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पत्रकार इमरान अंसारी टिकापुर।

कहते हैं कि किसी आदमी को आगे ले जाने वाली एक औरत का हाथ होता है । यह बता जिसने भी कहा है बिलकुल ठीक ही कहा है । क्युकी आज से कुछ सालो पहले संपादक इमरान अंसारी को कोई नहीं जानता था । यहां तक कि उनके रिश्तेदारों ने भी ताना मारना शुरू कर दिया था की,तुम इतने बड़े हो गए हो क्या कर रहे हों, की बार तो इमरान को कई झूठे बातों से भी फसाया गया था उनके रिश्तेदारों द्वारा मगर इमरान ने हिम्मत नहीं हारी और निकल पड़ा अकेले अपनी जिंदगी को आगे बढ़ाने के लिए और उसकी मदद कोई नहीं करता था । वो जिस काम में हाथ लगाता उसको उस काम से उसको बाहर कर दिया जाता था । एक दिन वो थक हार कर घर बैठा अपने मां से बोलने लगे की अम्मा कुछ काम हाथ नहीं लगा रहा है क्या करूं । तो उनके अम्मी ने कहा की तुम या तो सबसे बड़ा काम कर या सबसे छोटा काम कर छोटा तो तुम कर नहीं सकते तो बड़ा ही कर तो वो निकल पड़ा कुछ बड़ा करने के लिए और खोल दी भदोही जनपद का वो न्यूज चैनल जो आज पूरे देश में ईमानदारी का मिशाल पेस कर रही है । हा वो बात अलग है कि उसको दबाने के लिए बहुत प्रयास किया गया मगर वो हिम्मत नहीं हारा और आज वो पूरे खानदान और रिश्तेदारों का नाम सहित पूरे देश का नाम ऊंचा कर रहा है । जिसे लोग आज पत्रकार इमरान के नाम से जानते है । आपको बता दे की आज भी इमरान वैसे ही मिलेंगे जैसे पहले रहा करते थे । वैसे ही मलमिलव जैसा न कोई घमंड न कोई घृणा इमरान दिल के बहुत अच्छे है । उन्होंने अब तक हजारों लोगो की मदद कर चुके हैं । उनको कई बार नागरिकों और ग्रामीणों द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है । अगर आप भी उनसे मिलना चाहते है । तो सुबह 10 बजे के पहले उनके घर गोपीगंज जाकर मिल सकते हैं । हमने जो भी जानकारी दी सभी उनके सुने हुए वीडियो के जरिए दी अगर आपको और भी कुछ पता है तो जरूर बताएं। धन्यवाद

घटनाएँ[संपादित करें]

जनवरी-मार्च[संपादित करें]

अप्रैल-जून[संपादित करें]

जुलाई-सितंबर[संपादित करें]

अक्टूबर-दिसंबर[संपादित करें]

अज्ञात तारीख़ की घटनाएँ[संपादित करें]

जन्म[संपादित करें]

जनवरी-मार्च[संपादित करें]

अप्रैल-जून[संपादित करें]

जुलाई-सितंबर[संपादित करें]

अक्टूबर-दिसंबर[संपादित करें]

निधन[संपादित करें]

जनवरी-मार्च[संपादित करें]

=24== अप्रैल-जून 19.2.1993

जुलाई-सितंबर[संपादित करें]

अक्टूबर-दिसंबर[संपादित करें]