रिकॉर्ड करके विकिपीडिया पर लगा सकता है? क्या निर्वाचित लेख ही रिकॉर्ड किये जायें?

    • मेरा विचार यह है कि केवल निर्वाचित लेख को और केवल वह व्यक्ति ही रिकॉर्ड करे जिसकी भाषा समझ में आने लायक हो एवं उस विषय का ज्ञान भी रखता हो। निर्चाचित लेख इसलिए क्योंकि अन्य लेखों में बहुत बड़े सुधारों की आवश्यकता होती है और उन्हें रिकॉर्ड करने का कोई औचित्य नहीं है। भाषा समझ में आने से मेरा तात्पर्य यह है कि उस ध्वनि में कहीं भी कोई बाहरी स्रोत से आने वाली ध्वनियाँ नहीं हों जिससे स्रोता को समझने में आसानी रहे और वाचक की आवाज यदि साफ नहीं है तो उसे रिकॉर्ड करने का कोई औचित्य नहीं रह जाता। विषय का ज्ञान होना इसलिए आवश्यक है क्यों कि ज्ञान के अभाव में वाचक वह लहजा नहीं ले पाता जिसकी जरूरत होती है।

    मैंने यह अनुभव किसी वोटिंग के लिए नहीं बनाया बल्कि जानकारी प्राप्त करने के लिए बनाया है अतः कम से कम प्रबंधकों से तो यह आशा करता हूँ कि वो मुझे इस सन्दर्भ में जानकारी मुहैया करवायेंगे।☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:33, 2 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    नमस्कार संजीव जी। कोई भी व्यक्ति किसी भी लेख को रिकॉर्ड कर सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सामान्यतः ये फ़ाइलें विकिमीडिया कॉमन्स पर अपलोड की जाती हैं, और वहाँ इस प्रकार का कोई नियम नहीं है। यहाँ विकिपीडिया पर भी लेख की रिकॉर्डिंग अपलोड करने के सम्बन्ध में कोई नियम नहीं है। इसमें हमें ये याद रखना चाहिए कि विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है जहाँ कोई भी योगदान दे सकता है। यदि हम सीमा बाँधना शुरू करें कि कौन किस प्रकार का योगदान दे सकता है तो हम विकिपीडिया के मूल के विरुद्ध जा रहे होंगे। विकिपीडिया से पहले ज्ञानकोष विशेषज्ञों द्वारा बनाए जाते थे, और उनमें और विकिपीडिया में यही सबसे बड़ा मूल अंतर है कि विकिपीडिया पर कोई भी योगदान दे सकता है।
    मेरे विचार से हमें रिकॉर्डिंग अपलोड करने से तो सदस्यों को नहीं रोकना चाहिए, हाँ यदि रिकॉर्डिंग सही अथवा उपयुक्त ना लगे तो लेख से उसे हटाने पर कोई पाबंदी नहीं है। रिकॉर्डिंग के अनुपयुक्त होने पर सभी सदस्य मुक्त हैं कि उसे लेख से हटाएँ और अपलोडकर्ता को कमी के बारे में बताएँ या स्वयं उसे ठीक करें। यदि किसी विशेष व्यक्ति द्वारा अपलोड की गयी रिकॉर्डिंग में समस्या है तो उस पर विशिष्ट रूप से चर्चा की जा सकती है। परन्तु इस सम्बन्ध में नियम की कोई आवश्यकता नहीं।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 00:04, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    धन्यवाद सिद्धार्थ जी। फिर मैं किसी पृष्ठ की रिकॉर्डिंग करके उस पर आपसे चर्चा करुँगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:31, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    माचू पिच्चू

    किसी महानुभाव ने "माचू पिच्चू" नामक पृष्ठ के साथ छेडखानी की है। प्रशासक, प्रबंधक पृष्ठ का पुराना अवतरण बहाल करें।Dinesh smita (वार्ता) 02:35, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    दिनेश जी, यह परिवर्तन Jencymaria द्वारा किये गये १४ नवम्बर २००९ के परिवर्तन का परिणाम है। यदि आपको कोई ऐतराज न हो तो मैं इसे ठीक कर दूँ?☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:53, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    बिल्कुल, कृपया अविलंब इसे सही करें। धन्यवाद।Dinesh smita (वार्ता) 06:17, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    दिनेश जी, यह ठीक कर दिया है। यदि कहीं और भी इस तरह की समस्या हो तो बतायें। मैं ठीक करने की कोशिश करुंगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:41, 4 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    दसवीं वर्षगांठ का पन्ना

    2008 मे हमने पांचवी वर्षगांठ पर आगंतुकों के स्वागत मे एक वर्षगांठ मनाता पृष्ठ बनाया था। जिसे हम सब ने मुखपृष्ठ बैनर पे आगंतुकों के लिये लगया था। इस वर्ष मुझे ऐसा कोई पृष्ठ दिखा नहीं। और फिर दसवी वर्षगांठ बार बार तो आती नही। तो मैने इस वर्षगांठ के लिए यह, विकिपीडिया:हिन्दी विकिपीडिया के दस वर्ष पूर्ण, पृष्ठ बनाया है। इसपर आप सबके विचार आमंत्रित हैं। व मेरा गत प्रबंधकों से इस पृष्ठ की कड़ी को मुख पृष्ठ के "हिन्दी विकिपीडिया, मुक्त ज्ञानकोष जिसका कोई भी संपादन कर सकता है, 2013 में अपनी दसवीं वर्षगाँठ मना रहा है।" बैनर पे लगाने का आग्रह है। धन्यवाद।--सुमित सिन्हावार्ता 11:01, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    सुमित जी, आपने वास्तव में सुन्दर कार्य किया है। आज मैं सुबह से देख रहा हूँ और सोच रहा हूँ काश आप जुलाई में सक्रिय होते और उस समय ही यह कार्य सम्पन्न कर देते। जो भी हो देर सही पर एक सुन्दर कार्य किया है आपने जिसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। कुछ त्रुटियाँ और सुधार देंगे तो और भी अच्छा होगा जैसे "वा इसने"-> "व इसने"; "पठें" -> "पढ़ें" आदि।☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:47, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    धन्यवाद संजीव जी, देर से सही हुआ तो सही। --सुमित सिन्हावार्ता 12:41, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी, उपरोक्त सुधार निष्पादित कर दिए गए हैं, कृपया जांच लें और कुछ और कमी हो तो बताएं। वैसे मेरे विचार में अंको में भी एकरसता होनी चाहिए। वहां फार्मूले लगे थे अतः मैनें छेड़ना ठीक नहीं समझा। --मनोज खुराना (वार्ता) 12:18, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    धन्यवाद मनोज जी, मैं अंको को एक सा कर देता हूँ।--सुमित सिन्हावार्ता 12:41, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    सुमित जी,
    आपका यह कार्य नि:संदेह प्रशंसनीय है।
    Mala chaubey (वार्ता) 12:00, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    धन्यवाद माला जी--सुमित सिन्हावार्ता 12:41, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    सुमित जी, इस कार्य के लिए आप बधाई के पात्र हैं। वापसी पर भी आपका हार्दिक स्वागत है। --मनोज खुराना (वार्ता) 12:18, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    शुक्रिया मनोज जी--सुमित सिन्हावार्ता 12:41, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    सुमित जी, पृष्ठ बहुत अच्छा है। इसमें यदि निर्वाचित सूची भी जोड़ दी जाती तो बहुत अच्छा होता। साथ ही निर्वाचित लेख और सूची की श्रेणियों की कड़ियाँ और निर्वाचित चित्रों के पुरालेख की कड़ियाँ होतीं तो और भी अच्छा होता।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 15:14, 9 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    घई जी, हमने (हिन्दी विकि ने) आज तक दो ही सूचियाँ निर्वाचित की हैं, राय बने तो लगा दूँ। पृष्ठ मे मैने निर्वाचित चित्र के पूरा लेख कि कड़ी लगा रखी है और निर्वाचित लेख मैने सारे जोड़ दिए है। --सुमित सिन्हावार्ता 06:30, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    सुमित जी, आपके इस सुंदर कार्य के लिए धन्यवाद। मैं थोड़ा व्यस्त था इसलिए जल्दी उत्तर नहीं दे पाया इसके लिए क्षमा करें। मैं कुछ सुधार प्रस्तावित कर रहा हूँ कृपया उन पर गौर करें:
    1. "देखें हमारी 10 वर्षों की निर्वाचित तस्वीरें", इसका निष्कर्ष यह बनता है कि दस वर्षों में हमारे यहाँ केवल इतने ही निर्वाचित चित्र बने, जबकि ऐसा नहीं है। इसे "कुछ चयनित निर्वाचित" कर देना चाहिए, मेरा कहना का तात्पर्य है कि ऐसा कुछ लिखें जिससे यह ना लगे कि हमने दस वर्ष में इतने ही निर्वाचित चित्र बनाए।
    2. मुखपृष्ठ पर "निर्वाचित चित्र" अनुभाग है, "निर्वाचित तस्वीर" ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह निर्वाचित चित्र से भिन्न है।
    3. निर्वाचित लेख किस आधार पर लगाए गए हैं मुझे स्पष्ट नहीं हो रहा क्योंकि सूची पूरी तो कम से कम नहीं है।
    4. वर्तमान चित्रों या तस्वीरों में "अजंता गुफाएँ" और "केरल" कैप्शन भ्रमित कर रहे हैं क्योंकि ना तो यह चित्रकला कोई गुफ़ा है और ना ही समुन्द्र तट पर रखी नाव केरल। ऐसा कुछ लिख सकते हैं: "अजंता गुफाओं की चित्रकला" व "केरल का समुद्र तट"।
    आप इन सुझावों पर अपनी प्रतिक्रिया दें उसके पश्चात मैं साइट बैनर में इस पृष्ठ की कड़ी दे दूँगा और मुखपृष्ठ के लिए पहले एक स्वागत बैनर बनाना पड़ेगा।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 07:22, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    बिल जी मैने आप द्वारा कहे बदलाव कर दिए हैं
    1. पूर्ण
    2. पूर्ण
    3. मुझे पूरालेख मे इतने ही मिले.. और कौन से हैं जानकारी मिले तो मै लगा दूंगा
    4. पूर्ण
    आगे के लिए दिशा दें--सुमित सिन्हावार्ता 18:37, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    शुभमसुमित जी, श्रेणी:निर्वाचित लेख में जितने भी लेख हैं उन्हें शामिल कर लीजिए।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 17:09, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    "शुभम जी"? :) .. खैर लिंक लगा दिए--सुमित सिन्हावार्ता 17:58, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    क्षमा करें सुमित जी, शुभम जी का संदेश पहले पढ़ा परन्तु टिप्पणी यहाँ करी उस बीच ही गलती से उनका नाम यहाँ लिख दिया। मुझे हँसी आ रही है। मैं बैनर में कड़ी दे देता हूँ, अगर आप ऐसा ही सुंदर स्वागत बैनर मुखपृष्ठ के लिए बना दें तो सोने पर सुहागा हो जाएगा।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 18:30, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    जो बैनर लगा हुआ है उसके अतिरिक्त?--सुमित सिन्हावार्ता 03:55, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    सभी माननीय सदस्यों से निवेदन है कि उक्त पृष्ठ को कृपया अपनी ध्यानसूची में स्थान दें और यथासंभव योगदान करें। सामूहिक योगदान के बिना इस पृष्ठ का पूर्ण होना संभव नहीं है। --मनोज खुराना (वार्ता) 12:55, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    Move request

    Please move the nav. box साँचा:प्राचीन विश्व के सात आश्चर्य to साँचा:प्राचीन दुनिया के सात अजूबे, and change the title to प्राचीन दुनिया के सात अजूबे. Thanks--मृत्युञ्जय कर (वार्ता) 16:28, 3 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    अगर किसी को इस स्थानान्तरण से कोई समस्या नहीं है तो मैं इसे कल तक कर दूँगा।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 04:29, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    Notifications inform you of new activity that affects you -- and let you take quick action.

    (This message is in English, please translate as needed)

    Greetings!

    Notifications will inform users about new activity that affects them on this wiki in a unified way: for example, this new tool will let you know when you have new talk page messages, edit reverts, mentions or links -- and is designed to augment (rather than replace) the watchlist. The Wikimedia Foundation's editor engagement team developed this tool (code-named 'Echo') earlier this year, to help users contribute more productively to MediaWiki projects.

    We're now getting ready to bring Notifications to almost all other Wikimedia sites, and are aiming for a 22 October deployment, as outlined in this release plan. It is important that notifications is translated for all of the languages we serve.

    There are three major points of translation needed to be either done or checked:

    Please let us know if you have any questions, suggestions or comments about this new tool. For more information, visit this project hub and this help page. Keegan (WMF) (talk) 18:38, 4 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    (via the Global message delivery system) (wrong page? You can fix it.)

    ज्ञानकोश

    प्रबंधकगण कृपया ध्यान दें। हिंदी विकि के मुखपृष्ठ, लोगो तथा अन्य संबद्ध पाठों में ज्ञानकोष के स्थान पर ज्ञानकोश का प्रयोग होना चाहिए। कोष अर्थसंपदा (treasure) को इंगित करता है जबकि कोश शब्दसंपदा को। संस्कृत विकि का मुखपृष्ठ देखें। धन्यवाद। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 05:14, 5 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    राजभाषा विभाग का आधिकारिक शब्दकोश भी आपसे सहमत है। वहाँ भी कोष के लिए उदाहरण "सरकारी धन रखने का स्थान।" और "सोना और चांदी एक सरकारी कोश में रखे जाते हैं।" दिये हैं जबकि कोश के लिए "कोई शब्द कोश।" आदि। अतः मैं आपकी बात से पूर्णतः समहमत हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 06:02, 5 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी, इस बात पर अब तक ध्यान इसलिए नहीं गया था क्योंकि यह हमारे दैनिक सहजबोध का हिस्सा है। कई बार मिलती जुलती वर्तनियों पर ध्यान ही जा पाता है। ख़ैर, देर से ही दुरुस्त हो लिया जाय। संज्ञान लेने के लिए धन्यवाद। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 06:29, 5 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अजीत जी व संजीव जी, अगर आप दोनों को ऐसा लगता है तो इसके लिए अलग से एक प्रस्ताव की आवश्यकता है। उस प्रस्ताव में अपने तर्को का उल्लेख करें। अगर मतैक्य बनता है तो फ़िर उचित बदलाव किए जाएँगे। यह एक गंभीर प्रस्ताव है क्योंकि इसके कारण हिन्दी विकिपीडिया का लोगो, टैग लाइन ("मुक्त ज्ञानकोष विकिपीडिया से") और कई सौ लेखों में बदलाव किया जाएगा इसलिए इस चर्चा में इसमें अधिक से अधिक सदस्यों का भाग लेना भी आवश्यक है। अगर इस अनुभाग में कुछ और सदस्य आपकी बात से सहमत होते हैं तो मैं प्रस्ताव रखूँगा और सदस्य ध्यानसूची में भी इसकी सूचना मुहैया करा दूँगा।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 06:37, 5 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    " ज्ञान कोश " ही सही शब्द है " ज्ञान कोष" नहीं--डा० जगदीश व्योमवार्ता 05:15, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    देखिये इन्टर पर प्रयोग:
    1. विश्वजाल पर ज्ञानकोश विकिपीडिया - रविशंकर श्रीवास्तव
    2. जल ज्ञानकोश
    3. डाटाबेस ही कल के ज्ञानकोश होंगे...

