स्वामी कर्मवीर

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चित्र:Swamijpg
स्वामी कर्मवीर

योगनिष्ठ स्वामी कर्मवीर जी महाराज "महर्षि पतंजलि अंतर्राष्ट्रीय योग विद्यापीठ" के संस्थापक हैं। स्वामी कर्मवीर विश्व के प्रथम व्यक्ति हैं जिन्हें भारत के गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार द्वारा योग में मास्टर्स डिग्री से सम्मानित किया गया,

आध्यात्मिकता और सत्य की खोज में हिमालय में भी पन्द्रह से अधिक वर्ष व्यतीत किये हैं।

जन्म व शिक्षा[संपादित करें]

स्वामी कर्मवीर का जन्म एक सभ्य और शिक्षित किसान परिवार में हुआ था। बचपन से ही उनका झुकाव आध्यात्मिक जीवन की ओर था। उन्होंने विभिन्न संतों और योगियों, विशेष रूप से स्वामी दयानंद सरस्वती के जीवन और शिक्षाओं से प्रेरणा प्राप्त की और बहुत कम उम्र में संन्यास आश्रम में दाखिल हो गए। भारत के हरिद्वार नगर में पवित्र गंगा के किनारे पर स्थित विश्वविद्यालय गुरुकुल कांगड़ी द्वारा उन्होंने वेद, दर्शन तथा योग में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त की.

कार्य[संपादित करें]

वेद, दर्शन तथा योग में शिक्षा पूरी करने के पश्चात वे भारत के उत्तरी क्षेत्र की ओर असम और भारत भूटान सीमा पर स्थित क्षेत्रों में जाकर योग और आयुर्वेद की सहायता से आदिवासियों के कल्याण में लग गए। कुछ समय पश्चात वह हिमालय पर्वत को प्रस्थानं कर गए और कई वर्षों तक वहां की कंदराओं में रह कर साधना की. हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं में प्रवास व भ्रमण के दौरान उन्हें अनेक प्रतिष्ठित साधू संतों व साध्वियों की संगत प्राप्त हुई. तदोपरांत उन्होंने अपना जीवन पूर्ण रूप से वेद तथा योग ज्ञान के प्रचार प्रसार व मानव जीवन के कल्याण में समर्पित कर दिया.

वेबसाइट[संपादित करें]

स्वामी कर्मवीर || महर्षि पतंजलि अंतर्राष्ट्रीय योग विद्यापीठ