सीताराम सेकसरिया
सीताराम सेकसरिया को समाज सेवा के क्षेत्र में सन १९६२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये राजस्थान राज्य से थे। सीताराम सेकसरिया एक भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता , गांधीवादी , समाजवादी और पश्चिम बंगाल के संस्था बिल्डर थे , जो मारवाड़ी समुदाय के उत्थान के लिए उनके योगदान के लिए जाने जाते थे । वह एक उच्च विद्यालय संस्थान, मारवाड़ी बालिकिका विद्यालय, समाज सुधार समिति , एक सामाजिक संगठन और भारतीय भाषा परिषद , उच्च शिक्षा संस्थान, श्री शिक्षाशाटन सहित कई संस्थानों और संगठनों के संस्थापक थे। एक गैर सरकारी संगठन भारत सरकार ने समाज में उनके योगदान के लिए उन्हें 1962 में पद्म भूषण का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।
उन्होंने भारत को आगे बढ़ाने और शिक्षित करने के लिए कई संस्थाओ का निर्माण करवाया – उच्च विद्यालय संस्थान, मारवाड़ी बालिका विद्यालय,समाज सुधार समिति, एक सामाजिक संगठन इत्यादि। अपने सामाजिक योगदान के कारण भारत सरकार द्वारा इनको 1962 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया था। सीताराम सेकसरिया ने हिंदी भाषा को बड़ावा देने और अंग्रेजी के प्रचार प्रसार को रोकने के लिए अपने मित्र भागीरथ कनोडिया के साथ मिलकर अपनी वृद्धावस्था करीब 80 वर्ष की उम्र में 1974 में भारतीय भाषा परिषद की स्थापना की उनके जीवन की कहानी एक किताब,पद्म भूषण सीताराम सेकसरिया अभिनंदन ग्रंथ में प्रकाशित की गई है , जिसे भावरमल सिंह द्वारा संपादित किया गया है और 1974 में प्रकाशित किया गया था। 19 मई,1982 को इनकी मृत्यू 1982 में हुई थी।
संदर्भ[संपादित करें]
- सीताराम सेकसरिया का जीवन परिचय Archived 2022-06-01 at the Wayback Machine
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