१९१५ का सिंगापुर विद्रोह

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अंग्रेजों ने विद्रोही सिपाहियों को मार्च 1915 में सिंगापुर के औतराम रोड पर सार्वजनिक रूप से फांसी पर लटका दिया था।

१९१५ का सिंगापुर विद्रोह सन १९१५ में प्रथम विश्वयुद्ध के समय ब्रितानी सेना के भारतीय सैनिकों द्वारा सिंगापुर में ब्रितानियों के विरुद्ध किया गया एक विद्रोह था। यह विद्रोह १५ फरवरी १९१५ को आरम्भ हुआ था और लगभग सात दिन चला। इसमें ८ ब्रितानी सैन्य अधिकारी और सैनिक मारे गए, दो मलय अधिकारी और सैनिक, १४ ब्रितानी नागरिक, ५ चीनी एवं मलय नागरिक, और एक जर्मन प्रशिक्षु मारे गए थे। यह विद्रोह सन १९१५ के गदर राज्य-क्रान्ति से जुड़ा हुआ था। इसमें ८५० सिपाहियों के एक रेजिमेन्ट के लगभग आधे सैनिकों ने विद्रोह कर दिया था। इसलिए इसे १९१५ का सिपाही विद्रोह भी कहते हैं।

ब्रितानी सुरक्षाबलों और मित्रसेना के नैसनिकों ने मिलकर इस विद्रोह को दबा दिया था। इस विद्रोह का वास्तविक कारण बहुट जटिल था जिसपर अब भी मतैक्य नहीं है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]