"सीनाई पर्वत": अवतरणों में अंतर

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13:57, 5 फ़रवरी 2012 का अवतरण

Mount Sinai
View from the summit of Mount Sinai
उच्चतम बिंदु
ऊँचाई2,285 मी॰ (7,497 फीट)
उदग्रता334 मी॰ (1,096 फीट) Edit this on Wikidata
निर्देशांक28°32′23″N 33°58′24″E / 28.53972°N 33.97333°E / 28.53972; 33.97333
भूगोल
स्थानSaint Katherine city, Sinai Peninsula, Egypt
सिनाई प्रायद्वीप, सिनाई पर्वत के स्थान को प्रदर्शित कर रहा है

माउंट सिनाई (अरबी में: طور سيناء Ṭūr Sīnā’ ) (हिब्रू में: הר סיני, Har Sinai ), जिसे बेदोइन लोगों द्वारा माउंट होरेब , माउंट मूसा , गाबल मूसा (मिस्री अरबी उच्चारण), जाबल मूसा (सामान्य अरबी भाषा में जिसका अर्थ है "मूसा का पर्वत") के नाम से भी जाना जाता है, मिस्र के सिनाई प्रायद्वीप में सेंट कैथरीन के पास स्थित एक पर्वत का नाम है. अरबी भाषा में जाबल और ṭūr के अर्थ समान हैं, और माउंट सिनाई का कुरान में कई बार उल्लेख किया गया है;. उदाहरण के लिए 'अंजीर' (सुरत अल-तिन (Sūrat al-Tīn)) अध्याय में "Ṭūr Sīnīn " के रूप में.[1] बाइबल में मुख्यतः पलायन की पुस्तक में इसका उल्लेख किया गया है.[2] यहूदी, ईसाई और इस्लामी परंपरा के अनुसार, माउंट सिनाई ही वह स्थान है जहां मूसा दस हुक्मनामे प्राप्त करते हैं, हालांकि सभी पक्ष इस प़र सहमत नहीं हैं कि बाइबिल में इस पहाड़ विशेष का उल्लेख किया गया है.[3]

भूगोल

माउंट सिनाई सिनाई क्षेत्र में [सेंट कैथरीन, मिस्र | सेंट कैथरीन]] के पास स्थित एक 2,285-मीटर (7,497 फीट) ऊंचा पर्वत है. यह माउंट सेंट कैथरीन पर्वत की बगल में स्थित है (2,629 मी॰ या 8,625 फीट* पर,[4] जो सिनाई प्रायद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है).[5] यह चारों ओर से पर्वत श्रृंखला की ऊंची चोटियों से घिरा हुआ है.

भूविज्ञान

माउंट सिनाई चट्टानों का विकास अरब-न्युबियन शील्ड (एएनएस (ANS)) के विकास के अंतिम चरण में हुआ था. माउंट सिनाई एक वृत्ताकार जटिल संरचना को दर्शाता है जिसमे क्षारीय ग्रेनाईट पत्थर ज्वालामुखीय चट्टानों सहित विविध प्रकार की चट्टानों में गड़े हुए हैं. ये ग्रेनाइट पत्थर साइनोग्रेनाइट से ले कर क्षारीय फेल्ड्सपर ग्रेनाइट जैसी विभिन्न संरचनाओं में उपलब्ध हैं. ज्वालामुखीय चट्टानें क्षारीय से ले कर अत्यधिक क्षारीय हैं और वे अपने सतही प्रवाह एवं विस्फोट तथा उपज्वालामुखीय लाल पत्थरों द्वारा पहचानी जाती हैं. आम तौर पर, माउंट सिनाई में दिखने वाली चट्टानों की प्रकृति यह दर्शाती है कि इनकी उत्पत्ति विभिन्न गहराईयों से हुई है.

मठ

लगभग 1550 मीटर की ऊंचाई पर सेंट कैथरीन शहर में स्थित सेंट कैथरीन मठ को देखा जा सकता है.

धार्मिक महत्व

सिनाई पर्वत के शीर्ष पर एक ग्रीक रूढ़िवादी चैपल
सिनाई पर्वत के शीर्ष पर एक छोटी सी मस्जिद

माउंट सिनाई इब्राहीमी धर्मों के सबसे महत्वपूर्ण पवित्र स्थानों में से एक है.

