सामग्री पर जाएँ

हैदराबादी हलीम

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
हैदराबादी हलीम
हैदराबादी हलीम सलाद के साथ सजाया गया
अन्य नामहैदराबादी हरीश
मूल स्थानभारत
क्षेत्र या राज्यहैदराबाद, तेलंगाना
सर्जक चौश (हैदराबादी अरब) से उत्पन्न[1]
मुख्य सामग्रीकूटे हुए गेहूं, दाल, बकरी का मांस, घी, सूखे मेवे और केसर

हैदराबादी हलीम एक प्रकार का हलीम है जो भारतीय शहर हैदराबाद में बहुत लोकप्रिय है। [2][3] हलीम एक तरह की खिचड़ी है जो मांस, दाल और दलिये से बनाया जाता है। यह मूल रूप से एक अरबी व्यंजन है और इसे हैदराबाद राज्य में निज़ामों (हैदराबाद राज्य के पूर्व शासकों) के शासन काल के दौरान लाया गया था। स्थानीय पारंपरिक मसालों ने इसमें एक अद्वितीय हैदराबादी हलीम को विकसित करने में मदद की, [4] जो 19 वीं शताब्दी तक देशी हैदराबादियों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई।

हलीम की तैयारी की तुलना हैदराबादी बिरयानी से की गई है। हालांकि हैदराबादी हलीम शादी, समारोहों और अन्य सामाजिक अवसरों पर पारंपरिक रूप से मुख्य भोजन के पूरब दिया जाता है, यह विशेष रूप से इफ्तार (शाम का भोजन जो दिन भर का उपवास तोड़ता है) के दौरान इस्लामी महीने में खाया जाता है क्योंकि यह तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है और इसमें काफी मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। इसलिए इस पकवान को रमजान का पर्यायवाची बना दिया है। इसके सांस्कृतिक महत्व और लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए भारतीय सरकार ने, 2010 में इसे भारतीय जीआईएस रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा भौगोलिक संकेत का दर्जा (जीआईएस) प्रदान किया गया था, [5] यह दर्जा प्राप्त करने वाला यह भारत का पहला मांसाहारी व्यंजन है। अक्टूबर 2022 में, हैदराबादी हलीम ने खाद्य श्रेणी में 'सबसे लोकप्रिय जीआई' पुरस्कार जीता, जिसे एक मतदान प्रणाली के माध्यम से चुना गया था जो कि उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत) द्वारा आयोजित किया गया था।[6][7]

मुख्य लेख:हलीम

हलीम की उत्पत्ति एक अरबी व्यंजन के रूप में हुई [1][8] जिसमें मांस और मुख्य सामग्री के रूप में गेहूं होता है। यह छठे निजाम, महबूब अली खान के शासनकाल के दौरान अरब प्रवासी भारतीयों द्वारा हैदराबाद में लाया गया था, और बाद में सातवें निजाम मीर उस्मान अली खान के शासन के दौरान हैदराबादी व्यंजनों का एक अभिन्न अंग बन गया। [9][10] सुल्तान सैफ नवाज जंग बहादुर,एक अरब प्रमुख जो यमन,हद्रामौत,के मुकाल्लाह से थे, जो सातवें निज़ाम के महान दरबारी में से एक थे,ने इसे हैदराबाद में लोकप्रिय बनाने में काफी योगदान दिया। [1][11] मूल स्वाद में स्थानीय मशालों के स्वादों को जोड़ने से एक अन्य प्रकार के हलीम से अलग स्वाद उठ कर आया। [12]

आधिकारिक तौर पर हैदराबाद में पेश किया गया

[संपादित करें]

हैदराबादी हलीम को आधिकारिक तौर पर 1956 में मदीना होटल के ईरानी संस्थापक आगा हुसैन ज़ेबेटा द्वारा मदीना होटल में पहली बार लाया गया था।[13]

1947 में पथरगट्टी में मदीना बिल्डिंग नाम की वक्फ संपत्ति में 1947 में जो होटल खोला गया था, उसमें से जो किराया आता था, उसका इस्तेमाल हज यात्रियों की सेवा के लिए किया जाता था, मदीना होटल हैदराबाद के सबसे पुराने होटलों में से एक है। [14] मदीना होटल के नवीनीकरण के बाद 1956 में अंतिम निज़ाम, मीर उस्मान अली खान ने इसका उद्घाटन किया। [15]

