स्लीपिंग ब्यूटी
स्लीपिंग ब्यूटी (फ़्रान्सीसी: फ़्रान्सीसी "जंगल में सुप्त सौन्दर्य") एक खूबसूरत शहज़ादी और एक बांके शहज़ादे की क्लासिक परी कथा है। यह चार्ल्स पेरौलट द्वारा 1697 में कॉन्टेस डी मा मेरी इयोए ("टेल्स ऑफ मदर गूज") की प्रकाशित सेट की पहली कहानी है।[1]
हालांकि पेरौल्ट का संस्करण काफी मशहूर है, गियामबतिस्ता बेसिल के पेंटामेरोन में शामिल "सन, मून एंड टालिया" नामक कथा का एक पुराना संस्करण 1634 में प्रकाशित हुआ।[2] अंग्रेजी भाषी दुनिया की सबसे परिचित 'स्लीपिंग ब्यूटी ' पर 1959 वाल्ट डिज्नी एनिमेटेड फिल्म बनी, जिसमें शाइकोवस्कि के बैले (1890 में सेंट पीटर्सबर्ग में प्रदर्शित) से भी उतना ही लिया गया है जितना कि पेरौल्ट से.
पेरौल्ट की कथा
[संपादित करें]पेरौल्ट की कथा का मूल तत्व दो भागों में बंटा है। कुछ लोक कथाकारों का मानना है कि वे असल में अलग-अलग कथाएं थीं, जैसा कि वे बाद में ग्रिम्स के संस्करण में बने हैं और उन्हें बेसिल ने तथा बाद में उनके अनुकरण में पेरौल्ट ने जोड़ दिया। [3]
भाग एक
[संपादित करें]लम्बे समय की इच्छा पूरी होने पर शहज़ादी के नामकरण अनुष्ठान पर गॉडमदर के रूप में आमंत्रित परियों ने उसे सौन्दर्य, बुद्धिमत्ता तथा संगीत की प्रतिभा जैसे उपहार दिए। हालांकि उनमें से अनदेखी हो गयी एक दुष्ट परी ने अपने उपहार के रूप में शहज़ादी को यह कहते हुए एक जादू के अधीन रखा कि युवा होने पर शहज़ादी की उंगली एक तकली में चुभ जाएगी तथा वह मर जाएगी. उनमें से एक नेक परी उस जादू का असर पूरी तरह से तो नहीं हटा पाई लेकिन उसने कहा कि मरने की बजाय शहज़ादी सौ सालों तक सोती रहेगी, तब तक जब तक कि उसका सच्चा प्यार तथा एक शहजादा चूम कर उसे जगा न दे।
शहंशाह ने अपने पूरे साम्राज्य में चरखा कातने या सिलने पर या उसे रखने पर मृत्यु दंड सुनाते हुए प्रतिबन्ध लगा दिया, लेकिन सब व्यर्थ साबित हुआ। जब शहजादी पंद्रह या सोलह साल की थीं, तो वह महल के दुर्ग पर एक बुज़ुर्ग महिला से मिली जो कताई कर रही थी। शहज़ादी ने इस अनोखे काम को आजमाने की तमन्ना ज़ाहिर की और नियति ने अपना खेल खेला। दुष्ट परी का शाप पूरा हुआ। नेक परी लौटी और उसने महल के सभी लोगों को नींद के आग़ोश में डाल दिया। महल को कंटीली झाड़ियों से भरे जंगल से घेरते हुए इसे बाहरी दुनिया की आंखों से ओझल कर दिया गया ताकि इसके अन्दर घुसपैठ करने की कोशिश करने वाले को पहले कांटों का शिकार होकर मौत को गले लगाना पड़े.
जब सौ साल गुज़र गए तो एक शहजादे ने, जिसने इस जादू के बारे में सुन रखा था, उस जंगल को चीरने का जौहर दिखाया. जैसे-जैसे वह आगे बढ़ता गया रास्ता खुद-ब-खुद बनता गया और इस तरह उसने महल में प्रवेश किया। वह शहज़ादी की खूबसूरती देख कर मन्त्र-मुग्ध हो गया तथा उसके सामने अपने घुटनों के बल बैठ गया। उसने उसे चूमा और वह जाग गई और फिर महल के सभी लोगों की निद्रा टूटी तथा उन्होंने वहीं से शुरुआत की जहां सब छोड़ा था।.... तथा ब्रदर्स ग्रीम के संस्करण से शुरू करते हुए आधुनिक संस्करण के मुताबिक़ वे सभी उसके बाद हंसी-ख़ुशी रहने लगे।
भाग दो
[संपादित करें]नींद से जागे शाही दानदाता द्वारा गुपचुप शादी करवाये जाने के बाद शहज़ादा जॉन शहज़ादी से मिलने आता रहा, जिसने उसे दो संतानें लॉरोर (सुबह) तथा ली जॉर (दिवस) दीं। इस बात को उसने अपनी राक्षस वंश की मां से छुपाये रखा। जब वह सिंहासन पर बैठा तो अपनी पत्नी और बच्चों को राजधानी ले आया तथा उन्हें अपने रानी मां के राजप्रतिनिधि मंडल में छोड़ कर खुद पड़ोसी राजा काँटालाबुट्टे ("काउंट ऑफ द माउन्ट") से युद्ध करने गया।
राक्षसी मां ने युवा रानी और उसके बच्चों को जंगल के एक एकांत घर में भेज दिया और अपने रसोइये को रात के खाने के लिए लड़के को सॉस के साथ तैयार रखने को कहा. आदमज़ात रसोइये ने लड़के की जगह एक भेड़ परोस दी जिससे रानी मां संतुष्ट हो गयी। फिर उसने लड़की की मांग की, लेकिन उसी लज़ीज़ सॉस के साथ बनाये गए ताज़े बकरे से वह खुश हुई। जब राक्षसी ने युवा रानी को परोसे जाने की मांग की तो रसोइये ने उसके गला काटने की पेशकश की, ताकि वह अपने बच्चों के पास जा सके जिन्हें राक्षसी अब मरा हुआ समझ रही थी। रसोइये के छोटे से घर में सबका अश्रुपूरित पुनर्मिलन हुआ जबकि रानी मां सॉस रॉबर्ट के साथ परोसे गए हिंड से खुश थी। जल्दी ही उसे इस चाल की भनक लग गयी और उसने आंगन में ज़हरीले सांपों तथा अन्यान्य खतरनाक जीव जंतुओं से भरा एक गड्ढा बनवाया. ऐसे नाज़ुक मौके पर राजा लौटा और राक्षसी ने अपना पर्दाफाश होने पर अपने आपको उस गड्ढे में फ़ेंक दिया जिसे उन जानवरों ने खा लिया। उसके बाद सब हंसी-ख़ुशी रहने लगे।
स्रोत
[संपादित करें]भाव में अंतर होने के अलावा इस कथानक की सबसे उल्लेखनीय भिन्नताएं ये हैं कि दरअसल नींद का कारण शाप नहीं बल्कि भविष्यवाणी थी; कि राजा ने एक चुम्बन देकर तालिया को नहीं जगाया बल्कि उसने उसका बलात्कार किया[4] और जब उसने दो बच्चों को जन्म दिया तो उनमें से एक ने उसकी उंगलियों को चूसा जिससे उसकी उंगली में फंसा वह सन का टुकड़ा बाहर आ गया जिसके कारण वह सोयी थी और वह जाग उठी और यह कि वह औरत जिसने उसे इतना सताया और उसे एवं उसके बच्चों को खाने की कोशिश की, वह राजा की मां नहीं बल्कि उसकी ईर्ष्यालु पत्नी थी। सास की ईष्या उतनी प्रेरक नहीं, हालांकि परी कथाओं में यह आम है।
