हनूत सिंह राठौड़
![]() | यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |
हनूत सिंह राठौड़ (6 जुलाई 1933- 11 अप्रैल 2015) भारतीय सेना के भूतपूर्व लेफ्टिनेंट जनरल थे। १९७१ के बंगलादेश मुक्ति संग्राम में उनकी भूमिका के लिये उन्हें महावीर चक्र प्रदान किया गया था।
हनूत सिंह की अगुवाई में पूना हॉर्स रेजीमेंट ने वर्ष 1965 तथा 1971 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान के 48 टैंक नष्ट कर दिए थे जिसके बाद पाक सेना के सामने हार स्वीकार करने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं बचा। 1971 के युद्ध के बाद पाकिस्तान ने भी उन्हें "फक्र ए हिंद" से नवाजा था। [1]
परिचय[संपादित करें]
ले. जनरल हनूत सिंह का जन्म 6 जुलाई 1933 को बाड़मेर जिले के जसोल गांव में ले. कर्नल अर्जुन सिंह के घर हुआ था। वह देश के पूर्व विदेश एवं रक्षामंत्री जसवंत सिंह के चचेरे भाई थे। देहरादून के कर्नन ब्राउन स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद वह 1949 में एनडीए में दाखिल हुए। यहां वह सैकण्ड लेफ्टिनेंट पद पर नियुक्त हुए। इसके बाद वह सीढ़ी दर सीढ़ी तरक्की करते रहे।
स्वतंत्र भारत के 12 प्रमुख जनरलाें में शामिल और भारतीय फाैज में जनरल हनूत के नाम से विख्यात जनरल सिंह अन्तिम समय में देहरादून में रह रहे थे। वे यहां ज्यादातर समय आध्यात्मिक साधना में लीन रहे।
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "वीर हनूत सिंहः इस राजस्थानी संत ने तबाह किए थे 48 पाक टैंक - See more at: http://www.patrika.com/feature/india/veer-hanut-singh-was-a-yogi-destroyed-48-pak-tank-1000086/#sthash.0EhQDTj3.dpuf". मूल से 19 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 अप्रैल 2015.
|title=
में बाहरी कड़ी (मदद)