मिश्रित गेहूं, दाल और अन्य अनाज

परंपरागत रूप से, हैदराबादी हलीम एक भट्टी (एक ईंट और मिट्टी के भट्ठे से ढकी एक चुलाह) में 12 घंटे तक लकड़ी की धीमी आंच पर पकाया जाता है। इसकी तैयारी के दौरान एक या दो लोगों को लकड़ी के पलटे से लगातार इसे हिलाते रहना चाहिए। घर में निर्मित हैदराबादी हलीम के लिए, एक घोटनी (एक लकड़ी का हाथ वाला घोटना) का उपयोग तब तक किया जाता है जब तक कि यह एक चिपचिपा-मुलायम न हो जाए, जो कीमा बनाया हुआ मांस के समान हो। [16][17]

सामग्री

[संपादित करें]
हैदराबादी हलीम को तैयार करने में मसाले का उपयोग किया जाता है

सामग्री में मांस (या तो बकरी का मांस, बीफ या मुर्ग) शामिल हैं; कुटा हुआ गेहूं, घी, दूध, मसूर की दाल, अदरक और लहसुन का पेस्ट; हल्दी; लाल मिर्च अन्य मिर्च मसाले जैसे कि जीरा, शाह ज़ीरा, दालचीनी, इलायची, लौंग, काली मिर्च, केसर, गुड़, प्राकृतिक गोंद, कबाब चीनी, और सूखे मेवे जैसे पिस्ता, काजू, अंजीर और बादाम। इसे घी पर आधारित एक गाड़ी तरी, निम्बू के टुकड़े, कटा हरा धनिया, उबले हुए अंडे और तले हुए प्याज को सजाकर गर्म गर्म परोसा जाता है। [9][18][19][20]

क्षेत्रीय स्वाद और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इसे विभिन्न प्रकार से पेश किए गए हैं। शहर के बरकास क्षेत्र में अरब लोगों द्वारा एक मीठी प्रकार के हलीम को नाश्ते के रूप में खाया जाता है। [21] मुर्गे वाला हलीम कम लोकप्रिय है, भले ही इसकी कीमत कम हो। हलीम का एक शाकाहारी संस्करण, भी बनाया गया है जिसमें सूखे मेवे और सब्जियों को बकरी के मांस के बदले डाला गया है, हैदराबाद में कुछ होटलों पर उपलब्ध है। [22]

बाहरी चित्र
image icon [हैदराबादी हलीम तैयारी चित्रों का एक स्लाइड शो। फ़्लिकर पर प्रकाशित]

हैदराबादी हलीम एक उच्च कैलोरी व्यंजन है, जो तुरंत ऊर्जा देती है क्योंकि इसमें धीमी गति से पचने वाली और तेजी से ऊर्जा देने वाली सामग्री होती है। [23][24] इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स (प्रतिऑक्सीकारक) से भरपूर ड्राई फ्रूट्स (सूखे मेवे)भी शामिल हैं। [18][25] मीट और सूखे मेवे इसे उच्च प्रोटीन व्यंजन बनाते हैं। 2013 में एक नई कम कोलेस्ट्रॉल वाली किस्म जिसमे में एमु का मांस, जो की खनिजों, फास्फोरस और विटामिन से भरपूर है पेश की गई थी। [26][27] ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी), एक स्थानीय नागरिक निकाय जो शहर में स्वास्थ्य और सुरक्षा नियमों की निगरानी करता है, ने इसे बेचने वाले भोजनालयों द्वारा स्वच्छता और गुणवत्ता मानकों का पालन किया है की नहीं का ध्यान रखती है। [28]

लोकप्रियता

[संपादित करें]
घोटनी एक लकड़ी के हाथ की मेशर, हलीम को पकाते समय मांस और गेहूं को पिघलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है जब तक कि यह एक गाढ़ा पेस्ट न बन जाए।

हैदराबादी हलीम को एक अंतर्राष्ट्रीय नजाकत माना जाता है। [29][30] हैदराबाद में, शादियों के उत्सवों में अक्सर इस पकवान का सेवन किया जाता है। [23] रमजान के महीने के दौरान मुसलमानों द्वारा यह विशेष रूप से इफ़तार के दौरान खाया जाता है, दिन भर के उपवास के बाद शाम के भोजन के रूप में। [31][32]

हैदराबाद और आसपास के क्षेत्रों में, रमजान का महीना हैदराबादी हलीम का पर्यायवाची है। [33] 2014 के रमजान के मौसम के दौरान, शहर में 500 करोड़ रूपये की हैदराबादी हलीम की बिक्री हुई, [34] और जिस के लिए अतिरिक्त 25,000 लोगों को हलीम की तैयारी और बिक्री में लगाया गया था। [35] पारखी रसोइयों को १ लाख रूपये (यूएस $ 1,400) महीने से अधिक के वेतन का दिया जाता है, [36] २०११ के अनुसार, रमजान के दौरान पूरे शहर में 6000 भोजनालय थे जो सिर्फ हलीम बेचते थे जिनमें से 70% रमजान समाप्त होने तक अस्थायी रूप से काम करते है। [37][38] और शहर में उत्पादित हैदराबादी हलीम का 28% दुनिया भर के ५० देशों में निर्यात किया गया था।[37]