    और ऐसी कई कड़ियाँ जिनमें ज्ञानकोश का प्रयोग हुआ है। मुज़म्मिल (वार्ता) 06:08, 10 अक्टूबर 2013 (UTC).[उत्तर दें]

    ब्लूमारियो१०१६ जी का कार्य

    मैं आप सबसे BlueMario1016 नामक सदस्य कई पृष्ठ बनाते हैं और किसी ऑनलाइन स्रोत से वो अनूदित कर देते हैं और साथ में कुछ अपनी तरफ से जोड़ देते हैं। मेरे लिए उनके किसी भी हिन्दी वाक्य को समझना मुश्किल हो गया है। मैंने बहुत दिन पूर्व उन्हें लिखा भी था और सिद्धार्थ जी ने भी लिखा था। उनके योगदानों को मैं तो स्वीकार नहीं कर सकता लेकिन वो मेरी एक भी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। शायद मेरे लिखे वाक्य उन्हें समझ में भी नहीं आते। अतः उनका क्या किया जाये?☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:56, 5 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    संजीव जी, मैने देखा कि आपने और सिद्धार्थ ने भी इन्हें समझाने का प्रयत्न किया है। इनका योगदान विकिपीडिया को क्षति पहुँचा रहा है ऐसे में ब्लॉक करने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचता। अगर आपको भी यह रास्ता उपयुक्त लगता है तो मैं यह कार्यवाही कर दूँगा। कृपया इन्हें इस चर्चा की सूचना दे दें।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 18:13, 8 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    ठीक हैं मैं इनके वार्ता पृष्ठ पर एक सन्देश छोड़ देता हूँ और इन्हें समझने के लिए कुछ और दिन दिये जा सकते हैं। साथ ही अन्य सदस्य सक्रिय सदस्यों से मेरा निवेदन है कि इसपर अपने विचार व्यक्त करें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 18:39, 8 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    I am an English-language user which I use fluently, but why would there exist a user rights act dedicated towards one username such as me? I am not harming this website in any way, shape or form. I want to continute on with contributing to this site. Can you translate all this to English?

    -- BlueMario1016 (वार्ता) 18:37, 9 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    मुद्रण /सम्पादन मे परेशनी

    कृपया बताइये कि मुद्रण/निर्यात- पीडीएफ मे डाउनलोड करे का विकल्प किसी पेज पर न होने की स्थिति मे , यह विकल्प कैसे जोडे?

    Rishi1410 जी, आम तौर से आप अपने बाएं हाथ पर उपकरण के अन्तरगत "पीडीएफ़ रूप डाउनलोड करें" कड़ी पा सकते हैं। यदि समस्या हो तो आप यह कोशिश कीजिये:

    "विकिपीडिया:चौपाल" की जगह आप कोई और लेख का नाम जोड़ सकते हैं जैसे:

    मुज़म्मिल (वार्ता) 05:18, 6 अक्टूबर 2013 (UTC).[उत्तर दें]

    AWB उपयोग हेतु आवेदन

    मैंने विकिपीडिया:प्रबंधक सूचनापट पर AWB उपयोग हेतु आवेदन किया है। प्रबंधकों से निवेदन है कि कृपया विचार करें व अनुमति प्रदान करें । -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 07:32, 8 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    रोलबैकर्स अधिकार

    सदस्यों के लिए फ़िर से रोलबैक अधिकार विकि पर आ गया है। यह अधिकार बर्बता से लड़ने वाले सदस्यों के लिए मददगार होता है। विकिपीडिया:रोलबैकर्स अधिकार हेतु निवेदन पर इस अधिकार के लिए निवेदन किया जा सकता है।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 18:47, 8 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    वास्तव में यह तो एक खुशखबरी है। चित्र प्रेरक की स्थिति क्या है? वैसे मुझे इस अधिकार के विषय में अधिक जानकारी नहीं है अतः इस सम्बंध में जानकारी चाहता हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉)
    मैं जल्द ही इसके लिए नए मापदण्ड तैयार कर के सदस्यों के समक्ष चर्चा के लिए रखूँगा इस अधिकार द्वारा सदस्य विकि पर उपस्थिति चित्रों को स्थान्तरित कर पाएंगे, अभी 'चित्र' नेमस्पेस को सदस्य स्थान्तरित नहीं कर पाते परन्तु इस अधिकार द्वारा यह संभव हो पाएगा। यह उन सदस्यों के लिए मददगार रहता है जो चित्र सम्बन्धित कार्य करते हैं।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 19:06, 8 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    Speak up about the trademark registration of the Community logo.

    विकि कन्वर्टर

    I am not sure, if you have similar tool already but I would like to introduce wiki converter to Hindi community. This Tool will help to converter interlinks in Markup code from any language to any language. This tool is being used by Tamil and Vietnamese communities frequently for translation articles. for more details check user manual If you feel it useful, feel free to use. धन्यवाद --नीच्चल कारन (वार्ता) 00:13, 9 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    नीच्चल कारन जी, नमस्ते। मैंने यह विकि कन्वर्टर चलाकर देखा। अच्छा काम कर रहा है। यदि इसे सीधे विकि टूल जैसा बना दिया जाय तो इसकी उपयोगिता बढ़ जाएगी (कन्वर्जन के लिए दूसरे पेज पर नहीं जाना पड़ेगा।)-- अनुनाद सिंहवार्ता 07:10, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अनुनाद जी, आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। तमिल विकिपीडिया उपयोगकर्ता en:User:Jayarathina समान उपकरण विकसित किया गया है। इसका स्क्रिप्ट यहाँ है। Primarily this script was developed for en to ta only(bilingual links). You can leave a message for similar tool request for en to hi in his talk page. or I can convey your request, if needed. I would also like to check existing Hindi wiki Tools(Script, gadgets, User tools). Do you have any wikipedia page for it? --नीच्चल कारन (वार्ता) 17:19, 15 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    प्रबंधक पद हेतु संजीव जी व दिनेश जी का नामांकन

    हिंदी विकि पर मात्र चार ही सदस्यों के कंधे पर प्रबंधन का सारा बोझ है। किसी के छुट्टी आदि पर जाने या असक्रिय होने की स्थिति में कई काम रुक जाते हैं। हालांकि फिर भी जिस तरह बिल जी ने स्थिति संभाली हुई है उसके लिए वे प्रशंसा के पात्र हैं। सहकारिता विकि का मूल है अतः काम में हाथ बंटाने के लिए और हिंदी विकि को सुचारू रूप से चलाने के लिए और अधिक प्रबंधकों की आवश्यकता महसूस करते हुए मैनें संजीव जी का व दिनेश जी का इस पद के लिए नामांकन किया है। माननीय सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया अपना मत दें। यह भी अनुरोध है कि कृपया 15 तारीख तक अपना मत दे दें ताकि कहीं दिनेश जी के पुराने नामांकन की तरह मामला लंबा ही न खिंचता चला जाए। बिल जी से निवेदन है कि 15 तारीख को फाईनल मानते हुए अगले दिन से आवश्यक कार्यवाही संपूर्ण करें।

    मत देने के लिए यहां जाए़- विकिपीडिया:प्रबन्धन अधिकार हेतु निवेदन
    धन्यवाद। -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 07:45, 9 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    प्रबंधक पद हेतु अनिरुद्ध जी का नामांकन

    मनोज जी और अनुनाद जी की सलाह पर अमल करते हुए मैंने प्रबंधकीय दायित्व के लिए अनिरुद्ध जी के नाम का प्रस्ताव रखा है। अनिरुद्ध जी ने पूर्व में प्रबंधकीय दायित्व का रचनात्मक निर्वहन किया है। आशा है कि भविष्य में भी विकिपीडिया को उनका योगदान मिलता रहेगा। इस प्रस्ताव पर अपनी टिप्पणियों के साथ आप विकिपीडिया:प्रबन्धन अधिकार हेतु निवेदन पृष्ठ पर आमंत्रित हैं। धन्यवाद। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 07:51, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    प्रबंधन दायित्व सौंपे जाने में समर्थन देकर, अविरोध करके एवं विरोध वापस लेकर सहायक हुए सदस्यों का आभार। जो मुद्दे मैने उठाए थे मसलन विकिया को एक व्यक्ति या विचारधारा का क्षेत्र बनने से रोकना, सदस्यों की पहुँच अधिकतर पन्नों तक संभव बनाना, नीति स्पष्ट एवं सबके लिए समान रखना आदि की दिशा में काम करने की कोशिश करुँगा। नए सदस्यों के साथ मृदुल व्यवहार एवं उनके पन्नों के मिटाने से पहले सुधार की तमाम संभावनाओं पर विचार की कार्यशैली जारी रखने की योजना है। अनिरुद्ध  वार्ता  02:30, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    मेरे ख्याल से पृष्ठ का यह नाम बिलकुल गलत है। इसका नाम द्रविड़ मुनेत्र कड़गम होना चाहिए। इसलिए मैं प्रबंधकों से निवेदन करना चाहता हूँ कि कृपया इस पृष्ठ का नाम बदला जाए।--प्रतीक मालवीयवार्ता 12:48, 9 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    प्रतीक जी "கழகம்" का उच्चारण गूगल द्वारा "Kaḻakam" दिया गया है। लेकिन मैंने किसी भी पुस्तक में "कलगम" नहीं पढ़ा। इसके दो उच्चारण सामान्यतः पढ़े हैं वो कषगम' और 'कड़गम' हैं। अतः मेरा विचार है कि लेख का मुख्य शीर्षक इसके लघु एवं प्रचलित रूप "द्रमुक" से होना चाहिए।☆★संजीव कुमार (✉✉) 19:54, 9 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मित्रों, अपका पुस्तक के बारे में पता नहीं है। लेकिन तमिल नादु और केरला में, इस का उच्चारण "कऴगम" (ऴ is equivalent to ल) है। In Tamil Nadu many political parties names end with कलगम, as it means "party". so I had changed to unify the word. However I would agree to revert back as कड़गम or abbreviation "द्रमुक" or "डीएमके" are also look good. Thanks for verifying my edits. kindly apologize me if any thing went wrong. कृपया आवश्यक कार्रवाई करते --नीच्चल कारन (वार्ता) 01:06, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी, मेरा मत यह है कि इसका नाम द्रविड़ मुनेत्र कड़गम होना चाहिए। क्योकि किसी भी लेख का पूरा नाम लिखना सही रहता है, न कि उसका संछिप्त नाम और जब नीच्चल कारन जी इसके लिए हां कह रहे है तो इसका नाम कड़गम करना ज्यादा उपयुक्त रहेगा।--प्रतीक मालवीयवार्ता 04:47, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मुझे आपका प्रस्ताव स्वीकार है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 04:57, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    यदि इस लेख की तमिल वर्तनी (திராவிட முன்னேற்றக் கழகம்) का सीधे देवनागरीकरण किया जाय तो यह मिलता है : तिराविट मुऩ्ऩेऱ्ऱक् कऴकम् । इसमें बिन्दु वाले जो वर्ण हैं वे हिन्दी में प्रयुक्त नहीं होते (यद्यपि विस्तारित देवनागरी यूनिकोड में ये ले लिए गये हैं।) यह अधिकांश लोगों को पता है कि तमिल लिपि में अन्य भारतीय लिपियों की अपेक्षा बहुत कम वर्ण हैं, तथा कुछ वर्ण हैं जो मूल देवनागरी में नहीं हैं।
    मैने अपने एक तमिल मित्र से पूछा तो वह 'कऴकम्' का उच्चारण 'कड़गम' कर रहा था। किन्तु यदि इसका निकटतम देवनागरी लिपि-अन्तरण किया जाय तो 'कलकम' होगा। यह भी पता है कि तमिल लिपि में 'ग' नहीं है। अतः वे 'ग' उच्चारण के लिए भी 'क' का ही प्रयोग करते हैं। अतः निकटम देवनागरी रूपान्तर 'कलगम' होगा। सारांशतः यह कहना चाहता हूँ कि उच्चारण की दृष्टि से हिन्दी में 'कड़गम' लिखना चाहिए तथा लिप्यन्तरण की दृष्टि से 'कलगम' । -- अनुनाद सिंहवार्ता 06:52, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अनुनाद जी, आपका टिप्पणी सही है। मेरा मातृभाषा तमिल है। हमारा उच्चारण "द्रविड़ मुन्नेत्र कऴगम" यह भी उल्लेख देखना। अतः निकटम देवनागरी रूपान्तर 'कलगम' होगा। However I am not fluent in hindi so I agree with this community decision --नीच्चल कारन (वार्ता) 00:57, 11 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    क्षमा करें मेरे विचार से यह चर्चा अनावश्यक है। जरूरी यह नहीं कि इसका असल उच्चारण क्या है अपितु हमें यह देखना चाहिए कि हिन्दी में इसे क्या कहते हैं। जिस प्रकार नाशिक (मराठी नाम) शहर को हिन्दी में नासिक कहते हैं और दोनों ही वर्तनियां प्रचलित हैं, उसी प्रकार द्रमुक को भी सालों से इसके हिन्दी में प्रचलित नाम 'द्रविड़ मुनेत्र कड़गम' से ही पुकारा जाना चाहिए। हिन्दी का अपना स्वभाव है और इसे पूरे देश का प्रतिनिधित्व करना होता है इसीलिए शब्द के सरलतम स्तर को मानक अथवा आधिकारिक हिन्दी में प्रयोग किये जाने की परम्परा है। सभी सदस्यों से आग्रह है कि किसी भी लेख का नाम उसके प्रचलित हिन्दी नाम पर ही रखें और इस कार्य में अपने विवेक का कम से कम प्रयोग करें। अप्रचलित नाम के स्थान पर सरलतम उपलब्ध शब्द का प्रयोग करें। साथ ही मेरी एक और प्रार्थना है कि हिन्दी के सरल स्वभाव को अनावश्यक रूप से विजातीय उच्चारणों और अक्षरों का प्रयोग कर जटिल न बनायें।Dinesh smita (वार्ता) 01:50, 11 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मैं भी तमिलनाडु घूम चुका हूँ और कोयम्बटूर में तो एक महीनें रह चुका हूँ इसलिए मुझे पता है कि वहाँ पर त को थ उच्चारण किया जाता है साथ ही और भी कई शब्दों के साथ ऐसा ही है। परन्तु अगर हम हिन्दी में यह करने लगे तो यह अव्यावहारिक होगा। इसलिए मैंने द्रविड़ मुन्नेत्र कलगम को द्रविड़ मुनेत्र कड़गम पर स्थानातंरित कर दिया है।--प्रतीक मालवीयवार्ता 05:48, 11 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    हाल की घटनाएँ (फैलिन)

