टिप्पनी

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टिप्पनी गुजरात का परिद्ध लोक नृत्य है। जिसका उद्भव गुजरात में सौराष्ट्र के चोरवाड़ से हुआ हथा। इस नृत्य का निर्माण चोरवाड़ की कोली महिलाओं द्वारा किया गया था।[1]

व्युत्पत्ति[संपादित करें]

टिप्पणी एक लंबी चौड़ी लकड़ी या लोहे से जुड़कर लगभग 175 सेमी की दो लंबी लकड़ी की छड़ी से बना होता है जिसे निचले छोर पर गार्बो कहा जाता है जो इसे मजबूतु प्रदान करने का काम करता है। इसका उपयोग पुराने समय में घर या फर्श की नींव में दबाने के लिए किया जाता था।[2][3]

नृत्य[संपादित करें]

यह नृत्य विशेष रूप से महिलाओं द्वारा किया गया था। महीलाएं लोक गीतों के साथ दो विपरीत पंक्तियों में फर्श को पीटते हुए टीपनी नृत्य करती हैं। तुरी और थाली (पीतल की थाली) का उपयोग संगीत बनाने के लिए किया जाता है झाँझ, मंजीरा, तबला, ढोल और शहनाई नृत्य के प्रमुख वाद्ययंत्र हैं।[4][1] टिप्पनी नृत्य मुख्य रूप से शादी, त्योहारों और खास कार्यक्रमों के किया जाता है।[5]

संदर्भ[संपादित करें]

  1. Dances Of India (अंग्रेज़ी में). Har-Anand Publications Pvt. Limited. 2010-08. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-241-1337-0. |date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  2. Sharma, Manorma (2004). Folk India: A Comprehenseive Study of Indian Folk Music and Culture (अंग्रेज़ी में). Sundeep Prakashan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7574-136-2.
  3. "Tippani Dance in India". www.india9.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 26 फ़रवरी 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-04-22.
  4. Shukla, Harkant (1966). Folk Dances of Gujarat (अंग्रेज़ी में). Directorate of Information and Tourism.
  5. Desai, Anjali H. (2007). India Guide Gujarat (अंग्रेज़ी में). India Guide Publications. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-9789517-0-2. मूल से 20 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 अप्रैल 2020.