सुधा चन्द्रन
इस लेख अथवा विभाग में संदर्भ की सूची अथवा बाहरी कड़ियाँ हैं, परन्तु इसके स्रोत अस्पष्ट हैं क्योंकि इसमें उद्धरण नहीं हैं। आप सटीक उद्धरण डालकर इस लेख को बेहतर बना सकते हैं। |
सुधा चन्द्रन | |
---|---|
![]() | |
जन्म |
27 सितम्बर 1964 |
व्यवसाय | अभिनेत्री/ नर्तकी |
सुधा चन्द्रन हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। नृत्यांगना सुधा चंद्रन: जीवन के किसी भी क्षेत्र में शिखर तक पहुँचने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और कठिन परिश्रम की आवश्यकता पड़ती है. कई लोग ऐसे भी हुए हैं जिन्होंने शारीरिक अक्षमता के बावजूद संघर्ष किया है और लक्ष्य प्राप्त किया है. ऐसा ही एक नाम है- सुधा चंद्रन. पैर खराब होने के बावजूद वह चोटी की नृत्यांगना बनी.
सुधा चंद्रन की माता श्रीमती थंगम एवं पिता श्री के. डी. चंद्रन की हार्दिक इच्छा थी कि उनकी पुत्री राष्ट्रीय ख्याति की नृत्यांगना बने. इसीलिए चंद्रन दंपत्ति ने सुधा को पाँच वर्ष की अल्पायु में ही मुंबई के प्रसिद्ध नृत्य विद्यालय ‘कला-सदन’ में प्रवेश दिलवाया.
पहले-पहल तो नृत्य विद्यालय के शिक्षकों ने इतनी छोटी उम्र की बच्ची के दाखिले में हिचकिचाहट महसूस की किंतु सुधा की प्रतिभा देखकर सुप्रसिद्ध नृत्य शिक्षक श्री के.एस. रामास्वामी भागवतार ने उसे शिष्या के रूप में स्वीकार कर लिया और सुधा उनसे नियमित प्रशिक्षण प्राप्त करने लगी.
नृत्यांगना सुधा चंद्रन की जीवनी हिंदी में - Biography of Sudha Chandran in Hindi 7 Moral जल्द ही सुधा के नृत्य कार्यक्रम विद्यालय के आयोजनों में होने लगे. नृत्य के साथ-साथ, अध्ययन में भी सुधा ने अपनी प्रतिभा दिखाई लेकिन सुधा के स्वप्नों की इंद्रधनुषी दुनिया में एकाएक 2 मई, 1981 को अँधेरा छा गया.
2 मई को तिरूचिरापल्ली से मद्रास जाते समय उनकी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस दुर्घटना में सुधा के बाएँ पाँव की एड़ी टूट गई और दायाँ पाँव बुरी तरह जख्मी हो गया. प्लास्टर लगने पर बायाँ पाँव तो ठीक हो गया किंतु दायीं टाँग में ‘गैंग्रीन’ (एक प्रकार का कैंसर) हो गया.
ऐसे में डॉक्टरों के पास सुधा की दायीं टाँग काट देने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था. अंततः दुर्घटना के एक महीने बाद सुधा की दायीं टाँग घुटने के साढ़े सात इंच नीचे से काट दी गई. एक टाँग का कट जाना संभवतः किसी भी नृत्यांगना के जीवन का अंत ही होता. सुधा के साथ भी यही हुआ.
सुधा ने लकड़ी के गुटके के पाँव और बैसाखियों के सहारे चलना शुरू कर दिया और मुंबई आकर वह पुनः अपनी पढ़ाई में जुट गई.
इसी बीच सुधा ने मैग्सेसे पुरस्कार विजेता सुप्रसिद्ध कृत्रिम अंग विशेषज्ञ डॉ. पी.सी. सेठी के बारे में सुना. वह जयपुर गई और डॉ. सेठी से मिली. डॉ. सेठी ने सुधा को आश्वस्त किया कि वह दुबारा सामान्य ढंग से चल सकेगी. इस पर सुधा ने पूछा- “क्या मैं नाच सकूँगी?” डॉ. सेठी ने कहा-“क्यों नहीं, प्रयास करो तो सब कुछ संभव है.”
डॉ. सेठी ने सुधा के लिए एक विशेष प्रकार की टाँग बनाई जो अल्यूमिनियम की थी और इसमें ऐसी व्यवस्था थी कि वह टाँग को आसानी से घुमा सकती थी. सुधा एक नए विश्वास के साथ मुंबई लौटी और उसने नृत्य का अभ्यास शुरू करना चाहा किंतु इस प्रयास में कटी हुई टाँग से खून निकलने लगा.
कोई भी सामान्य व्यक्ति इस तरह की घटना के बाद दुबारा नाचने की हिम्मत कतई नहीं करता किंतु सुधा साधारण मिट्टी की नहीं बनी थी. जल्दी ही उसने अपनी निराशा पर काबू प्राप्त किया और अपने नृत्य प्रशिक्षक को साथ लेकर डॉ. सेठी से पुनः मिली.
डॉ. सेठी ने सुधा के नृत्य प्रशिक्षक से नृत्य हेतु पाँवों की विभिन्न मुद्राओं को गंभीरता से देखा-परखा और एक नयी टाँग बनवाई, जो नृत्य की विशेष ज़रूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई थी. टाँग लगाते समय डॉ. सेठी ने सुधा से कहा- “मैं जो कुछ कर सकता था मैंने कर दिया, अब तुम्हारी बारी है.”
सुधा ने पुनः नृत्य का अभ्यास प्रारंभ किया. शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही. कटे हुए पाँव के दूंठ से खून रिसने लगा किंतु सुधा ने कड़ा अभ्यास जारी रखा. कठिन अभ्यास से सुधा जल्द ही सामान्य नृत्य मुद्राओं को प्रदर्शित करने में सफल हो गई.
प्रमुख फिल्में[संपादित करें]
वर्ष | फ़िल्म | चरित्र | टिप्पणी |
---|---|---|---|
1984 | मयूरी | तेलुगु फिल्म | |
1986 | नाचे मयूरी | ||
2006 | शादी करके फँस गया यार | जज | |
2006 | मालामाल वीकली | ठकुराइन | |
1992 | शोला और शबनम | गोविंदा की बहन | |
2000 | तूने मेरा दिल ले लिया | ||
1999 | हम आपके दिल में रहते हैं | ||
1995 | रघुवीर | आरती वर्मा | |
1995 | मिलन | जया | |
1994 | बाली उमर को सलाम | ||
1994 | अंजाम | ||
1993 | फूलन हसीना रामकली | ||
1992 | इन्तेहा प्यार की | ||
1992 | इंसाफ की देवी | सीता एस प्रकाश | |
1992 | निश्चय | ||
1991 | जान पहचान | हेमा |
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- 9:15 pm. "Sudha Chandran's story about her accident will leave you inspired". PNKISAN.NET. अभिगमन तिथि 2017-05-09.[मृत कड़ियाँ]
- Singh, Tanaya. "Conversation with Sudha Chandran on Road Safety, Life, Dance and More". Thebetterindia.com. मूल से 1 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-05-09.
- "I view the accident as a blessing: Sudha Chandran | Latest News & Updates at Daily News & Analysis" (अंग्रेज़ी में). Dnaindia.com. 2007-11-21. मूल से 16 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-05-09.
- "Sudha Chandran - Profile, Biography and Life History". Veethi. मूल से 28 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-05-09.