    अक्टूबर 2013 की हाल की घटनायों में एक भी लेख नहीं है। इसे देखते हुए मैंने फैलिन (चक्रवात) के ऊपर एक नया पृष्ट बनाया। यह विषय हाल में काफी चर्चा में रहा है, और मैं आग्रह करता हूँ की हाल की घटनाओं में इसका उल्लेख हो। शुभम कानोडिया (वार्ता) 05:37, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    शुभम जी, ऐसी ही आश्यकता महसूस करते हुए मैंने 2013 में भारत पृष्ठ बनाया था। कृपया देखें-- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 05:44, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मनोज जी, आपने जो पृष्ट बनाया हैं उसपर किसी घटना के पूर्ण होने के बाद ही हम उसमे दाखिला कर सकते हैं। और फैलिन के भारतीय तट तक पहुँचने के बाद मैं 2013 में भारत पृष्ट पर कड़ी ज़रूर जोड़ दूंगा। मेरा कहना है की इन घटनाओं को प्रवेशद्वार:हाल की घटनाएँ पृष्ट पर जोड़ने से विकिपीडिया पर आने वाले सभी लोगों को यह जानकारी तुरंत नज़र आये। बात सिर्फ इस लेख की नहीं है। अगर हम हर महत्वपूर्ण घटना का प्रवेशद्वार पर उल्लेख कर पायें तो इसे हिंदी विकिपीडिया की विश्वसनीयता काफी बढ़ेगी और ज्यादा लोग इस ओर आयेंगे। शुभम कानोडिया (वार्ता) 06:00, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मैं 100% सहमत हूं। बल्कि मैं स्वयं बहुत निराश था कि प्रवेशद्वार:हाल की घटनाएँ पर 2012 का जिक्र दिखाई दे रहा था। लेकिन मुझे अभी भी पता नहीं कि इसे कैसे मैनेज करना है, पर कोशिश करते हैं, गिरते पड़ते कर ही लेंगे, कोई और तो कर नहीं रहा। -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 06:32, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    शुभम जी, आप डाल दो। उसे कोई अद्यतन नहीं करता, लेकिन आप वहाँ इस तरह की घटनाएँ लिखोगे तो समीक्षा जरूर हो जायेगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 06:35, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    जोड़ने के लिए धन्यावाद मनोज जी और संजीव जी। मुझे जानकारी नहीं थी की यह कैसे करते हैं, नहीं तो मैं स्वयं कर देता। अब से स्वयं ही कर दूंगा। शुभम कानोडिया (वार्ता) 07:15, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    हाल की घटनाएं औ्र मुख्पृष्ठ समाचार साँचे में एक संबंध है। मुखपृष्ठ साँचा प्रबंधकों के अधिकार क्षेत्र में आता है। कभी इन्हें तथा मुखपृष्ठ के अन्य साँचों को अद्यतित रखने के लिए ही प्रबंधकों की संख्या ७ तक की गई थी। कभी इन्हीं समस्याओं से मुक्ति के लिए ही विशिष्ट सदस्य जैसी श्रेणी बनाई गई थी। प्रबंधकों की संख्या बढ़ने से इस दिशा में जरूर सुधार होगा। कभी इनका अद्यतन मेरा प्रिय कार्यक्षेत्र रहा था। हजार प्रबंधकों वाले विकिया सी गुणवत्ता तीन-चार प्रबंधकों के साथ तो नहीं हासिल कर सकते हैं। हमें प्रबंधक और सक्रीय सदस्य संख्या बढ़ाने की दिशा में काम करने की ओर ध्यान देना पड़ेगा। अनिरुद्ध  वार्ता  12:43, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    विकिपीडिया:विकिपरियोजना हिन्द की बेटियाँ

    मनोज खुराना जी के प्रस्ताव के आलोक में विकिपीडिया:विकिपरियोजना हिन्द की बेटियाँ अभियान की शुरुआत की गयी है। इस पर आप सभी अपना वहुमूल्य मन्तव्य दें और इससे जुड़कर भारतीय महिला शक्ति को आयामित करने में हमारी मदद करें। --माला चौबेवार्ता 10:24, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    सर्वप्रथम मैं बताना चाहूंगा कि मूल प्रेरणा मुज़म्मिल जी द्वारा चलाई जा रही परियोजना "लीलावती की बेटियां" है, जिसके विस्तार मात्र का मैंने यह प्रस्ताव दिया था, अतः पहले तो मेरे विचार से क्रेडिट उन्हें ही दिया जाना चाहिए।
    अब इस परियोजना के बारे में मैं अपने विचार देना चाहता हूं- अलग अलग सदस्य रुचि अनुसार विभाग ले सकते हैं-
    • बैंकिंग सेक्टर मे अति उच्च पदासीन महिलाओं पर कुछ लेख मैने बनाए हैं, कुछ प्रस्तावित है। व्यापार वाणिज्य आदि क्षेत्र के लिए मैं अपना प्रस्ताव रखता हूं। (हालांकि मेरी सक्रियता अब कम होने वाली है)।
    • विज्ञान क्षेत्र मुज़म्मिल जी ने संभाला ही हुआ है।
    • स्वतंत्रता सेनानी, वीरांगनाएं आदि की श्रेणी लिए मैं क्रांत जी का आह्वान करता हूं।
    • फिल्मी हस्तियों की संख्या अधिक होगी, बिल जी बोट के माध्यम से श्रेणी जोड़ सकते हैं। फिल्म परियोजना के वे सदस्य हैं ही।
    • साहित्य - स्वयं माला जी विशेषज्ञ हैं।
    • खेल , कला जगत, फैशन, राजनीति आदि पर य़दि कोई काम करना चाहे तो आमंत्रण है।
    महिला उत्पीड़न का पहलू भी रखा जाना चाहिए जिसमें निर्भया, नैना साहनी, ऑनर किलिंग, भ्रूण हत्या जैसे विषय कवर किए जाएं। और सदस्यों से भी अनुरोध है कि अपने विचार रखें। -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 13:56, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    इसके अलावा कुछ और लेख बनाने होंगे, मसलन:

    --माला चौबेवार्ता 14:40, 12 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    मुज़म्मिल जी, मनोज जी,

    मुझे महसूस हो रहा है, कि हिंद की बेटियाँ परियोजना को लेकर अभी भी कुछ कन्फ्यूजन है। दरअसल यह परियोजना बित्त,वाणिज्य, अर्थ, न्याय, विज्ञान, राजनीति, प्रशासन, प्रकाशन आदि क्षेत्रों की उन महिलाओं पर केंद्रित है, जो अपने उद्यम, योग्यता, प्रतिभा के बल पर अति उच्च पदों को प्राप्त करने में सफलता पायी है। मसलन भारत की राष्ट्रपति, भारत की प्रधानमन्त्री, लोकसभा या विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, बैंकिंग सेक्टर के चेयरमैन, रिजर्व बैंक के गवर्नर, सेवी के चेयरमैन, विभिन्न खेलों की कप्तान, उच्च व्यावसायिक समाचार पत्रों और पत्रिकाओं की संपादक, इलेक्ट्रोनिक मिडिया की समाचार समन्वयक अथवा निदेशक आदि। इस परियोजना के साथ लीलावती की समस्त बेटियों को जोडना भी न्यायसंगत नहीं होगा। केवल लीलावती की उन्हीं बेटियों को परियोजना के साथ जोड़ा जाना उचित प्रतीत होगा जिन्होंने विज्ञान जगत में उच्च व्यावसायिक पद प्राप्त किया है। वीरांगनाओं के लिए हिंद की विरांगनाएं, साहित्य,कला, फैशन व सौंदर्य के लिए अलग से कोई और परियोजना चलाई जा सकती है। इसमें केवल व्यावसायिक पदों को ही शामिल किया जाए अव्यवसायिक पदों को शामिल करने से यह परियोजना काफी बड़ी और असंतुलित हो जायेगी, जिसे आगे चलकर संभालना बहुत मुश्किल हो जाएगा। मेरे खयाल से यह तरीका सर्वाधिक श्रेयस्कर है। --माला चौबेवार्ता 04:20, 14 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    चित्र प्रेरक

    चित्र प्रेरक अधिकार तो सदस्यों के लिए अब आ गया है परन्तु अभी अधिकार देने के मापदण्ड निर्धारित करने हैं। उससे पहले यह भी निर्धारित करना है कि किन विशेष परिस्थतियों में किसी चित्र को स्थानांतरित किया जाना चाहिए। विकिपीडिया वार्ता:चित्र प्रेरक पर इससे सम्बंधित चर्चा चल रही है, सभी सदस्यों से अनुरोध है कि चर्चा में भाग लें।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 14:06, 13 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    प्रबंधन अधिकार विस्तार

