2037 बमवर्षक

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भारी बमवर्षक विमान
2037 Bomber
प्रकार भारी बमवर्षक विमान
आरंभ 2037 (अनुमान)
स्थिति योजना
प्राथमिक उपयोक्ता संयुक्त राज्य वायुसेना

2037 बमवर्षक (2037 Bomber) संयुक्त राज्य वायुसेना द्वारा नियोजित एक भारी रणनीतिक बमवर्षक विमान का अनौपचारिक नाम है[1] जिसका उद्देश्य नॉर्थ्रॉप ग्रूमैन बी-2 स्प्रिट बमवर्षक की जगह लेना है। विमान का 2037 में मानव रहित ऑपरेशन की क्षमता के साथ सेवा में प्रवेश करने का अनुमान है। इस बमवर्षक विमान में गुप्तता, सुपरसोनिक गति और लंबी दूरी तक जाने की क्षमता हैं।[2]

विकास[संपादित करें]

2000 में बी-2 स्प्रिट उत्पादन के अंत के साथ, अमेरिकी वायुसेना ने अपने बमवर्षक विमान के विकास के बीच में थोड़ा समय छोड़ दिया था। 1999 में जारी वायुसेना के बमवर्षक रोडमैप के मुताबिक बी-52 और बी-1 लांसर्स के सेवानिवृत्त होने के बाद इनको प्रतिस्थापित करने के लिए 2037 समय सीमा में नए बमवर्षक की आवश्यकता होगी।[3][4] लेकिन इसे प्रतीक्षा करने में बहुत लंबा माना जाता था। और वायुसेना 2037 तक नहीं रुक सकती हैं। इसलिए वायु सेना ने नेक्स्ट-जेनरेशन बॉम्बर प्रोग्राम (बाद में लांग रेंज स्ट्राइक बॉम्बर प्रोग्राम) शुरू किया।.[5][6]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Fox, Will. "2037 Timeline of the Future - 6th Generation Fighter - Technology - 2030s". www.futuretimeline.net. मूल से 25 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 मई 2018.
  2. "Stealth Reborn". मूल से 19 सितंबर 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 मई 2018.
  3. Tirpak, John A. "The Bomber Roadmap" Archived 2016-02-29 at the वेबैक मशीन. Air Force Magazine, June 1999. Retrieved December 30, 2015 (PDF version Archived 2016-03-04 at the वेबैक मशीन)
  4. Grant, Rebecca. "Return of the Bomber, The Future of Long-Range Strike" Archived 2016-03-04 at the वेबैक मशीन, p. 11, 17, 29. Air Force Association, February 2007.
  5. Hebert, Adam J. "Long-Range Strike in a Hurry" Archived 2018-12-14 at the वेबैक मशीन, Air Force Magazine, November 2004, Retrieved December 30, 2015, (PDF version Archived 2016-03-04 at the वेबैक मशीन)
  6. Murch, Anthony, "RL34406, The Next Generation Bomber: Background, Oversight Issues, and Options for Congress", p. 17–20, Congressional Research Service, 7 March 2008, Archived at: Archived जून 11, 2014 at the वेबैक मशीन