सिग्नेचर क्राइम

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

सिग्नेचर क्राइम अपराधी के अपराध करने के उस विशेष स्वभाव को कहा गया है जो की उसके हर अन्य अपराध में देखने को मिलता है। यह स्वभाव उसके अपराध करने की कार्यप्रणाली जैसा नही होता अपितु यह उसके अपराध के सभी पहलुओं, व्यवहार को और अन्य अपराधिक विशेषता को एक दुसरे से जोड़ने में सहायक होता है। सिग्नेचर क्राइम की मदद से सभी अपराधों में इस्तेमाल हुए भौतिक शास्त्रों से अपराधी तक पहुंचा जा सकता है। और सिग्नेचर क्राइम अपराधी मी मानसिक स्थिति दर्शाता है क्यूंकि कुछ अपराधी अपराध करने क पश्चात अपना साक्ष्य छोड़ जाते है जिससे की अपराधी तक पहुचना आसान हो जाता है। सिग्नेचर क्राइम की मदद से एक अपराध को दुसरे अपराध से जोड़ा जाता है और उससे अपराधी तक पहुचने की कड़ी बनती जाती है। [1]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Douglas, J.E., Burgess, A.W., Burgess, A.G., & Ressler, R.K. (1992). Crime classification manual: A standard system for investigating and classifying violent crimes. San Francisco, CA: Jossey-Bass.