सिन्ध के त्यौहार

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सिन्ध, मानव इतिहास की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है। सिन्धी लोग की विरासत अत्यन्त समृद्ध और अन्यों से अलग है।

  • (२) सगरा
  • (३) महालक्ष्मी-आ-जो-साग्रो
  • (४) व्रत : सिन्धी लोग प्रायः सोमवार, शनिवार, ग्यारस या उमास को उपवास रखते थे। उपवास के समय सत्यनारायण व्रत कथा होती थी और नौ दिन का एकानास (दिन में केवल एक बार भोजन) किआ जाता था।
  • (७) अन्न मात्यो
  • (८) बन भादरी : भादो के शुक्ल पक्ष के बारस को मनाया जाता है। इसी दिन वरुण का अवतार हुआ था।
  • (९) सोमवती उमास (सोमवती अमावस्या)
  • (१०) नन्धी और वद्दी ठाड्री (सावन में)
  • (१४) तिरमूरी या उतराण (उत्तरायण) - इस दिन माता-पिता अपनी विवाहित लड़कियों के ससुराल में लड्डू और चिक्की (लाई) भेजते हैं।
  • (१९) लाल लोइ (लोहड़ी) -- प्रतिवर्ष १३ जनवरी को
  • (२१) श्राद्ध