बेदोइन परंपरा के अनुसार, यह वही पर्वत है जहां ईश्वर ने इज्राइलियों के लिए नियम बनाए थे. हालांकि, प्रारंभिक ईसाई परंपराएं इस घटना को माउंट सेर्बल के पास घटित मानती हैं और चौथी शताब्दी में इसकी तलहटी में एक मठ की स्थापना की गई थी ; लेकिन छठी शताब्दी में जोसेफुस के इस शुरुआती दावे के बाद, कि माउंट सिनाई उस क्षेत्र का सबसे ऊंचा पर्वत था, मठ को माउंट कैथरीन की तलहटी में स्थानांतरित कर दिया गया. जेबेल मूसा, जो माउंट कैथरीन के निकट स्थित है, को ईसाइयों द्वारा 15वीं सदी के बाद सिनाई का ही पर्याय माना जाता था.

ईसाई रूढ़िवादी तीसरी शताब्दी में इस पर्वत पर बसे, जॉर्जियाई पांचवीं शताब्दी में सिनाई में आए, हालांकि जॉर्जियाई कॉलोनी नौवीं शताब्दी में बसाई गई थी. जॉर्जियाई लोगों ने इस क्षेत्र में अपने मंदिर बनवाए. ऐसे ही एक मंदिर का निर्माण डेविड नामक एक भवन निर्माता से जुड़ा हुआ था जिसने जॉर्जिया तथा विदेशों में मंदिरों को बनाने के लिए योगदान दिया था. माउंट सिनाई पर मंदिर स्थापित करने के राजनीतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक उद्देश्य थे. वहां रहने वाले जॉर्जियाई भिक्षु अपनी मातृभूमि के साथ गहराई से जुड़े हुए थे. कार्टली में मंदिर की अपनी ज़मीन जायदाद [तथ्य वांछित] थी. सिनाई की कुछ जॉर्जियाई पांडुलिपियां अभी भी वहां पर है, किन्तु बाकी पांडुलिपियां टैबिलिसि, सेंट पीटर्सबर्ग, प्राग, न्यूयॉर्क, पेरिस और निजी संग्रहों में हैं.

सिनाई पर्वत के शिखर से सेंट कैथरीन के मठ के मार्ग का दृश्य

कई आधुनिक बाइबिल विद्वानों का अब मानना ​​है कि इज्राइलियों ने दक्षिण छोर का चक्कर लगाने की बजाए सिनाई प्रायद्वीप को सीधी रेखा में पार किया होगा (यह मानते हुए कि उन्होंने लाल सागर/रीड सागर की पूर्वी शाखा को नावों द्वारा या तट रेखा को पार नहीं किया होगा) और इस प्रकार सिनाई पर्वत को कहीं देखा होगा.

डेबोरा का गीत, जिसे शाब्दिक विद्वान बाइबल के सबसे प्राचीनतम भागों में से एक मानते हैं, से पता चलता है कि यहोवा माउंट सेइर पर्वत पर रहते थे, जबकि ज्यादातर विद्वान नाबाटिया (आधुनिक अरब) में स्थित एक स्थान का समर्थन करते हैं. वैकल्पिक रूप से, सिनाई के बारे में बाइबल की अवधारणा की व्याख्या एक ज्वालामुखी के वर्णन के रूप में की जा सकती है, और इसलिए विद्वानों की एक छोटी संख्या ने सिनाई को पश्चिमोत्तर सऊदी अरब में स्थित स्थानों के समान माना है; क्योंकि सिनाई प्रायद्वीप में कोई ज्वालामुखी नहीं हैं.

युनेस्को विश्व धरोहर स्थल
Saint Catherine Area
विश्व धरोहर सूची में अंकित नाम
St. Catherine's monastery
देश  मिस्र
प्रकार Cultural
मानदंड i, iii, iv, vi
सन्दर्भ 954
युनेस्को क्षेत्र Arab States
शिलालेखित इतिहास
शिलालेख 2002 (26th सत्र)

