"जल": अवतरणों में अंतर

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'''पानी'' या जल, धरती पर प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है। जन्तुओं द्वारा पीने के अतिरिक्त इसके अनेकों उपयोग हैं। इसीलिये ऐसा कहा जाता है कि '''जल जीवन का भौतिक आधार है।''' धरती का लगभग ७० प्रतिशत भाग जल से घिरा हुआ है।
'''पानी''' या जल, धरती पर प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है। जन्तुओं द्वारा पीने के अतिरिक्त इसके अनेकों उपयोग हैं। इसीलिये ऐसा कहा जाता है कि '''जल जीवन का भौतिक आधार है।''' धरती का लगभग ७० प्रतिशत भाग जल से घिरा हुआ है।


यह एक विशाल रूप से पाया जाने वाला प्राकृतिक संसाधन है जिसका वृहदतम भंडार समुद्रों में है । पर समुद्र का पानी खारा (नमकीन, लवणयुक्त) होता है, जिसे पीने तथा अन्य कई कामों के लिये प्रयुक्त नहीं किया जा सकता । नदियों, कुछ झीलों तथा भूगर्भ में स्थित जल का प्रयोग ही इन कामों के लिये किया जाता है ।
यह एक विशाल रूप से पाया जाने वाला प्राकृतिक संसाधन है जिसका वृहदतम भंडार समुद्रों में है । पर समुद्र का पानी खारा (नमकीन, लवणयुक्त) होता है, जिसे पीने तथा अन्य कई कामों के लिये प्रयुक्त नहीं किया जा सकता । नदियों, कुछ झीलों तथा भूगर्भ में स्थित जल का प्रयोग ही इन कामों के लिये किया जाता है ।

03:35, 28 मई 2008 का अवतरण

पानी या जल, धरती पर प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है। जन्तुओं द्वारा पीने के अतिरिक्त इसके अनेकों उपयोग हैं। इसीलिये ऐसा कहा जाता है कि जल जीवन का भौतिक आधार है। धरती का लगभग ७० प्रतिशत भाग जल से घिरा हुआ है।

यह एक विशाल रूप से पाया जाने वाला प्राकृतिक संसाधन है जिसका वृहदतम भंडार समुद्रों में है । पर समुद्र का पानी खारा (नमकीन, लवणयुक्त) होता है, जिसे पीने तथा अन्य कई कामों के लिये प्रयुक्त नहीं किया जा सकता । नदियों, कुछ झीलों तथा भूगर्भ में स्थित जल का प्रयोग ही इन कामों के लिये किया जाता है ।


पानी के प्रकार

पानी स्मान्य्ता तीन रूप मे पाया जाता है|