मध्ययुगीन सभ्य रोमांस पर्सफॉरेस्ट (1528 में प्रकाशित) के कुछ पूर्ववर्ती तत्वों ने इस कथा में योगदान दिया है, जिसमें जेलांडाइन नामक एक शहज़ादी ट्रॉयलॉस नामक युवक से प्यार कर बैठती है। उसके पिता युवक को अपने आप को लड़की के काबिल साबित करने के लिए कुछ काम करने हेतु भेजते हैं और जब वह चला जाता है तो जेलांडाइन जादू भरे नींद में खो जाती है। ट्रॉयलॉस उसे ढूंढ निकालता है और उसे नींद में ही गर्भवती बना देता है; जब उनका बच्चा पैदा होता है तो वह उसकी उंगली से सन निकाल देता है जिसकी वजह से वह नींद में खोयी थी। वह अपनी उंगली में ट्रॉयलॉस द्वारा पहनाई गयी अंगूठी से पहचानती है कि वह बच्चे का पिता है तथा वह उससे ब्याह करने के लिए अपने दुस्साहसिक कार्य से वापस लौट कर आता है।[5]
पूर्ववर्ती प्रभाव वॉलसंगा सागा की निद्रामग्न ब्रिनहिल्ड की कहानी तथा पूर्व इसाई हेगियोग्राफी परम्पराओं की पुण्य महिला शहीदों से ली गई हैं। दरअसल यह ब्रीमहिल्ड का अस्तित्व ही था जिसने ग्रिम भाइयों को अपने अगले संस्करण में इस कहानी को मिटाने की बजाय इसे शामिल करने की प्रेरणा दी, जैसा कि उन्होंने पेरौल्ट की कृतियों से प्रेरणा लेते हुए अपने उन अन्यान्य कृतियों में भी किया है जिन्हें वे विशुद्धतः फ़्रांसिसी मानते थे।
कहानी का उत्तरार्द्ध सेंट गेनेवाइव से प्रभावित हो सकता है, जहां शहज़ादी और उसके बच्चों को तकरीबन मार दिए जाने की तैयारी रहती है और उन्हें छुपा दिया जाता है।
भिन्नताएं
[संपादित करें]यह परीकथा आर्ने-थॉम्पसन के 410वें प्रकार के रूप में वर्गीकृत है।[6]
शहज़ादी का नाम बदलता रहा है। सन, मून एंड तालिया में उसका नाम तालिया रखा गया है ("सन" तथा "मून" उसके दोनों जुड़वां बच्चे हैं)। पेरौल्ट ने इसे हटा दिया और उसे बेनाम रहने दिया, हालांकि उसके बेटी का नाम "लॉरोर" रखा गया। ग्रिम भाइयों ने अपने 1812 संग्रह में उसका नाम "ब्रायर रोज़" रखा। [7] इस स्थानांतरण को डिज़नी द्वारा फिल्म के लिए लिया गया, जिसमें उसे ऑरोरा नाम ही दिया गया। [8] जॉन स्टेजीन ने टेलीस्टोरी प्रेजेंट्स में उसे "रोज़बड" नाम दिया।
ग्रिम भाइयों ने अपने संग्रह में एक अलग ब्रायर रोज़ को शामिल किया।[9] जैसा कि पेरौल्ट तथा बेसिल ने इसके प्रचलित अंत के बारे में कहा है : कथा का समापन शहज़ादे के आगमन पर हो जाता है।[10] ग्रीम की कथा के कुछ अनुवादों में शहज़ादी का नाम रोज़ामोंड रखा गया है। भाइयों ने इस कहानी को इस आधार पर खारिज करना उचित समझा चूंकि वह पेरौल्ट के संस्करण से लिया गया था, लेकिन ब्रिनहिल्ड कथा की उपस्थिति के कारण वे इसे एक वास्तविक जर्मन कथा के रूप में शामिल करने हेतु मान गए। फिर भी, यह कथा की एकमात्र प्रचलित जर्मन शैली है और पेरौल्ट का प्रभाव लगभग तय है।[11]
ग्रिम भाइयों ने अपनी कथाओं के पहले संस्करण में द एविल मदर-इन-लॉ नामक एक खंडबद्ध परीकथा को भी शामिल किया। इसकी शुरुआत पेरौल्ट की कथाओं की तरह शादीशुदा नायिका तथा दो बच्चों की मां से होती है तथा उसकी सास पहले उसके बच्चों को तथा बाद में नायिका को खाने की कोशिश करती है। पेरौल्ट के संस्करण के उलट यहां नायिका ने ख़ुद व्यंजन में उनलोगों की बजाय किसी पशु को परोसने का सुझाव दिया था और यह खंड नायिका की इस चिंता के साथ समाप्त हो जाता है कि वह अपने बच्चों को रोने से और उनकी आवाज़ सास के कानों में पड़ने से नहीं रोक सकती. फ्रांसीसी प्रभाव दिखाती बहुत सी जर्मन कथाओं की तरह यह किसी परवर्ती संस्करण में नहीं दिखा.[12]
इटालो कैल्विनो ने इटालियन लोककथाओं में एक शैली का समावेश किया। उसकी नींद का कारण उसकी मां द्वारा बुरी मंत्रणा के कारण मांगी गयी इच्छा थी: उसे इसकी कोई परवाह नहीं थी कि पंद्रह साल की उम्र में उंगली में चुभन से उसकी बेटी मर जाती, उसे तो बस एक बेटी चाहिए थी। पेंटामेरोन की तरह शहजादे द्वारा बलात्कार करने तथा उसके बच्चों के पैदा होने पर उसकी नींद तब टूटती है जब उनमें से एक द्वारा उसकी उंगली चूसने पर वह कांटा बाहर निकल आता है, जिसके कारण वह सोयी हुई थी। वे इस प्रसंग को बरकरार रखते हैं कि वह औरत जिसने बच्चों को मारने की कोशिश की वह राजा की मां थी, न कि उसकी पत्नी लेकिन उसमें यह ज़रूर जोड़ दिया कि वह उन्हें ख़ुद नहीं खाना चाहती थी बल्कि उन्हें राजा को परोसना चाहती थी।[13] उनका यह संस्करण कैलाब्रिया से लिया गया था लेकिन उन्होंने यह कहा कि सभी इतालवी संस्करण बेसिल का क़रीब से अनुकरण करते हैं।[14]
सन, मून एंड तालिया के अलावा बेसिल ने इस आर्ने-थॉम्पसन प्रकार की एक और शैली द यंग स्लेव का समावेश किया। ग्रिम भाइयों ने भी एक दूसरे तथा अधिक दूरस्थ सम्बन्ध वाले द ग्लास कॉफिन का समावेश किया।[6]
जोसेफ जैकोब ने कहा कि इस कथा में तथा उनके मोर इंग्लिश फेयरी टेल्स नामक पुस्तक की द किंग ऑफ इंग्लैंड एंड हिज़ थ्री सन्स नामक जिप्सी कथा में स्लीपिंग ब्यूटी की काया एक ही तरह की थी।[15]
राजा की मां की उसकी नव विवाहिता पत्नी के साथ दुश्मनी परी कथा द सिक्स स्वान्स में भी दोहराई गई है तथा इसे द ट्वेल्व वाइल्ड डक्स में भी दिखाया गया है जहां उसे राजा की सौतेली मां का रूप दिया गया है, लेकिन इन कथाओं में उसके राक्षसीपन को मिटा दिया गया है।[16]