    भांति-भाँति की अधिकार प्राप्त सदस्यों की श्रेणियाँ बनते और बिगाड़े जाते हम देख चुके हैं। ौर उस समय हस्तक्षेप के तर्कों में से एक तर्क की समझ मुझे ठीक लगी थी कि इतनी श्रेणियों के सदस्यों की जरूरत बड़ी विकिया को होती है। केवल २०० सक्रीय सदस्यों वाले और १०-१२ बेहद सक्रीय सदस्यों वाली विकिया को सक्रीय सदस्यों की सुविधा के लिए प्रबंधन अधिकार का विस्तार करने पर ध्यान देना उचित है। इससे न केवल चित्र बल्कि बाकी कई अधिकार भी मिल जाएंगें उदाहरण के लिए जो सदस्य चित्रों के क्षेत्र में विसेष काम करना चाहते हैं उन्हें प्रबंधन अधिकार प्रदान किए जाने में कोई समस्या नहीं है। इसलिए इस तरह की श्रेणियों में सदस्यों का वर्गीकरण लाखों सक्रीय और दसों हजारों बेहद सक्रीय सदस्यों वाली विकिया के लिए उपयुक्त है हिंदी के लिए बेहद अप्रासंगिक। अनिरुद्ध  वार्ता  04:01, 14 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    मैं अनिरुद्ध जी की बातों से थोड़ी सहमति रखता हूँ। लेकिन यह कहना सही नहीं होगा की हमें ऐसे कार्य केवल प्रबंधकों पर छोड़ देने चाहिए। मेरे ख्याल से प्रबंधक बनाने की क्षमता सिर्फ कुछ गिने चुने अनुभवी व्यक्तियों में होती है। हमें the more the better वाली मानसिकता से बचना चाहिए। हिंदी विकिपीडिया पर इस वक्त केवल चार प्रबंधक हैं, और उनपर पहले से ही पूरी विकी को सँभालने का भार है। ऐसे में हम अगर चित्र प्रेरक जैसे छोटे अधिकार सदस्यों में बाँट दें, तो इससे प्रबंधकगण पर बोझ कम होगा, और उन सदस्यों को एक छोटे तौर पर विकी सँभालने का "first hand experience" मिलेगा, जिसकी मदद से वह आगे जाकर प्रबंधक बनने की ज़िम्मेदारी संभाल पाएंगे। इसलिए मेरी राय में निराशावादी न होकर इसका समर्थन करना चाहिए। शुभम कानोडिया (वार्ता) 06:39, 14 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    शुभम! आप मेरे छोटे भाई की तरह हैं। आपके विकि योगदान की सराहना करते हुए विनम्रता से यह कहना चाहता हूँ कि विकिया की मूल संकल्पना ही अधिक सक्रीय सदस्य औ्र उतनी ही बेहतर विकिया में है। अंग्रेजी विकिया इसलिए अच्छी है क्योंकि उसपर एक लाख से ज्यादा सक्रीय सदस्य औ्र एक हजार से अधिक प्रबंधक हैं। सक्रीय सदस्यों की संख्या दो सौ से दो हजार कर दीजिए पिछले दस वर्षों की उपलब्धि एक वर्ष में मिल जाएगी। दूसरी बात यह कि प्रबंधक होने के लिए कोई विशिष्ट योग्यता की जरूरत नहीं है। केवल विकिनीतियों की बेहतर समझदारी, सहयोगात्मक सक्रियता थोड़ा अनुभव और विकिया के संवर्धन की प्रतिबद्धता आपके प्रबंधक होने के लिए पर्याप्त हैं। प्रबंधकों के कोई विशेष अधिकार भी नहीं होते हैं। मैं एक साल से अवकाश पर था। मुझे यह समझ नहीं आ रहा है कि प्रबंधकों ने अतिरिक्त जिम्मेदारी क्यों ओढ़ रखी है। प्रबंधक संख्या बढ़ाने का प्रयास क्यों नहीं किया। विकिया की संकल्पना केवल ज्ञानकोश को ग्रह के प्रत्एक व्यक्ति तक पहुँचाने की ही नहीं है बल्कि उसे बनाने और रखरखाव में हिस्सेदारी के अधिकार और दायित्व को भी हरेक व्यक्ति तक पहुँचाने की है। पता नहीं हिंदी विकिया पर प्रबंधक महान योग्यताओं वाला विशिष्ट अधिकारों से लैस पद है यह धारणा क्यों बिठा दी गई है। संजीव, आप, मनोज खुराना, माला चौबे आदी कितने ही सदस्य हैं जिन्हें महीनों पहले से ्परबंधन अधिकार देकर इस दायित्व के लिए तैयार किया जा सकता था। यदि गलती करते तो समझाने, सिखाने औ्र अंततः प्रतिबंधित करने का विकल्प तो है ही। और विकिया पर कोई गलती ऐसी नहीं होती है या की जा सकती है जिसे पुनर्वापस न लिया जा सके। अभी तक के सारे मिटाए पन्ने भी सुरक्षित रहते हैं। हम सही गलत करते और गलत को सही करते हुए ही आगे बढ़ेंगें। अनिरुद्ध  वार्ता  09:05, 14 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अनिरुद्ध जी, आपने सही कहा कि हिन्दी विकि को सक्रिय सदस्यों की सख्त आवश्यकता है परन्तु मेरे विचार में ज्यादा प्रबंधक होने से विकि पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ने वाला। प्रबन्धकों की संख्या सदस्यों की संख्या के अनुपात में होती है। अंग्रेज़ी विकि पर एक लाख से अधिक सदस्य और एक हज़ार से अधिक प्रबंधक हैं मतलब वहाँ सदस्य बनाम प्रबंधक का अनुपात 100:1 है; हिन्दी विकि पर 200 से अधिक सदस्य और चार प्रबंधक हैं मतलब अनुपात 50:1 है, यानि अंग्रेज़ी विकि से भी ठीक। दूसरा, आपकी बातों से ऐसा प्रतीत होता है जैसे अभी हिन्दी विकि पर ज्यादा प्रबन्धकों के ना होने से इसके विकास में रुकावट आ रही है, परन्तु असलियत में जो-जो प्रबंधकीय कार्य हैं वहाँ कही भी बैकलॉग नहीं है। आप सही कह रहे हैं कि "प्रबंधक महान योग्यताओं वाला विशिष्ट अधिकारों से लैस पद [नहीं] है" परन्तु एक प्रबंधक को विकि नीतियों का ज्ञान और प्रबंधन कार्य में अनुभव होना चाहिए। गलती करके सीखना सभी पर लागू होता है परन्तु एक प्रबंधक को इतना निपुण होना चाहिए कि उससे गलतियाँ ना हों या बहुत कम हों क्योंकि उसके द्वारा की गई गलतियाँ विकि को अत्याधिक क्षति पहुँचा सकती हैं, उदहारण के लिए कुछ घंटो पहले ही मेरे द्वारा 'समलैंगिक विवाह' लेख वापस लाया गया है जिसे रोहित जी ने दो वर्ष पहले पूर्व बिल्कुल ही असंबंधित व गलत कारण के साथ हटा दिया था। आपने सही कहा कि "[विकि] पर कोई गलती ऐसी नहीं होती है या की जा सकती है जिसे पुनर्वापस न लिया जा सके" परन्तु यह सोचें कि इस "गलती" के कारण कितने ही पाठकों से यह लेख वंचित रखा गया। मेरे बनाए एक लेख में "समलैंगिक विवाह" की लाल कड़ी थी और जब मैने इस पर लेख बनाना चाहा तब मेरी नज़र इस पर पड़ी, अगर मेरा ध्यान इस पर ना जाता तो ना जाने कितने और वर्षों तक यह लेख यहाँ से गायब रहता। ऐसी गलतियाँ ना हों इसलिए मैं व्यक्तिगत रूप से केवल उन सदस्यों को प्रबंधक बनाने के पक्ष में हूँ जिन्हें पहले से ही विकि नीतियों विशेष रूप से पृष्ठ हटाने की नीतियों का ज्ञान हो और वे प्रबंधन कार्यो में सक्रिय हों।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 12:41, 14 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    जब विकिया की जिमी ने शुरुआत की थी तब अपने दो तीन मित्रों के साथ वे ही प्रबंधक, स्टीवर्ट आदी सबकुछ थे। तब सौ अनुपात एक की सीमा उन्होंने सोची भी नहीं होगी। हिंदी विकिया की शुरुआत के समय भी ५-६ लोग सदस्य भी थे और प्रबंधक भी। प्रत्एक विकिया पर शुरुआती दौर में प्रबंधकों का अनुपात बहुत कम होता है एक के अनुपात में दस या बीस सदस्य भी हो सकते हैं। हिंदी विकिया को थोड़ा विकसित होने तक प्रबंधक सदस्य अनुपात (जिसका कहीं कोई नियम भी नहीं है) के बारे में सोचने के बजाय उसके स्वरूप को ठीक रखने के बारे में सोचना चाहिए। प्रबंधकों की कमी से हिंदी विकिया पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को केवल वे ही नहीं समझ सकते हैं जिन्होंने ८-१० प्रबंधकों के साथ हिंदी विकिया को तेजी से सकारात्मक रूप में संवर्धित होते नहीं देखा है। २००९ में लगभग २२० सक्रीय सदस्य थे जो २०१० में २५० और बढ़ते-बढ़ते २०११ तक २७५ पार कर गए थे। यह स्वाभाविक गति थी और आज तक यह संख्या ३५० पार हो जानी चाहिए थी। बॉट ४० से बढ़कर ७० बना लिए गए लेकिन सक्रीय सदस्य ३५० के बजाय लगभग २०० रह गए हैं। रही प्रबंधकों की कमी के सीधे दुष्प्रभाव की बात तो मुखपृ,ठ के विभिन्न साँचों को अद्यतित रखने के लिए ही कम-से-कम ८-१० प्रबंधकों की सक्रीयता चाहिए। कभी निर्वाचित आलेख पूर्णिमा, आशीष और मुनीता जी मिलकर हर महिने और आज का आलेख रोज बदलते थे। महितगर जी के और मेरे आने के बाद समाचार साँचे की सार्थकता जरूर बढ़ गई थी। और आप यकीन रखीए आप नहीं भी आते तो भी समलैंगिकता संबंधी पृष्ठ वापस जरूर आता। अभी किसी और का ध्यान उस ओर नहीं गया था यह संयोग की बात है। वरना दुनिया की पहली प्रकाशित गुटेनवर्ग बाइबिल या वेंटीलेटर पर किसी प्रबंधक के न ध्यान जाने को क्या प्रबंधकों की अयोग्यता मान लेना चाहिए। कभी आपही ने सबाल्टर्न अध्ययन लेख मिटा दिया था जिसे मैने ही वापस लाया था। जाहिर है समझ की चूक किसी से भी हो सकती है। इससे किसी व्यक्ति की समझ का मापदंड नहीं माना जा सकता है। इसके या इसके जैसे कुछ अन्य उदाहरणों के आधार पर कोई प्रबंधकत्व के सर्वथा अयोग्य नहीं हो जाता है। विकिया गलतियों को सही करने की प्रक्रिया के साथ ही उन्नत होने की संकल्पना पर आधारित है क्योंकि यह हजारों कम समझदार लोगों द्वारा बेहतरीन समझ वालों से बेहतर ज्ञानकोश बनाने की कोशिश है। रही प्रबंधकों की नीति निपुणता की बात तो कुछ पूर्व और वर्तमान प्रबंधकों को मैंने तकनीक के सहारे अनुचित रूप से संपादन की दौड़ लगाते देखा है। बॉट खाता होने के बावजूद अपने खाते को बॉट की तरह चलाते देखा है। अभी सदस्य प्रबंधक के अनुपात के बजाय न्युनतम आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक शक्ति में वृद्धि पर ध्यान दिया जाना चाहिए। ज्यादा प्रबंधक होंगें तो गलत रूप से मिटा दिए गए लेखों की पुनर्वापसी की संभावना भी बढ़ेगी। वरना पचास या चालीस अनुपात एक बनाए रखने के तर्क के सहारे प्रबंधन अधिकार का विस्तार न करने का अर्थ यह भी निकाला जा सकता है कि योग्य सदस्यों को प्रबंधक अधिकार न देकर वर्तमान प्रबंधक विकिया को अपना निजी क्रीड़ा क्षेत्र मान बैठे हैं और उसके प्रसार में बाधक हो रहे हैं। अनिरुद्ध  वार्ता  17:46, 15 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अनिरुद्ध जी, मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि नए प्रबंधक नहीं बनने चाहिएं बस मेरा तात्पर्य यह है कि यह कार्य सोच-समझ के करना होगा। वर्तमान में संजीव जी प्रबंधन के कार्य में रूचि के साथ हाथ बटा रहे हैं और इसलिए मैने उनका पूर्ण समर्थन भी किया है। हमें ऐसे ही सदस्यों की आवश्यकता है। "[मुखपृष्ठ] के विभिन्न साँचों को अद्यतित रखने के लिए" हमें "8-10 प्रबंधकों" की नहीं अपितु इतने सक्रिय सदस्यों की आवश्यकता है। आप शायद इतने लम्बे समय से यहाँ नहीं थे इसलिए आपको यह पता ना हों परन्तु मुखपृष्ठ के अद्यतन में अब प्रबन्धकों से ज्यादा सदस्यों की भूमिका ज्यादा बड़ी है। "निर्वाचित लेख" अनुभाग का अद्यतन नया निर्वाचित लेख बनने पर होता है जिसमें प्रबंधक की कोई विशेष भूमिका नहीं, उसे केवल नया निर्वाचित लेख बनने पर उसे {{निर्वाचित लेख}} साँचे में जोड़ना होता है; "क्या आप जानते हैं?" में सदस्य हुक नामंकित करते हैं और कोई भी सदस्य उनकी समीक्षा कर सकता है, प्रबंधक को केवल ऐसे पास हुए हुक को {{क्या आप जानते हैं}} में जोड़ना होता है; "मुखपृष्ठ समाचार" अनुभाग में भी सदस्य ही नई ख़बर को नामंकित करते हैं और सदस्य ही निर्धारित करते हैं कि ख़बर मुखपृष्ठ पर दिखाए जाने लायक है या नहीं, प्रबंधक को यहाँ भी केवल {{मुखपृष्ठ समाचार}} में ख़बर जोड़नी होती है। बाकि के बचे अनुभाग स्वचालित रूप से बदलते हैं। आप बताएँ कहा इस काम के लिए "8-10 प्रबंधकों" की जरूरत आन पड़ी? जरूरत है तो सक्रिय सदस्यों की जिससे नए निर्वाचित लेख बन सकें, "क्या आप जानते हैं?" के हुको की जल्दी-जल्दी समीक्षा हो सके, नई-नई घटनाओं पर लेख बन सकें जिससे उनमें से ली गई ख़बरों से मुखपृष्ठ समाचार का अद्यतन हो। इन कार्यो के लिए किसी विशेषाधिकार की जरूरत नहीं है। विकि पर सदस्यों की भूमिका प्रबन्धकों से बढ़कर होती है परन्तु आप कुछ उल्टा ही बता रहे हैं। समलैंगिक विवाह पृष्ठ अच्छी स्थिति में था और उसे हटाने का रत्ती भर भी औचित्य नहीं बनता परन्तु फ़िर भी उसे हटाया गया। अगर प्रबंधक को पृष्ठ हटाने की निति का ज्ञान होता तो वो ऐसा नहीं करता इसलिए मैने जोर दिया कि प्रबंधक अनुभवी और नीतिनिपुण होना चाहिए। "गुटेनवर्ग बाइबिल या वेंटीलेटर" के आपके प्रसंग को मैं नहीं समझ पाया। आप सबाल्टर्न अध्ययन लेख का तो बिना सोचे समझे ही सन्दर्भ दे रहे हैं। पृष्ठ को जब मैने हटाया था तब वो एक ब्लॉग से पूरी तरह कॉपी-पेस्ट किया गया था मतलब सर्वाधिकार उल्लंघन, मैने इसका साफ़-साफ़ कारण भी दिया था: "2 जून 2012 Bill william compton (चर्चा | योगदान | अवरोधित करें) ने पृष्ठ सबाल्टर्न अध्ययन हटा दिया (व6ल. साफ़ कॉपीराइट उल्लंघन – लेख: http://ajitkumartiwari.blogspot.in/2012/02/blog-post.html)"। शायद आपको विकि की पृष्ठ हटाने की निति का ना पता हो परन्तु ऐसी परिस्थति में लेख हटाया ही जाता है। आप कह रहे हैं कि "[मैने] लेख मिटा दिया था जिसे [आप] ही वापस [लाए]", परन्तु पृष्ठ का लॉग तो कुछ और ही कह रहा है: " 2 जून 2012 Bill william compton (चर्चा | योगदान | अवरोधित करें) ने पृष्ठ सबाल्टर्न अध्ययन को पुनर्स्थापित कर दिया (29 रूपान्तर वापस लाये गये है: User request )"। जब मुझे मेरे वार्ता पृष्ठ पर अजीत जी ने बताया कि ब्लॉग उन्ही का है तब मैं पृष्ठ को वापस लाया था, आप पता नहीं किस पृष्ठ को "वापस लाने" की बात कर रहे हैं। आपने स्वयं अंग्रेज़ी विकि का उदहारण दिया था कि वहाँ इतने सदस्य और इतने प्रबंधक हैं, उसके पश्चात मैने अनुपात की बात कही। और यह मेरा कोई व्यक्तिगत पैमाना नहीं है, स्टुअर्ड भी किसी विकि पर प्रशासक और प्रबंधक सक्रिय सदस्यों के अनुपात के अनुसार बनाते हैं। मैं तो स्वयं चाहता हूँ कि संजीव जी जैसे और भी प्रबंधक पद के उम्मीदवार यहाँ हों जिससे उन्हें प्रबंधक बनाया जा सके। एक और बात, यह विकिपीडिया या विकि है "विकिया" नहीं। विकिया वेब होस्टिंग सेवा है जिसका विकिपीडिया या विकिमीडिया से कुछ लेना-देना नहीं। आप इसे बार-बार "विकिया" कह कर भ्रम उत्पन्न कर रहे हैं और इसी प्रकार के भ्रम के कारण 2007 में विकिपीडिया का उपहास बना था। और कृपया यह बताएँ कि आपने किस "वर्तमान [प्रबंधक] को तकनीक के सहारे अनुचित रूप से संपादन की दौड़ लगाते देखा है [और] बॉट खाता होने के बावजूद अपने खाते को बॉट की तरह चलाते देखा है"? क्योंकि आपके 'सबाल्टर्न अध्ययन' वाले उदहारण के पश्चात तो मुझे यह लगने लगा है कि आप बात बिना अच्छी तरह जाने कुछ भी लिख देते हैं।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 19:49, 15 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मुझे आशा है कि कल से एक नया प्रबंधक विकिया पर सक्रीय मिलेंगें। इस चर्चा का यह फल भी बेहतर होगा। बिल !आपकी भाषा जिस दिशा में मुझे बढ़ने को प्रेरित कर रही है वह पारस्परिक कीचड़ उछालने का है। मैं अपने समय का उपयोग आपके द्वारा मिटाए गए पृष्ठों और अपने योगदानों का इतिहास देखकर आपकी गलतियाँ निकालने के बजाय लेख निर्माण करने के मार्ग पर लगाना श्रेयष्कर समझता हूँ। मैने पुराने प्रबंधकों खासकर आशीष जी से नए सदस्यों के साथ मृदुल व्यवहार करने का सबक लिया था। वह अजीत जी का बिल्कुल शुरुआती लेख ता। आपने उसे सुधारने के बजाय क्रूरतापूर्वक मिटा दिया था। अजीत जी को मेल के सहारे मैने ही आपसे लेख वापस लाने के लिए आग्रह करने का अनुरोध किया था। यह प्रबंधकों के गरिमा की रक्षा और विकि पद्धति प्रशिक्षण की भी कोशिश थी। वापस लाने पर उस लेख को मैने ही विकिया के अनुरूप बनाया था। पता नहीं आपने अपनी नीति अभी भी मिटाने के बजाय सुधारने की बनाई है या नहीं यदि नहीं तो मुझे नए सदस्य जोड़ने की योजना शुरु करने से पहले ही विराम लगाना पड़ेगा। थोड़े दिनों तक नए प्रबंधकों की कार्यशैली देखकर ही आगे कुछ योजना बनाउंगा। मेरा व्यक्तिगत योगदान जरूर जारी रहेगा। अनिरुद्ध  वार्ता  21:38, 15 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    बिल आपने तो सबाल्टर्न अध्ययन का इतिहास देखा था। फिर उसपर पन्ना वापस लाने के तुरंत बाद मेरे द्वारा किए योगदान क्या आपको दिखाई नहीं दिए या जानबूझकर आपने उन तथ्यों की जानकारी को मेरी याददास्त पर सवाल उठाने के लिए अनदेखा कर केवल अपने मतलब का इतिहास का टुकड़ा पेश किया?
