सौर शक्ति

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यह लेख सौर ऊर्जा का उपयोग करते हुए विद्युत के उत्पादन के बारे में है। सौर ऊर्जा के अन्य उपयोगों के लिये सौर ऊर्जा देखें।


PS10 सूर्य के प्रकाश को हेलियोस्टैट्स के क्षेत्र से एक केन्द्रीय टावर पर केन्द्रित करता है।
सौर ऊर्जा
सौर शक्ति टावर

सौर शक्ति
सौर तापीय
प्रकाश विद्युत
सौर वाहन
सौर सेल

सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त शक्ति को कहते हैं। इस ऊर्जा को ऊष्मा या विद्युत में बदल कर अन्य प्रयोगों में लाया जाता है। उस रूप को ही सौर ऊर्जा कहते हैं। घरों, कारों और वायुयानों में सौर ऊर्जा का प्रयोग होता है। ऊर्जा का यह रूप साफ और प्रदूषण रहित होता है।[1] सूर्य से ऊर्जा प्राप्त कर उसे प्रयोग करने के लिए सोलर पैनलों की आवश्यकता होती है। सोलर पैनलों में सोलर सेल होते हैं जो सूर्य की ऊर्जा को प्रयोग करने लायक बनाते हैं। यह कई तरह के होते हैं। जैसे पानी गर्म करने वाले सोलर पैनल बिजली पहुंचाने वाले सोलर पैनलों से भिन्न होते हैं।

विधियां[संपादित करें]

पुर्तगाल में स्थापित ११ मेगावॉट सौर पैनल

सौर ऊर्जा को दो तरीकों से प्रयोग हेतु बदला जाता है।

  • सौर तापीय विधि (सोलर थर्मल): इससे सूर्य की ऊर्जा से हवा या तरल को गर्म किया जाता है। इस विधि का प्रयोग घरेलू कार्यो में किया जाता है।
  • प्रकाशविद्युत विधि (फोटोइलेक्ट्रिक): इस विधि में सौर ऊर्जा को बिजली में बदलने के लिए फोटोवोल्टेक सेलों का प्रयोग होता है। फोटोवोल्टेक सेल का रखरखाव अपेक्षाकृत होता है। इस विधि के लिये ही सौर सेल बनाये जाते हैं।

कुछ वर्ष पूर्व तक सौर ऊर्जा का प्रयोग पुराने ढंग से बनी इमारतों में किया जाता रहा है। कुछ विकसित देशों में जीवाश्म ईंधन की कमी के कारण सौर ऊर्जा की तरफ विशेषज्ञों ने अनुसंधान किये हैं।[1] अनेक उद्योगों में सौर ऊर्जा को अपनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कई विषम क्षेत्रों में सौर ऊर्जा का प्रयोग जारी है जहां अन्य ऊर्जा स्त्रोतों की पहुंच कम है।

सौर सेल[संपादित करें]

सौर बैटरी या सौर सेल फोटोवोल्टाइक प्रभाव के द्वारा सूर्य या प्रकाश के किसी अन्य स्रोत से ऊर्जा प्राप्त करता है। अधिकांश उपकरणों के साथ सौर बैटरी इस तरह से जोड़ी जाती है कि वह उस उपकरण का हिस्सा ही बन जाती जाती है और उससे अलग नहीं की जा सकती। सूर्य की रोशनी से एक या दो घंटे में यह पूरी तरह चार्ज हो जाती है। सौर बैटरी में लगे सेल प्रकाश को समाहित कर अर्धचालकों के इलेक्ट्रॉन को उस धातु के साथ क्रिया करने को प्रेरित करता है।एक बार यह क्रिया होने के बाद इलेक्ट्रॉन में उपस्थित ऊर्जा या तो बैटरी में भंडार हो जाती है या फिर सीधे प्रयोग में आती है। ऊर्जा के भंडारण होने के बाद सौर बैटरी अपने निश्चित समय पर डिस्चार्ज होती है। ये उपकरण में लगे हुए स्वचालित तरीके से पुनः चालू होती है, या उसे कोई व्यक्ति ऑन करता है। सॉर सेल को आप घर में भी वना सकते हैं आज मै आपको एक साधारण सा सोलर सेल बनाने के बारे में बताऊंगा यह मात्र एक मोडल है जिससे आप सॉर उर्जा के बारे में कुछ बेहतर जन सकेंगे। आप इस मोडल से LED बल्ब ब्गेरह चला सकते हैं। चीज़ें जो आपको चाहिए ::. आपको तांबे के तार , तांबे की शीट , एक प्लास्टिक की बोतल , नमक , गर्म पानी की जरूरत है। यह लेख कैसे घर पर एक सौर सेल बनाने के लिए आपको बता देगा, और यह करने के बाद आप एक घड़ी, रेडियो जेसे अपने छोटे उपकरणों को चला सकते हैं। विधि::- 1 एक ताम्र पत्र लो और बराबर भागों में काटो। काटने के बाद आपके पास एक ही आकार के 2 टुकड़े बनेगें। 2 ताम्बे की एक शीट को गर्म करो लगभग 20-30 MIN. तक फिर उसे बिना छेड़े ठंडा होने दो। 3 इसके साथ ताम्बे की एक टार जोड़ दो। उस जगह को साफ कर लो झा टार जोड़ना है 4 दूसरी शीट लो और उसे भी टार से जोड़ दो। 5 एक प्लास्टिक बोतल लो और उसे बीच से कट दो अब इसकी तली मे नमक और पानी का घोल बना लो। 6 अब गर्म की हुए ताम्बे की शीट को इस घोल में डालो मगर ध्यान रहे की सिर्फ शीट ही पानी को छुए न की तार। 7 उलटी दिशा में दूसरी शीट भी डाल दो। आपका सोलर सेल तेयार हो गया है।। ।। TIPS::- 1 नमक का उपयोग करें घोल बनाने के लिए। 2 सेल को अछी धुप में रखें जेसे पानी गर्म होने लगेगा आपका सेल कम करने लगेगा। 3 पानी को 2-3 दिन बाद बदल दें।

कमियां[संपादित करें]

सौर ऊर्जा की कई परेशानियां भी होती हैं। व्यापक पैमाने पर बिजली निर्माण के लिए पैनलों पर भारी निवेश करना पड़ता है। दूसरा, दुनिया में अनेक स्थानों पर सूर्य की रोशनी कम आती है, इसलिए वहां सोलर पैनल कारगर नहीं हैं। तीसरा, सोलर पैनल बरसात के मौसम में ज्यादा बिजली नहीं बना पाते। फिर भी विशेषज्ञों का मत है कि भविष्य में सौर ऊर्जा का अधिकाधिक प्रयोग होगा। भारत के प्रधानमंत्री ने हाल में सिलिकॉन वैली की तरह भारत में सोलर वैली बनाने की इच्छा जताई है।

चित्र दीर्घा[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. सोलर पावर। हिन्दुस्तान लाइव। १२ जनवरी २०१०

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]