"मुहूर्त": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
1truthsoul (वार्ता | योगदान) No edit summary |
1truthsoul (वार्ता | योगदान) छोNo edit summary |
||
पंक्ति 139: | पंक्ति 139: | ||
|- |
|- |
||
|26 |
|26 |
||
|'''02:00 - 02:48 |
|'''02:00''' - 02:48 |
||
|JIVA/AMRITA |
|JIVA/AMRITA |
||
|'''जीव/अमृत''' |
|'''जीव/अमृत''' |
13:10, 17 जनवरी 2012 का अवतरण
हिन्दू धर्म में मुहूर्त एक समय मापन इकाई है. वर्तमान हिन्दी भाषा में इस शब्द को किसी कार्य को आरम्भ करने की शुभ घड़ी को कहने लगे हैं.
एक मुहूर्त बराबर होता है दो घड़ी के, या लगभग 48 मिनट के.
अमृत/जीव महूर्त और ब्रह्म मुहूर्त बहुत श्रेष्ठ होते हैं ; ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से पच्चीस नाड़ियां पूर्व , यानि लगभग दो घंटे पूर्व होत है. यह समय योग साधना और ध्यान लगाने के लिये सर्वोत्तम कहा गया है.
मुहुर्तों के नाम
No. | Time | Name | Muhurta |
---|---|---|---|
1 | 06:00 - 06:48 | RUDRA | रुद्र |
2 | 06:48 - 07:36 | AHI | आहि |
3 | 07:36 - 08:24 | MITRA | मित्र |
4 | 08:24 - 09:12 | PITRU | पितॄ |
5 | 09:12 - 10:00 | VASU | वसु |
6 | 10:00 - 10:48 | VARA | वाराह |
7 | 10:48 - 11:36 | VISVADEVA | विश्वेदेवा |
8 | 11:36 - 12:24 | VIDHI | विधि |
9 | 12:24 - 13:12 | SATAMUKHI | सतमुखी |
10 | 13:12 - 14:00 | PURUHUTA | पुरुहूत |
11 | 14:00 - 14:48 | VAHINI | वाहिनी |
12 | 14:48 - 15:36 | NAKTANCARA | नक्तनकरा |
13 | 15:36 - 16:24 | VARUNA | वरुण |
14 | 16:24 - 17:12 | ARYAMA | अर्यमा |
15 | 17:12 - 18:00 | BHAGA | भग |
16 | 18:00 - 18:48 | GIRISHA | गिरीश |
17 | 18:48 - 19:36 | AJAPAD | अजपाद |
18 | 19:36 - 20:24 | AHIRBUDHNYA | अहिर बुध्न्य |
19 | 20:24 - 21:12 | PUSA | पुष्य |
20 | 21:12 - 22:00 | ASWINI | अश्विनी |
21 | 22:00 - 22:48 | YAMA | यम |
22 | 22:48 - 23:36 | AGNI | अग्नि |
23 | 23:36 - 24:24 | VIDHATR | विधातॄ |
24 | 24:24 - 01:12 | KANDA | क्ण्ड |
25 | 01:12 - 02:00 | ADITI | अदिति |
26 | 02:00 - 02:48 | JIVA/AMRITA | जीव/अमृत |
27 | 02:48 - 03:36 | VISNU | विष्णु |
28 | 03:36 - 04:24 | YUMIGADYUTI | युमिगद्युति |
29 | 04:24 - 05:12 | BRAHMA | ब्रह्म |
30 | 05:12 - 06:00 | SAMUDRAM | समुद्रम |
सन्दर्भ
- Dictionary of Hindu Lore and Legend (ISBN 0-500-51088-1) by Anna Dallapiccola
- कार्य सफ़लता में मुहूर्त का योगदान