    (सद्य | पिछला) 04:57, 3 जून 2012‎ अनिरुद्ध(चर्चा | योगदान)‎ . . (12,412 बाइट्स) (+85)‎ . .(→‎इतिहास) :(पूर्ववत करें)
    (सद्य | पिछला) 04:51, 3 जून 2012‎ अनिरुद्ध(चर्चा | योगदान)‎ . . (12,327 बाइट्स) (+108)‎ . .(→‎इतिहास)
    आपको दोनों बातों में कोई संबंध समझ नहीं आया। मुझे आपकी भाषा और नीयत के बारे में क्या राय बनानी चाहिए? मैं तो हिंदी विकिया पर प्रबंधन अधिकारों के विस्तार को सदस्यों के विस्तार के साथ जोड़कर देखता हूँ। इसमें बाधक बनने के कारण प्रबंधकों की आलोचना कर रहा हूँ। आपका उद्देस्य क्या समझुँ? अनिरुद्ध  वार्ता  22:15, 15 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अनिरुद्ध जी, सर्वप्रथम, चर्चाओं में कृपया इंडेंटेशन का उपयोग किया करें। दूसरा, सर्वाधिकार उल्लंघन वाले पृष्ठ को सुधारने पर भी उसके इतिहास में कॉपीराइट सामग्री दृश्यमान रहती है जिसका होना भी सर्वाधिकार उल्लंघन है, और चूँकि सम्बन्धित पृष्ठ का सबसे पहला अवतरण ही कॉपीराइट सामग्री वाला था तो उसे छिपाया भी नहीं जा सकता। तीसरा, आप फ़िर से बिना ठीक से समझे अपनी बात रख रहे हैं, मैने कोई "इतिहास का टुकड़ा पेश [नहीं] किया", मैने लॉग पेश किया था। मुझे नहीं पता कि आपने पृष्ठ वापस लाए जाने के पश्चात उस पर कोई योगदान दिया या नहीं, मैने विशेष:लॉग में 'सबाल्टर्न अध्ययन' लिख कर उसका लॉग जांचा और फ़िर यहाँ "अपने मतलब का इतिहास" नहीं लॉग दिया और वैसे भी मैं योगदान की नहीं पृष्ठ वापस लाए जाने की बात कह रहा था जिसे आप बता रहे थे कि "मैने ही वापस लाया था"। मेल आपने भेजा या नहीं मुझे उसका ज्ञान नहीं परन्तु आपने असल तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करा कि 'बिल ने पृष्ठ हटाया और मैं उसे वापस लाया' जिसके पश्चात मैने पृष्ठ का लॉग (और फ़िर से जोर देता हूँ "इतिहास" नहीं) पेश किया। आपकी बातों से प्रतीत हो रहा है कि अगर किसी को विकि पर रचनात्मक योगदान देना है तो उसे प्रबंधक बनना होगा तथा प्रबंधक संख्या सदस्यों की संख्या के सीधे आनुपातिक है। मैं आपके विचार से कदापि सहमत नहीं हूँ, मेरा मानना है कि सदस्य प्रबन्धकों से अधिक बड़ी भूमिका निभाते हैं। आप एक अधिकार को सदस्य की योग्यता से जोड़ रहे हैं जबकि मेरे विचार में एक योग्य सदस्य को किसी अधिकार का ठप्पा नहीं चाहिए। आपने मुखपृष्ठ के अद्यतन में भी कह दिया कि प्रबंधक ही अहम योगदान देते हैं जबकि मेरे विचार में और असलियत में भी सदस्य जो सामग्री का निर्माण करते हैं वे अहम भूमिका अदा करते हैं। मैं कोई बाधा नहीं बन रहा, मेरा बस इतना कहना है कि वो सदस्य जो प्रबंधन के कार्य में सक्रिय है उसे प्रबंधक बनाना चाहिए ना कि इसे गुमान की वस्तु बना दिया जाए कि मैं पुराना सदस्य हूँ तो मुझे यह अधिकार दो। अगर कोई सदस्य अभी प्रबंधन का कार्य नहीं कर रहा तो वो भविष्य में क्या करेगा? और अगर वो कहता है कि वो अधिकार मिलने के पश्चात प्रबंधन करेगा तो मुझे क्षमा करें परन्तु शर्त रख कर अधिकार माँगने वाले पर मैं विश्वास नहीं कर सकता। यहाँ यह तर्क भी दिया जा सकता है कि अधिकार देने में क्या बुराई है, इसमें समस्या यह है कि फ़िर हमें ऐसे प्रबंधक मिलेंगे जो बिना वजह लेख हटाएँगे या अपने ऊपर लेख बना कर उन्हें पूर्ण सुरक्षित कर देंगे। अनिरुद्ध जी, आपने मेरे बॉट वाले प्रश्न का उत्तर नहीं दिया, उसकी मैं प्रतीक्षा कर रहा हूँ।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 06:57, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    ┌──────────────────────────┘
    सबाल्टर्न अध्ययन कॉपी राइट नहीं था क्योंकि अजीत जी ने अपनी ही सामग्री डाली थी किसी और की नहीं। उसे मिटाने का कारण का स्पष्टीकरण उसे ज्ञानकोशिए मानने से इनकार के रूप में भी बिल ने दिया था। फिर अजीत जी ने तथा मैने उसे वर्तमान रूप दिया है। ऐसे और भी उदाहरण हैं लेकिन मुझे इतनी फुरसत नहीं है कि बिल के इतिहास पर रपट प्रस्तुत करूँ। मसलन सृजनात्मकता विकिया एक व्यक्ति की मर्जी के अनुरूप नहीं चल सकती है। भले ही कोई नीतियों का हवाला दे या अपने मन की नीतियाँ बना ले। यह इसकी बुनियादी नीति है। इसकी अवहेलना प्रतीत होने पर ही पिछले साल हिंदी विकिया में सिसप ने हस्तक्षेप किया था। इसलिए भी प्रबंधक अधिकार क्षेत्र में विस्तार जरूरी है। मुझे इससे कोई सरोकार नहीं है कि अनिरुद्ध, अनुनाद, दिनेश, अजीत, संजीव, मनोज, प्रतीक, शुभम, माला, आदि में से किन्हें प्रबंधन कार्य का दायित्व प्राप्त होता है लेकिन जबतक कम-से कम प्रबंधक नहीं होंगें तबतक ऑफलाइन परियोजनाओं के सहारे सदस्यों को जोड़ने का काम वर्तमान एक व्यक्ति क्रिड़ाक्षेत्र वाली स्थिति में तो करना मेरे लिए संभव नहीं है। आखिरी पंक्तियाँ मैं खासतौर पर हिंदुस्तानी भाषा (मुजम्मिल जी) के लिए लिख रहा हूँ जिनके साथ कुछ काम करने की योजना बनाने की शुरुआत हुई थी। हमें औ्र आपकों अभी थोड़ी प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। अनिरुद्ध  वार्ता  08:04, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    पता नहीं आप उपयुक्त इंडेंटेशन का इस्तेमाल क्यों नहीं करते, बार-बार मुझे ही ठीक करनी पड़ती है। मैं यह समझने में असमर्थ हूँ कि आप तथ्यों को जानबूझकर अपनी सुविधा के लिए तोड़-मरोड़ रहे हैं या अनजाने में। "सबाल्टर्न अध्ययन कॉपी राइट नहीं था क्योंकि अजीत जी ने अपनी ही सामग्री डाली थी किसी और की नहीं", किसी को कैसे पता चलेगा कि लेख की सामग्री जिस स्रोत से कॉपी-पेस्ट की गई है उस स्रोत का रचियता भी यहाँ सामग्री डालने वाला ही है? वहाँ कोई नोटिस नहीं लगा था। "उसे मिटाने का कारण का स्पष्टीकरण उसे ज्ञानकोशिए मानने से इनकार के रूप में भी बिल ने दिया था", आप असत्य वचनों का सहारा क्यों ले हैं? हटाने का कारण मैं ऊपर भी बता चुका हूँ और लॉग की प्रविष्टि भी कॉपी-पेस्ट की है: "2 जून 2012 Bill william compton (चर्चा | योगदान | अवरोधित करें) ने पृष्ठ सबाल्टर्न अध्ययन हटा दिया (व6ल. साफ़ कॉपीराइट उल्लंघन – लेख: http://ajitkumartiwari.blogspot.in/2012/02/blog-post.html)""। मैने लेख वापस लाए जाने के पश्चात अजीत जी को सलाह दी थी कि "सबाल्टर्न अध्ययन को [सुधारें] क्योंकि इनलाइन उद्धरणों के अभाव में मुझे आशंका है कि लेख का विषय उल्लेखनीय है भी या नहीं", जब मैने गूगल सर्च कर के विषय के बारे में देखा तो मुझे कुछ नहीं मिला था और लेख मेंअंग्रेज़ी विकि की अन्तरविकि कड़ी भी नहीं थी जिसके आधार पर मैं अंग्रेज़ी स्रोतों को देखता परन्तु यह मेरी "आशंका" थी कि विषय उल्लेखनीय नहीं है ना कि मेरा विश्वास। परन्तु आशंका हो या विश्वास यह लेख हटाने के पीछे का कारण बिल्कुल भी नहीं था। "ऐसे और भी उदाहरण हैं", आपको किसी ने रोका नहीं हैं ऐसे उदहारण देने से, ज्यादा समय नहीं लगेगा लॉग में जा कर यह देखने में कि मैने किन-किन लेखों को हटाया है। अगर उदहारण हैं तो यहाँ दें वरना बेबुनियाद आरोप मत लगाएँ। "सिसप" पता नहीं क्या बला है, कोई नेपाली भाषा का शब्द है शायद। आप मेरे बॉट वाले प्रश्न का उत्तर देने से क्यों कतरा रहे हैं?<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 08:47, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    बिल! आप साबित क्या करना चाहते हैं? पन्ने का पता में स्पष्ट है कि वह अजीत कुमार तिवारी का ब्लॉग है। लेख के निर्माता भी अजीत कुमार तिवारी ही थे। मिटाने से पहले क्या प्रबंधक को एक बार सदस्य से पूछ नहीं लेना चाहिए कि क्या वह आपका ही लेख है? यदि नहीं तो उसे मिटा दिया जाएगा। पहले शिह का साँचा लगाकर कुछ सप्ताह तक प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। क्या यह सब प्रबंधक का दायित्व नहीं है? वैसे इस लेख के सहारे मैने केवल रोहित जी के लेख के प्रसंग में यह बताना चाहा था कि गलती हर किसी से होती है औ्र विकिया पर गलतियाँ वापस लाना उसकी आम कार्य प्रणाली का हिस्सा है। असल मुद्दा प्रबंधन अधिकार के विस्तार का है और इसके जरिए विकिया को एक व्यक्ति का क्रिड़ा क्षेत्र बनने नहीं देने का है। यह विकिया के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। किसी भी व्यक्ति को चाहे वह स्वयं को कितना ही महान ज्ञानी या समर्थ समझे उसे सामूहिक निर्माण की सार्वजनिक मुक्त श्रोत के रास्ते में बाधक बनने की इजाजत नहीं मिल सकती है। बाल की खाल के विस्तार द्वारा मूल मुद्दे से हटने और हटाने की कोशिश बेकार की साबित होगी। प्रबंधन दायित्व विस्तार के प्रश्न पर शेष किसी भी प्रबंधक की टिप्पणी न आना साफ संकेत है कि विकिया फिलहाल एक प्रबंधक का क्रीड़ाक्षेत्र बन गई है। कोई इसे उपलब्धि मानकर इसे बनाए रखने की हर संभव कोशिश करते हुए स्वयं को विकिनीतियों का मर्मज्ञ होने का दावा भी करे तो उसके लिए क्या कहें? अनिरुद्ध  वार्ता  13:50, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    विलियम जी के लिए। विकिया आप समझ गये लेकिन सिसप (sysop) आपको नेपाली का शब्द लगा। हाऊ क्यूट न! पॉलिटिकली करेक्ट होने के साथ एक व्यक्ति को कॉमनसेंस की भी आवश्यकता होती है। जिस साथी भाव और सहयोग का परिचय आपको एक नये सदस्य को देना चाहिए यदि वह आपने मई २०१२ के दौरान भी दिखाया होता तो यह नौबत ही नहीं आती। शर्त के साथ अधिकार माँग कौन रहा है? यहाँ टिप्पणी करना तो नहीं चाह रहा था लेकिन अनिरुद्ध जी का नामांकन मैंने प्रस्तावित किया था इसीलिए लिख रहा हूँ। यह आपकी ‘मैं’ शैली ही आपत्तिजनक है। १९ मई २०१२ को मैंने शायद चार लेख (चूंकि इतिहास दिख नहीं रहा तो ठीक से याद नहीं) विकि पर सहेजा। २१ तारीख तक उस लेख पर कोई सूचना या टैग नहीं लगा था। फिर मुझे अनिरुद्ध जी ने बताया कि लेख इस तरीके से नहीं लिखे जाते। आप इन्हें स्वयं हटाने के लिए नामांकित करें और लेख कैसे बनाएँ निर्देश पढ़कर एक नयी शुरुआत करें। मैंने शीह नामांकित किया और विलियम जी ने हटाया। फिर मैंने सबाल्टर्न अध्ययन नामक लेख सहेजा। चूंकि लेख मेरा ही था इसीलिए मैंने कॉपीराइट पर ध्यान नहीं दिया। कॉपीराइट का उल्लंघन मैं भी अनुचित मानता हूँ और संदर्भ, कड़ी, साँचा और श्रेणी इत्यादि लगाने में यथासंभव सावधानी बरतता हूँ। विकिपीडिया चूंकि एक सामुदायिक भागीदारी है इसीलिए ‘’विश्वास रखें’’ (assume good faith) का सहजबोध (commonsense) सभी सदस्यों को रखना चाहिए। एक प्रबंधक पर तो और भी बड़ी जिम्मेदारी होनी चाहिए। आपने यह बोध नहीं दिखाया। सबाल्टर्न अध्ययन तो हटाया ही लगे हाथ एकीकृत तटीय क्षेत्र प्रबंधन अधिनियम, २०११ लेख भी हटा दिया। बताने का कष्ट करेंगे कि इसको हटाने के पीछे क्या तर्क था? सुधारने का अवसर क्यों नहीं दिया गया? क्या एक सदस्य बार-बार आपसे पृष्ठ वापस करने का आग्रह करके यहाँ योगदान करेगा? मेल तो मुझे अनिरुद्ध जी के साथ अन्य पाँच सदस्यों ने भी किया है। सभी अच्छी भावना के साथ लिखे मेल हैं। मैं उनकी जानकारी यहाँ देना उचित नहीं समझता। आपने मेरे ब्लॉग का संदर्भ दिया है। फरवरी २०१२ के बाद मैंने कोई ब्लॉग नहीं लिखा। पहले के ब्लॉग मैंने हटा भी दिये हैं क्योंकि सही प्रक्रिया को न अपनाने के कारण उक्त लेख में संदर्भ नहीं था और बिना संदर्भ के ब्लॉग लिखना भी मैं उचित नहीं समझता। मेरे पास उक्त लेख की संदर्भयुक्त और संदर्भमुक्त दोनों कॉपी मौजूद हैं। आवश्यकता पड़ी तो दोनों कॉपी उपलब्ध करा दूँगा वैसे वो लेख इंटरनेट पर कहीं और भी मौजूद है। मैं बताऊँगा तो प्रचार की श्रेणी में आ सकता है इसलिए आप चाहें तो उसे ढूँढ लीजिएगा। इन मुद्दों पर पहले भी चर्चा हो चुकी है इसलिए दुहराव ठीक नहीं है। ख़ैर, लुब्बोलुआब यह कि आपने assume good faith का अपनी सुविधानुसार प्रयोग किया और लवी सिंघल की कठपुतली शॉन अका seanzcampbell को स्वतःपरीक्षित अधिकार देना इसी का एक उदाहरण है। उनका सदस्य पन्ना भी उनके अनुरोध पर हाल में आप ही ने मिटाया है। अच्छी बात यह है कि अब आप विश्वास रखें की नीति को अमल में ला रहे हैं। संजीव जी, माला जी सहित अन्य नये साथियों के साथ आपका शुरुआती बरताव इसका संकेतक है और मेरे लिए इतना ही बहुत है। तो साथी, जिन्हें अधिकारों की चिन्ता है तो हुआ करे। सहजबोध कहता है कि जिन्हें कुछ नहीं चाहिए होता है वे लोग अपना काम और भी ज्यादा जिम्मेदारी से करते हैं। बातें और भी हैं लेकिन शेष फिर। मिलते रहेंगे। धन्यवाद। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 06:03, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    विकिया इसलिए पता है क्योंकि इस "विकिया" के कारण विकिपीडिया और विकिमीडिया को बहुत समस्या हुई थी और विकिमीडिया फाउंडेशन को आधिकारिक विवरण देना पड़ा था कि उनका इस विकिया से कुछ लेना देना नहीं। सिसप इसलिए नहीं पता क्योंकि अंग्रेज़ी में इसे सिसोप कहते हैं और जिस प्रकरण की बात अनिरुद्ध जी कर रहे हैं उसमें सिसोप की कोई भूमिका ही नहीं थी। दो ही बात हो सकती हैं: या तो उन्हें पता नहीं सिसोप कौन होता है या वो गुमराह कर रहे हैं। आपके "एकीकृत तटीय क्षेत्र प्रबंधन अधिनियम, 2011" लेख को हटाने का कारण मैं आपके पूछने पर पहले ही दे चुका हूँ, बार-बार पूछने का कोई विशेष कारण?<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 06:29, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    नियमावली का तर्क जानना चाहता था। यह लेख किस नियम का उल्लंघन कर रहा था? हटाने के लॉग में उसका कारण क्या था? मेरा उद्देश्य केवल यह दिखाना था कि assume good faith नामक विकि पर एक दिशानिर्देश है, जिसका आपने पालन नहीं किया। कारण तो आप भी समझ रहे हैं और रबर की तरह इस मुद्दे को मैं भी नहीं खींचना चाहता। धन्यवाद। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 06:49, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    कॉपीराइट उल्लंघन से सम्बन्धित नीति