मिथकीय विषय
[संपादित करें]कुछ लोक कथाकारों ने स्लीपिंग ब्यूटी का वर्णन चन्द्र वर्ष (इसके तेरह महीनों को पूरी तेरह परियों के संकेत के रूप में दर्शाया गया है) का सौर वर्ष (जिसके बारह महीने बारह आमंत्रित परियों का संकेत है) द्वारा प्रतिस्थापन के संकेतक के रूप में किया है। बहरहाल, यह इस बात को दर्शाता है कि केवल ग्रिम भाइयों की कथा में दुष्ट परी तेरहवीं परी थी और पेरौल्ट की कथा में वह आठवीं थी।[17]
पेरौल्ट की कथा में परिचित विषयों तथा तत्वों में:
- इच्छित संतानअधिक जानकारी: [[Saint Anne and Rapunzel]]
- शापित उपहार
- अपरिहार्य नियति
- चरखा
- वीरतापूर्ण तलाश
- आदमख़ोर सौतेली मां
- छुटकारा मिलने पर मोक्ष. नींद को पाप द्वारा मौत की नींद के रूपक के रूप में
- प्रतिस्थापित पीड़ित
आधुनिक पुनर्कथन
[संपादित करें]स्लीपिंग ब्यूटी बहुत सी परी कथाओं को दोहराने के लिए प्रचलित रही है। इनमें मर्सिडीज़ लैकी का एलिमेंटल मास्टर्स उपन्यास द गेट्स ऑफ स्लीप ; रॉबिन मेककिनले का स्पिनडल्स एंड, औरसौन स्कॉट कार्ड्स का एंचैन्टमेंट, जेन यौलें का ब्रायर रोज़, सोफी मैसन का क्लेमेंटाइन तथा ऍन राईस का स्लीपिंग ब्यूटी त्रियोलोगी शामिल हैं।
परी मां के शाप को हूबहू कथा से लेकर बहुतेरे संदर्भों में इस्तेमाल किया गया है। जॉर्ज मेकडोनल्ड ने इसे अपने स्लीपिंग ब्यूटी पैरोडी द लाईट प्रिंसेस में इस्तेमाल किया, जिसमें दुष्ट परी मां शहज़ादी को मरने का नहीं बल्कि गुरुत्वाकर्षण कम हो जाने का शाप देती है- जिससे शारीरिक वजन कम हो जाने के साथ-साथ वह दूसरों की पीड़ा को गंभीरता से लेने में भी असमर्थ हो जाती है।[18] एंड्रू लैंग की प्रिंस प्रिगियो में रानी परियों में यक़ीन नहीं करती और उन्हें न्यौता नहीं देती; परियां फिर भी आती हैं और अंतिम परी को छोड़ कर बाकी सभी परियां उसे अच्छे उपहार देती हैं, जिसका कहना है वह "बेहद चालाक" है तथा इस तरह के उपहारों की समस्या आगे चलकर ही सामने आती हैं। पैट्रीसिया रेड की एन्चैंटेड फॉरेस्ट क्रौनिकल्स में शहज़ादी अफ़सोस जताती है कि उसे नामकरण पर शापित नहीं किया गया। जब दूसरे चरित्र बताते हैं कि बहुत सी और परियां भी शापित नहीं हैं (क्रौनिकल्स परी-कथा की सेटिंग तक में), तो वह शिकायत करती है कि उसके मामले में तो दुष्ट परी नामकरण में आई थी, "उसने बेहतरीन समय बिताया," और शहज़ादी के लिए एक समुचित परी-कथा का किरदार निभाने के सारे रास्ते बंद करके चली गयी।
एंजेला कार्टर का "द ब्लडी चेंबर" "द लेडी ऑफ द हाउस ऑफ लव" शीर्षक से स्लीपिंग ब्यूटी का एक अत्याधुनिक पुनर्कथन उपलब्ध कराता है। हालांकि वह मूल विषय वस्तु से काफी हटकर दिखती है लेकिन वह अपने शब्दों में "अव्यक्त सामग्री" को बरकरार रखती है, उदाहरण के तौर पर हालांकि दरअसल वह सोती नहीं है, लेकिन नींद में चलने के समर्थन में कई सन्दर्भ मौजूद हैं। यह कहानी एक दुष्ट पिशाच के जीवन को लेकर आगे बढती है जो अपनी किस्मत की मारी हुई है और एक युवा सिपाही अपनी मासूमियत से उसे इस शाप से मुक्त करता है।
वेकिंग रोज़ में कहानी का आधुनिक परिप्रेक्ष्य चुना गया है। रोज़ नामक नायिका (उसका नाम ब्रायर रोज़ पर रखा गया है) को कोमा में रखा गया है; उसे अपने प्रेमी द्वारा उन दोनों चिकित्सकों के चंगुल से छुड़ाना है जो उसे जो उसे मानवीय तरीके से मौत देना चाहते थे चूंकि उसे इसका पता चल गया था कि वे लोगों को मारकर उनके अंगों को काले बाज़ार में बेचने का अवैध व्यापार करते थे। यह सर्लालुने वेबसाईट में प्रकाशित नहीं किया गया है, हालांकि इस श्रृंखला की अन्य किताबें उसमें प्रकाशित हैं।
एनालिस इवान का "नाइट्स रोज़" स्लीपिंग ब्यूटी के भाग दो से लिए गए उसी तत्व को लेकर आगे बढ़ता है। जिसमें नायिका रोज़मेरी इडेनबर्ग (शहज़ादी) समूची आदमखोर जाति का ही सफाया करने को तत्पर है। यात्रा के दौरान परी सलाहकार एम्ब्रोज नुइट तथा पिशाच भगवान गैरेथ शेनले उसके साथ हो लेते हैं।
प्युर्टो रिकन लेखक रोजारियो फेरे के कहानी संग्रह "द यंगेस्ट डॉल में "स्लीपिंग ब्यूटी" शीर्षक की एक कहानी है। यह कहानी परी कथा में पाए जाने वाले बहुत से तत्वों से भरपूर है।
संगीत में स्लीपिंग ब्यूटी
[संपादित करें]1825 में माइकल कराफा ने ला बेले ऑ बोइस डौरमेन्ट बनाया।
शाइकोवस्की के संस्करण से पहले बहुत से बैले निर्माण "स्लीपिंग ब्यूटी" की थीम पर आधारित थे, जिनमें से एक युगेन स्क्राइब से लिया गया है: 1828-1829 की सर्दियों में फ़्रांसिसी नाटककार ने ऑमर की ला बेले ऑ बोइस डोरमेंट नामक चार-अंकों वाले बैले पेंटोमाइम की नृत्य संरचना के आधार के रूप में एक चार अंकों वाला मूक परिदृश्य पेश किया। स्क्राइब ने बैले के लिए बड़ी चतुराई से पेरौल्ट की कथा के दूसरे भाग में वर्णित हिंसा को मिटा दिया है, जिसका सेट हेरोल्ड ने बनाया तथा जिसे पहली बार 27 अप्रैल 1829 को पेरिस स्थित अकैडेमी रॉयल में मंचित किया गया। हालांकि हेरोल्ड ने सांगीतिक थीम पर आधारित पियानो द्वारा अपने अंश रौन्ड़ो ब्रिलिएंट को लोकप्रिय बनाया। वे इस बैले को वापस मंच पर प्रस्तुत करने में सफल नहीं हो पाए.