भारतीय व्यंजनों के एक उद्यमी संजीव कपूर ने अपनी पुस्तक रॉयल हैदराबादी कुकिंग में उल्लेख किया है कि हैदराबाद में हलीम की तैयारी हैदराबादी बिरयानी की तरह एक कला का रूप ले चुकी है। [39] 2010 में हैदराबादी हलीम को भारतीय जीआई रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा भौगोलिक संकेत का दर्जा दिया गया था। जीआई प्रमाणन प्राप्त करने वाला यह भारत का पहला मांस उत्पाद बन गया। [24][40] [३ product] इसका मतलब यह है कि एक व्यंजन हैदराबादी हलीम के रूप में तब तक नहीं बेची जा सकती है जब तक कि वह इसके लिए निर्धारित आवश्यक मानकों को पूरा नहीं करती है। [38][41]

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]
  • शवरमा
  • मंडी (भोजन)

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. Shahid, Sajjad (16 August 2011). "Biryani, Haleem & more on Hyderabad's menu". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. Archived from the original on 6 नवंबर 2012. Retrieved 18 August 2011. {{cite news}}: Check date values in: |archive-date= (help)
  2. "The history of haleem: How a bland iftar dish from Yemen got Indianised". Archived from the original on 28 जुलाई 2014.
  3. "The haleem debate: Why some Indian Muslims are renaming the Ramzan delicacy 'daleem'". Archived from the original on 3 जून 2019. Retrieved 25 दिसंबर 2019. {{cite web}}: Check date values in: |access-date= (help)
  4. "Hyderabad, where Ramadan is incomplete without haleem". Archived from the original on 6 जून 2018. Retrieved 25 दिसंबर 2019. {{cite web}}: Check date values in: |access-date= (help)
  5. "On the food trail in Hyderabad, where Ramzan is incomplete without haleem". Archived from the original on 12 जून 2018. Retrieved 25 दिसंबर 2019. {{cite web}}: Check date values in: |access-date= (help)
  6. "Hyderabad Haleem wins 'Most Popular GI' food award".
  7. "Hyderabadi Haleem: हैदाराबाद के मशहूर हैदराबादी हलीम को मिला GI Tag, जानें इसके बारें में".
  8. "Ramadan, the month of unprecedented shopping in Hyderabad". Overseas Indian. Ministry of Overseas Indian Affairs, Government of India. अक्टूबर 2006. Archived from the original on 30 मई 2013. Retrieved 10 जुलाई 2012.
  9. Siddique, Mohammed (18 अगस्त 2010). "In Hyderabad this Ramzan? Try the Haleem". रीडिफ. Archived from the original on 20 अगस्त 2010. Retrieved 24 अगस्त 2010.
  10. Dey, Pranesh (5 December 2004). "How the city succumbed to a new taste". The Times of India. Archived from the original on 3 जनवरी 2013. Retrieved 24 August 2011.
  11. Nanisetti, Serish (10 June 2016). "How haleem conquered Hyderabadi hearts". The Hindu. Retrieved 10 June 2016.
  12. Karen Isaksen Leonard (2007). Locating home: India's Hyderabadis abroad. stanford university press. p. 14. ISBN 978-0-8047-5442-2. Archived from the original on 3 जनवरी 2014. Retrieved 19 सितंबर 2011.
  13. "Madina Hotel owner felicitated for bringing haleem to city". Times of India. Aug 2, 2011. Archived from the original on 9 दिसंबर 2018. Retrieved 25 दिसंबर 2019. {{cite web}}: Check date values in: |access-date= and |archive-date= (help)
  14. "Hyderabad new Madina hotel opens no resemblance to the past". Deccan Chronicle. May 17, 2018. Archived from the original on 31 मई 2019. Retrieved 25 दिसंबर 2019. {{cite web}}: Check date values in: |access-date= (help)
  15. "Hyderabadi haleem over the years". The Hindu. Aug 17, 2012.
  16. Vyas, Sheetal (12 सितंबर 2010). "Deccan delight". Sify. Archived from the original on 29 जनवरी 2014. Retrieved 25 अगस्त 2013.
  17. "Hyderabadi Haleem to go global, outlets in US planned (Business Feature)". Business Standard. 29 जुलाई 2013. Archived from the original on 3 दिसम्बर 2013. Retrieved 25 अगस्त 2013.
  18. "Haleem boosts sex life". The Times of India. 14 August 2011. Archived from the original on 3 जनवरी 2013. Retrieved 29 August 2010.
  19. "Famous Hyderabadi Haleem dish gets patented". Gulf News. 3 September 2010. Retrieved 3 June 2013.
  20. Latif, Bilkees I. (1999). The Essential Andhra Cookbook with Hyderabadi Specialities. Penguin Books (India). pp. 95–97. ISBN 978-0-14-027184-3. Archived from the original on 20 मार्च 2018.
  21. "Barkas Street, a little Arabia in Hyderabad". thefreelibrary.com. Archived from the original on 25 अक्टूबर 2012. Retrieved 30 अगस्त 2011.
  22. "Get ready for veg haleem". The Times of India. 26 अक्टूबर 2003. Archived from the original on 3 जनवरी 2017. Retrieved 29 अगस्त 2010.
  23. "My love affair with the Haleem began during Ramzan". The Sunday Guardian. 17 जून 2012. Archived from the original on 14 नवम्बर 2013. Retrieved 17 जून 2012.
  24. "Hyderabad Haleem' gets Geographical Indication certification". Indian Council of Agricultural Research. 2010. Archived from the original on 18 जून 2013. Retrieved 21 जून 2012.
  25. "The Hyderabad haleem is now a Rs 100-crore brand name". Deccan Herald. 18 जून 2012. Archived from the original on 21 जुलाई 2012. Retrieved 18 जून 2012.
  26. Jayaram, P S (22 जुलाई 2013). "Hyderabadi haleem is now low-cholesterol". Khaleej Times. Archived from the original on 5 नवम्बर 2013. Retrieved 7 अगस्त 2013.
  27. Radhakrishna, G S (20 जुलाई 2013). "Meat of ostrich cousin low in fat". The Telegraph (India). Archived from the original on 5 नवम्बर 2013. Retrieved 7 अगस्त 2013.
  28. "Haleem on the radar". Post Noon. 10 July 2013. Archived from the original on 6 अगस्त 2013. Retrieved 7 August 2013.
  29. Ciezadlo, Annia (30 जनवरी 2012). "Haute bedouin cuisine with Mezlai's Ali Ebdowa". The Daily Beast. Archived from the original on 30 मई 2012. Retrieved 19 जून 2012.
  30. Davidson, Alan (1981). Food in Motion: The Migration of Foodstuffs and Cookery Techniques. Oxford Symposium. p. 77. ISBN 978-0-907325-07-9. Archived from the original on 20 मार्च 2018.
  31. Saqaf, Syed Muthahar (21 सितंबर 2009). "'Nonbu Kanji,' a noble thing that paves way for communal harmony". The Hindu. Archived from the original on 8 नवम्बर 2012. Retrieved 20 जून 2012.
  32. Alluri, Aparna (10 अगस्त 2012). "Hyderabad's Charm Found in Ramadan Delights". The New York Times. Archived from the original on 12 जून 2013. Retrieved 3 जून 2013.
  33. "Hyderabadi haleem now a click away". Rediff. 14 सितंबर 2007. Archived from the original on 25 मई 2013. Retrieved 28 मई 2012.
  34. Nemana, Vivekananda (21 जुलाई 2014). "... How Haleem Got All Hot and Heavy in Hyderabad". Yahoo! News. Archived from the original on 12 अगस्त 2014. Retrieved 21 जुलाई 2014.
  35. "Mumbaiites get Haleem-ed". MiD DAY. 8 August 2012. Retrieved 8 May 2013.
  36. "Hyderabadi Haleem treat for Vijayawadians". The Siasat Daily. 2 अगस्त 2011. Archived from the original on 28 सितंबर 2011. Retrieved 24 अगस्त 2011.
  37. "Taste and wealth". Business Standard. 20 August 2011. Retrieved 19 June 2012.
  38. Hyderabadi Haleem now close to being patented. 2 सितंबर 2010. Archived from the original on 4 दिसम्बर 2011. Retrieved 24 अगस्त 2010. {{cite book}}: |work= ignored (help)
  39. Kapoor, Sanjeev (2008). Royal Hyderabadi Cooking. Popular Prakashan. p. 3. ISBN 978-81-7991-373-4. Archived from the original on 3 जनवरी 2014.
  40. "Geographical indications journal no:37" (PDF). भारत सरकार. 4 जनवरी 2011: 9. Archived from the original (PDF) on 4 दिसम्बर 2011. Retrieved 18 जून 2012. {{cite journal}}: Cite journal requires |journal= (help)
  41. Hyderabadi haleem now officially an asset of AP. 2 अक्टूबर 2010. Archived from the original on 11 सितंबर 2010. Retrieved 24 अगस्त 2011. {{cite book}}: |work= ignored (help)

आगे पड़ें

[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ

[संपादित करें]
विकिपुस्तक
विकिपुस्तक