ग्रेनाइट

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ग्रेनाइट पाषाण का निकट दृश्य

ग्रैनाइट (Granite, कणाशम) मणिभीय दानेदार शिला है, जिसके प्रमुख अवयव स्फटिक (quartz) और फेल्स्पार (feldspar) हैं। यह आग्नेय (इग्नेयस) पाषाण है। 'ग्रैनाइट' शब्द का सर्वप्रथम उपयोग प्राचीन इटालियन संग्रहकर्ताओं ने किया था। रोम के शिल्पकार फ्लेमिनियस वेका के एक वर्णन में इसका प्रथम सन्दर्भ मिलता है।

ग्रैनाइट पृथ्वी के प्रत्येक में पाया जाता है। भारत में भी यह प्रचुरता से मिलता है। मैसूर, उत्तर आरकट, मद्रास, राजपूताना, सलेम, बुंदेलखंड और सिंहभूमि में पर्याप्त प्राप्त होता है। हिमालय प्रदेशों में भी ग्रैनाइट शिलाएँ विद्यमान हैं। तमिलनाडु के तंजावुर नगर में स्थित वृहदेश्वर मंदिर विश्व का पहला ऐसा मंदिर है जो ग्रेनाइट पत्थर से बनाया गया है।

रासायनिक संरचना[संपादित करें]

फेल्स्पार साधारणत: पोटाश किस्म का ऑर्थोक्लेस और माइक्रोक्लाइन, (Orthoclase and Microline) होती है, अथवा सोडियम किस्म का प्लैगिओक्लेस (Plagioclase) ऐल्बाइट (Albite) या औलिगोक्लेस (Oligoclase)। स्फटिक साधारणतया वर्णरहित रूप में ही रहता है, पर कभी-कभी कुछ नीली आभा रहती है, जिससे ग्रैनाइट का रंग कुछ नीलापन लिए होता है। इसमें अभ्रक, मस्कोवाइट (Muscovite) और बायोटाइट (Biotite) भी अल्प मात्रा में रहते हैं। ग्रैनाइट में मैग्निटाइट (Magnetite), ऐपैटाइट (Apatite), जरकन (Zircon) तथा स्फीन (Sphene) भी बड़े सूक्ष्म मणिभों के रूप में रहते हैं। किसी किसी नमूने में हॉर्नब्लेंड (Hornblende), गार्नेट (Garnet) और तुरमली (Tourmaline) भी पाए गए हैं। इन खनिजों की उपस्थिति के कारण ऐसे ग्रैनाइटों को क्रमश: हौर्नब्लेंड ग्रैनाइट, मस्कावाइट ग्रैनाइट और बयोटाइट ग्रैनाइट भी कहते हैं।

ग्रैनाइट अनेक रंगों का पाया जाता है। पोटाश ग्रैनाइट गुलाबी या लाल रंग का होता है तथ चूना ग्रैनाइट धूसर या श्वेत रंग का। ग्रैनाइट का विशिष्ट घनत्व 2.51 से 2.73 तक होता है।

उद्भव[संपादित करें]

ग्रैनाइट के उद्भव के संबंध में वैज्ञानिक एकमत नहीं हैं। कुछ वैज्ञानिकों का मत है कि इसका उद्भव, द्रव पत्थरों या मैग्मा (Magma) के धीरे-धीरे ठंढा होकर ठोस बनने से हुआ है। इनमें से कुछ इसका निर्माण ग्रैनाइट मैग्मा से और कुछ बैसाल्टीय मैग्मा से मानते हैं। कुछ वैज्ञानिकों का यह विचार है कि पूर्वस्थित शिलाओं के ग्रैनाइट बनाने वाले निर्गमों (emanations) की प्रवरण (selective) क्रिया से, अथवा ग्रैनाइट बनानेवाले अभिकर्मकांे द्वारा, जिनको सेडेरहोम (Sederholmn) ने आयकरी नाम दिया है, ग्रैनाइट बने हैं।

Close-up of granite exposed in Chennai, India.

पाया जाता है[संपादित करें]

The Stawamus Chief is a granite monolith in British Columbia

भू-रासायनिक मूल[संपादित करें]

प्रयोग[संपादित करें]

पुरावस्तु[संपादित करें]

Life-size elephant and other creatures carved in granite; Mahabalipuram, India.

आधुनिक[संपादित करें]

Glacier-sliced Half Dome, Yosemite, a classic granite dome and popular rock climb

रॉक क्लाइंबिंग[संपादित करें]

The granite peaks of the Torres del Paine in the Chilean Patagonia

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]