सेंट कैथरीन मठ (यूनानी भाषा में: Μονὴ τῆς Ἁγίας Αἰκατερίνης) मिस्र के सेंट कैथरीन शहर में सिनाई प्रायद्वीप प़र माउंट सिनाई की तलहटी में एक दुर्गम घाटी के मुहाने पर स्थित है. मठ यूनानी रूढ़िवादी दृष्टिकोण को मानता है और यूनेस्को (UNESCO) विश्व धरोहर स्थल है. यूनेस्को की एक रिपोर्ट (60100 ha / सन्दर्भ 954) एवं निम्न वेबसाईट के अनुसार, इस मठ को दुनिया का सबसे पुराना कार्यरत ईसाई मठ कहा गया है - यद्यपि लाल सागर के पार कायरो के दक्षिण रेगिस्तान में स्थित सेंट एंथनी मठ भी इस ख़िताब का दावा करता है.

मुसलमानों के लिए, कुरान के सूरत अत-तिन, सूरा 95 नामक अध्याय में एक पर्वत का उल्लेख किया गया है, जिसमे अल्लाह अंजीर एवं जैतून, माउंट सिनाई तथा मक्का शहर की कसम खाते हैं. मुसलमान माउंट सिनाई की गहराई में स्थित "तुवा" नामक घाटी को भी कुरान में उल्लिखित "पवित्र घाटी" (الوادي المقدس) के रूप में पवित्र मानते हैं.

कुरान के कई छंदों में माउंट सिनाई का उल्लेख किया गया है;

  • क़ुरान 23:20, छंद 23:20, छंद 2:63, छंद 52:1, छंद 95:2, छंद 4:154, छंद 28:29, छंद 7:171.

छंदों के प्रसंग को जानने के लिए, देखें: सिनाई पर्वत के छंद

आरोहण

सिनाई पर्वत पर सूर्योदय.

शिखर प़र पहुंचने के दो मुख्य रास्ते हैं. सिकेत अल बशित नामक अपेक्षाकृत लंबे एवं उथले रास्ते को पैदल यात्रा द्वारा लगभग 2.5 घंटे में तय किया जा सकता है, हालांकि ऊंटों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. मठ के पीछे स्थित खड्ड का तीव्र ढलान वाला और अधिक सीधा रास्ता (सिकेत सयिदना मूसा ) लगभग 3750 "पछतावे युक्त क़दमों (चूंकि अत्यधिक दुर्गम है)" जितना लंबा है.[6]

शिखर

सिनाई पर्वत के शिखर सम्मेलन से एक और दृश्य
सिनाई पर्वत के ऊपर चढ़ने की पिछले कुछ मीटर का दृश्य.

पहाड़ के शिखर प़र एक मस्जिद, जिसमे मुसलमानों द्वारा अभी भी प्रार्थना की जाती है, और एक ग्रीक रूढ़िवादी पूजास्थल (जिसका निर्माण 1934 में एक 16वीं सदी के चर्च के खंडहरों प़र किया गया था) स्थित है, जिसे जनता के लिए खोला नहीं गया है. माना जाता है कि पूजास्थल में वह चट्टान स्थित है जिससे ईश्वर ने नियमों की पट्टिकाएं बनाई थीं.[7] शिखर प़र "मूसा की गुफा" भी स्थित है जहां मूसा ने दस हुक्मनामों को पाने के लिए प्रतीक्षा की थी.

View from the summit of Mount Sinai

इन्हें भी देखें

  • सेंट कैथरीन सिटी
  • पुरातत्व
  • माउंट गेरिज़िम
  • मोरक्को के नाम से एक जेबेल मूसा, मोरक्को नाम का पहाड़
  • जबल अल-लॉज़
  • बाइबिल का सिनाई पर्वत

नोट्स

  1. "Tafsir Ibn Kathir". Tafsir.com. 2002-10-26. अभिगमन तिथि 2011-03-21.
  2. जोसेफ जे होब्स, माउंट सिनाई (टेक्सास विश्वविद्यालय के प्रेस) 1995, ने माउंट सिनाई की भूगोल, इतिहास, एथनोलॉजी और धर्म के रूप में चर्चा की.
  3. माउंट सिनाई मिस्र
  4. ""Mount Catherine" at Answers.com". अभिगमन तिथि 2008-03-14.
  5. "Sinai Geology". AllSinai.info.
  6. "Mount Sinai". AllSinai.info.
  7. "Mount Sinai, Egypt". Places of Peace and Power.

बाहरी लिंक्स