स्नानघर

स्नानघर अथवा बाथरूम (bathroom) उस कमरे को कहते हैं जिसमें लोग अपने शरीर और इसके विभिन्न अंगों को धोकर साफ करते हैं। इसमें सामान्यतः फ़व्वारा, बाथटब, कमोड, और सिंक (कुछ देशों में इसे वास बेसिन भी कहते हैं) जैसे कुछ सामान एक-एक या अधिक मात्रा में होते हैं। सामान्यतः शौचालय भी इसके साथ जुड़ा हुआ होता है।[1]
ऐतिहासिक रूप से स्नान करना एक सामूहिक गतिविधि होती थी जिसमें एक सार्वजनिक स्नान स्थल होते थे। कुछ देशों में शरीर की सफाई के ऐसे साझे स्थान अब भी सामाजिक परिदृश्य के भाग हैं। उदाहरण के लिए जापान में सेंतो और इस्लामी देशों में हम्माम (पश्चिमी देशों में इसे "तुर्किश बाथ" कहते हैं) हैं।
इतिहास
[संपादित करें]स्नानघर के उपयोग के सबसे पुराने साक्ष्य 3000 ईसा पूर्व से मिलते हैं, उस समय जल का बहुत अधिक धार्मिक महत्व था। उस समय के अनुसार जल शरीर और आत्मा दोनों को शुद्ध करता था। अतः पवित्र स्थानों पर जाने से पहले लोगों का स्वयं को आवश्यक रूप से साफ करके जाना असामान्य नहीं था। स्नान को समय के साथ गाँवों अथवा कस्बों में सामान्य प्रक्रिया में शामिल कर लिया गया। हालांकि यूरोप और अमेरिका में भाप से स्नान व एशिया में शीतल स्नान का प्रचलन हुआ। सामुदायिक स्नानगृह गांव के आवासीय परिसर से अलग एक अलग क्षेत्र में बनाए गए थे।
सोलहवीं सदी और उसके बाद
[संपादित करें]सोलहवीं, सत्रहवीं और अट्ठारहवीं सदी में पश्चिमी देशों में सार्वजनिक स्नान का प्रचलन कम होता गया और इसका स्थान निजी स्थान लेने लग गये। इसके परिणामस्वरूप 20वीं सदी के स्नानघर प्रचलन में आये। जापान में साझा स्नान स्थल के रूप में सेंतो और ओन्सेन (गर्म झरना अथवा स्पा) देखने को मिलती हैं।
सांस्कृतिक इतिहासकार बारबरा पेनर ने बाथरूम की अस्पष्ट प्रकृति के बारे में लिखा है कि यह सबसे निजी स्थान है और बाहरी दुनिया से सबसे अधिक जुड़ा हुआ स्थान है।[2]
चित्र दीर्घा
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बेल्जियम में स्नानघर
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1903 में स्नानघर का एक चित्रण
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2020 के शीतकालीन युवा ओलम्पिक्स के ओलम्पिक ग्राम का एक स्नानघर
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "bathroom". Marriam-Webster). अभिगमन तिथि 2024-05-10.
- ↑ पेनर, बारबरा (2013). Bathroom. Objekt series. London: रिएक्शन्स बुक्स. OCLC 834404623. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-78023-193-8.
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]Bathroom से संबंधित विकिमीडिया कॉमन्स पर मीडिया