    'प्रबंधन अधिकार विस्तार' नामक उपरोक्त चर्चा में 'कॉपीराइट उल्लंघन' का बार-बार उल्लेख हो रहा है। इसके पहले भी बिल जी ने इसके नाम पर बहुत से लेख हटाए हैं। इस संदर्भ में मैं कुछ जानकारी चाहता हूँ-

    • (१) 'कॉपीराइट उल्लंघन' सम्बन्धित हिन्दी विकिपीडिया का नीति का पन्ना/पन्ने कहाँ है?
    • (२) क्या वह नीति हिन्दी विकि पर लागू है?
    • (३) यदि लागू नहीं है तो इतने सारे लेख, इतने सारे चित्र आदि किस आधार पर हटाये गये? -- अनुनाद सिंहवार्ता 10:20, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    यह नीति शायद हिन्दी विकी पर अलग से तो लागू नहीं की गई लेकिन आप विकिपीडिया के पंचशील सिद्धान्त के तीसरे नियम के "अनुसार मुद्राधिकार" उल्लंघन ठीक नहीं है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:41, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव कुमार जी, आपके उत्तर के लिए साधुवाद। किन्तु मैं यह उत्तर बिल जी या सिद्धार्थ जी से पाना चाहता हूँ जिन्होने कुछ अन्य सदस्यों के साथ तथाकथित कॉपीराइट उल्लंघन के नाम पर लेखों और चित्रों को मिटाने का एक 'आन्दोलन' चलाया था।

    संजीव जी, विकिपीडिया के पंचशील सिद्धान्त में मुद्राधिकार उल्लंघन का केवल नाम लिया गया है। इसके अलावा उसमें सबसे नीचे 'ध्यान दीजिए' के अन्तर्गत क्या लिखा है? और सबसे बड़ा प्रश्न है कि क्या यह पन्ना हिन्दी विकि का 'नीति का पन्ना' है? क्या यह लागू भी है?

    'नीति के पन्नों' या 'नीति लागू नहीं' का प्रसंग सदस्यगण को अवश्य याद होगा। यदि नहीं है तो इस रोचक प्रसंग पर बाद में लिखूँगा।-- अनुनाद सिंहवार्ता 15:13, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    सिद्धार्थ जी और बिल जी कब उत्तर देंगे वो तो मैं नहीं जानता लेकिन यह कह सकता हूँ कि यदि वो नियम विकि के आने से पहले के हैं तो वो तो लागू ही माने जायेंगे ना?☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:21, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अनुनाद जी, कृपया विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने की नीति पढ़ें। आपने स्वयं इस निति के निर्माण के समय चर्चा में भाग लिया था। पंचशील पर "ध्यान दीजिये" का आपने अच्छा सन्दर्भ दिया। "विकिपीडिया [उन] नियमों के आधार पर बना है। [वे] सिद्धांत पहले से स्थापित थे और [वह] पृष्ठ बाद में आया" है, पंचशील विकि के मूल सिद्धांतों को सार है और जी हाँ वो पूरी तरह से "लागू" है, इसकी घोषणा मयूर जी ने भी की थी।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 15:41, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी सावधान! कहीं आपको भी यह नसीहत न दी जाय की विकि मेरे मुहल्ले के लड़के का नाम है। कहीं इसे ही समझदारी का प्रमाण बताकर हिंदी विकिया की भारी जिम्मेदारी को अकेले वहन करने का औचित्य न साबित कर लिया जाय। मैने फिलहाल सिद्धार्थजी और आशीषजी से हस्तक्षेप का अनुरोध किया है। देखें कि काम करने की स्थिति बनाने की गुंजाइश कितनी है। कॉपीराइट उल्लंघन का कोई प्रबुद्ध व्यक्ति समर्थन कर ही नहीं सकता लेकिन मिटाते समय यदि जरा सी भी सुधार की गुंजाइश है तो मिटाने के बजाय सुधार करना चाहिए, यदि केवल लेख का शीर्षक भी ठीक है तो उसका पन्ना मिटानेके बजाय दो सार्थक पंक्तियाँ लिख देनी चाहिए, इतना विवेक भी जिनके पास नहीं है उन्हें नीति की बातें करते और हिंदी विकिया के संवर्धन का भारी बोझ ढोते देखकर सहायता करने की इच्छा हो उठना स्वाभाविक है। समाधान का रास्ता आप सरीखे कई सदस्यों के हाथों में प्रबंधन दायित्व जाने में ही है। जब मैने २००९ में विकि पर काम शुरु किया था तो अधिकांश दिनों और वर्षों के लेखों के केवल साँचे पड़े थे। कुछ लोगों ने पूर्व में उसे हटाने की चर्चा भी की थी। मैने वे लेख बनाए और उसपर के सांचों ने मेरी मदद ही की थी। कॉपीराइट या निरर्थक सामग्री के नाम पर लेख हटाने को ही सर्वाधिक जरूरी कार्य मानने वाले प्रबंधक की सक्रियता ने ही नए और अल्पज्ञानी सदस्यों को जोड़ने से मुझे भयभीत कर दिया है। अब मुझे अपने छात्रों के ज्ञानी होने तक प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। यह जानते हुए भी कि विकिया ज्ञानी के साथ ही हर अल्पज्ञआनी के सामर्थ्य से ही ज्ञआनकोश बनाने की संकल्पना है। अनिरुद्ध  वार्ता  15:58, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अनिरुद्ध जी, आप जैसे शान्त स्वभाव वाले व्यक्ति का ये रूप देखकर मुझे हैरानी हो रही है। वैसे आप अन्य सदस्यों को जोड़ते रहें। उन्हें यहाँ जुड़ने से पहले पूर्णतः ज्ञानी होने की आवश्यकता नहीं है। हाँ कॉपीराईट के कारण पृष्ठ हटाये जाते हैं लेकिन उनमें सुधार करना एक व्यक्ति के बस का काम नहीं होता। मैं हमेशा कोशिश करता हूँ ऐसा करुँ, लेकिन हमेशा ऐसा सम्भव नहीं है। कभी-कभी किसी विषय के बारे में मुझे जानकारी नहीं होती लेकिन कॉपीराईट का उल्लंघन भी हो रहा होता है तो वहां पृष्ठ में सुधार करना असम्भव सा हो जाता है। आप किसी पृष्ठ का उदाहरण दें तो हो सकता है उसको सुधारने का प्रयास मैं भी करुँगा। यहाँ लड़ने से कोई लाभ नहीं होने वाला।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:20, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    बिल जी, आपने ऊपर जो चार-पाँच वाक्य लिखें हैं उनमें से कोई मेरे प्रश्नों का उत्तर नहीं दे पा रहा है। उनमें से कुछ तथ्यतः झूठ हैं, कुछ का इससे कोई सम्बन्ध ही नहीं है। इसके अलावा उपरोक्त में से कोई भी नीति लागू नहीं है (कारण आगे दिया है)। मेरे प्रश्न बिन्दुवार हैं और असंदिग्ध हैं। फिर भी इन प्रश्नों के उत्तर देने की सुविधा के लिए आपको याद दिला दूँ कि शॉन उर्फ लवी सिंहल जब कठपुतली घोषित हो गया और उस पर कार्यवाही करने की बारी आयी तो हुन्ज्जजाल जी ने एक नया 'लूपहोल' निकाला कि हिन्दी विकि पर कठपुतली से सम्बन्धित नीति 'लागू नहीं' है। फिर से विकिपीडिया:कठपुतली तथा इसका वार्तापृष्ट देखें। इससे सम्बन्धित महान चर्चा को याद करें। इस चर्चा में एक मतदान भी हुआ था जिसमें केवल हुन्जजाल, बिल विलियम कॉंप्टन और क्रान्त वर्मा जी ने समर्थन किया था (बाद में क्रान्त जी ने विरोध भी किया था) और उसे आनन-फानन में 'पास' मान लिया गया था। इसके बाद यह बाद साफ हो गई थी कि जिस पृष्ठ पर 'नीति' होने का स्पष्ट उल्लेख नहीं है वह नीति का पन्ना नहीं है। मेरे प्रश्नों का सम्बन्ध आपके द्वारा की गई मनमानी (बिना नीति के या नीतिविरुद्ध कार्य) से है जिसके लिए आप पहले ही हिन्दी विकि द्वारा प्रबन्धक पद से हटाये जाने के लिए अनुशंशित हैं। इन प्रश्नों का उद्देश्य यह भी दिखाना है कि हुन्जजाल जी और बिल ने प्रबन्धक पद के दुरुपयोग की सारी सीमाएँ लांघ दी हैं तथा हिन्दी विकि का भारी नुकसान किया है।-- अनुनाद सिंहवार्ता 04:07, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    सभी माननीय सदस्यों से मेरा निवेदन है कि कृपया एक बात पर ध्यान दें। मेरा मानना एक ही है कि गलतियां कोई भी कर सकता है लेकिन विकि पर जो कोई भी है, शुभ इच्छाओं से युक्त है। अपने अपने अनुभव, अपनी अपनी बुद्धि अनुसार हर कोई भला ही कर रहा है। जो भी बातचीत हो इसी बात को ध्यान में रखकर हो़। किसी के भी कार्य का विवेचन हो तो इसी दृष्टिकोण से हो। दोनो पक्षों से निवेदन है कि भाषा और शब्द चयन भी इसी भावना से प्रेरित हों तो श्रेयस्कर होगा। -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 13:58, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    फ़िलीपीन्स या फ़िलिपीन्ज़

    इस समय देश पर बने लेख का नाम "फ़िलीपीन्स" है परन्तु मुख्य श्रेणी फ़िलिपीन्ज़ है। इंटरनेट पर ख़ोज परिणाम "फ़िलीपीन्स" के ही ज्यादा हैं।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 23:58, 16 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    यह दिलचस्प स्थिति है कि अंतर्जाल पर चारों संभावित वर्तनी मिलती है। अंग्रेजी उच्चारण के सर्वाधिक निकट फिलिपिंस ९ हजार से अधिक, फिलीपिंस और फिलिपींस ४० और साठ हजार से अधिक बार लिखे गए हैं। लेकिन हमें सर्वाधिक प्रचलित फिलीपींस (३ लाख बार से अधिक) को ही स्वीकार करना चाहिए। हाँ अन्य वर्तनियों का पुनर्निर्देशन भी करना जरूरी है। वैसे हिंदी का आधिकारिक स्रोत या फिलीपींस के निवासियों द्वारा किए जाने वाले उच्चारण का पता चलने पर निर्णय करने में थोड़ी और सहायता मिलेगी। अनिरुद्ध  वार्ता  03:27, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    परम्परागत रूप से हिन्दी जगत में सन्दर्भित देश को 'फिलीपींस' लिखा/बोला जाता रहा है। परम्परागत वर्तनी या उच्चारण को हिन्दी विकि पर (सबसे) अधिक महत्व दिया जाना चाहिए (जब तक इससे अधिक वजनदार कोई कारण न हो)-- अनुनाद सिंहवार्ता 04:17, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    वर्तनी की दृष्टि से फिलीपींस ही सही है। डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 08:00, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    वर्तनी और व्यवहार की दृष्टि से फिलीपींस अधिक प्रचलित है। गूगल खोज के परिणाम भी इसकी संस्तुति करते हैं। धन्यवाद। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 07:43, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    आप सभी का अपनी अमूल्य राय देने का धन्यवाद। निष्कर्ष के तौर पर जैसा मुझे लग रहा है उसके अनुसार लेख का जो वर्तमान नाम है उसी नाम की श्रेणी भी होनी चाहिए। अगर मैं गलत सोच रहा हूँ तो कृपया बताएँ।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 17:13, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    आपकी सहायता चाहिये

    मित्रो! मैंने आज ही रैंकोजी मन्दिर (जापान) के नाम से यह नया पृष्ठ बनाया है। इसे मैंने अपनी ओर से यथासम्भव पूरी कोशिश की है कि सभी वांछित तथ्य आ जायें। स्रोत चूँकि अंग्रेजी विकीपीडिया है जहाँ कई सन्दर्भ जापानी भाषा के भी हैं। क्या कोई सज्जन इसे देखकर चेक करके बता पायेंगे कि वे तथ्य प्रामाणिक भी हैं या नहीं। धन्यवाद डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 08:00, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    सुभाष चन्द्र बोस लेख में ताइहोकू व ताइवान के सम्बन्ध में

    उपरोक्त लेख के लापता होना और मृत्यु की खबर अनुभाग में मैंने ताइहोकू शब्द का जापानी भाषा में लिप्यान्तरण अंग्रेजी विकीपीडिया के National Taiwan University (Redirected from Taihoku Imperial University) से कॉपी पेस्ट करके वहाँ पर दे दिया है ताकि खोजकर्ताओं को उसका सही सन्दर्भ देखने में सुविधा रहे और उन्हें यह भी जानकारी हो सके कि सन् 1945 में ताइहोकू नाम का कोई स्थान जापानी साम्राज्य में अवश्य ही रहा होगा जिसे बदलकर ताईवान या ताइवान कर दिया गया। और इसमें आगे कोई भ्रम की स्थिति न रहे डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 06:40, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    विंडोज़ (बॉट की मदद)

    हिंदी विकिपीडिया पर विंडोज़ से सम्बंधित कई पृष्ट हैं, और हर पृष्ट पर एक अलग ही वर्तनी नज़र आती है। मुख्य तौर पर विंडोज़, विंडोज, विण्डोज़, विण्डोज, विन्डोज़, विन्डोज ‎जैसी हर संभव वर्तनी देखी जा सकती है। कभी कभी तो एक ही लेख में दो-चार अलग वर्तनियाँ होती हैं। मैंने सर्च किया तो पता चला की विंडोज़ सबसे अधिक प्रचलित और उच्चारण के हिसाब से सबसे सही है। अब हर पृष्ट की वर्तनी मैन्युअली बदलने में बहुत समाया बरबाद होगा। क्या किसी बॉट की मदद से यह काम किया जा सकता है? जिससे की हर लेख के शीर्षक और सामग्री में मुख्य वर्तनी विंडोज़ का इस्तेमाल हो और अन्य वर्तनियाँ इसपर पुनर्निर्देशित हों। शुभम कानोडिया (वार्ता) 08:13, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    शुभम जी आप वर्तनी पर ध्यान दे रहे हैं और तकनीक के अच्छे जानकार प्रतीत होते हैं। वर्तनी जैसे विषय पर किसी अन्य सदस्य बॉट से यह सहायता लेना एक तात्कालिक विकल्प है किन्तु यदि आप स्वयं अपना एक बॉट खाता बना सकें तो बेहतर होगा। आवश्यक और उचित समझें तो विकि बॉट अनुमोदन हेतु अनुरोध पृष्ठ पर अपना बॉट खाता बनाने हेतु नामांकन करें। धन्यवाद। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 08:28, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    शुभम जी, मैं अपने द्वारा संचालित बॉट से स्वयं तो वर्तनी नहीं बदलता परन्तु आपके इस अनुरोध पर बदल देता हूँ।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 09:06, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    YesY पूर्ण हुआ, अगर कोई कमी रह गई हो तो कृपया बताएँ।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 09:10, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    धन्यवाद बिल जी। अब कई लेखों में सही वर्तनी नज़र आ रही है! पर शायद आपका बॉट कुछ लेखों की तरफ देखना भूल गया ;) ( विण्डोज़ फोन | विण्डोज़ मीडिया प्लेयर | विण्डोज़ लाइव मैसेंजर आदि )। क्या आपने AWB की मदद से यह कार्य किया? शायद अजीत जी की राय सही है। मुझे भी AWB खाते के बारे में सोचना चाहिए! ताकि आपको परेशान किये बिना ऐसे काम खुद कर सकूं। शुभम कानोडिया (वार्ता) 09:35, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    शुभम जी, मैं इन लेखों में से भी जल्द ही वर्तनी सुधार दूँगा। AWB के लिए आपको कोई अलग से खाते की आवश्यकता नहीं है।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 11:04, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    धन्यवाद बिल जी। खाते से मेरा मतलब एक "प्राधिकृत" खाते से था। मैंने प्रबंधक सूचनापट पर AWB उपयोग हेतु आवेदन किया है। आपसे निवेदन है आप एक नज़र डालें और अगर सही लगे तो अनुमति प्रदान करें । शुभम कानोडिया (वार्ता) 11:34, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    विकिपीडिया:क्या आप जानते हैं की नियमावली के बारे में चर्चा

    मुझे विकिपीडिया:क्या आप जानते हैं में लेख चयन के लिए बने "मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग में अगर कोई लेख प्रदर्शित हुआ है तो उसे यहाँ स्वीकार नहीं किया जा सकता" नामक नियम का औचित्य समझ में नहीं आ रहा है। अगर कोई लेख मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग प्रदर्शित हुआ है तो उसे "क्या आप जानते है" में क्यों नहीं प्रदर्शित किया जा सकता। मैं इसका कारण प्रबंधकों से जानना चाहता हूँ। मुझे तो यह नियम औचित्यहीन लग रहा है। क्या कोई हाल की चल रही घटना (जो कि मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग प्रदर्शित हुई है) के बारे में रोचक तथ्य नहीं जानना चाहेगा? --प्रतीक मालवीयवार्ता 10:09, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    प्रतीक जी, यह नियमावली पहले की बनी हुई है। इसको यदि बदलवाना चाहते हो तो कारण सहित नया प्रस्ताव रखना पड़ेगा। ऐसा करने का नियमावली बनाते समय क्या कारण रहा होगा यह तो मैं नहीं जानता लेकिन क्या कारण हो सकता है इस विषय में मेरे विचार रखता हूँ। चूँकि एक ही विषय की मुखपृष्ठ पर दो-तीन बार पुनरावर्त्ति होगी तो इससे कुछ ऐसा लगता है कि विकी का मुखपृष्ठ एक ही विषय के पिछे घुम रहा है। चूँकि आप "क्या आप जानते हैं" साँचे के वार्ता पृष्ठ पर देखेंगे तो पायेंगे कि बहुत से विषय बिना जाँच के पड़े हैं अतः एक विषय की पुनरावर्त्ति से अच्छा है कि मुखपृष्ठ को अलग-अलग विषयों से भरपूर किया जाये।☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:12, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    प्रतीक जी, इस नियम को बनाने के पीछे ये मुख्य उद्देश्य थे:
    मुखपृष्ठ समाचार द्वारा पाठकों को वर्तमान समय की विश्वव्यापी घटनाओं से अवगत कराया जाता है, उन्हें सुर्खियों में बने हुए विषय के लेख तक निर्देशित किया जाता है, विकिपीडिया के वे लेख जिनमें पाठकों की रूचि हो सकती है उन्हें सही मंच मुहैया कराया जाता है व इस अनुभाग द्वारा विकि सम्पादकों को हाल की घटनाओं पर लेख बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। अब जब सुर्खियों में रहने वाले विषय पर बने लेख को मुखपृष्ठ पर स्थान मिल ही चुका है तो इसका अर्थ यह है कि पाठक आसानी से उस विषय से सम्बन्धित "रोचक तथ्य" भी लेख में पढ़ कर जान सकता है।
    समाचार अनुभाग में आने वाले लेख अस्थिर होते हैं, अर्थात उनमें मौजूद जानकारी जल्दी-जल्दी बदलती है जबकि "क्या आप जानते हैं?" अनुभाग वाले लेख स्थिर होने होते हैं।
    एक ही लेख को मुखपृष्ठ पर दो अलग-अलग अनुभाग में दिखाने का अर्थ यह बनता है कि हमारे पास इतनी सामग्री ही नहीं कि उसे मुखपृष्ठ पर दिखाएँ।
    एक ही विषय को दोनों अनुभाग में दिखाने का अर्थ यह भी बनता है कि विकि उस विशेष विषय को विशेष तवज्जो दे रहा है जबकि विकि को हर तरह के विषय को एकसमान अहमियत देनी होती है।
    आशा है आप समझ पाए होंगे कि क्यों इस नियम को बनाया गया था।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 17:38, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    कारण समझाने के लिए धन्यवाद संजीव जी और बिल जी! मैं इस नियम का कारण समझ गया।--प्रतीक मालवीयवार्ता 04:14, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    लेख शीर्षक

    श्रेणी:उत्तराखण्ड के गाँव में कई लेखों के शीर्षक बहुत अटपटे हैं। तीन विशेष पर मेरी नज़र पड़ी, परन्तु मुझे समझ नहीं आ रहा कि इनका सही नाम क्या है, ये तीन लेख हैं: ेसेलाखोला, चम्पावत तहसील, ेकफल्टी, पाटी तहसीलॅॅफल्टनीया, बागेश्वर(सदर) तहसील। इस श्रेणी में हिन्दी विकि के लगभग 10 प्रतिशत लेख हैं जिनमें किसी एक में भी कोई सन्दर्भ नहीं है, ऐसे में सही नाम क्या है यह भी पता करना बहुत मुश्किल है। किसी सदस्य को इनके सही नाम पता हों तो कृपया बताए।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 05:36, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    आप सही कह रहे हैं। नाम थोड़े अटपटे ज़रूर हैं किन्तु सही हैं। जिन तीन लेख शीर्षकों का आपने उल्लेख किया है उनमें टंकण वर्तनी का व्यतिक्रम था जिसे संपादित कर दिया गया है। चूंकि शीर्षक ही विशिष्ट थे इसलिए उनके साथ जुड़े अन्य विशेषणों को हटा दिया गया है। ऐसा बहुविकल्पी लेखों की स्थिति में तो ठीक है अन्यथा शीर्षक स्वतंत्र नाम से होने चाहिए। अन्य मत भी आमंत्रित हैं। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 07:28, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    अनुक्रमित तालिका

    राजकमल प्रकाशन पुस्तक सूची में दो कॉलम वाली बनी हुई तालिका देखें। मैं चाहता हूँ कि पुस्तकों के नाम और लेखकों के नाम को इच्छानुसार हिंदी वर्णक्रमानुसार सजाने का विकल्प हो। हम चाहें तो तालिका को लेखकों के वर्णक्रमानुसार देख सकें चाहें तो पुस्तकों के वर्णक्रमानुसार। क्या ऐसी कोई तालिका हिंदी विकिया पर सदस्यों की नजर से गुजरी है? जिसमें यह सुविधा हो। अनिरुद्ध  वार्ता  17:53, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    अनिरुद्ध जी, मैने सूची में उपयुक्त बदलाव किए हैं। कृपया देख कर यह बताएँ कि क्या आप ऐसा ही कुछ सोच रहे थे?<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 18:11, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मैं चाहता हूँ की पुस्तक का नाम औ्र लेखक का नाम में कोई लिंक हो जिसपर क्लिक करते ही तालिका का वह कॉलम आकारादी क्रम से सज जाए। उसी के अनुसार दूसरा कॉलम भी हो जाय। इसी तरह लेखक का नाम पर भी लिंक हो जिसे क्लिक करते ही वह कॉलम वर्ण क्रमानुसार सज जाए एवं पहला कॉलम उस दूसरे सजे कॉलम के अनुसार व्यवस्थित हो जाय। अनिरुद्ध  वार्ता  18:44, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    थोड़ी मदद यहाँ है। शायद कुछ काम हो सके। अनिरुद्ध  वार्ता  18:54, 19 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    गूँज अधिसूचनाओं को हिन्दी विकिपीडिया पर लागू करना

    मित्रों, जैसे आप जानते ही हैं कि गूँज अधिसूचनाओं को बारी-बारी से सभी विकिपीडियाओं पर लागू किया जा रहा है। तीसरे चरण तक यह कन्नड़ और तेलुगु सहित विश्व के कई विकिपीडियाओं में लागू किये थे। अब इन सन्देशों को हिन्दी विकिपीडिया पर लागू किया जाना है। इस मामले में मैं सदस्यों के विचार जानना चाहूँगा। मुज़म्मिल (वार्ता) 07:09, 21 अक्टूबर 2013 (UTC).[उत्तर दें]

    Bisexuality

    Bisexuality को हिन्दी में क्या कहा जाएगा? उभयलिंगी को hermaphrodite कहा गया है। द्विलिंगी भी उभयलिंगी का समानार्थी शब्द लगता है।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 12:36, 21 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    इसके अलावा lesbianism के लिए प्रयुक्त हिन्दी शब्द स्त्रीसमलिंगीरति, स्त्रीसमलिंगकामुकता एवं लेस्बीयता हैं। (कोई एक काम में ले सकते हैं तीनों सही हैं।)☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:59, 21 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    धन्यवाद संजीव जी।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 13:34, 21 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    अधिसूचना प्रणाली

    सदस्य देख सकते हैं कि 22 अक्टूबर को हिन्दी विकिपीडिया पर अधिसूचना प्रणाली को सक्षम किया गया है। इससे सम्बंधित शुरुआती सहायता पृष्ठ सहायता:अधिसूचनाएँ पर है। सदस्य कृपया इसे एक बार देख लें और इस प्रणाली की सुविधाओं से अवगत हो जाएँ। यदि सहायता पृष्ठ में दी बातों के अतिरिक्त कोई प्रश्न हो तो यहाँ पूछें। धन्यवाद।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 10:01, 23 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    गंगाधर नेहरू पृष्ठ में बर्बरता

    ☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:01, 24 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    लम्बित मुद्दों को शीघ्र निपटाया जाय

    हिन्दी विकि पर बहुत से मुद्दे लम्बित पड़े हैं। इनमें सबसे ज्वलन्त मुद्दा बिल विलियम कॉम्पटन को प्रबन्धक पद से हटाने के लिए निवेदन है जिसको हिन्दी विकि के बहुसंख्य सदस्यों का समर्थन प्राप्त हुआ था। मेरा निवेदन है कि इस मामले को तुरन्त निपटाया जाय। इस बारे में प्रबन्धकगण तथा सदस्यों की स्मृति को ताजा करना चाहूँगा-

    • (१) इस मतदान को किसी स्टीवर्ट के संज्ञान में नहीं लाया गया (वैसे ही जैसे दिनेश स्मिता तथा अन्य के प्रबन्धक पद पर नामांकन पर हुए मतदान को किसी स्टुअर्ट के संज्ञान में नहीं लाया गया।)
    • (२) यह मतदान होने के समय ही लवी सिंहल उर्फ शॉन के कठपुतली होने की पुष्टि हुई थी। ध्यातव्य है कि शॉन के कठपुतली होने की शंका मैने जतायी थी तथा चेकयूजर का निवेदन किया था। हमारे हिन्दी विकि के प्रबन्धक बिल विलियम कॉम्प्टन ने इसका सर्वांग विरोध किया था। मैने उस समय ऐसे प्रमाण दिये थे जिससे सिद्ध होता है कि शॉन के कठपुतली खाते का ज्ञान बिल को था। शॉन के कठपुतली सिद्ध होते ही शान को प्रतिबन्धित न करते हुए अनुनाद सिंह को प्रतिबन्धित कर दिया गया ताकि इस मामले पर चर्चा न हो सके और इस मामले को आसानी से दबाया जा सके। अभी सुनने में आया है कि लवी सिंहल के खाते को मिटा दिया गया! यह क्यों नहीं किया जाना चाहिए था, इस पर अलग से लिखूँगा।
    • (३) बिल ने पहले की तरह हिन्दी विकि की नीतियों को ताख पर रखकर या स्वकल्पित नीतियों के सहारे मनमानी जारी रखी है। (इस सम्बन्ध में कई लम्बी चर्चाएँ पढ़ें)
    • (४) इतने बहुमत से प्रस्ताव पारित होने के बावजूद उस पर कोई कार्यवाही न होना बहसंख्यक सदस्यों का अपमान है और लोकतंत्र पर प्रश्नचिह्न।
    • (५) ध्यान दें कि यह प्रस्ताव बिल के प्रबन्धकीय अधिकारों को हटाने के लिए है, न कि उन्हें हिन्दी विकि से प्रतिबन्धित करने के लिए (जैसा कि उन्होने हुन्जजाल के सहयोग से मुझे ब्लॉक करके किया)।

    लिखने के लिए बहुत है किन्तु संक्षेप में यही निवेदन करूँगा कि बिल को प्रबन्धक पद से हटाने के उक्त प्रस्ताव पर आवश्यक कार्यवाही हो ताकि हिन्दी विकि पर सद्भावना के साथ न्याय की विजय होती दिखे।-- अनुनाद सिंहवार्ता 14:59, 24 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    ज्ञानकोष → ज्ञानकोश

    अजीत जी ने कुछ समय पहले चौपाल पर सूचित किया था कि हिन्दी विकिपीडिया पर इस समय इस्तेमाल होने वाली 'ज्ञानकोष' की वर्तनी गलत है। सही वर्तनी ज्ञानकोश होनी चाहिए क्योंकि "कोष अर्थसंपदा (treasure) को इंगित करता है जबकि कोश शब्दसंपदा को"। इस प्रस्ताव का समर्थन कुछ सदस्यों ने भी किया। अब मैं विकि समुदाय के सामने प्रस्ताव रखता हूँ कि ज्ञानकोष को ज्ञानकोश में बदल दिया जाए। यह बदलाव हिन्दी विकि के लोगो, उपशीर्षक, मुखपृष्ठ व सभी उन पृष्ठों में होगा जहाँ ज्ञानकोष का उपयोग अंग्रेज़ी के 'encyclopedia' की तरह हुआ है। सदस्यों से मैं अनुरोध करूँगा कि अपने समर्थन या विरोध के साथ-साथ स्पष्टीकरण भी दें। धन्यवाद।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 06:12, 25 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    समर्थन