सेंट पीटर्सबर्ग स्थित इम्पेरियल थियेटर के निदेशक इवान सेवोलोज्हसकी ने जब 25 मई 1888 को पेरौल्ट की कथा पर आधारित एक बैले का सुझाव देते हुए शाइकोवस्की को पत्र लिखा तो उन्होंने हिंसक दूसरे भाग को काट दिया और बैले का अंत नींद से जगाने वाले चुम्बन से किया तथा ब्रावुरा शैली की श्रृंखला के पारंपरिक उत्सवपूर्ण अंतिम अंक का अनुसरण किया।
हालांकि शाइकोवस्की संभवतः एक नए बैले की रचना करने के उतने इच्छुक नहीं थे (उनके स्वान लेक नामक संगीत बैले को मिले स्वागत को याद करते हुए जिसकी पहले ग्यारह सीज़नों में प्रस्तुतियां हो चुकी थी लेकिन उसे ठंडी प्रतिक्रिया ही मिली थी), पर उन्होंने सेवोलोव्ज्हसकी के परिदृश्य पर काम करना प्रारम्भ किया। शाइकोवस्की के संगीत (उनका ओपस 66) और मेरियस पेटिपा की नृत्य संरचना वाला बैले 24 जनवरी 1890 को सेंट पीटर्सबर्ग के मेरिन्स्की थियेटर में प्रदर्शित किया गया।
बैले संरचना के क्षेत्र में शाइकोवस्की की पहली बड़ी सफलता के अलावा इसने एक नवीन मानक निर्धारित किया जिसे आज हम "शास्त्रीय बैले" के नाम से जानते हैं तथा सम्पूर्ण बैले रिपर्टरी में यह एक सर्वकालीन पसंदीदा बैले बन गया। स्लीपिंग ब्यूटी ऐसा पहला बैले बन गया जिसे सर्जे दियाघिलेव ने कभी देखा, जिसे उन्होंने बाद में अपने संस्मरण में लिखा भी है। और यह बैलेरिना अन्ना पावलोव तथा गैलिना उलनोवा द्वारा देखा गया पहला बैले तथा एक ऐसा बैले था, जिसने रूसी नृत्यांगना रुडोल्फ न्युरेव का परिचय यूरोपीय दर्शकों से करवाया. दियाघिलेव ने खुद लन्दन में बैले रुसेस के साथ 1921 में इस बैले का मंचन किया। नृत्यकार जॉर्ज बैलेंशाइन ने अंतिम अंक डाइवरसेमेंट्स में सुनहरे पिंजड़े में सुनहरे कामदेव के रूप में बैठ कर मंच पर अपने कैरियर की शुरुआत की।
बैले का मूकाभिनय तथा नृत्य संस्करण एक प्रसिद्ध ट्रेवेस्टि किरदार दुष्ट परी काराबोस के साथ पेंटोमाइम की विशिष्ट ब्रिटिश शैली को लेकर चलता है।
मौरिस रेवेल की मा मेयर आई'ओये पवने दी ला बैले औ बोइस डोरमेंट (पावन ऑफ डी स्लीपिंग ब्यूटी इन द वुड) शीर्षक से एक गतिविधि शामिल करते हैं। यह टुकड़ा बाद में एक बैले के रूप में भी विकसित किया गया।
ऐलेसाना बैंड में स्लीपिंग ब्यूटी से सम्बंधित "द अनइनवाइटेड थर्टीन" नामक एक गाना भी है, जो उनके एल्बम वेयर मिथ फेड्स टू लिजेंड का है। "यह अनामंत्रित तेरह और शहजादे के मद्देनज़र है। उससे पहले बहुत से दूसरे शहजादों ने निद्रा सुंदरी को जगाने का प्रयास किया लेकिन इससे पहले कि वे वहां तक पहुंच पाते वे कांटो से चीर दिए जाते थे। अनामंत्रित तेरहों प्रतिशोध की और दोनों की हत्या करने की बात करते हैं। शहज़ादा उसे बचाने की और कांटो को चीर कर निकलने के अपने संघर्ष की बात करता है। आखिरकार वह वहां पहुंच जाता है और उसे चूमता है। उसका इनाम उसकी प्रेयसी रोज़ामोंड है।"
वॉल्ट डिज़नी की स्लीपिंग ब्यूटी
[संपादित करें]वाल्ट डिज़नी निर्माण के एनिमेटेड फीचर स्लीपिंग ब्यूटी को बुएना विस्टा वितरकों द्वारा 29 जनवरी 1959 को जारी किया गया। डिज़नी को यह फिल्म बनाने में तकरीबन एक दशक लग गया, जिसका निर्माण स्टिरियोफोनिक साउंडट्रैक के साथ सुपर टेक्निरामा 70 वाइडस्क्रीन फिल्म प्रोसेस में किया गया। फिल्म निर्माण की लागत 6 मिलियन U.S. डॉलर थी। इसकी सांगीतिक पृष्ठभूमि तथा गाने शाइकोवस्की के बैले से अनुकूलित किये गए थे। इस कथा में फ्लोरा, फौना और मेरीवेदर नामक तीन नेक परियां तथा मेल्फिसेंट नामक एक दुष्ट परी है। ज़्यादातर डिज़नी फिल्मों की तरह इस फिल्म की पटकथा में भी काफी बदलाव किये गए हैं। उदाहरण के तौर पर, खुद मेल्फिसेंट ही महल के ऊपरी दुर्ग पर नज़र आती है और चरखा तथा तकली भी वही बनाती है जिसमें ऑरोरा (जिसे फ्लोरा, फौना तथा मेरीवेदर इस घटना के पहले ब्रायर रोज़ बुलाते थे) अपनी उंगली चुभा लेती है। शहज़ादी के बालों का रंग भी पेरौल्ट की मूल किताब में वर्णित गहरे भूरे की बजाय सुनहरे भूरे में बदल दिए जाते हैं। शहजादी का वर्णन डिज़नी की सबसे ख़ूबसूरत नायिका के रूप में किया गया है[19] और चूंकि यह कहा गया था कि "सुडौल सुनहरी की समकालीन बार्बी डौल से तुलना को नकारना कठिन है",[20] पहले-पहल फिल्म के सभी दृश्यों का फिल्मांकन लाइव एक्शन में ही किया गया। [21]
स्लीपिंग ब्यूटी का उपयोग
[संपादित करें]- परियों द्वारा दिए गए उपहारों में से किसी एक को कभी-कभी बुद्धिमत्ता के रूप में भुला दिया जाता है। हालांकि ऐसा कोई उपहार पेरौल्ट के संस्करण में नहीं दिया गया था: 1697 में यह समुचित नहीं जबकि संगीत का पारखी होना आवश्यक प्रतीत हो रहा था। कहानी के और अधिक आधुनिक संस्करण, खुफिया, साहस और स्वतंत्रता के अलावा परी तोहफे के रूप में शामिल हो सकता है। इसकी तुलना उन उपहारों से की जा सकती है जो मोल फ्लेंदर्स के पास थी। यह उस किताब में थी जो पेरौल्ट के स्लीपिंग ब्यूटी (1722) के लगभग एक चौथाई शताब्दी बीत जाने के बाद आई थी।
- फ्रायड धारा के मनोविश्लेषकों को ब्रुनो बैटलहेम के द युजेज़ ऑफ एन्चेंटमेंट से प्रोत्साहित होकर स्लीपिंग ब्यूटी का विश्लेषण अव्यक्त महिला कामुकता का मामला तथा उन युवा महिलाओं के निष्क्रिय समाजीकरण करने की ज़रुरत जिनकी नियति में काम करना नहीं बदा, के रूप में करने के लिए भरपूर सामग्री मिल गयी है।
- एरिक बर्न इस परी कथा का उपयोग जीवन लिपियों में से एक के रूप में "वेटिंग फॉर रिगोर मौर्टिस" का वर्णन करने में करते हैं।[22] यह बताने के बाद कि इस कहानी में लगभग सब कुछ वास्तव में घटित हो सकता था, वे उस मुख्य भ्रम को ढूंढ निकालते हैं जिसपर कहानी में ध्यान ही नहीं दिया था: कि जब वह सो रही थी तो समय का चक्का नहीं थमा था, कि वास्तव में रोज़ पंद्रह वर्ष की नहीं बल्कि तीस, चालीस या पचास की रही होगी। बर्न इसका तथा अन्यान्य परी कथाओं का उपयोग एक ऐसे सुविधाजनक उपकरण के रूप में करते हैं जो लोगों को मंत्रमुग्ध करने वाले पटकथा कवच को चकनाचूर कर देता है।
- जॉन गोल्ड की किताब टर्निंग स्ट्रॉ इनटू गोल्ड नारी एजेंसी के लिए इस कहानी का हवाला यह तर्क देते हुए देती है कि स्लीपिंग ब्यूटी संकट के समय महिलाओं की क्षमता का "खात्मा करने" की एक मिसाल है। वह कहानी के एक संस्करण का उद्धरण देती हैं जहां शहजादी उस वक़्त जाग जाती है जब शहजादा कमरे में दाखिल होता है क्योंकि उसे पता है कि अब उसके जागने का वक़्त है।
- टेरी प्रेटचेट अपनी डिस्कवर्ल्ड श्रृंखला में बहुतेरी परी कथाओं का हवाला देते हैं, ख़ास तौर पर चुडैलों के सन्दर्भ में जो अपनी दुनिया की वर्णन क्षमता को नियंत्रित करने की कोशिश करती हैं। वियर्ड सिस्टर्स में लेंकर चुड़ैलें ब्लैक एलिस पर अपना प्रभाव दिखाती हैं जो अपने महल और इसके निवासियों को सौ साल आगे लेकर चला जाता है जब ग्रेनी वेदरवैक्स अपने साम्राज्य को सत्रह साल आगे ले जाता है ताकि उसके उचित वारिस को सिंहासन पर बैठने के लिए वयस्क होने तक इंतज़ार न करना पड़े. बाद में, विचेज़ अब्रॉड में वही कबीला उस महल में प्रवेश करता है जिसपर इस शाप की छाया है कि वहां सभी सो जाते हैं जबकि आंगन में जंगल उग आता है; ग्रैनी के अनुसार ऐसा दर्जनों बार हो चुका है। नौकर-चाकर शहज़ादी को जगाने के बाद गुस्से में चुडैलों को भगाने पक्का इरादा लेकर कर उठते हैं। वे शहजादी को चूम कर नहीं बल्कि चरखे को खिड़की के बाहर फ़ेंक कर उसे उठाते हैं।
- पामेला दिशौफ़ का उपन्यास मिसेज़ बीस्ट [1] उनके "आई डू!" कहने के बाद स्लीपिंग ब्यूटी सहित सभी परी कथाओं की शहजादियों के साथ हुई घटना की पड़ताल करता है।
!".[23]
- शहजादी के सोये हुए चाकर, यहां तक कि उसके रसोईघर की साफ़-सफाई करने वाले तथा उसके पालतू कुत्ते तक, दूसरी दुनिया में उसके जागने के बाद उसके साथ चलने का इंतज़ार करते हैं, दफनाने की प्राचीनतम प्रथा को अभिव्यक्त करते हैं; हालांकि पेरौल्ट संभवतः मिस्र की दफ़नाने की प्रथा से अनभिज्ञ थे और Ur के तीसरे राजवंश की महारानी पुआबी के शाही मकबरे के बारे में, उन दरबारियों के बारे में जो चीन के पूर्व शासकों के साथ मकबरे में थे, उन घोड़ों के बारे में जो सीथियन पसिरिक के कुरगन में घुड़सवारों के साथ थे, से तो निश्चित तौर पर अनभिज्ञ थे। राजा और रानी इस दफ़नाने के विषय में शामिल नहीं हैं बल्कि वे निवृत्त होते हैं, जबकि सुरक्षात्मक घना कंटीला जंगल महल को तथा इसके रहने वालों को बचाने के लिए अचानक बढ़ने लगता है। [तथ्य वांछित]अधिक जानकारी के लिए देखें: Grave goods
- ऍन राईस द्वारा ए.ऍन.रौकेलौर नाम से लिखा गया कामोद्दीपक उपन्यास द क्लेमिंग ऑफ स्लीपिंग ब्यूटी बहुत शिथिल रूप से इस परी कथा पर आधारित है।
- हास्य पुस्तक फेबल्स में स्लीपिंग ब्यूटी एक किरदार के रूप में नज़र आती है। वह प्रिंस चार्मिंग की तीन पूर्व पत्नियों तथा धनाढ्य फेबल वासियों में से एक है। वह अभी भी चुभने को लेकर असुरक्षित है तथा वह जिस भवन में है उसके सभी निवासियों के साथ एक जादू के असर से नींद में खो जाती है। उसे साफ़ तौर पर "ब्रायर रोज़" के चरित्र के रूप में पहचाना जा सकता है और उसे एक बार भी स्लीपिंग ब्यूटी के नाम से संदर्भित नहीं किया गया।
- स्लीपिंग ब्यूटी का दूसरा भाग लिटिल लिट के हास्यों में से एक के रूप में नज़र आता है। यह हास्य विख्यात हास्य लेखक डेनियल क्लॉस द्वारा लिखा व चित्रित किया गया है।
- 2002 में डच-भाषी लेखक टून टेलेगेन ने Brieven aan Doornroosje ("स्लीपिंग ब्यूटी को लिखे गए पत्र") प्रकाशित किया। फिर 2005 में वे ऐसी चिट्ठियों की साल भर की दैनिक श्रृंखला की ओर बढ़े, जो उनकी कल्पना के अनुसार स्लीपिंग ब्यूटी के महल को ढूंढने के दौरान शहज़ादे ने लिखे होंगे। इसे उन्होंने शास्त्रीय रेडियो स्टेशन (Klara) पर हर सुबह 7 बजे दिनभर के कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रस्तुत किया।
- सिस्टर्स ग्रीम नामक किताब में वह उनलोगों में से एक है जो असल में रेल्डा ग्रिम से घृणा नहीं करते. उसे एक बहुत ही दयालु किस्म के इंसान के रूप में दिखाया गया है और उसकी त्वचा का रंग भूरा है।
- Happily Ever After: Fairy Tales for Every Childइसमें स्लीपिंग ब्यूटी को रोज़िता नाम की एक हिस्पैनिक शहजादी के रूप में दर्शाया गया है। उसपर एक सदी तक जादूई असर रहा।
- द स्लीपिंग ब्यूटी (इजराइल में लाइव कार्यक्रम) तियामेट द्वारा बनाया गया एक एल्बम है।
- एंजेला कार्टर ने लघु कथाओं के अपने संग्रह के लिए इस कथा की पुनर्व्याख्या की द ब्लडी चेंबर .
- कैटलीन आर. कियेर्नान के "ग्लास कॉफिन" में "स्लीपिंग ब्यूटी" की नए सिरे से व्याख्या की गई है। यह उनके संग्रह टेल्स ऑफ पेन एंड वंडर में दिखता है। कहानी का शीर्षक पी.जे.हार्वे के गीत "हार्डली वेट" को संदर्भित करता है, जो अपने आप में भी "स्लीपिंग ब्यूटी" का एक सन्दर्भ है।
- शेरी एस.टेपर अपने उपन्यास ब्यूटी में स्लीपिंग ब्यूटी की कहानी को अपनाती हैं। इस उपन्यास में सिंड्रेला तथा द फ्रॉग प्रिंस का सन्दर्भ भी शामिल है।
- ब्रूस बेनेट ने स्लीपिंग ब्यूटी को लीन वारेन के साथ बनाये गए बच्चों के एक संगीत के लिए अपनाया, जिसकी रिवरवॉक थियेटर में विश्व प्रदर्शनी की गयी।
- कैथरीन एम.वेलेंट ने इस कहानी को द मेडेन ट्री के लिए अपनाया, जिसमें उन्होंने तकली की जगह सिरिंज का वर्णन किया है।
- कंप्यूटर खेल मैक्स पायेन 2: द फौल ऑफ मैक्स पायेन में स्लीपिंग ब्यूटी को खेल के अपने अंत में एक रूपक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है जहां मैक्स एक मृत मोना सैक्स के होठों को चूमता है - मैक्स के अनुसार ".....अभी तक हम स्लीपिंग ब्यूटी की कहानी को गलत तरीके से समझते रहे हैं।" वे दलील देते हैं कि शहज़ादा, जो बहुत कुछ मैक्स के ही तरह है, स्लीपिंग ब्यूटी को उसे नींद से जगाने के लिए नहीं चूमता बल्कि वह खुद अपने-आपको उस उम्मीद और तकलीफ से जगाना चाहता है जो उसे यहां तक लायी थी - बक़ौल मैक्स, "जो इंसान सौ सालों से सो रहा हो, वह जाग नहीं सकता." हालांकि अगर कोई कठिनतम परेशानी में भी खेल में बढ़त लेने में सफल हो जाता है, तो मोना उस चुम्बन से जाग जाएगी और अगले अंत तक जिंदा रहेगी.
- दर्शन में स्लीपिंग ब्यूटी विरोधाभास एक चिंतन-प्रयोग है जहां सौन्दर्य को एम्नेसिया दिया जाता है और इतवार की रात को सुलाया जाता है। एक सिक्का उछाला जाता है और अगर ऊपरी पहलू आया तो उसे सोमवार के दिन जगाया जायेगा तथा फिर सुला दिया जायेगा. अगर पिछला पहलू आया तो उसे सोमवार और मंगलवार को उठाया जायेगा. वह जब भी जागे, उससे सिक्के का ऊपरी पहलू आने के लिए उसके व्यक्तिपरक संभाव्यता के बारे में पूछा जायेगा. इस बात से सभी सहमत हैं कि वह इस प्रयोग से पहले आधे प्रश्नों के जवाब देगी लेकिन कुछ लोगों का यह तर्क है कि वह एक तिहाई प्रश्नों के जवाब देगी. अगर ऐसा हुआ तो उसे परावर्तन सिद्धांत की अवहेलना करने वाली कहा जाता है, जिसके बारे में आम तौर पर बेयेसियन धारा के लोग तार्किकता पर बाधा के रूप में सोचते हैं।
- कार्डकैप्टर सकुरा में सकुरा की कक्षा "सकुरा एंड द ब्लैक्ड
आउट स्कूल आर्ट्स फेस्टिवल" एपिसोड में स्लीपिंग ब्यूटी पर कार्यक्रम पेश करती है, जिसमें चरित्र बेतरतीब तौर पर चुने गए थे। सकुरा को शहज़ादे का, स्यारन को औरोरा का तथा यामाज़ाकी को मांगा में चुड़ैल का किरदार हासिल हुआ। बहरहाल, चूंकि मीलिन ने अनाइम में चुड़ैल का किरदार निभाया था इसलिए यामाज़ाकी मांगा की महारानी बन गई ताकि वह एक गुमनाम लड़के की बजाय परियों में से एक बन सके।
- काओरी यूकी की मांगा में रानी बांझ थी तथा उसे एक मछली द्वारा भविष्यवाणी किये जाने के बाद शहज़ादी फ्रेडरिक मिली थी। किसी नौकर से मिलने की बजाय शहजादी उस वक़्त अपनी उंगली चुभो लेती है जब चुड़ैल उसे बताती है कि ऐसी कोई भविष्यवाणी नहीं हुई थी; बल्कि रानी का बलात्कार किया गया था तथा वह दरअसल राजा की बेटी ही नहीं थी। फ्रेडरिक ने चुड़ैल की बातों की सच्चाई भांपने के लिए तकली छू लिया और सौ सालों तक सोती रही। जब शहज़ादा लड्विग अपने सपनों में उससे मिलता है तो उससे प्यार कर बैठता है तथा उसका चुम्बन जादू के असर को ख़त्म कर देता है। बहरहाल वे हमेशा हंसी-ख़ुशी जीवन नहीं बिता पाए क्योंकि उम्रदराज़ हो जाने के कारण जागते ही उसे मौत गले लगा लेती है। वह बाद में एक आत्मा के रूप में लौटती है और नकली रानी लेडी पेट्रोनेला को उठा फेंकने के लिए अपनी शक्ति प्रदान करती है।
- हनी एंड क्लोवर के एक अध्याय में मोरीटा आयुमी को यह धमकी देता है कि अगर वह उसे एक क्रिसमस पार्टी में आमंत्रित नहीं करती तो वह उसे शाप दे देगा कि उसकी भावी बेटी अपने पंद्रहवीं सालगिरह पर एक तकली में अपनी उंगली चुभो लेगी और गहरी नींद में सो जाएगी.
- 2005 की तुर्की मानवविज्ञानी फिल्म इस्तानबुल टेल्स का लोकप्रिय परी कथाओं द्वारा प्रेरित पांच कहानियों वाला एक खंड इस कहानी पर आधारित है, जहां एक पागल युवा औरत स्लीपिंग ब्यूटी है और वह बॉसफोरस मैंशन में रहती है। वह एक युवा कुरडिश पुरुष से मिलती है जो इस्तानबुल उत्प्रवासित हो कर आया है।
- मेट्टेल एंटरटेनमेंट (यूनिवर्सल स्टूडियोज) की बार्बी द स्लीपिंग ब्यूटी के रूप में 28 मार्च 2009 को लाँच होने वाली है, जिसमें बार्बी को शहजादी क्लारेट के रूप में दिखाया गया है। यह शाइकोवस्की के बैले, तथा ग्रीम भाइयों और चार्ल्स पेरौल्ट की कहानी पर आधारित है जिसमें आर्नी रोथ ने संगीत दिया है।
- हाना बार्बरा की 1985 में बनी द 13 घोस्ट ऑफ स्कूबी-डू, ड्रीमवर्क्स एलएलसी की 2007 में बनी श्रेक द थर्ड, [[डिज़नी|डिज़नी]] की 2002 में बनी ओन हाउस ऑफ माउस तथा 1999 की इंस्पेक्टर गैजेट (फिल्म) में इसकी नक़ल की गयी थी।
- वाल्ट डिज़नी के स्लीपिंग ब्यूटी के मुख्य पक्षपोषक तथा प्रतिपक्षी को स्क्वायर-एनिक्स/डिज़नी समर्थित PS2 खेल किंगडम हर्ट्स, किंगडम हर्ट्स 2 में इस्तेमाल किया गया है और इसे आगामी किंगडम हर्ट्स : बर्थ बाई स्लीप फॉर PSP में भी दिखाया जायेगा. ऑरोरा दिल की उन शहजादियों में से एक है जिनके दिलों में किसी तरह का अंधेरा नहीं है। दिल की सभी सातों शहजादियों को इकठ्ठा करने पर साम्राज्य के दिलों का, पूरी दुनिया के दिल का द्वार प्रशस्त हो जायेगा. वह दिल की शहज़ादी का ख़िताब सिंड्रेला, बेले, एलिस, स्नो व्हाईट, जैस्मिन तथा खेल की मूल शहज़ादी कैरी से बांटती है। इन खेलों में मेलफिसेंट मुख्य प्रतिपक्षी के रूप में काम करती है, जो खुद अपनी योजनाओं को साकार करने के साथ-साथ डिज़नी के अन्यान्य खलनायकों की भी मदद करती है। इसके अलावा किंगडम हर्ट्स 2 में तीन नेक परियों फ्लोरा, फौना और मेरीवेदर को भी दिखाया गया है जो मुख्य चरित्र सोरा को अपने नए कपड़े दे देती है ताकि वो अपना ड्राइव फॉर्म का इस्तेमाल कर सके।
- इसकी नक़ल 1948 में पौपाई कार्टून वोट्टा नाईट में भी ओलिव आयल के साथ स्लीपिंग ब्यूटी के रूप में की गई है।
- 1988 में मपेट बेबीज़ एपिसोड "स्लीपिंग ब्यूटी" में जब पिग्गी को चेचक हो जाता है तो गैंग वॉकी-टॉकी पर स्लीपिंग ब्यूटी की कहानी को अपने अंदाज़ में सुना कर उसकी हौसला अफजाई करते हैं। कहानी के बारे में पिग्गी की कल्पना के दौरान वो शहज़ादी का किरदार अदा करती है और कर्मित शहज़ादे का. फौज़ी, रोल्फ़ एवं गोंज़ो तीनों नेक परियां हैं; एनिमल दुष्ट परी है तथा स्कूटर और स्कीटर राजा और रानी हैं। वर्णन के दौरान फौज़ी शहजादी के सोने के शाप में फेर बदल करती है जिसके अनुसार शहज़ादी (पिग्गी) अपने चौथी सालगिरह के पहले एक केले के छिलके पर पैर रख देती है (चूंकि नन्हे बच्चों को नुकीली चीज़ों से नहीं खेलना चाहिए) और "नींद में खो" जाती है। साथ ही, "सुन्दर, छोटा सा कुटीर" सचमुच बकिंघम पेलेस बन जाता है और पिग्गी केवल रोल्फ़ द्वारा दिए गए विशाल वीणा को फेंकने के लिए ही बाहर जाती है।
- रॉकी एंड बलविंकल शो के फ्रैकचर्ड फेयरी टेल्स के "स्लीपिंग ब्यूटी" एपिसोड में सूत्रधार शहज़ादी के जन्म के बाद झट से सीधे कहानी के उस पड़ाव पर पहुंच जाता है जब शहजादा महल में पहुंचता है। वहां उसे चूमने की बजाय शहज़ादा स्लीपिंग ब्यूटी लैंड (डिज़नीलैंड की तर्ज़ पर) बनाता है। जैसे-जैसे व्यापार बढ़ता है, दुष्ट परियां लगातार दखल देती रहती हैं और तरह-तरह से उसे परेशान करती हैं। अंततः एपिसोड के आख़िर में जब व्यापार मंदा हो जाता है तो शहज़ादी अपने सच्चे प्यार के चुम्बन के बिना ही जाग कर शहज़ादे और दुष्ट परी को विभोर कर देती है।
- "स्लीपिंग ब्यूटी'ज़ डॉटर" की कहानी बयां करती "अलिंडा ऑफ द लोच"[24] नामक एक नयी किताब लगभग अगस्त 2009 में जारी होगी। यह लेखन कार्य दो शिक्षकों द्वारा बहुत वर्षों तक चलता रहा। ऊनाग जेन पोप (ब्रिटेन एंडोवर में तीसरी कक्षा के शिक्षक) और जुली ऍन ब्राउन (अमेरिका संता बार्बरा कॉलेज की प्रोफ़ेसर) दोनों ने महसूस किया कि अब इन्वरनेस-शायर की रानी ऑरोरा और उसकी सबसे छोटी बेटी एलिंडा की कहानी कहने का वक़्त आ चुका है। स्कॉटिश परी कथा बहुत से ऐसे प्रश्नों के जवाब देती है कि क्यों पूरी विगत शताब्दी में उस ज़मीन और झील ने ऐसा रहस्य, रोमांच और जादू संजो रखा था।
- जेन योलेन का उपन्यास "ब्रायर रोज़" होलोकॉस्ट की पृष्ठभूमि में "स्लीपिंग ब्यूटी" की कहानी की पुनर्कल्पना करता है।
- हरुही सुज़ूमिया के पहले सीज़न में द मेलान्कोली के छठे/आख़िरी एपिसोड (आपके देखने के क्रम पर निर्भर करता है) में जब क्योन एक 'बंद अंतरिक्ष' में कैद रहती है, तो उसे कंप्यूटर द्वारा नागाटो यूकी 'स्लीपिंग ब्यूटी' का एक रहस्यमय सन्देश देती है।
- जॉस व्हेडोन की डौलहाउस श्रंखला में इस कहानी को उसी नाम के एपिसोड "ब्रायर रोज़" में एक विस्तारित रूपक के तौर पर इस्तेमाल किया गया है, जिसमें डौलहाउस के फुसलाये गए सदस्य तथा यौन उत्पीड़न के प्रभाव से जूझती एक युवा किरदार, दोनों को बराबरी पर लाया गया है।
- रेंडी लौफिशियर ने 1930 में जगाई गयी स्लीपिंग ब्यूटी का इस्तेमाल अपराध से लड़ने वाली शख्सियत के रूप में किया है, जिसे टेल्स ऑफ द शैडोमैन में प्रकाशित बहुत सी कहानियों में फैनटॉम एंजेल का नाम दिया गया है।
गैलरी
[संपादित करें]-
एक मूर्ति के रूप में स्लीपिंग ब्यूटी
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वॉल्टर क्रेन द्वारा "वह खड़ा होता है—वह उसे घूरने के लिए झुकता है—वह घुटने टेकता है—वह उसे एक चुंबन के साथ उठता है", वूडकट
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एडवर्ड फ्रेडरिक ब्रेव्टनॉल द्वारा "स्लीपिंग ब्यूटी"
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ हेइडी ऐनी हेइनर, "द एनोटटेड स्लीपिंग ब्यूटी " Archived 2010-02-13 at the वेबैक मशीन
- ↑ गिंबतिस्ता बसिले, पेंटामेरोने, "सूर्य, चंद्रमा और तालिया" Archived 2011-06-07 at the वेबैक मशीन
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- ↑ मारिया ततार, द एनोटटेड ब्रदर्स ग्रिम, पृष्ठ 230 डब्ल्यू. डब्ल्यू. नोर्टन एंड कंपनी, लंदन, न्यूयॉर्क, 2004 ISBN 0-393-05848-4
- ↑ मैक्स लुथी, वंस अपॉन अ टाइम: ऑन द नेचर ऑफ़ फेयरी टेल्स, पृष्ठ 33 फ्रेडरिक अंगर पब्लिशिंग कंपनी, न्यूयॉर्क, 1970
- ↑ जैक जिप्स, व्हेन ड्रीम्स केम ट्रू: क्लासिकल फेयरी टेल्स एंड दियर ट्रेडिशन, पृष्ठ 124-5 ISBN 0-415-92151-1
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- ↑ एलिजाबेथ बेल, "समटेक्स्ट्स ऐट द डिज्नी शॉप", यंडा हास, लौरा सेल्स एड्स., फ्रॉम माउस टू मरमेड: द पौलिटिक्स ऑफ़ फ़िल्म, जेंडर, एंड कल्चर (इंडियाना यूनिवर्सिटी प्रेस) 1995:110.
- ↑ लियोनार्ड मल्टिन, द डिज़नी फ़िल्म.
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- ↑ मिसेस. बीस्ट, स्टे थर्स्टी प्रेस, 2009. ASIN: B001YQF59K
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 8 जुलाई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 जून 2010.
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]विकिमीडिया कॉमन्स पर Sleeping Beauty से सम्बन्धित मीडिया है। |
विकिस्रोत पर इस लेख से संबंधित मूल पाठ उपलब्ध है: |
- सरलालुन परी कथा टेल्स साइट पर द एनोटटेड स्लीपिंग ब्यूटी, वेरिएंट, इतिहास, आधुनिक व्याख्याओं, कविता और वर्णन सहित
- "द स्लीपिंग ब्यूटी इन द वूड्स" में वॉलर हास्टिंग्स द्वारा परौल्ट्स संस्करण की चर्चा
- "सोल, लुना, ए तल़िया" में भी वॉलर हास्टिंग्स द्वारा परौल्ट्स संस्करण की चर्चा
- स्टोरीनोरी पर फ्री ऑडियो स्टोरी ऑफ़ द स्लीपिंग ब्यूटी
- स्टोरीनोरी पर ऑडियो ऑफ़ द स्लीपिंग ब्यूटी पार्ट टू (द क्वीन ओर्ग)
- जेकॉब और विल्हेम ग्रिम द्वारा स्लीपिंग ब्यूटी
- परौल्ट द्वारा स्लीपिंग ब्यूटी इन द वुड्स , 1870 में इंटरनेट के माध्यम से उदाहरण स्कैन्ड बुक
- "द फेयरी बुक" से द स्लीपिंग ब्यूटी इन द वुड का पूर्ण पाठ
- स्लीपिंग ब्यूटी का मूल संस्करण और मनोवैज्ञानिक विश्लेषण
- (फ्रेंच)स्लीपिंग ब्यूटी (परौल्ट चार्ल्स द्वारा), ऑडियो संस्करण