सौंधन का किला

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सौंधन का किला एक प्राचीन व ऐतिहासिक इमारत है। जो पुरातत्व विभाग में गेट-वे ऑफ कारवां सराय के नाम से दर्ज है। माना जाता है इसे शाहजहाँ के शासनकाल में बनाया गया था यह स्थापत्य कला सम्भल को दी गई खूबसूरत और यादगार निशानियों में से एक है। किले का निर्माण लगभग 1645 ईस्वी में कराया गया। इसके निकट मस्जिद का निर्माण कराया गया। सौंधन गांव के बीचो बीच इलाके में बना यह किला अपनी नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है शाही इमारत होने के कारण इसका महत्व तो था ही साथ ही आक्रमण के समय सम्भल की बजाय इस किले में रूकने को काभी सुरक्षित माना जाता था। सौंधन राजनीतिक क्षेत्र में अपनी अलग छाप हमेशा से ही छोड़ता रहा है। सत्यप्रकाश गुप्ता संभल विधानसभा से प्रथम बीजेपी से विधायक रहे है।जोकि एक रिकॉर्ड है। हरेंद्र सिंह रिंकू बीजेपी से जिला अध्यक्ष है।

स्थिति[संपादित करें]

वर्तमान में देखा जाये तो इसका गेट ही इसके होने की गबाही देता है जो एक विशाल गेट है।

सौंधन शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी सुधार किया है। सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कालेज। रामनिवास उदयवीर सिंह स्मारक इंटर कॉलेज। श्री जीसुखराम इंटर कालेज।