सदस्य:Ravitez111/प्रयोगपृष्ठ
Don't Go Through Life, Grow Through Life. | |
नाम | गोविंदु रवि तेज़ |
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लिंग | पुरुष् |
जन्म तिथि | 11-03-1996 |
जन्म स्थान | तेज़पुर |
निवास स्थान | आसाम |
देश | भारत |
नागरिकता | भारतीय |
जातियता | भारतीय |
शिक्षा तथा पेशा | |
पेशा | छात्र् |
विश्वविद्यालय | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी |
शौक, पसंद, और आस्था | |
शौक | संगीत सुनना, किताब पढना,खेलना, चित्र बनाना |
धर्म | हिन्दू |
राजनीती | स्वतंत्र |
चलचित्र तथा प्रस्तुति | ३ इडियट्स, पी.के आदि |
पुस्तक | The Alchemist, The Monk Who Sold His Ferrari Etc. |
सम्पर्क विवरण | |
ईमेल | ravitez111@gmail.com |
मेरा नाम गोविंदु रवि तेज़ है. में १९ वर्ष का हूँ. मै आसाम के तेज़पुर नामक शहर में पैदा हुआ था. मेरे पिता का नाम रामा कृष्णा राऊ है. वे भारतीय रेलवेज में काम कर रहे है. मेरी माता का नाम लता है और वह घृहिणी है. मेरे दो बेहेने हैं।
मेरा परिचय[संपादित करें]
जन्म[संपादित करें]
मेरा जन्म विशाखापटनम में ११ मार्च,१९९६ के दिन हुआ। मेरे मातापिता का नाम लता और पिता का रामा कृष्णा राऊ है।
पढाई[संपादित करें]
मेंने अपनी प्राथमिक शिक्षा आंध्र प्रदेश से किया है. कुछ वर्ष में देल्ही में भी पढ़ा हूँ. मुझे विज्ञान में बहुत रूचि थी बचपन से. मुझे विज्ञान बहुत आकर्षित करता है. इसीलिए मैंने अपने इंटरमीडिएट में विज्ञान को लिया और मुझे डॉक्टर बन ने की इच्छा थी. पर में मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा में सफल नहीं हो सका. अभी में क्राइस्ट यूनिवर्सिटी में अपने पसंद का कोर्स कर रहा हूँ।
शौक[संपादित करें]
में बचपन से ही पढाई के आलावा भी अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने की रूचि रखता ता था। मुझे पेंटिंग करना, गाने सुन न, क्रिकेट खेलना, डांस करना बहुत पसंद है। मैंने आंध्र प्रदेश में अपने ज़िल्ले की तरफ से क्रिकेट खेल हुआ है। डांस मैंने कहीं से सीखा नहीं है बस उसमे रूचि है। में अभी भी हफ्ते में एक दो बार अपने रूचियों के लिए वक़्त निकालता हूँ। मुझे कुत्ते एवं अन्य पालतू जीव पालने का शॉक है. मेरे पास अभी २ कुत्ते है। मुझे पर्यावरण के प्रति कुछ अच्छे कार्य कर के प्रदूषण को कम करना है. में अपने विज्ञान की पढाई की सहायता से इस विषय पर भी काम करने वाला हुँ। "ग्रीन आर्मी " नामक एक विद्यार्थियों का समूह बनाया है हम ने। हम पहाड़ो के ट्रैकिंग के लिए जाते हैं, एवं पर्यावरण के बारे में सीख ते हैं और उसको बचाने के लिए अपनी तरफ से कुछ ना कुछ करते हैं।