    विरोध

    चर्चा

    मैं इस चर्चा में यह जोड़ना चाहूँगा कि Bhargava's Standard Illustrated Dictionary of the English Language (Anglo-Hindi Edition) 12th edition (1995 reprint) के अनुसार encyclopedia की हिन्दी विश्वज्ञानकोश है। चूँकि ये संस्करण काफ़ी पुराना है, अतः शायद अनुवाद में बदलाव हो गया हो। ध्यान देने की बात यह है कि इसमें भी श का प्रयोग हुआ है, ष का नहीं।

    साथ ही हमें इस चर्चा में इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि इस बदलाव से लोगो और वर्तमान motto (एक मुक्त ज्ञानकोष) में परिवर्तन आएगा। अतः इस चर्चा के बारे में शायद विकिमीडिया फाउंडेशन को भी सूचित करना होगा, चूँकि संभव है कि बदलाव के बाद trademark protection के लिए उन्हें कोई कानूनी कार्यवाही करनी हो।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 11:53, 25 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    • चाहें कुछ भी हो परन्तु मुखपृष्ठ में क्या सर्वत्र अशुद्ध वर्तनी, और वह भी ज्ञानकोश की जगह ज्ञानकोष; तो बिल्कुल ही स्वीकार्य नहीं। बौद्धिक सम्पदा को भौतिक सम्पदा बना देना क्या कहीं ट्रेडमार्क कॉपीराइट जैसा तो नहीं हो जायेगा कि मेहनत हमारी और कोश की कमाई या कोष कोई सुदूर बैठा व्यक्ति खा जाये।08:25, 26 अक्टूबर 2013 (UTC)
    ज्ञान कोश ही सही शब्द है ज्ञान कोष नहीं,--डा० जगदीश व्योमवार्ता 14:31, 26 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    प्रयोक्ता जाँच

    प्रशासक और प्रबंधक कृपया ध्यान दें, मेरा ऐसा मानना है कि 'बिल विलियम कॉम्पटन' और 'सिद्धार्थ घई' एक ही व्यक्ति हैं । मेरी मांग है कि इन दोनो सदस्यों की चेकयूज़र जाँच कराई जाये ताकि सच सामने आ सके। ````Dinesh smita (वार्ता) 04:30, 26 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    दिनेश जी, आप किस आधार पर कह रहे हैं कि "बिल विलियम काम्पटन" और "सिद्धार्थ घई" एक ही व्यक्ति हैं ?--डा० जगदीश व्योमवार्ता 14:28, 26 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    व्योम जी एक बार जाँच हो जाये तो आपको भी पता चल जायेगा कि यह सच है या नहीं। अगर यह सच नहीं निकलता तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे ही होगी लेकिन इसके लिए जाँच आवश्यक है। एक दो व्यक्ति और हैं जिनको लेकर मुझे संदेह है लेकिन जब मेरा शक पुख्ता हो जायेगा उनके बारे में तब ही बताना उचित होगा। व्योम जी मैंने विकी पर लगभग ६ साल बिताये हैं और अपनी ओर से यथा संभव योगदान देने का प्रयास किया है साथ ही बहुत कर्मठ योगदानकर्ताओं को विकी पर होने वाली राजनीति के चलते इससे दूर जाते भी देखा है। मुझे दुख होता है जब कुछ ऐसे व्यक्तियों के कारण जो सिवाए राजनीति के कुछ नहीं करते विकी की या यूँ कहें कि हिन्दी की हानि होती है।Dinesh smita (वार्ता) 05:42, 27 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    दिनेश जी, यह जगदीश जी के प्रश्न का उत्तर नहीं है। जाँच के लिए कारण माँगा जाता है। किसी की व्यक्तिगत शंकाओं को दूर करने के लिए जाँच नहीं की जाती। फिर भी यदि आप सोचते हो की जाँच हो सकती है तो आप अपना प्रस्ताव m:Steward requests/Checkuser पर ले जा सकते हो।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:31, 27 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    हाल ही में हिन्दी विकि के कई सदस्यों ने राय जाहिर की थी कि हिन्दी विकि पर प्रबन्धक बनाने से पहले कठपुतली जाँच अनिवार्य रूप से हो। मेरा भी यही विचार है। जो प्रबन्धक बन गया है उसके लिए तो यह और भी आवश्यक है। पता नहीं कि संजीव जी इसे अन्यथा क्यों ले रहे हैं जबकि चेकयूजर जाँच को एक उपयोगी हथियार मानते हुए विकिपीडिया ने इसका प्रबन्ध किया है। किसी कारण चेकयूजर जाँच यदि स्वीकर न हो तो भी उसे बुरा नहीं मानते हुए एक बार फिर आग्रह करना चाहिए। यदि इस पर भी न हो तो कुछ दिन बाद फिर से माँग करनी चाहिए।
    यह सब लोग देख चुके हैं कि बिल कॉम्प्टन जी लवी सिंहल उर्फ शॉन से क्या सम्बन्ध था। यह भी छिपा नहीं है कि सिद्धार्थ घई जी हमेशा बिल के साथ कंघे से कंधा मिलाकर चले हैं। बिल, हुन्जजाल और लवी के सभी अभियानों में वे सहयोगी रहे हैं। इसके साथ ही बिल को प्रबन्धक पद से हटाये जाने पर हुए मतदान पर वे आज तक रहस्यमय चुप्पी साधे हुए हैं। बिल और लवी की गालियाँ हिन्दी विकि पर यत्र-तत्र बिखरी हुईं हैं किन्तु सिद्धार्थ जी ने उनपर अपनी आँखें मूंदना ही न्यायसंगत समझा है। लिखने के लिए मेरे पास बहुत से 'कारण' हैं किन्तु मैं जानना चाहता हूँ कि जब चेकयूजर जाँच के लिए मांग की जाती है तो कुछ लोगों द्वारा 'कारण', 'तथ्य' और 'प्रमाण' देने की जो बात उठायी जाती है उसमें 'कारण', 'तथ्य' और 'प्रमाण' से क्या अभिप्राय है, इसे पूरी तरह स्पष्ट किया जाय। जहाँ तक मुझे पता है, यदि चेकयूजर की मांग करने वाले के पास प्रमाण होते तो चेकयूजर की जरूरत ही नहीं थी। इतना ही नहीं, चेकयूजर जाँच कई बार गलत भी पाई गयी है।
    यह भी याद दिलाना चाहता हूँ कि विल कॉम्प्टन स्वयं हिन्दी विकि पर चेकयूजर के 'प्रणेता' हैं। जब हिन्दी विकि पर कठपुतलियों से सम्बन्धित कोई नीति नहीं थी तो उन्होने बड़े जोर-शोर से कठपुतली जाँच करायी थी और प्रतिबन्धित करने की कोई नीति न होने के बावजूद एक सदस्य को प्रतिबन्धित कराया था। पता नहीं अचानक उनका हृदय परिवर्तन कैसे हो गया कि वे या तो चेकयूजर का जमकर विरोध करते हैं या कारण न होने की बात उठाते हैं या चुप हो जाते हैं। हो सकता है उनका खुद कठपुतली होना इसका कारण हो। -- अनुनाद सिंहवार्ता 09:19, 28 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अनुनाद जी, मैं ना ही तो इस जाँच का विरोधी हूँ, और न ही मुझे कोई आपत्ति है। यदि आप मेरी जाँच करवाएँ तो भी मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैं आपकी किसी भी जाँच में कहीं बाधा नहीं बनुंगा। आप बेधड़क जाँच करवायें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:28, 28 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी, बहुत बहुत धन्यवाद। आपकी ही तरह सभी प्रबन्धकों को आगे आकर ऐसा वक्तव्य देना चाहिए। किन्तु इतना ही पर्याप्त नहीं है। -- अनुनाद सिंहवार्ता 10:50, 28 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    Short-term Assignment at CIS-A2K

    Apologies for not posting in your language. At CIS-A2K we are looking to engage an experience Wikimedian on a short-term assignment. Please see this notice for more details. All queries may please be sent over e-mail given in the notice. --Visdaviva (वार्ता) 08:13, 28 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    Please note that CIS-A2K is extending the last date of submitting the application to 5th November 2013. Nitika.t (वार्ता)

    Good Articles

    क्या हिन्दी विकिपीडिया पर कोई Good Article है? मुझे अभी तक कोई हिन्दी विकि पर Good Article नहीं मिला।--प्रतीक मालवीयवार्ता 13:46, 28 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    प्रतीक जी मुझे भी ऐसा ही लगता है। यदि आपको कोई अच्छा लेख लिखना है तो उसमें थोड़े सुधार और करके निर्वाचित कर सकते हो। चूँकि यहाँ "निर्वाचित लेख" पर भी मुश्किल से २-३ लोग टिप्पणी करते हैं अतः यदि हम अधिक विकल्प रखेंगे तो भी कोई लाभ नहीं होने वाला। भविष्य में जरुरत पड़ेगी तो वो भी आरम्भ कर देंगे। यदि सही मानकों के साथ "अच्छे लेख" बनाना आरम्भ किया तो हमारे अधिकतर निर्वाचित लेखों की श्रेणी ही बदल जायेगी। चूँकि अपने यहाँ मुश्किल से २-३ निर्वाचित पृष्ठ प्रतिवर्ष लिखे जाते हैं। अतः इस विकल्प का अभी वैसे भी कोई अर्थ नहीं है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 20:28, 30 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    मशीनी भाषा पर राय दें

    सुशील जी की वार्ता पृष्ठ से रग्बी यूनियन विश्व कप संबंधी चर्चा को आगे का रास्ता बताएं। अंतिम दो संवाद कोट कर रहा हूं-

    “आपने मेरे द्वारा किए सुधार हटा दिए हैं। आपके लेख की पहली ही पंक्ति देखिए-

    रग्बी यूनियन विश्व कप या बस रग्बी विश्व कप भी बुलाया जाता है, यह एक रग्बी यूनियन प्रतियोगिता है, यह मशीन की हिंदी है या किसी हिंदी लिखना जानने वाले व्यक्ति की। आपसे अनुरोध है कि लेख की भाषा को ठीक कर दें। अनिरुद्ध वार्ता 18:26, 30 अक्टूबर 2013 (UTC)

    it was necessary to alter you edits because i find nothing wrong with line "रग्बी यूनियन विश्व कप या बस रग्बी विश्व कप भी बुलाया जाता है, यह एक रग्बी यूनियन प्रतियोगिता है," translated as "rugby union world cup or called just as rugby world cup, this is a rugby union tournament," so please point out the fault in this and remember you got many different type of spoken hindi used all over india so dont compare this with spoken hindi of a perticular type but instead compare it with meaning of each word and sentence more over i would like to point out rugby union is the name of the sport you dont call it as रग्बी संघ but only as रग्बी यूनियन just as football is called as फुटबॉल but not as पैर गेंद and pay some attention to articles which have untranslated english in it example प्रोटिस्ट i have worked on it but still you got many untranslated english words on it and that article was lying in that state since 12 sept 2008 so why dont you work on translating such articles. Sushilmishra”
    मेरे पास ऐसा साधन नहीं है जिसके सहारे मैं सुशील जी को यह समझा सकूँ कि मैं जिस हिंदी की बात कर रहा हूँ वह मानक हिंदी है भारत के किसी एक भाग़ में बोली जाने वाली नहीं और वे जिस पंक्ति को हिंदी का एक रूप कह रहे हैं उसे अस्पष्ट और अशुद्ध हिंदी कहते हैं। यदि जिस वाक्य को वे शुद्ध कह रहे हैं उसका किसी एक पुस्तक या मान्य हिंदी प्रयोक्ता के अंतर्जाल संवाद में प्रयोग का उदाहरण मांगूं तो शायद ज्यादती लगे। स अनिरुद्ध  वार्ता  20:03, 30 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    अनिरुद्ध जी वैसे देखा जाये तो गूगल अनुवादक द्वारा दिये गये अनुवाद से सुशील जी का अनुवाद केवल एक शब्द (टूर्नामेंट->प्रतियोगिता) में भिन्न है। लेकिन वह अनुवाद मुझे नहीं लगता गलत है। चूँकि मानक हिन्दी में आपका अनुवाद ठीक बैठता है लेकिन वह अंग्रेज़ी का अनुवाद नहीं बल्कि उस पृष्ठ को पढ़कर, अपने शब्दों में लिखा गया पृष्ठ कहा जा सकता है जो शायद अधिक उचित रहता है। लेकिन इस विषय पर मुझे नहीं लगता विवाद होना चाहिए।☆★संजीव कुमार (✉✉) 20:23, 30 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    Anirudh is right if we see the example of initial pages of user Blue Mario. But with Sushil, I personally do not think the level was that bad. I am of the opinion that till we get the "critical mass" interms of number of people here, we must bear with the quality. I think Sushil's language was within the bearable limit. Moreover, everyone may not be an expert in language.
    Also, I would like to mention that the way Sushil reverted looked like he took a little personally (though Anirudh's words/tone were also slighly like a teacher instructing a child). I re-iterate my conviction here. Everybody at this place is a good person. Lets trust each other and choose words accordingly. Instictive words and tone lead to unproductive discussions. I further suggest that we must use "Suggestive" and "Opinion Seeking" language. Such words do not offend and convey the intentions across very well. This is my suggestion. What is your opinion, Anirudh ji & Sushil ji? -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 06:12, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    कृपया भाषा और वाक्य विन्यास से संबंधित किसी भी सुझाव को अच्छी भावना से ग्रहण करें। भाषा यथासंभव सहज और सरल रखें। अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद करते समय इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। यहाँ हम सभी को लेख की भाषा को बेहतर कर सकने के किसी भी संपादकीय प्रयास या सुझाव पर अमल करने के लिए अपने ज़ेहन खुले रखने चाहिए। इस लेख की भाषा में संपादन किया गया है, सदस्य चाहें तो इतिहास में जाकर दोनों की भाषा देखकर अंतर कर सकते हैं। धन्यवाद। -- अजीत कुमार तिवारी वार्ता 08:19, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मनोज जी, मैं तो आपकी समझदारी का कायल हो गया। सुशील जी ने लेख की भाषा ठीक करने के प्रयास को जिस तरह अपनी कमी निकालने वाला मानकर वापस लिया था और जिस तरह वे शायद उस लेख को अपना मान बैठे हैं उसमें मेरे पास दो ही मार्ग था या तो भाषा सुधार वाले संपादन वापस लाकर लेख को सुरक्षित करके अपनी बात समझाने की कोशिश करूँ या फिर आप सबपकी मदद लूँ। मुझे भी लगता है कि भाषा में हल्का अप्रसन्नताजनक स्वर आ गया है। सुशील जी से निवेदन है कि इस टोन को परे रखकर मेरी तथा अन्य सदस्यों की बात समझने की कोशिश करें तथा अपने द्वारा बनाए गए लेख में किए गए भाषिक संपादनों को स्वीकार करने के लिए अपना जेहन खुला रखें।- अनिरुद्ध  वार्ता  16:35, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    1 Lakh on Diwali

    If this speed continues, membership numbers on hindi wiki will cross 1 Lakh by this Diwali. -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 06:27, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    बहुत अच्छी जगह पर ध्यान है!-- अनुनाद सिंहवार्ता 10:44, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    सदस्य बढ़ने के साथ-साथ हमें निर्वाचित लेख संख्या, निर्वाचित लेख सूची आदि विषयों पर भी ध्यान देना चाहिए जिससे ये संख्या और भी बढ़े। जो भी हो ये तो दोगुनी दीपावली हो गई।☆★संजीव कुमार (✉✉) 19:49, 31 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]