सामाजिक इंजीनियरी (सुरक्षा)

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सूचना सुरक्षा के सन्दर्भ में सामाजिक इंजीनिअरी (social engineering) वह कला है जिसकी सहायता से कोई दूसरे व्यक्तियों को अपनी इच्छा के अनुरूप कार्य करने के लिए या कुछ गोपनीय सूचनाएँ उगलने के लिए तैयार कर देती है। यह एक प्रकार की विश्वास युक्ति (कॉनफिडेन्स ट्रिक) या दूसरों को विश्वास में लेकर धोखा देना है[1]

यह सुविदित है कि किसी संस्था के सदस्यों का व्यवहार उस संस्था के सूचना-सुरक्षा को पुष्ट या लचर बना सकता है। यदि कोई 'घर का भेदी' अज्ञानतावश दूसरे के बहकावे में आ जाय तो संस्था की सूचना-सुरक्षा को बहुत हानि पहुँच सकती है[2]

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बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Anderson, R. (२००८). Security Engineering: A Guide to Building Dependable Distributed Systems. Books 24x7 IT PRO (अंग्रेज़ी में). Wiley. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-470-06852-6. मूल से 12 मार्च 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २९ अप्रैल २०१८.
  2. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर