साँचा वार्ता:क्या आप जानते हैं/पुरालेख 1

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पुरालेख (स्वीकृत)
पुरालेख (अस्वीकृत)


रामचरित मानस की एक अर्द्धाली पर फर्रुखाबाद के एक साहित्यकार ने सोलह लाख अर्थ किए हैं।

  • दर्शन दो घनस्याम नाथ मेरी अँखियाँ प्यासी रे....... भजन के रचयिता कवि गोपाल सिंह नेपाली हैं सूरदास नहीं। --आलोचक ०४:०५, १४ अक्तूबर २००९ (UTC)* एलिफेंटा भारत में मुम्बई के गेट वे आफ इण्डिया से लगभग १२ किलोमीटर दूर स्थित एक स्थल है जो अपनी गुफाओं में अंकित कलाकृतियों के कारण प्रसिद्ध है।
  • कार्बन शब्द लैटिन भाषा के कार्बो शब्द से आया है जिसका अर्थ कोयला या चारकोल होता है, इसकी खोज प्रागैतिहासिक युग में हुई थी और चीन के लोग ५००० वर्ष पहले भी हीरे के बारे में जानते थे।
  • आवर्त सारणी अथवा तत्वों की आवर्त सारणी रासायनिक तत्वों को उनकी संगत विशेषताओं के साथ एक सारणी के रूप में दर्शाने की एक व्यवस्था है। रूसी रसायनशास्त्री मेन्देलेयेव ने इस पर आधारित आवर्त नियम सन १८६९ में प्रस्तुत किया था।

  1. एक व्यक्ति के किसी भी ऊतक की किसी भी कोशिका से लिया गया डी एन ए एक ही प्रकार की डी एन ए फिंगर प्रिंटिंग प्रतिचित्र प्रदर्शित करता है।
  2. सामूहिक बलात्कार की घटना में सम्मिलित हर बलात्कारी की पहचान डी एन ए फिंगर प्रिंटिंग द्वारा अलग-अलग की जा सकती है।

--आशीष भटनागरसंदेश १७:३२, ८ अक्टूबर २००८ (UTC)


सुझाव:--प्र:आशीष भटनागर  वार्ता  १३:३०, ८ अप्रैल २०१० (UTC)

कार्बन नैनोट्यूब
कार्बन नैनोट्यूब
--प्र:आशीष भटनागर  वार्ता  ०५:४०, २८ अप्रैल २०१० (UTC)
माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश, इलाहाबाद का प्रवेशद्वार
माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश, इलाहाबाद का प्रवेशद्वार

मेरे सुझाव -- Hunnjazal (वार्ता) 19:03, 26 अगस्त 2011 (UTC)[उत्तर दें]


18 दिसम्बर 2011[संपादित करें]

Discussion[संपादित करें]

We can change the template heading to "क्या आप जानते है..." and then thread starting from "... कि" ending with "?". Whole sentence would be like this: "क्या आप जानते है कि ऐडम मलिक (चित्रित) संयुक्त राष्ट्र महासभा के 26वें अध्यक्ष थे?", it's more appealing. What do you think? I'm not moving thread until this thing sorts out :)<><  Bill william comptonTalk 11:05, 20 दिसम्बर 2011 (UTC)[उत्तर दें]

If it were written in the same place, it would be more interesting; but since the points are below the heading, half the people won't consider that its the same sentence continued. This may partly be an english-hindi thing, coz although I've seen english sentences containing points sometimes; I haven't seen this kind of sentence structure much in hindi. So, although there's nothing grammatically wrong with this format, I think readers are more likely to get confused with this.
Suggestion: Since these facts are intended to be interesting, how about ending the sentence with an exclamation mark:
heading:"क्या आप जानते हैं?"
text:ऐडम मलिक (चित्रित) संयुक्त राष्ट्र महासभा के 26वें अध्यक्ष थे!
PS:MGA73 has protected the image till 26 December. I don't want to have him have to do the protection again. So, this time(just this once :P), you can go ahead with the ...? format if you want(and I'd rather prefer we put this up sooner, no matter which format; since this discussion could take upto a week and I don't want the mainpage to have to wait that long for a DYK.)--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 12:48, 20 दिसम्बर 2011 (UTC)[उत्तर दें]
Updated.<><  Bill william comptonTalk 01:02, 21 दिसम्बर 2011 (UTC)[उत्तर दें]
Thanks for the update. And I'd like to take back the exclamation mark suggestion. It would look really weird with anything remotely unhappy. So, I think the current options would be:
heading text option number
क्या आप जानते हैं? ...कि "xyz" ? 1
... कि "xyz"। 2
"xyz"। 3
क्या आप जानते हैं... ... कि "xyz"? 4
... कि "xyz"। 5
"xyz"। 6
Feel free to add more options to this :)
My current preference(in decreasing order) would be 3 > 5 > 6 > 4 > 2 > 1 सिद्धार्थ घई (वार्ता) 14:10, 21 दिसम्बर 2011 (UTC)[उत्तर दें]
Third option doesn't seem appropriate for a yes/no interrogative sentence, which is supposed to be a theme of the DYK section. It looks more like Q/A format. Fifth option doesn't have eroteme. Sixth is more affirmative. Sid, isn't using "" a frequent convention with interrogatives in Hindi?<><  Bill william comptonTalk 10:48, 22 दिसम्बर 2011 (UTC)[उत्तर दें]
Yes, using the question-mark is a convention for interrogatives. But, I'm of the view that the objective/theme of the DYK section is to bring to the people's knowledge interesting facts that they may not know. I don't find it necessary to use an interrogative sentence form to provide the information. The affirmative form seems a better option to me considering that these facts are presented as points(in the DYK section) which are unrelated to each-other, and in my view are best represented as separate, complete sentences.
Are the problems you mention with options 3, 5 and 6 just that they don't form an interrogative sentence, or did I miss something?--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 15:16, 22 दिसम्बर 2011 (UTC)[उत्तर दें]
Yeah, I guess, any solution?. Raison d'être of the DYK section is to make a situation in which we ask reader [through main page] about his/her knowledge of few [mentioned] facts. If he/she knows then no difference, and if not, then we present an article(s) for the concerned fact. It's more like asking in common conversation "Hey, do/did you know about it?"; so either we should present it like: "क्या आप जानते हैं...newline*कि...fact....?" or "क्या आप जानते हैं?...newline*कि...fact....।.<><  Bill william comptonTalk 13:33, 26 दिसम्बर 2011 (UTC)[उत्तर दें]
For the first option, I have the same reservations as stated above(seems confusing). For the second option, if we're ending the heading with a "?", then grammatically it makes no sense to place "..." either after the "?" or at the start of the fact(as "...कि"); since the heading in itself becomes a complete question, and the fact should hence be a complete sentence in itself (thus leading me back to option 3 as my first preference.) But, since two people with differing opinions can't possibly achieve consensus, I'll ask for comments on the VP.--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 20:00, 26 दिसम्बर 2011 (UTC)[उत्तर दें]


28 मार्च 2012[संपादित करें]

  • ... कि प्राचीन मिस्र धर्म में होरस की सेत पर विजय को अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक माना जाता था।

विकल्प 1:

  • ... कि होरस और सेत के युद्ध को प्राचीन मिस्र के धर्म में अच्छाई और बुराई के युद्ध का प्रतीक माना जाता था।

विकल्प 2:

होरस का प्रतीक
होरस का प्रतीक
  • .. कि प्राचीन मिस्र देवता होरस का प्रतीक (चित्रित) बाज़ है।





विकल्प 3:

होरस के प्रतीक बाज़ की मूर्ती
होरस के प्रतीक बाज़ की मूर्ती
  • .. कि प्राचीन मिस्र देवता होरस का प्रतीक (मूर्ती चित्रित) बाज़ है।
--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 08:02, 28 मार्च 2012 (UTC)[उत्तर दें]
  • समीक्षा:
  1. All checked.
  2. "देवता था", यह देवता के लिए सही नहीं है, इसे देवता थे करें, और भूतकाल का प्रयोग पौराणिक व्यक्तित्वों पर नहीं करना चाहिए। साथ ही ऐसा लिखे होने के कारण कि "होरस प्राचीन मिस्र में आकाश का देवता था" यह प्रतीत होता है कि यह बिल्कुल सत्य है कि होरस सच्च में प्राचीन मिस्र में रहते थे।
  3. "अंग्रेज़ी: followers of Horus", अंग्रेज़ी में लिखने कि क्या आवश्यकता है? न तो मिस्र का अंग्रेज़ी से कोई विशेष सम्बंध है, और न ही "followers of Horus" कोई प्रचलित वाक्यांश है।
बाकि संदर्भ सम्बन्धित कमियाँ नगण्य हैं, जो लेख में कोई विशेष फर्क नहीं डालतीं। बस लेख की भाषा ठीक कर दीजिए।<>< Bill william comptonTalk 17:34, 6 अप्रैल 2012 (UTC)[उत्तर दें]
पहला वाक्य बदल दिया है (फ़िलहाल), परंतु इससे प्रश्न उठते हैं।
"था" के बजाए "थे" करने में ये प्रश्न उठता है कि तटस्थता के नज़रिये से कहाँ पर था सही है और कहाँ पर थे? था के बजाए थे का प्रयोग केवल भाषा में एक formal honorific sense जोड़ता है। ऐसे में प्रश्न ये उठता है कि किसके लिये honorific का प्रयोग किया जा सकता है और किसके लिये नहीं? क्या विभिन्न धर्मों के भगवान, God, अल्लाह, गुरु, तीर्थंकर, बोधीसत्व इत्यादि के लिये "थे" प्रयोग होगा और ऐतिहासिक व्यक्तियों के लिये "था"? यदि ऐसा तो फिर ऐतिहासिक और mythological को भिन्न कैसे करेंगे? और यदि भगवान और इंसान को समान रूप से संबोधित करना है (विकिपीडिया के लेखों में) तो क्या सभी व्यक्तियों के लिये "थे" का प्रयोग किया जाए? इज्ज़त (honor) एक बहुत व्यक्तिगत मामला है। किसी के लिये कोई व्यक्ति/जीव/भगवान "थे" हो सकते हैं और किसी के लिये "था"। ऐसे में हम ये कैसे कह सकते हैं कि थे प्रयोग होगा या था?
"होरस प्राचीन मिस्र में आकाश का देवता था" में जो होरस के सच में होने का प्रश्न है वह भी नज़रिए की ही बात है। यहाँ पर प्रश्न यह है कि कैसे माना जाए कि विषयवस्तु का व्यक्ति वास्तविकता में हुआ था या केवल पूजा जाने वाला भगवान था?
To clarify, the western view and standards of what "existed" and what is "mythological" do not apply universally. Hence the question of "था" and "माना जाता था" is more a matter of which side of the fence one chooses. All christians will say that Jesus Christ was a historical person. All hindus will say that Krishna was a historical person. Without a fixed policy about which side of the fence to stand on in all cases (or the majority of the cases), how do we decide to differentiate between reality and myth (only for the purpose of addressing a person/deity whose historical existence is in question, not for other neutrality matters)? Relying on published literature defeats the purpose of neutrality most of the time since publishing was, and is till today, mostly a monopoly of Europe and the United States; both primarily Christian regions of the world. Wikipedia cannot really be "neutral" if the sources we choose to accept are themselves biased. This brings us to the question of how to choose sources in order to ensure neutrality. Since we have no detailed policies at hi-wp about either reliable sources, or neutrality. We stand at the summit of a mountain with precarious slopes on all sides; no matter which way we go, we're bound to slip. Its just a matter of choosing the less slippery one.
And I, for one, found treating everyone (including Gods, angels, etc.) as mortals without honorifics(था instead of थे), less slippery than trying to give any of them any kinds of honorifics at all. Also, treating everyone as they did exist seems easier than to go with "It is said..." for all historical/mythological personalities.
अंग्रेज़ी में "followers of horus" इसलिए लिखा है कि प्रयुक्त स्रोत अंग्रेज़ी में है और अनुवाद मैंने किया है। मुझे अनुवाद की सटीकता पर थोड़ा शक है अतः अंग्रेज़ी भी साथ में लिखी है ताकि यदि कोई चाहे तो उसे ठीक कर सके। (शायद यह कार्य संदर्भ में quotation से भी किया जा सके, क्या ऐसा करना चाहिये?)।
प्रश्न:विकल्पों के striking out से क्या तात्पर्य है? क्या उनके बजाए अन्तिम विकल्प को चुना गया है (या कुछ और)?--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 06:43, 7 अप्रैल 2012 (UTC)[उत्तर दें]
IMO, we should give honorific sense in a Hindi sentence for a respectable identity, e.g. how it would like to hear that "मोहनदास गांधी भारत का एक बड़ा स्वतंत्रता सेनानी था"? I think more than a gesture expressing deferential respect (or personalized honour), this 'honorific sense' emphasizes on the importance of personality in the society (or at least in some part of the world). We can use था (है) for any notorious person like "लियोपोल्ड द्वितीय बेल्जियम का शासक था" or "ईदी अमीन युगांडा का राष्ट्रपति था", but [again] it sounds offensive to say that "विक्टोरिया यूनाइटेड किंगडम की महारानी थी".
So, in simple words, we should give this so-called honorific sense for all notable (in a respectful manner) personalities who were/are important (or view along with any type of reverence). Thus, IMHO use थे with Christ, Moses, Krishna, Baldur, Horus, etc.
There may be some biased views in western world for non-Judeo-Christian parts, but this is so surreal that there's any type of "Christian monopoly" on the U.S. and European publications. I'm not saying to call Jesus the deus filius, as per neutral eye of Wikipedia, authentication of his existence also depends upon the historical and scientific facts. However, we all can have different opinions, pursuantly to our own principles and beliefs. But Wikipedia doesn't work that way, it needs proofs, reliable and peer reviewed. Does our articles say that "Jesus was a son of god and he resurrected after his death, and finally ascended into heaven", no. We say "[that] Christians believe that Jesus is messiah. Christians regard him as the deus filius (god the son)." So, where's the conflict? Horus article can be written as: "'होरस प्राचीन मिस्र के धर्म में आकाश के देवता माने जाते थे, वे सबसे महत्वपूर्ण देवी-देवताओं में से एक थे......"
Yeah, last one has been selected.<>< Bill william comptonTalk 14:29, 7 अप्रैल 2012 (UTC)[उत्तर दें]
Respect in itself is a subjective matter. There may be people who don't respect a particular person X while respecting Y, and there may be others who respect Y but not X. There will always be someone who respects a person, no matter how bad/good the person was/is. There will always be people who don't respect that person. Even in society, it remains essentially a subjective matter. Agreed it sounds offensive to say "मोहनदास गांधी भारत का एक बड़ा स्वतंत्रता सेनानी था" or "विक्टोरिया यूनाइटेड किंगडम की महारानी थी". But I don't see how saying "हिटलर जर्मनी का शासक था" isn't offensive. It may not be offensive to the majority, but there will always be people to whom it will be offensive.
As a side note (and personal opinion), I don't see how/why we should treat two monarchs differently. How is Queen Victoria more respectable than King Leopold II? (If we're going to consider the lives and actions of the people, and how the RSes represent them, it will become a matter of choosing on a case-by-case basis.)
I, for one, don't even want wikipedia to get into the debate of 'respectability'. We should either consider them all 'respectable' or consider none to be so. If we dive into the respect debate, half (or more than half) the discussions on people articles will be about how to address them in the articles. That is why I'd rather prefer holding on to one side of the fence for all articles.
Regarding "existence", what en-wp does is say "Christians believe Christ was the son of God." "Hindus believe Krishna defeated Kansa." and so forth. What I'm saying is that we still consider them equally, just instead of standing on the "We don't believe any of the religions" side, why not stand on the "We believe all religions" side. I find writing "Christ was the son of God." and "Krishna defeated Kansa." to be equally neutral. I can see that the difference here is that we will be stating as fact what some people don't agree to; but I don't see it any worse than stating as "not-fact" what some people believe. I know that what en-wp tries to do is state the 'fact' that "Christians believe... xyz" and "Hindus believe... abc"; but what it also does in the process is present a view of itself (wikipedia, as an entity) as not believing in either. I don't see why wikipedia, as an entity; can't believe in all and still be neutral. The treatment of all religions stays equivalent as before, the only difference being that instead of believing in none, wikipedia believes in all.
As a side note, I think it boils down to what offends people more; seeing that the article of a religion they dislike states something as fact, or seeing that the article of a religion they like doesn't state something as fact.
PS:This discussion is about matters quite different from the DYK nomintaion. Since I have made the suggested changes, I would request that it be put up on the mainpage if it has passed, and maybe this discussion moved somewhere more appropriate.--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 06:08, 8 अप्रैल 2012 (UTC)[उत्तर दें]
Done. But Sid I think we need to continue this discussion somewhere because it may define policy of Wikipedia, and this is really a serious issue. I'll prepare a draft after a week or so. Right now I'm a little busy.<>< Bill william comptonTalk 13:27, 10 अप्रैल 2012 (UTC)[उत्तर दें]
Sure. Feel free to move this to a place you find appropriate for this discussion, and continue it whenever you get time. Just notify me on my talkpage :) And thanks for accepting the DYK.सिद्धार्थ घई (वार्ता) 14:52, 10 अप्रैल 2012 (UTC)[उत्तर दें]


  • ... हिन्दी विकिपीडिया का जन्म दिन 11 जुलाई को मनाया जाता है। इसका पहला पन्ना (मुखपृष्ठ) 11 जुलाई 2003 को किन्हीं अनामक सदस्य ने बनाया था जिसका अन्तिम सम्पादन 15 जनवरी 2007 को मितुल जी ने किया था। डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 04:20, 11 जुलाई 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    5 अक्टूबर 2013[संपादित करें]

    ४ सितंबर के क्रान्त जी के 'बिस्मिल' सुझाव की अवहेलना क्यों? इतना बुरा सुझाव भी नहीं था कि उसे चर्चा के लायक ही नहीं समझा गया। एक भारतीय क्रांतिकारी के नाम पर दूर देश में एक शहर का नाम !!! कम से कम मेरे लिए -क्या आप जानते हैं का उत्तर है- नहीं मैं नहीं जानता था, धन्यवाद आपने बताया। मैं दोबारा प्रस्ताव रखता हूं कि इसे शामिल किया जाए। (निर्णय जो भी हो, कम से कम विचार जरूर करें - अन्यथा हम लोग स्वयं पक्षपात के इल्जाम को आमंत्रण देंगे।) धन्यवाद। --मनोज खुराना (वार्ता) 05:45, 5 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    मनोज जी, कोई अवहेलना नहीं हुई है। मेरा हुक भी 5 सितंबर से नामंकित है, और संजीव जी ने इसकी समीक्षा भी कर दी है, परन्तु अभी भी साँचे में लगाए जाने की प्रतीक्षा में है। इसी प्रकार संजीव जी के "द रुइन्स ऑफ़ होलीरूड चैपल" हुक की समीक्षा होनी है। समीक्षा कोई भी सदस्य कर सकता है परन्तु यहाँ बमुश्किल दो (या अधिकतम तीन) से अधिक सदस्य ऐसा करते हैं। अंग्रेज़ी विकि पर तो नियम है कि आपको अपने पाँच नामांकन के पश्चात हर नामांकन से पहले किसी दूसरे सदस्य के नामांकन की समीक्षा करनी पड़ेगी, यहाँ समीक्षा ना होने के कारण हुक कई-कई दिनों तक ऐसे ही पड़े रहते हैं। मैं आपको भी प्रोत्साहित करता हूँ कि ऐसे नामांकनों की समीक्षा करें।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 06:17, 5 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    9 अक्टूबर 2013[संपादित करें]

    प्रतीक जी, वैसे तो यह निराशाजनक है कि आपने लेख में बिल्कुल भी योगदान दिये बिना यह नामांकन किया फिर भी समीक्षा होना आवश्यक है अतः लिख रहा हूँ। आपके द्वारा जोड़ा गया हुक गलत है। हिग्स बोसॉन कण का नामकरण पीटर हिग्स के नाम पर किया गया। उन्होंने एक क्षेत्र का उल्लेख (जिसे अब हिग्स क्षेत्र कहा जाता है।) एक पेपर में किया (जिसकी अन्योन्य क्रियायें गुरुत्वीय नहीं हैं लेकिन वह कण अन्योन्य क्रियायें द्रव्यमान के अनुसार करता है) जिसे निर्देशी (referee) ने यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया था कि यदि ऐसा कोई क्षेत्र है तो उससे सम्बंधित कोई कण भी होना चाहिए जिसका आपने अपने पेपर में कहीं उल्लेख नहीं किया? इस पर पीटर हिग्स ने अपने पेपर में सुधार करते हुए इस क्षेत्र के क्वांटा से सम्बंधित एक कण भी परिभाषित किया। इस कण के समय के साथ कई नाम भी पड़े जिन्हें आप हिग्स बोसॉन नामक पृष्ठ के वर्तमान लेख में देख सकते हो।
    अब आपको भारतीय वैज्ञानिक सत्येंद्रनाथ बोस के बारे में बता देता हूँ। उन्होंने कुछ गणनायें और कार्य करके आइंस्टीन के पास भेजा था। आइंस्टीन को वो बातें पढ़कर बहुत अच्छी लगी और उन्होंने इसमें थोड़ा सुधार करके उसे प्रकसित करवाया। इन दोनों के नाम से "बोसॉन" नाम पड़ा। अतः आपका हुक में लगाया गया कथन उपयुक्त नहीं है। आपने जिस लेख में इसका उल्लेख आने की बात कही है वहाँ से मैं यह पंक्ति हटा चुका हूँ। यदि अब भी कोई प्रश्न है तो आप सम्बंधित पृष्ठ के वार्ता पन्ने पर लिखें। ☆★संजीव कुमार (✉✉) 00:27, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी, आप सत्येंद्रनाथ बोस के अलावा किसका उल्लेख कर रहे है जिनके नाम पर "बोसॉन" नाम पड़ा? मैं तो यह जानता हूँ कि हिग्स बोसॉन कण में "हिग्स" नाम पीटर हिग्स और "बोसॉन" नाम सत्येंद्रनाथ बोस के नाम पर पड़ा।
    और दूसरी बात कि क्या नामांकन करने के लिए संबंधित लेख में कुछ योगदान देना भी आवश्यक है?--प्रतीक मालवीयवार्ता 04:25, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    प्रतीक जी, भौतिक विज्ञान में बोस-आइंस्टीन साँख्यिकी का अध्ययन किया जाता है जिसमें उन कणों का अध्ययन किया जाता है जो एक ही अवस्था में रह सकते हैं। जो कण बोस-आइंस्टीन साँख्यिकी का पालन करते हैं उन्हें बोसोन कहा जाता है। बोसोन/बोसॉन शब्द बोस एवं आइंस्टीन के नाम से मिलाकर बनाया गया शब्द है। मुख्यतः छः कणों को बोसॉनों की श्रेणी में रखा जाता है जिसमें फोटोन (प्रकाश का क्वांटा|प्रकाश की द्वैत प्रकृति होती है जिसमें वह तरंग रूप और कण रूप दोनों में से किसी भी एक में प्रेक्षित किया जा सकत है। इसके कण रूप में जो निम्नतम इकाई का मान है उसे फोटोन कहते हैं।)। इसके अलावा प्रकृति में अन्य बल भी पाये जाते हैं जैसे दुर्बल बल जिनका वाहक बल के रूप में कण W व Z बोसॉन हैं जिन्हें सदिश बोसॉन कहा जाता है। इसी तरह प्रबल बलों का वाहक कण ग्लुऑन है और पीटर हिग्स ने एक ऐसे क्षेत्र की बात की थी जो कोई अज्ञात कण रखता है। अतः केवल हिग्स बोसॉन को बोस से जोड़ना ठीक नहीं है। इसी तरह गुरुत्वीय बल का वाहक कण "ग्रेविटॉन" को माना जाता है जिसका अभी तक प्रायोगिक सत्यापन नहीं हुआ है और अगले १० वर्ष तक इसके प्रायोगिक सत्यापन की सम्भावना भी नहीं है। कुछ सिद्धान्तों में बोसॉनों की संख्या और भी अधिक है।
    अब आप यदि हिग्स बोसॉन को बोस से जोड़ते हो तो वह बिल्कुल वैसा ही हो गया शून्य की शुरुआत भारत में हुई थी अन्यथा दुनिया आज तक अनपढ़ ही रह जाती। अब दुनिया का क्या हाल होता वो तो मैं नहीं जानता लेकिन अकेले जीरो से हर बात का लाभ तो हम नहीं ले सकते ना!
    अब बात रही यहाँ नामांकन के लिए पृष्ठ सम्पादन की तो, मेरा तो यह मानना है कि यहाँ दिया जाने वाला कथन कम से कम सन्दर्भ सहित नामांकनकर्त्ता द्वारा जोड़ा गया होना चाहिए फिर भी सिद्धार्थ जी अथवा बिल जी यह बात आपको अच्छे से स्पष्ट कर सकेंगे।☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:17, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी, आप इस विषय के विशेषज्ञ हैं, अतः आप की बात सिर आंखों पर। मैं हुक को बदलने की पेशकश करता हूं -
    ...कि भौतिकी में मूलभूत कण बोसॉन का नाम सत्येंद्रनाथ बोस और अल्बर्ट आईंस्टाईन के नाम पर रखा गया।
    विषय विशेषज्ञ होने के नाते उचित होगा कि इन लेखों की समीक्षा अथवा उचित परिवर्तनों को आप स्वयं ही अंजाम दें। -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 05:50, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    बोसॉन कोई मूलभूत कण नहीं है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 21:53, 6 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    ...कि भौतिकी में बोसॉन कण का नाम सत्येंद्रनाथ बोस और अल्बर्ट आईंस्टीन के नाम पर रखा गया। --मनोज खुराना वार्ता 04:53, 9 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

    प्रबंधन सुझाव[संपादित करें]

    1. दो अलग सूचियां बनाएं- अस्वीकृत और स्वीकृत। दोनो पुरालेख के रूप में हों। स्वीकृत और अद्यतित हुक तुरंत स्वीकृत पुरालेख में डाल दिए जाएं।
    2. वार्ता पन्ने पर केवल वही हुक रहें जो विचाराधीन हैं। अस्वीकृति के २ दिन तक नामांकनकर्ता यदि जवाब न दे तो हुक अस्वीकृत पुरालेख में डाल दिया जाए।
    3. एक बार अस्वीकृत पुरालेख में जाने पर, सुधार आदि करने के पश्चात दोबारा नामांकन चाहिए तो नया नामांकन करें।

    मेरे विचार से इससे प्रबंधकों को भी सुविधा होगी, नामांकनकर्ताओं को भी निराशा नहीं होगी। धन्यवाद। -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 13:32, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

  • ... कि रैंकोजी मन्दिर (जापान) टोकियो स्थित एक बौद्ध मन्दिर स्थापत्य कला का दर्शनीय स्थल है। यहाँ भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रिम सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियाँ आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं। डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 15:49, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    प्रिय संजीव!लेख में सुधार करके हुक की करेक्टर संख्या 184 कर दी है। जापानी भाषा वाला अंश (जापानी:蓮光寺|Renkōji) हटा दिया है। अब इसे पुन: जाँचकर अपनी आख्या दें तथा अद्यतन करें। डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 18:18, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    क्रान्त जी मैंने लेख से इसे हटाने को नहीं कहा था। मैंने उपरोक्त हुक से हटाने को कहा था। चूँकि उपरोक्त हुक इस तरह होनी चाहिए जैसी मुखपृष्ठ पर आये और मुख पृष्ठ पर अन्य भाषाओं के शब्द लिखने पर क्या वह अजीब नहीं लगेगा?☆★संजीव कुमार (✉✉) 18:23, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मैंने हुक के अलावा चित्र का प्रारूप भी (बॉर्डर में) बदल दिया है। अब यह अधिक आकर्षक हो गया है। अब तो अद्यतन किया जा सकता है। डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 18:39, 17 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
  • ... कि टोकियो के रैंकोजी मन्दिर में भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियाँ आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं।
    मनोज खुराना द्वारा सुझाये गये उपरोक्त हुक को पहले वाले हुक ( रैंकोजी मन्दिर (जापान) टोकियो का एक बौद्ध मन्दिर है जहाँ भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अन्तिम सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियाँ आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं।) से बदल दिया है। अब इसे देखिये और कोई निर्णय लीजिये। डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 09:14, 25 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    लेख में अभी भी बहुत त्रुटियाँ हैं, त्रुटियों की अधिकता को देखते हुए मैंने ये त्रुटियाँ पृष्ठ के वार्ता पृष्ठ पर अंकित की हैं अतः लेख के वार्ता पृष्ठ को देखें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 21:47, 6 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    क्रान्त जी, मुझे हैरानी हो रही है कि इतनी बार मेरे लिखने के बाद भी मूल लेख में दो-दो अनुच्छेद पूर्णतया सन्दर्भहीन हैं। लेख को ध्यान से पढ़ने पर प्रतीत होता है कि हुक में दिया गया वाक्य भी सन्दर्भहीन है। ☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:05, 16 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी! अब देखिये और बतलाइये भूमिका का कितना अंश हुक में देना लाजिमी है? डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 13:11, 16 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    क्रान्त जी, हुक को पढ़कर जब मैंने लेख को पढ़ा तो पता चला कि कुछ लोग इसका दावा करते हैं लेकिन किसी भी जाँच में यह नहीं पाया गया। अर्थात वास्तव में यह वास्तविक तथ्य है या नहीं इसके बारे में कहा नहीं जा सकता। हाँ मुझे लगता है कुछ जाँच आयोगों ने इसकी सम्भावना जताई थी जैसे "जी डी खोसला आयोग" अतः मुझे समझ नहीं आ रहा कि हुक को किस तरह से मुखपृष्ठ पर लगाया जाये। इसके लिए अन्य पुनरीक्षकों से मैंने इस सम्बंध में विचार जानने की इच्छा की है। मैंने मनोज जी के वार्ता पृष्ठ पर इस हेतु सन्देश छोड़ा था। बिल जी भी जाँच लेंगे तो अच्छा होगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:20, 16 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मुझे लगता है अब इसे अद्यतन कर ही देना चाहिए। मैं बिल जी के वार्ता पृष्ठ पर सन्देश छोड़ रहा हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 20:33, 16 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
  • ... मान्यता है कि टोकियो के रैंकोजी मन्दिर में भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियाँ आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं।
    हुक की लंबाई- ठीक है। रोचकता - है। लेख की लंबाई व सरंचना - ठीक है। हुक का लेख में उद्धरण- मौजूद है। वैसे तो १६ नवंबर को संजीव जी पहले ही इसे ओके कर चुके हैं, फिर भी स्पष्टता हेतु मैंने पुनः समीक्षा कर दी है। विषयवस्तु की आधिकारिक स्वीकृति/घोषणा ना होने के कारण "मान्यता है कि" जोड़ दिया है। कृपया अद्यतन कर दें। --मनोज खुराना वार्ता 05:20, 28 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    लेख को अभी भी विकिफ़ाई और कॉपी-एडिट करने की आवश्यकता है। कुछ उदहारण: अत्याधिक विकिलिंक, हिन्दी में लिखे नाम अंग्रेज़ी में पुनः लिखना, आदि।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 05:45, 28 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    कॉम्पटन जी! मैंने रैंकोजी मन्दिर (जापान) को पुन: सम्पादित कर दिया है केवल जापानी भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा की वर्तनी को जानबूझ कर रहने दिया है ताकि इन दोनों भाषाओं के जानकार भी यदि कभी ये लेख देखें तो उन्हें रैंकोजी मन्दिर के अलावा सुभाष चन्द्र बोस की पत्नी और पुत्री के नाम खोजने में कोई असुविधा न हो। आशा है आप भी मेरी इस बात को समझ रहे होंगे। डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 16:10, 28 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    @Bill william compton:जी और @संजीव कुमार:जी, यद्यपि वार्ता काफी लंबी चली है, साथ ही लेख और हुक में अपेक्षित सुधार भी किए गए है, इसलिए यदि संभव हो तो निष्कर्ष दे दिया जाये।--माला चौबेवार्ता 10:28, 28 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Mala chaubey: जी, मैंने तो मेरा निर्णय पहले ही दे दिया। जब तक बिल जी कुछ नहीं कहते मैं कुछ नहीं कर सकता।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:55, 28 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @संजीव कुमार:जी, @Mala chaubey:जी, कॉम्पटनजी तो समाधि में चले गये हैं ग्यारह महिने हो गये कोई भी प्रबन्धक निर्णय लेने की स्थिति में नहीं है? ऐसे में यहाँ कोई क्यों अपना बहुमूल्य समय देना चाहेगा? डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा (वार्ता) 07:26, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Krantmlverma: आप कौनसी हुक की समीक्षा करवाना चाहते हैं? पहली हुक पर चर्चा पहले ही हो चुकी है और दूसरी हुक जिसे मैं पुनः नीचे लिख रहा हूँ, लेख की भूमिका के अनुरूप नहीं है।
    बाद में सुझाई गयी हुक: ... कि टोकियो के रैंकोजी मन्दिर में भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियाँ आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं।
    आपकी टिप्पणी के बाद आगे की समीक्षा पूर्ण की जायेगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:00, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी! यद्यपि इस पर पर्याप्त चर्चा हो चुकी है फिर भी आपका आदेश सर माथे! संशोधित हुक का प्रारूप एक बार फिर से नीचे दिया जा रहा है ताकि आप कोई निर्णय ले सकें....डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा (वार्ता) 12:40, 20 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    संशोधित हुक का प्रारूप[संपादित करें]

  • ... कि टोकियो स्थित रैंकोजी मन्दिर (जापान) में भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रिम सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियाँ आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं। डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा (वार्ता) 12:40, 20 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    क्रान्त जी, मैंने लेख के वार्ता पन्ने पर कुछ टिप्पणियाँ लिखी हैं। इसके अतिरिक्त यह एक विवाद का विषय है और इसका कोई भी परमाणिक तथ्य उपलब्ध नहीं है। इस प्रकार से कुछ व्यक्तियों के दावे को तथ्य के रूप में प्रस्तुत करना ठीक नहीं है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:00, 20 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    सन्दर्भ[संपादित करें]


    8 नवम्बर 2013[संपादित करें]

  • ... कि आइसेन्स्टाइन के शिष्य और गाँधीजी के जीवनी लेखक दीनानाथ गोपाल तेंदुलकर को भारत के अग्रणी वृत्त चलचित्र निर्माताओं में से एक माना जाता है?☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:10, 8 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    * आइसेन्स्टाइन - खाली पृष्ठ ! --मनोज खुराना वार्ता 15:54, 8 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मनोज जी, वैसे तो मेरा नामांकन आइसेन्स्टाइन (इस पृष्ठ का निर्माण भी मैने नहीं किया था अतः उच्चारण यदि ठीक नहीं है तो आप कर सकते हैं) पृष्ठ के लिए नहीं है फिर भी इस पृष्ठ में मैने उचित सुधार कर दिये हैं।☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:44, 9 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
    मेरे विचार से इस स्तंभ में तथ्यों को स्थान मिलना चाहिए। "माना जाता है" जैसे कथन मेरे विचार से "क्या आप जानते हैं" के लिए उपयुक्त नहीं हैं, जब तक कि कोई बहुत अचंभे वाली या विचित्र या व्यापक तौर पर स्वीकार्य बात ना हो (जैसे कि छिंग मिंग)। मेरे विचार से फिलहाल इस हुक को इस स्तंभ के लिए उचित रूप देने हेतु "अग्रणी वृत्त चलचित्र निर्माताओं की सूची" चाहिए जिसमें "अग्रणी " का क्या criteria है यह भी परिभाषित होना चाहिए, "में से एक माना जाता है" के लिए भी संदर्भ चाहिए। इनके अभाव में मेरे व्यक्तिगत विचार में यह हुक इस स्तंभ के लिए अधिक उचित नहीं है। यदि अन्य सदस्यों की राय भिन्न हो तो वे अपने विवेकानुसार समीक्षा कर सकते हैं, मुझे कोई एतराज़ नहीं। --मनोज खुराना वार्ता 10:51, 28 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]
  • ... कि आइसेन्स्टाइन के शिष्य और गाँधी के जीवनी लेखक दीनानाथ गोपाल तेंदुलकर ने पद्म भूषण के बदले एक घड़ी स्वीकार की थी ?
    @संजीव कुमार: जी, यदि आपके उपरोक्त हुक को इस प्रकार परिवर्तित कर दिया जाए तो क्या आपकी स्वीकृति है? --मनोज खुराना वार्ता 10:57, 28 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    मेरी राय में मनोज खुराना जी द्वारा प्रस्तुत हुक ज्यादा संतुलित दिख रहा है, किन्तु संजीव जी की सहमति बने तो मेरा भी समर्थन स्वीकार करें।--माला चौबेवार्ता 11:17, 28 मार्च 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Manojkhurana और Mala chaubey: मेरी सहमति है। लेकिन मनोज जी आप ये सुझाव पहले भी दे सकते थे। नियमावली के अनुसार लेख में ताजा परिवर्तन होने चाहिए लेकिन समीक्षा के अभाव में लेख पुराना हो गया। यदि आप लोगों की समिक्षा के अनुसार लेख नियमों पर खरा उतरता है तो कृपया इसे अद्यतन कर दें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:44, 3 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @संजीव कुमार: जी, मैं ये सुझाव पहले भी दे सकता था बशर्ते कि ये मेरे दिमाग में पहले आया होता। अभी-अभी तो आया और तुरंत ही मैंने दे डाला। @Mala chaubey: जी, कृपया इसे फटाफट अपडेट कर दें ताकि संजीव जी की नाराजगी दूर की जा सके। --मनोज खुराना वार्ता 12:40, 3 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    ६ अप्रैल २०१४[संपादित करें]

  • ... कि जम्मू–सियालकोट रेल लाइन भारत के विभाजन के बाद स्थायी रूप से बन्द कर दिया गया?☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:52, 6 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    टिप्पणी:– यह हुक अंग्रेज़ी विकिपीडिया पर २७ जनवरी २०१४ को प्रकाशित हो चुका है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:52, 6 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    मूल्याँकन[संपादित करें]

    नियम स्थिति टिप्पणी
    हुक - 200 कैरैक्टर से अधिक नहीं YesY
    हुक की रोचकता YesY
    हुक का लेख के अंदर इनलाइन उद्धरण के साथ होना YesY
    नामित लेख हुक में बोल्ड है YesY
    लेख - 1200 कैरैक्टर YesY
    5 से अधिक स्रोतहीन तथ्य न हों ?
    विकिपीडिया की शैली के अनुरूप YesY
    लेख नया अथवा विस्तृत किया गया हो YesY
    मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग पहले से प्रदर्शित ना हो YesY

    परिणाम[संपादित करें]

      -समर्थन--मनोज खुराना वार्ता 10:49, 6 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    हुक की लंबाई- ठीक है। रोचकता - है। लेख की लंबाई व सरंचना - ठीक है। हुक का लेख में उद्धरण- मौजूद है। मेरी राय में इसे अद्यतन कर दिया जाना चाहिए।--माला चौबेवार्ता 06:53, 9 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Mala chaubey: यदि आपको ठीक लग रहा है और चूँकि कोई विरोध नहीं है तो इसे अद्यतन कर दो।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:59, 9 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    एक-दो दिन और देख लिया जाए, कोई विरोध नहीं होता है तो अद्यतन कर दूँगी।--माला चौबेवार्ता 10:06, 9 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Mala chaubey:-एक महीने से ज्यादा समय पहले ही हो चुका है, और इंतज़ार की मेरे विचार से तो कोई आवश्यकता नहीं है।--मनोज खुराना वार्ता 10:16, 9 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Mala chaubey:नीचे वाले नामांकन के बारे में आपका क्या विचार है?☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:15, 9 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @संजीव कुमार:नीचे वाले नामांकन पर मैं शीघ्र हीं अपने विचार दूँगी, किन्तु ऊपर भी कुछ ऐसे नामांकन है, जिसके परिणाम घोषित किए जाने की आवश्यकता है। कृपया उस दिशा में भी आप पहल करें। फिलहाल मैं इसे अद्यतन करने पर विचार कर रही हूँ। धन्यवाद। --माला चौबेवार्ता 07:51, 10 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    १४ अप्रैल २०१४[संपादित करें]

  • ... कि गाना लुंगी डांस वास्तव में दक्षिण भारत के अग्रणी अभिनेता रजनीकान्त को अर्पित है?
    टिप्पणी:– इस हुक का लगभग अंग्रेज़ी अनुवाद अंग्रेज़ी विकिपीडिया पर ८ जनवरी २०१४ को प्रकाशित हो चुका है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:49, 14 अप्रैल 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    मूल्याँकन[संपादित करें]

    नियम स्थिति टिप्पणी
    हुक - 200 कैरैक्टर से अधिक नहीं YesY
    हुक की रोचकता
    हुक का लेख के अंदर इनलाइन उद्धरण के साथ होना YesY
    नामित लेख हुक में बोल्ड है YesY
    लेख - 1200 कैरैक्टर
    5 से अधिक स्रोतहीन तथ्य न हों
    विकिपीडिया की शैली के अनुरूप
    लेख नया अथवा विस्तृत किया गया हो YesY
    मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग पहले से प्रदर्शित ना हो YesY
    मेरी फिल्मों में रुचि अधिक नहीं है और मैं नहीं चाहता कि उसका अनावश्यक प्रभाव इस समीक्षा पर पड़े। अतः इस हुक की समीक्षा हेतु मैं तटस्थ रहना चाहूँगा।--मनोज खुराना वार्ता 10:43, 10 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    मुझे तो यह तथ्य इतना रोचक प्रतीत नहीं हुआ, क्यूंकि शायद गाने के वीडियो, एवं फ़िल्मी समाचार देखने के बाद यह साफ हो जाता है कि यह रजनीकान्त को अर्पित है। हालांकि, जिन्होंने इस फिल्म या गाने को न देखा हो, उनके लिए शायद यह रोचक हो। अगर अन्य सदस्य इसे सही समझते हैं, तो गतिशीलता हेतु मेरी ओर से भी समर्थन समझें।░▒▓शुभम कनोडिया वार्ता 14:37, 10 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    यह वाकई रोचक है, क्या मैं भी इन विषयों पर अपनी राय दे सकती हूँ या फिर हुक सुझा सकती हूँ?Naziah rizvi (वार्ता) 14:14, 11 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Naziah rizvi: आपका मत यहाँ उतना ही महत्व रखता है जितना अन्य व्यक्तियों का लेकिन यहाँ राय से अधिक महत्व सम्बंधित पृष्ठ के अद्यतन होने से है। आप यदि हुक सुझाना चाहें तो आपका स्वागत है। हम चाहते हैं कि आप भी हुक सुझायें। मैं आपके हुक की समीक्षा करुंगा और यदि यह नियमानुसार सही हुआ तो बिना किसी समर्थन के (विरोध होने पर चर्चा लम्बी हो सकती है) तीन से चार दिन में अद्यतन कर दिया जायेगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:32, 11 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    शुक्रिया संजीव जी, अब धीरे-धीरे मैं भी विकिपीडिया को समझने लगी हूँ, शिक्षिका हूँ बक्त कम मिलता है, लेकिन जितना मिलता है उसी में कुछ बेहतर करने की कोशिश करती हूँ.Naziah rizvi (वार्ता) 14:45, 11 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    परिणाम[संपादित करें]

  • ... कि सूरी साम्राज्य के संस्थापक शेरशाह सूरी (चित्रित) एक पठान थे?
    टिप्पणी:- शेरशाह सूरी लेख को मैंने काफी सुधारा है और पठान लेख पहले से ही काफी अच्छा है। पीयूषवार्ता 17:11, 13 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    पीयूष जी, आपको उपरोक्त अवस्था में गहरा शेरशाह सूरी को करना चाहिए न कि "पठान" को। कृपया इसको ठीक करें जिससे इसकी समीक्षा की जा सके।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:28, 13 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @संजीव कुमार: जी कर दिया। पीयूषवार्ता 18:30, 13 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    पीयूष जी, लेख में भूमिका में शेरशाह सूरी का जन्म १४८६ बताया गया है जबकि अन्य स्थानों पर १४७२; कृपया इसमें एकरूपता लायें और सन्दर्भ भी दें। इसके अतिरिक्त लेख के "मुख्य तिथियाँ" अनुभाग में कुछ सन्दर्भ दिये जायें तो अच्छा रहेगा। लेख अन्य नियमों के अनुसार लगभग ठीक है। सन्दर्भों को सुधारने का कार्य मैं स्वयं कर दुंगा।
    उपरोक्त बदलाव के बाद अगले दो-तीन दिन तक किसी का विरोध नहीं हुआ तो इसे अद्यतन कर दिया जायेगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:16, 14 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव कुमार जी आप के अनुसार सारे बदलाव कर दिये गये है। पीयूषवार्ता 05:54, 14 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव कुमार जी मेरे सुझाव से जब हम इसको अद्यतन करे तो शेरशाह सूरी लेख वाला चित्र भी जोड़ दे। पीयूषवार्ता 08:34, 15 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    YesY पूर्ण हुआ चित्र जोड़ दिया गया।--प्रतीक मालवीय 00:50, 16 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव कुमार जी 5 दिनों तक किसी ने भी विरोध नहीं किया है, अब मुझे लगता है कि हमें इसको अद्यतन कर देना चाहिए।पीयूषवार्ता 09:47, 18 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    YesY पूर्ण हुआ☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:34, 18 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
  • ... कि आनंदीबेन पटेल (चित्रित) गुजरात की प्रथम महिला मुख्यमंत्री हैं?
    टिप्पणी:- आज दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर शपथ ग्रहण के साथ आनंदीबेन पटेल गुजरात की मुख्यमंत्री बन चुकी हैं।--माला चौबेवार्ता 07:11, 22 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    • लेख में सन्दर्भों को थोड़ा सुधारने की आवश्यकता है तथा कुछ और सन्दर्भ जोड़ने की आवश्यकता है। समय मिलते ही यह कार्य मैं सम्पन्न कर दुंगा। यदि किसी को कोई आपत्ति नहीं हुई तो उन सुधारों के बाद एक-दो दिन में इसे अद्यतन कर दिया जायेगा। यदि इसे आज ही अथवा कल अद्यतन करना हो तो सभी सदस्यों से अनुरोध है कि वो जल्दी से जल्दी अपना मत दें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:50, 22 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    समर्थन- @Shubhamkanodia: जी यदि चित्र की cropping कर दें तो अच्छा रहेगा। @Mala chaubey और संजीव कुमार: वैसे तो इस हुक के लिए यथावत स्थिति में भी मेरा समर्थन है किंतु एक सुझाव तथा जिज्ञासा भी है कि क्या इस हुक में यह भी जोड़ा जा सकता है कि गुजरात की राज्यपाल भी एक महिला ही है? क्या इससे पहले कोई एसा उदाहरण भारत के इतिहास में हैं कि किसी राज्य की मुख्यमंत्री व राज्यपाल महिलाएँ ही रही हों? --मनोज खुराना वार्ता 08:08, 22 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Manojkhurana: जी, जब तक प्रामाणिक तौर पर यह सिद्ध नहीं हो जाता कि अभी तक किसी राज्य में एक साथ मुख्यमंत्री और राज्यपाल महिला रही हो अथवा नहीं रही हो, हुक में शामिल करना श्रेयस्कर नहीं होगा।--माला चौबेवार्ता 08:17, 22 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Manojkhurana और Mala chaubey: चलो मैं आपको थोड़ा राजस्थान घुमाकर लाता हूँ। जब पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल राजस्थान की राज्यपाल बनीं थी तब राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमति वसुन्धरा राजे थीं और दोनों अपने पदों पर राजस्थान की प्रथम महिला थीं। इसके अतिरिक्त वर्तमान समय में राजस्थान की राज्यपाल (श्रीमती मारग्रेट अल्वा) और मुख्यमंत्री (वसुन्धरा राजे) दोनो महिला हैं और महत्वपूर्ण राज्यपाल दूसरी महिला हैं जबकि वसुन्धरा राजे दूसरी बार मुख्यमंत्री बनी हैं। क्यों लगा क्या थोड़ा सा विचित्र। यात्रा समाप्त हुई।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:14, 22 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    सचमुच यह यात्रा सुखद और ज्ञानवर्द्धक रही। धन्यवाद।--माला चौबेवार्ता 09:25, 22 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @संजीव कुमार और Mala chaubey:-वाह, क्या बात है! चलिए कोई बात नहीं उपरोक्त हुक को एसे ही अद्यतन कर दीजिए। एक बात और- मैंने ऊपर देखा है कि समीक्षा के पश्चात् विरोध के लिए इंतजार करने की परंपरा सी चल पड़ी है। कृपा करके उसे छोड़िए। जिसे विरोध करना होगा तो हुक के प्रस्ताव के समय ही कर देगा, समीक्षा के पश्चात रुकने की क्या आवश्यकता है। जब समीक्षा ही कई दिन बाद होती है तो फिर प्रतीक्षा का कोई औचित्य मेरे विचार में नहीं है। हुक के प्रस्ताव तिथि या प्रस्ताव की चौपाल पर सूचना तिथि से 2-3 तक प्रतीक्षा ठीक है, इससे अधिक नहीं।--मनोज खुराना वार्ता 09:33, 22 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Manojkhurana: मैं विरोध की प्रतीक्षा नहीं कर रहा और विरोध करने वालों के लिए मेरे पास जबाब भी हैं लेकिन समस्या यह है कि अभी लेख में कुछ जगह उपयुक्त सन्दर्भ जोड़ने हैं और कुछ सन्दर्भों में आवश्यक सुधार करने हैं। मैं अभी तक इतना समय उस लेख को दे नहीं पा रहा हूँ अतः कार्य सम्पन्न नहीं हो रहा। यदि यह कार्य सम्पन्न नहीं हुआ तो कोई भी इसका विरोध कर सकता है और कल को कुछ भी अनर्गल सुझाव यहाँ आ सकते हैं।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:37, 22 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    YesY पूर्ण हुआ☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:04, 24 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
  • ... कि सुषमा स्वराज (चित्रित) भारत की प्रथम महिला विदेश मंत्री हैं?
    टिप्पणी:- इसके पहले इंदिरा गांधी दो बार कार्यवाहक विदेश मंत्री रह चुकी हैं, किन्तु स्वतंत्र रूप से सुषमा स्वराज को भारत की पहली महिला विदेश मंत्री होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।--माला चौबेवार्ता 07:37, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    • कार्यवाहक विदेश मंत्री से आपका क्या तात्पर्य है? वो स्वयं प्रधानमंत्री थीं और उन्होंने विदेश मंत्रालय अपने पास रखा था। क्या इसे कार्यवाहक कहते हैं?☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:52, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    जी हाँ, स्वयं प्रधानमंत्री रहते हुये दो बार क्रमश: 1967 और 1984 में कुछ समय के लिए उन्होने विदेश मंत्रालय अपने पास रखा था। यह स्त्रोत देखें:डीडी न्यूज, प्रभात खबर और एनडी टीवी इंडिया और जनसत्ता--माला चौबेवार्ता 09:41, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    • आपके द्वारा दिये गए तथ्य मुझे पहले से पता हैं। मैं आपको यह पुछना चाह रहा हूँ कि "कार्यवाहक" से आपका क्या तात्पर्य है? यदि कोई प्रधानमंत्री रहते हुये कुछ मंत्रालय अपने पास रखता है तो क्या उसे कार्यवाहक कहते हैं?☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:59, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    • मेरे विचार से तो वैकल्पिक व्यवस्था के अंतर्गत कार्य करने वाला कार्यवाहक ही कहलाएगा, किन्तु तकनीकी रूप से मैं आश्वस्त नहीं हूँ कि कानूनी मान्यता के अंतर्गत यह परिभाषा सही है या गलत।--माला चौबेवार्ता 10:32, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
      • तो मुझे लगता है आप यह भी कह सकते हो कि भारत के प्रथम विदेश मंत्री सरदार स्वर्ण सिंह थे क्योंकि उनसे पहले जवाहरलाल नेहरू लगातार १७ वर्षों तक प्रधानमंत्री और विदेशमंत्री दोनों पदों पर रहे, उसके बाद गुलझारी लाल नन्दा स्वयं कार्यवाहक प्रधानमंत्री थे और लाल बहादुर शास्त्री ने भी लगभग डेढ़ माह तक यह मंत्रालय अपने पास रखा था।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:52, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    मैं अतिसक्रिय सदस्यों (जैसे: मनोज जी, शुभम जी, अनुनाद जी, मुज़म्मिल जी, प्रतीक जी, पीयूष जी और बिल जी) से आग्रह करता हूँ कि यहाँ स्थिति स्पष्ट करें। उनकी प्रतिक्रिया (चाहे मिली जुली रहे) से मैं एक सार्थक परिणाम की ओर बढ़ सकता हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:48, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    हाँ सही कहा आपने, सबके विचारों के बाद ही सही निर्णय लिया जाना उचित होगा।--माला चौबेवार्ता 11:52, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    इंदिरा गाँधी वाले तथ्य को देखते हुए मैं हुक से इस रूप में सहमत नहीं हूँ।---मनोज खुराना वार्ता 12:17, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    मैं भी। --मुज़म्मिल (वार्ता) 12:35, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    प्राविधिकता अनुसार तो यह भी विवादित है कि नरेंद्र मोदी भारत के कौन से प्रधानमंत्री हैं। 14वें, 15वें या 16वें? इसलिए हुक को बदलना होगा क्योंकि हम कुछ भी विवादित मुखपृष्ठ पर नहीं दिखा सकते।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 13:12, 28 मई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    टिप्पणी:- व्लादिमीर पुतिन लेख को इस सप्ताह का सुधार हेतु लेख के कारण काफी अच्छा बनाया गया है तो मैंने सोचा इसका एक तथ्य क्या आप जानते भाग में जोड़ दिया जाये।पीयूष मौर्यावार्ता 16:17, 2 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    लेख सुधालेख परियोजना के तहत अभी कुछ दिन पूर्व ही सुधरकर तैयार हुआ है। कुछ सन्दर्भों में सुधार करना आवश्यक है जो मैं कर दुंगा लेकिन हुक की रोचकता मुझे कुछ ज्यादा नहीं लगी अतः मैं शुभम जी और मनोज जी से अपने विचार प्रकट करने का अनुरोध कर रहा हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:58, 2 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी के सुधार करने के पश्चात् मेरे विचार से इसे अद्यतन किया जा सकता है। वैसे मेरी सहमति इसी हुक पर भी है, फिर भी संजीव कुमार जी की रोचकता की बात ध्यान में रखते हुए हुक में परिवर्तन किया जा सकता है -
    लेकिन इसके पूर्व लेख में इस हुक पर इनलाईन उद्धरण भी देना होगा तथा केजीबी लेख पर भी थोड़ा काम करना होगा। --मनोज खुराना वार्ता 04:57, 3 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    मेरे ख्याल से उचित सुधार के बाद दोनों ही डालने लायक हैं। मौजूदा रूप में प्रधानमंत्री को लिंक करने का कोई मतलब नहीं बनता। हाँ, en:List of Prime Ministers of Russia का अनुवाद कर इसे लिंक किया जा सकता है। खबर की रोचकता थोड़ी बढ़ाने के लिए -
    • ...कि रूस के राष्ट्रपति के रूप में अपना तीसरा कार्यकाल संभाल रहे व्लादिमीर पुतिन इससे पहले दो बार देश के प्रधानमंत्री भी चुके हैं?

    भी डाला जा सकता है। ░▒▓शुभम कनोडिया वार्ता 14:05, 3 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    मुझे मनोज जी का सुझाव सबसे ज्यादा सही लगा। यदि शुभम जी और पीयूष जी की सहमति हो तो उसके अनुसार समीक्षा करना आरम्भ कर दूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:34, 3 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    @संजीव कुमार: जी मेरी सहमति हैं। --पीयूष मौर्यावार्ता 04:20, 4 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    @संजीव कुमार और हिंदुस्थान वासी:मेरी सहमती है, लेकिन फिलहाल व्लादिमीर पुतिन#केजीबी जीवन अनुभाग मात्र एक लाइन का है। इसे बढ़ाया जाना चाहिए। या अंग्रेजी विकी से इसमें तथ्य अनूदित करने पड़ेंगे तांकि इस विषय पर रूचि रखने वाले दर्शकों को इसके बारे में पढ़ने को मिले।░▒▓शुभम कनोडिया वार्ता 14:31, 5 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    और केजीबी का क्या? उसको को भी बढ़ाना चाहिये।--पीयूष मौर्यावार्ता 14:40, 5 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    ठीक है, केजीबी का विस्तार भी आवश्यकतानुसार कर दिया जायेगा और इस सप्ताहान्त में इसकी समीक्षा भी कर दुंगा। यदि कोई अन्य सदस्य समीक्षा करना पसन्द करे तो हार्दिक स्वागत है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:45, 5 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    YesY पूर्ण हुआ☆★संजीव कुमार (✉✉) 19:27, 17 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    ६ जून २०१४[संपादित करें]

    सनल एडामारकू

    टिप्पणी:– उपरोक्त सभी पृष्ठों का आवश्यक विस्तार ६ जून सायंकाल तक हो जायेगा। अतः समीक्षा उसके बाद की जाये।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:39, 6 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    यदि अन्य प्रबन्धक अथवा परीक्षक अथवा स्वतः परीक्षित सदस्य इसकी समीक्षा करने में अक्षम रहते हैं तो मैं नियमावली के अनुसार आगे से यहाँ नामांकन करना बन्द कर दुंगा और सीधे ही मुखपृष्ठ पर इन्हें पोस्ट कर दुंगा। ऐसी चर्चा मैं पहले भी चौपाल पर कर चुका हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:28, 9 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी, अब पता नहीं मुझे यहाँ समीक्षा करने का अधिकार है या नहीं पर मुझे आपका पहला, दूसरा, तीसरा, और पाँचवाँ सुझाव रोचक लगा।--पीयूष मौर्यावार्ता 10:02, 9 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    पीयूष जी, अन्य समीक्षकों के अभाव में आप यह समीक्षा का कार्य कर सकते हो। इसके लिए नियमावली यहाँ पर है। आपकी समीक्षा के बाद शुभम जी मनोज जी अथवा बिल जी से टिप्पणी माँगकर उसके अनुसार आगे की कार्यवाही कर दी जायेगी। आप कुछ समीक्षायें सफलता से और नियमावली के अनुसार निष्पक्ष भाव से कर पाये तो आगे आप एक अच्छे समीक्षक भी बन सकते हो। अभी नियमावली के अनुसार पाँचवे हुक का पृष्ठ पूर्ण नहीं है जिसकी पूर्ति भी मैं जल्दी ही करुंगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:59, 9 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    संजीव जी के कहने पर मैं यहाँ समीक्षा करने का प्रयास किया हैं। हालांकि मैंने नियमानुसार करा है पर क्योंकि ये मैं पहली बार कर रहा हूँ तो इसमें ग़लतियाँ हो सकती है।

    .


    मूल्याँकन[संपादित करें]

    ...कि भारतीय तर्कवादी लेखक सनल एडामारकू (चित्रित) के ख़िलाफ ईशनिंदा की तीन शिकायतें दर्ज हैं।

    नियम स्थिति टिप्पणी
    हुक - 200 कैरैक्टर से अधिक नहीं YesY
    हुक की रोचकता
    हुक का लेख के अंदर इनलाइन उद्धरण के साथ होना YesY
    नामित लेख हुक में बोल्ड है YesY
    लेख - 1200 कैरैक्टर YesY
    5 से अधिक स्रोतहीन तथ्य न हों YesY
    विकिपीडिया की शैली के अनुरूप
    लेख नया अथवा विस्तृत किया गया हो YesY
    मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग पहले से प्रदर्शित ना हो YesY
     टिप्पणी वाक्य थोड़ा नकारात्मक और दोषारोपणयुक्त टाइप का लगा। ░▒▓शुभम कनोडिया वार्ता 12:20, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    हाँ, अभी मुझे भी ऐसा ही लग रहा है। अतः यह नामांकन वापस ले रहा हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:36, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    मूल्याँकन[संपादित करें]

    2:...कि सुमित्रा महाजन लगातार आठ बार भारतीय सांसद के लिए निर्वाचित होने वाली प्रथम महिला हैं।

    नियम स्थिति टिप्पणी
    हुक - 200 कैरैक्टर से अधिक नहीं YesY
    हुक की रोचकता
    हुक का लेख के अंदर इनलाइन उद्धरण के साथ होना YesY
    नामित लेख हुक में बोल्ड है YesY
    लेख - 1200 कैरैक्टर YesY
    5 से अधिक स्रोतहीन तथ्य न हों YesY
    विकिपीडिया की शैली के अनुरूप
    लेख नया अथवा विस्तृत किया गया हो YesY
    मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग पहले से प्रदर्शित ना हो YesY
     समर्थन पोस्ट करने लायक। ░▒▓शुभम कनोडिया वार्ता 12:20, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]


    मूल्याँकन[संपादित करें]

    3:...कि सबसे मोटे व्यक्ति के तौर पर गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में मैनुएल उरीबे (५६० किलोग्राम) का नाम शामिल है।

    नियम स्थिति टिप्पणी
    हुक - 200 कैरैक्टर से अधिक नहीं YesY
    हुक की रोचकता
    हुक का लेख के अंदर इनलाइन उद्धरण के साथ होना YesY
    नामित लेख हुक में बोल्ड है YesY
    लेख - 1200 कैरैक्टर YesY
    5 से अधिक स्रोतहीन तथ्य न हों YesY
    विकिपीडिया की शैली के अनुरूप
    लेख नया अथवा विस्तृत किया गया हो YesY
    मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग पहले से प्रदर्शित ना हो YesY
     विरोध: मौजूदा स्वरूप में तथ्यात्मक रूप से गलत।
    1. गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के तरफ से उन्हें "सबसे वज़नी जीवित इंसान" का ख़िताब प्राप्त है (२००६ में), न की मोटापे का।
    2. वह सबसे भारी व्यक्ति भी नहीं हैं, यह ख़िताब जॉन ब्रोवेर मिन्नोक का है, यहाँ देखें - en:List of the heaviest people और यह रिपोर्ट पढ़ें -Manuel Uribe, Once The World’s Heaviest Man, Dies Aged 48
    3. लेख में थोड़े विस्तार की ज़रुरत।

    ░▒▓शुभम कनोडिया वार्ता 12:20, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    शायद तथ्य ठीक नहीं है। अतः वापस ले रहा हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:36, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    मूल्याँकन[संपादित करें]

    4:....कि भारत की स्वतन्त्रता के बाद नरेन्द्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह में पहली बार भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों के प्रधानमंत्री उपस्थित थे।

    नियम स्थिति टिप्पणी
    हुक - 200 कैरैक्टर से अधिक नहीं YesY
    हुक की रोचकता
    हुक का लेख के अंदर इनलाइन उद्धरण के साथ होना YesY
    नामित लेख हुक में बोल्ड है YesY
    लेख - 1200 कैरैक्टर YesY
    5 से अधिक स्रोतहीन तथ्य न हों YesY
    विकिपीडिया की शैली के अनुरूप
    लेख नया अथवा विस्तृत किया गया हो YesY
    मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग पहले से प्रदर्शित ना हो YesY

    संजीव जी के कहे अनुसार अभी पाँचवें सुझाव का समीक्षा नहीं की गई। --पीयूष मौर्यावार्ता 13:21, 9 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    पीयूष जी, पाँचवे हुक के लेख का भी उपयुक्त विस्तार कर दिया गया है। आप चाहो तो समीक्षा कर सकते हो। उसके बाद अन्यों के विचार मैं आमंत्रित कर लुंगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:17, 9 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
     समर्थन░▒▓शुभम कनोडिया वार्ता 12:20, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]


    मूल्याँकन[संपादित करें]

    5:...कि सुमेधानन्द सरस्वती सोलहवीं लोक सभा के लिए निर्वाचित सबसे कम संपति वाले सांसद हैं।

    नियम स्थिति टिप्पणी
    हुक - 200 कैरैक्टर से अधिक नहीं YesY
    हुक की रोचकता
    हुक का लेख के अंदर इनलाइन उद्धरण के साथ होना YesY
    नामित लेख हुक में बोल्ड है YesY
    लेख - 1200 कैरैक्टर YesY
    5 से अधिक स्रोतहीन तथ्य न हों YesY
    विकिपीडिया की शैली के अनुरूप
    लेख नया अथवा विस्तृत किया गया हो YesY
    मुखपृष्ठ के समाचार अनुभाग पहले से प्रदर्शित ना हो YesY
     समर्थन ░▒▓शुभम कनोडिया वार्ता 12:20, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    इसका परिणाम भी बाकी सब जैसा ही आया।--पीयूष मौर्यावार्ता 14:26, 9 जून 2014 (UTC)>[उत्तर दें]

    -रोचकता के लिए २, ३ व ५ को मेरा समर्थन है। समयाभाव के कारण शैली की समीक्षा नहीं कर पा रहा हूँ लेकिन क्योंकि हुक संजीव जी ने प्रस्तावित किए हैं तो मैं यकीन से कह सकता हूँ कि इस परीक्षा में भी लेख पास ही होंगे। -मनोज खुराना वार्ता 08:53, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    @Manojkhurana और Shubhamkanodia: मैंने नामांकन १ और ३ को वापस लेने का निर्णय किया है कारण नामांकन के आगे स्पष्ट कर दिया है। यदि अन्य बातें ठीक हों तो इसको आगे बढ़ाया जाये। हाँ मनोज जी से अनुरोध करुंगा कि पहले उपर वाले (२ जून के) नामांकन पर अपना मत दें जिससे वो चर्चा पहले समाप्त की जा सके।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:36, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी इनको अभीतक अद्यतन क्यों नहीं किया गया?--पीयूष मौर्यावार्ता 08:32, 21 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    पीयूष जी, मैंने इसे नामांकित किया था अतः अद्यतन नहीं कर सकता। अन्य प्रबन्धकों की प्रतिक्षा कर रहा हूँ कि वो अद्यतन कर देंगे। यदि कुछ और दिन तक किसी ने अद्यतन नहीं किया तो मैं बिना नामांकन के अद्यतन करना आरम्भ कर दुंगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:30, 21 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @संजीव कुमार:कमाल हैं समर्थन और समीक्षा के एक हफ्ते बाद भी इनको अद्यतन करने का किसी को समय नहीं मिल रहा हैं।--पीयूष मौर्यावार्ता 13:07, 21 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @संजीव कुमार: जल्दी से अपने नामांकन भी अद्यतन करा लीजिए।--पीयूष मौर्यावार्ता 16:01, 29 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    चिन्ता मत करो। अगले माह अद्यतन हो जायेंगे।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:04, 29 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
     टिप्पणी लगता है विकिपीडिया भी आजकल मोदी जी की लहर में बह रही है ;) ! खबर रोचक है, परन्तु संजीव जी द्वारा सुझाई पंक्ति अगर पोस्ट होती है, तो इतने कम अंतराल में एक ही व्यक्ति पर फिर से सामग्री डालना सही नहीं रहेगा। ░▒▓शुभम कनोडिया वार्ता 15:52, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
     टिप्पणी अब पूरा देश मोदीमय हो गया तो विकिपीडिया कैसे पीछे रहे। :) वैसे ये तो बस मेरे दिमाग में एकदम से आया तो मैंने सुझा दिया।--पीयूष मौर्यावार्ता 16:02, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    पीयूष जी, हमारी नामांकन नियमावली के अनुसार :– "अपने सुझावो को विकिपीडिया की नितियों के अंदर रखें (देखे - NPOV), कोशिश करे कि आप के सुझाव विविध क्षेत्रो से हो।" शायद आप इसका तात्पर्य समझ पावोगे।
    वैसे आपको बता दूँ कि "भाजपा के सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री" सम्बंधित एक हुक नरेन्द्र मोदी के सम्बंध में पहले भी प्रदर्शित हो चुकी है। हमें विकिपीडिया को मोदीमय होने से बचाने की कोशिश करनी चाहिए। हमने चुनावों से पूर्व इसे चुनाव रंगो से बचाने की पूर्ण कोशिश की है।
    इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे पृष्ठ हैं जिनमें एक साथ ५-६ हुक सुझाये जा सकते हैं लेकिन ऐसे ५-६ हुक एक साथ मुखपृष्ठ पर आ गये तो यह प्रतीत होगा जैसे वह विकिपीडिया का मुखपृष्ठ न होकर सम्बंधित विषय का प्रचार हो रहा है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:19, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी, मैंने वो टिप्पणी मज़ाक में लिखी हैं। उससे मैं विकिपीडिया को मोदीमय बनाने के लिए नहीं कह रहा हूँ। मुझे वो नीति पता हैं, आप बताओ मैंने अपने आप सुधारे गए लेखो में कब किसी का पक्ष लिया है। जैसा कि मैंने ऊपर लिखा हैं ये सुझाव मेरे दिमाग में ऐसे ही आ गया जो काफ़ी हद तक रोचक भी हैं। मुझे ध्यान नहीं रहा कि आपने भी मोदी से संबंधित हुक सुझाया हैं। वो तो "क्या आप जानते हैं" की गतिशीलता बनी रहे इसलिए सुझाव दे रहा हूँ। पिछले लगभग एक महीने से वही हुक दिखाई दे रहे हैं (कुछ तो और पहले के है), अंग्रेज़ी विकिपीडिया पर तो दिन में दो बार नए हुक अद्यतन होते हैं।--पीयूष मौर्यावार्ता 16:43, 12 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    हुक ठीक है और नियमावली के अनुसार है।
    लेख के सन्दर्भों में सुधार बहुत आवश्यक है। वर्तमान में दो सन्दर्भ तो केवल नाम के सन्दर्भ हैं जबकि लेख में कहीं भी उनका उल्लेख नहीं है। इसके अतिरिक्त द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया, सीएनएन आईबीएन, "डैली एक्सप्रेस", इंडिया टुडे, बॉलीवुड हंगामा आदि अंग्रेज़ी में लिखे हुये हैं। लेख के सन्दर्भों में तिथियाँ भी अंग्रेज़ी में लिखी हुई हैं जिन्हें ठीक करने की आवश्यकता है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 08:00, 27 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    जी संजीव जी आप मुझे बताए कैसे करना हैं, मैं उन्हें ठीक करने की कोशिश करूँगा।--पीयूष मौर्यावार्ता 08:04, 27 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    ठीक है मैं ये सुझाव आपके वार्ता पृष्ठ पर लिख रहा हूँ जिससे अन्य लेखों में सम्पादन करते समय भी यह आपके लिए उपयोगी होगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 08:22, 27 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    संजीव जी सारे सुधार होगए, अब जल्दी से इसे अद्यतन कर दिया जाए।--पीयूष मौर्यावार्ता 06:59, 29 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    क्या किसी के विरोध का इंतजार किया जा रहा हैं?--पीयूष मौर्यावार्ता 15:09, 29 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    पीयूष जी, आप नये हो इसलिए आपको लगता है कि किसी के विरोध का इंतज़ार किया जा रहा है लेकिन पृष्ठ की समीक्षा का अर्थ है कि पूरे पृष्ठ को ध्यान से पढ़ना और सभी चीजों का विश्लेषण करना। इसमें समय लगता है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:20, 29 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    वो संजीव जी, आपने शेरशाह सूरी वाले पर ये कहा था तो मुझे लगा इंतज़ार ही किया जा रहा हैं। वैसे समीक्षा तो आपने ने कल ही कर दी थी लेख की--पीयूष मौर्यावार्ता 15:25, 29 जून 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    13 जुलाई 2014[संपादित करें]

    लेख में अधिकत्तर तथ्य सन्दर्भहीन हैं जबकि नियमावली के अनुसार 5 से अधिक स्रोतहीन तथ्य नहीं होने चाहिये। आगे की समीक्षा बाद में।☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:53, 13 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    जैसे? मैं सुधार दूँगा।पीयूष मौर्यावार्ता 07:56, 13 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    • उन्होंने १४ मैच खेले?
    • 40,000 से ज़्यादा प्रथम श्रेणी रन?
    • जन्म तिथि?
    • पहला मैच?
    • उन्होंने अपनी जगह पकी कर ली? (यह वाक्य कुछ अटपटा सा लग रहा है, हमें इस तरह की भाषा से बचना चाहिए।)
    • सबसे ज्यादा 428 थे?
    • इंग्लैंड के लिए अपना पहला टेस्ट मैच और उसमें बनाये रन?
    • इसके बाद वो अपनी काउंटी टीम सरे के लिए खेलते रहे?
    कृपया उपरोक्त बिन्दुओं से सम्बंधित सन्दर्भ जोड़ें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 08:12, 13 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    • उन्होंने १४ मैच खेले?
    • 40,000 से ज़्यादा प्रथम श्रेणी रन?
    • जन्म तिथि?
    • पहला मैच?

    इन सब के लिए आकड़ों में दिए संदर्भ में जानकारी हैं। आप चाहो तो इसको इनलाइन संदर्भ में लगा देता हूँ।--पीयूष मौर्यावार्ता 10:46, 13 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    मेरे हिसाब से मैंने अब सबके संदर्भ दे दिए हैं और सुधार भी कर दिया हैं। आप देख ले।--पीयूष मौर्यावार्ता 11:34, 13 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    ३१ जुलाई २०१४[संपादित करें]

    शेफील्ड टीम 1890 में।
    • चयन मापदण्ड में प्रथम नियम के अनुसार "लेख आकार में कम से कम 1200 कैरैक्टर का होना चाहिए।" इसकी जाँच इस टूल के की जाती है। वर्तमान में लेख में केवल 800 कैरैक्टर हैं। आगे की समीक्षा बाद में होगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 04:19, 31 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    check now i think this should satisfy the character statistics requirement......Sushilmishra (वार्ता) 07:09, 31 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    now F---this was the best i gave----middle finger salute to you.......thought this will add some spice to dull main page.....instead of having katrina kaif aunty's original surname we should have more interesting things.........but you guys are losers......Sushilmishra (वार्ता) 07:28, 31 जुलाई 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    13 अगस्त 2014[संपादित करें]

    हुक सभी मानदण्ड पूरा करता है लेकिन लेख में मुद्राधिकार उल्लंघन प्रतीत हो रहा है। यह अंग्रेज़ी लेख https://en.wikipedia.org/w/index.php?oldid=621053723 का अनुवाद लगता है जिसका न ही तो लेख के इतिहास में कोई विवरण है और न ही वार्ता पृष्ठ पर उपलब्ध है। सम्पादन सारांश में अंग्रेज़ी पृष्ठ का वो अवतरण लिखें जिससे अनूदित किया है। इसके अलावा वार्ता पृष्ठ पर उपयुक्त साँचे का प्रयोग करें। इसके अलावा लेख के विवर्तनिक सेटिंग अनुभाग में वाक्य कुछ अस्पष्ट हैं। "भूकंप संभावित जोर-दोषयुक्त..." जैसे वाक्य मशीनी अनुवाद प्रतीत हो रहे हैं और उन्हें समझ पाना भी मुश्किल हो रहा है। सन्दर्भ भी ठीक करें और "ससस" के स्थान पर "यूटीसी" लिखें तो अच्छा होगा क्योंकि "ससस" न ही तो प्रचलन में है और इसका सामान्यतः (यदि लिंक नहीं किया होता तो) अर्थ गलत निकलता है। (21:30 ससस बजे => 21:30 बजे (युटीसी)। आगे की समीक्षा बाद में की जायेगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:46, 13 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
     टिप्पणी सारे संदर्भ सुधार दिए गए हैं, श्रेय भी दे दिया गया हैं। इतिहास में और वार्ता पर विवरण कर दिया गया हैं कि ये अंग्रेज़ी लेख से अनूदित हैं। "ससस" को "यूटीसी" से बदल दिया गया हैं। दरअसल मुझे भूगोल की ज़्यादा जानकारी नहीं हैं, इसलिए गूगल अनुवाद का इस्तेमाल किया गया हैं, मैंने सत्यम् जी से इसे ठीक करने को कहा हैं पर वो अभी विकिपीडिया पर ज़्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं। मैं मूल अंग्रेज़ी यहाँ लिख देता हूँ, शायद आप ठीक कर पाओ।
    • "भूकंप संभावित जोर-दोषयुक्त..."="The earthquake was likely a result of thrust-faulting, caused by the subduction of the Nazca plate beneath the South American plate."
    --पीयूष मौर्यावार्ता 09:12, 14 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @हिंदुस्थान वासी: समय मिलने पर मैं स्वयं भी ठीक करने की कोशिश करता हूँ लेकिन अभी यह नहीं कर पा रहा। पर्याप्त समय मिलता तो मैं अब तक इसे मुखपृष्ठ पर ला चुका होता और कुछ सदस्यों के अनुसार यह हुक रोचक नहीं है तो उनके लिए बता दूँ कि हुक की रोचकता पर्याप्त है लेकिन जो ऐसी जानकारियों से दूर रहते हैं उनके लिए हो सकता है हुक अर्थहीन लगे। इसके लिए लेख की भाषा का सरलतम होना चाहिए।☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:46, 14 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    कोई न संजीव जी, आज तो विकिपीडिया ने बताया ही नहीं कि आपके लिए संदेश हैं! वो तो मैंने अपना वार्ता कुछ देखने के लिए खोला जब जाकर पता चला हैं कि किसी ने कुछ लिखा हैं। विकि को भी पता नहीं क्या सूझी थी। :D --पीयूष मौर्यावार्ता 13:47, 14 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    वाक्य को मैंने ठीक किया हैं, अब इसको अद्यतन किया जा सकता हैं।--पीयूष मौर्यावार्ता 09:50, 22 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी लगता हैं आपने इसपर ध्यान नहीं दिया, मैंने सारे आवश्यक सुधार कर दिए हैं।--पीयूष मौर्यावार्ता 16:48, 22 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    १५ अगस्त २०१४[संपादित करें]

    मुद्राधिकार उल्लंघन वाला चित्र यहाँ न डालें।
     टिप्पणी हुक रोचक हैं और अलग विषय पर भी हैं पर "ये एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल क्लब हैं" ऐसा दिए गए संदर्भ में नहीं हैं। अंग्रेज़ी विकिपीडिया पर (जहाँ से इसे अनूदित किया गया हैं) इसे "एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल क्लबों में से एक" कहा गया हैं। अनूवाद भी थोड़ा गड़बड़ हैं, मैं ठीक कर दूँगा और मूल लेखकों को श्रेय भी दे दूँगा। हुक बदल कर "कि 15 अगस्त, 1889 को स्थापित भारत का मोहन बागान एथलेटिक क्लब, एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल क्लबों में से एक हैं।" करा जा सकता हैं पर इससे इसकी रोचकता थोड़ी कम हो जाएगी।--पीयूष मौर्यावार्ता 08:08, 15 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @हिंदुस्थान वासी: prove that it is copy of english wikipedia......second dont poke your nose in something which you dont know.......en:Oldest football clubs, en:Category:Sports clubs by year of establishment.......a single search on google will give you enough results........either it should be posted in that way or no need to post.....more over easy for cowards to post response when 1 is banned if you had little shame in you then should have posted response before ban.....chake saale.....Sushilkumarmishra (वार्ता) 09:13, 15 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
     टिप्पणी संजीव जी भाषा सुधार और संदर्भ सुधार कर दिया गया हैं, देख लो कुछ और रहा गया हो तो। इसके अलावा पृष्ठ निर्माता कह रहा था कि साबित करो कि ये अंग्रेज़ी वाले की कॉपी हैं। ये तो साफ़ जाहिर हैं क्योंकि आधे से ज़्यादा कड़िया मृत थी, वो तो मैंने ढूंढ कर सही लगाई हैं। ऐसी ही स्थिति अंग्रेज़ी वाले पर भी हैं, जहाँ से संदर्भ कॉपी किए गए थे! अभी भी हुक वाला दावा दिया हुआ संदर्भ साबित नहीं करता, चाहे वो सबको पता हो पर नियमावली के अनुसार संदर्भ को हुक वाली चीज़ साबित करनी चाहिए। वैसे लगभग एक जैसे दो-दो हुक कैसे मुखपृष्ठ पर आ सकते हैं?--पीयूष मौर्यावार्ता 04:39, 25 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    पीयूष जी लेख में अभी भी मशीनी अनुवाद की भरमार है। कृपया "गठन" नामक अनुभाग देखो! इसके अलावा लेख में विभिन्न स्थानों पर "टूर्नामेंट" और इससे मिलते जुलते शब्दों का प्रयोग हुआ है। मुझे जहाँ तक ध्यान है हिन्दी में प्रतियोगिता शब्द काम में लेते हैं। कृपया उपयुक्त सुधार करें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:00, 26 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    सारा भाषा सुधार कर दिया।--पीयूष मौर्यावार्ता 09:17, 17 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    आईएनएस कोलकाता[संपादित करें]

    • 16 अगस्त,2014 को भारतीय नौसेना में शामिल आईएनएस कोलकाता भारत में अब तक तैयार किया गया सर्वाधिक ताकतवर युद्धपोत माना जाता है ?--मनोज खुराना 04:29, 22 अगस्त 2014 (UTC)
    मनोज जी, आपने हुक में सुझाव दिया है कि "ताकतवर युद्धपोत माना जाता है?" अर्थात आवश्यक नहीं कि यह सबसे ताकतवर है! इस अवस्था हुक की रोचकता पर ही प्रश्न चिह्न लग जाता है। कृपया आवश्यक सुधार करें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:35, 22 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    इसमे लम्बी दूरी की मिसाइल नहीं हैं। barmosh की छमता ज्यादा से ज्यादा 300km है।Amt000 (वार्ता) 13:56, 22 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @संजीव कुमार और Amt000:- भारत सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति में जैसा लिखा था वही मैंने यहाँ लिख दिया है। क्योंकि अक्षरशः यही वाक्य (...माना जाता है) संदर्भ में उपलब्ध है अतः हुक को ऐसा ही रखा जा सकता है। --मनोज खुराना 01:21, 23 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    लगता हैं चुनावी प्रचार अब भी जारी हैं। barmishलम्बी दूरी ये साफ गलत हैं http://www.brahmos.com/content.php?id=10&sid=10 Amt000 (वार्ता) 02:39, 23 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    हुक का बहुत रोचक होना आवश्यक नहीं लेकिन कुछ हद तक रोचक होना भी आवश्यक है! लेकिन यहाँ मुझे ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा। यदि मैं हुक को रोचक मान भी लूँ तो लेख नियमावली के अनुरूप नहीं है। लेख के "आयुध" और "तकनीक" नामक अनुभागों में एक भी सन्दर्भ नहीं है। लेख में सन्दर्भ केवल ज्ञानसन्दूक में हैं लेकिन ज्ञानसन्दूक अपने आप में ठीक से अनूदित भी नहीं है। अर्थात वर्तमान स्वरूप में हुक को मुखपृष्ठ पर लाना असम्भव है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:18, 24 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    १५ अगस्त, पनामा नहर[संपादित करें]

    "कि बीते 15 अगस्त को पनामा नहर ने यातायात संचालन के सौ वर्ष पूरे करते हुए अपनी 100वीं वर्षगाँठ मनायी है।" --सत्यम् मिश्र (वार्ता) 04:15, 26 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    गहरा सिर्फ़ लेख वाले लिंक को किया जाता हैं, मैंने इसे ठीक कर दिया हैं।--पीयूष मौर्यावार्ता 04:17, 26 अगस्त 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    3 सितम्बर 2014[संपादित करें]

     टिप्पणी @Skr15081997: के सुझाव अनुसार मैं इस लेख को नामांकित कर रहा हूँ, संजीव जी का धन्यवाद इसका विस्तार करने के लिए।--पीयूष मौर्यावार्ता 14:05, 3 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    आप लोगों की जानकारी के लिये बता रहा हूँ काँग्रेस के संस्थापक एलेन आक्टोवियन ह्यूम ने लार्ड डफरिन की इजाजत से, जो उन दिनों ब्रिटिश भारत के वॉयसराय हुआ करते थे, 28 से 31 दिसम्बर 1885 तक चार दिन बम्बई में आयोजित काँग्रेस के प्रथम राष्ट्रीय अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चन्द्र बनर्जी (अं. Womesh Chandra Bonnerjee) से करवायी थी ना कि उमेश चन्द्र बनर्जी से। इसलिये नामित करने से पहले इस लेख का नाम बदलना पड़ेगा। डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा (वार्ता) 07:50, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    अंग्रेजी विकि में साफ-साफ लिखा है कि आधुनिक अंग्रेजी वर्तनी 'Umesh ' होगी। इसके अलावा बंगला विकि पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पेज देखें। इसमें सो सारणी दी गयी है उसमें पहली ही पंक्ति में प्रथम अध्यक्ष का नाम है जो बंगला लिपि में 'उमेशचन्द्र बन्दोपाध्याय' लिखा है।---- अनुनाद सिंहवार्ता 08:20, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    यह इतिहास से संबंधित विषय है। इसलिए नाम से संबंधित वर्तनी पर सर्वसम्मत राय बनाने हेतु कुछ अन्य भाषा विशेषज्ञों की भी राय अपेक्षित है।--माला चौबेवार्ता 10:45, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    वर्तनी से सम्बंधित चर्चा लेख के वार्ता पृष्ठ पर आरम्भ की गई है और उमेश होने का स्पष्ट कारण भी वार्ता पन्ने पर लिखा जा चुका है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:38, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    माला जी, अगर आपको लगता कि अब ये मुखपृष्ठ पर आ सकता है तो कृपया इसकी समीक्षा कर दीजिए। ये मुखपृष्ठ पर आए और मुखपृष्ठ का अद्यतन हो तो अच्छा ही होगा।--पीयूषवार्ता 14:15, 1 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    7 सितम्बर 2014[संपादित करें]

    • ...कि वीडियो गेम ग्रैंड थेफ्ट ऑटो V एक दिन में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाला मनोरंजन उत्पाद हैं?
    या
     टिप्पणी दोनों में से कोई भी चुना जा सकता हैं, दोनों के लिए संदर्भ हैं।--पीयूष मौर्यावार्ता 17:14, 7 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    पृष्ठ के वार्ता पृष्ठ पर कुछ आवश्यक बिन्दु लिख दिये हैं। कृपया उन्हें समीक्षा के रूप में देखें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 08:57, 8 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    प्रथम हुक में वर्तनी दोष है, जैसे 'मनोरंजन उत्पाद' को 'मनोरंजक उत्पाद' किया जाना चाहिए था। लेख अपने आप में ठीक से अनूदित भी नहीं है। वैसे हुक की रोचकता कुछ हद तक तो है, लेकिन लेख में मशीनी अनुवाद की बहुलता है, वर्तनी की अशुद्धियाँ और संदर्भ-सूत्रों में अभिगमन तिथि का उल्लेख लेख बनाने से पूर्व की तिथि का है, जिससे यह परिलक्षित हो रहा है, कि अनुवाद के पश्चात लेख में अपेक्षित सुधार नही किए गए हैं। केवल खाना-पूर्ति की गई है। अर्थात वर्तमान स्वरूप में हुक को मुखपृष्ठ पर लाना सम्भव नही है।--माला चौबेवार्ता 10:28, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
     टिप्पणी माला जी आप मुझे कुछ वाक्य बताये जो आपको समझ में न आ रहे हो, मशीनी अनुवाद है इसमें पर समझ में न आए जब कोई परेशानी होनी चाहिये। हुक की रोचकता कई हुकों के मुकाबले काफ़ी है। "संदर्भ-सूत्रों में अभिगमन तिथि का उल्लेख लेख बनाने से पूर्व की तिथि का है" ये तो उपर नामांकित किये गए कई लेखों में। आप भूल रही है कि हम निर्वाचित लेख नहीं बना रहे, "कया आप जानते हैं" के लिए ये लेख परफेक्ट नहीं होना चाहिये--पीयूष मौर्यावार्ता 10:39, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    भूमिका के दूसरे पारा की तीसरी पंक्तियाँ पढे- "मिशनों में कई शूटिंग और ड्राइविंग गेमप्ले शामिल है।" यहाँ मिशनों का क्या मतलब? गेमप्ले अनुभाग के अंतर्गत इन पंक्तियों को पढ़ें -गेम की दुनिया घूमने के दौरान, खिलाड़ियों संदर्भ विशेष गतिविधियों में संलग्न कर सकते हैं जैसे पानी के नीचे स्कूबा डाइविंग या पैराशूट के माध्यम से BASE कूद। क्या यह हिन्दी के मानक के अनुरूप है? विकास अनुभाग के अंतर्गत ये पंक्तियाँ पढ़ें-टीम खुली दुनिया को बनाना गेम के विकास का तकनीकी रूप से सबसे कठिन पहलू मानती हैं। और किन-किन पंक्तियों को आपके समक्ष रखूँ। बेहतर होगा एकबार आप स्वयं पूरे लेख के हर वाक्यों में प्रयुक्त त्रुटियों को देख लें। और हाँ एक जगह गूगल मैप्स को लिंक किया गया है, हिन्दी में गूगल मैप्स कोई शब्द नही है। मेरी नज़र में यह लेख विकिपीडिया की शैली के अनुरूप नही है। निर्वाचित लेख बनाएँ या क्या आप जानते हैं के लिए चयन करें, लेख को विवादास्पद वर्तनियों से परे रखना आवश्यक होता है। धन्यवाद।--माला चौबेवार्ता 11:19, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Mala chaubey:
    जवाब निम्नलिखित है:-
    • "मिशनों" 'मिशन' का बहुवचन है। इसमें आप को क्या समझ में नहीं आ रहा? मैंने आगे जाकर इनका मतलब भी बताया है-"जो कि अटल उद्देश्यों वाले रैखिक परिदृश्य होते हैं।"
    • "BASE कूद" सही नहीं है, इसका आप मुझे मानक रूप बताये मैं सही कर देता हूँ और "खिलाड़ियों" की जगह "खिलाड़ी" होना चाहिये।
    • "टीम खुली दुनिया को बनाना गेम के विकास का तकनीकी रूप से सबसे कठिन पहलू मानती हैं" इसमें व्याकरण रूप से क्या ख़राबी है?
    • "गूगल मैप्स" शब्द है माला जी, या फिर आपका मतलब "नक्शा" है? पर वो तो उर्दू शब्द है अर्थात फ़ारसी से आया है।
    • "विवादास्पद वर्तनियों" आपने इसकी बात करी है तो नीचे वाले लेख को देखा? जो आपने झट से पोस्ट कर दिया है। ज़रा उसका ज्ञानसंदूक ही देख लीजिए। नियम लागू करने में एकरूपता लाए।
    और एक और बात वीडियो गेम के लिये कोई "मानक हिन्दी" नहीं है! अगर है तो पेश किया जाये मैं उसके अनुसार सुधार कर देता हूँ। आपको ये समझ नहीं आयेगा जैसा मुझे साहित्य समझ में नहीं आता क्योंकि विषय में आपको जानकारी नहीं है। धन्यवाद।--पीयूष मौर्यावार्ता 13:14, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संवाद में उत्तेजना का भाव एक मर्यादित संपादक के लिए उचित नहीं है पीयूष जी। आपको परस्परिक संवाद की स्थिति में शिष्टाचार का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आपने सही कहा कि मुझे इस विषय की जानकारी नही है, मगर यह आपको नही भूलना चाहिए कि यह हिन्दी विकिपीडिया है। यहाँ हिन्दी भाषा और देवनागरी लिपि की प्रधानता है। मिशन का हिन्दी रूपान्तरण अभियान है। मिशनों के स्थान पर अभियानों, BASE कूद के स्थान पर आधार कूद, गूगल मैप्स के स्थान पर गूगल मानचित्र आदि का प्रयोग किया जाना श्रेयस्कर होगा। और हाँ, अगर कोई अन्य उपयोगकर्ता आपके द्वारा किये गए संपादन से संतुष्ट नहीं है या उसके खिलाफ है तो वाद विवाद की जगह तर्कपूर्ण तरीके से यह बात स्पष्ट करे की आपका संपादन सही क्यों है? हम में से कोई भी परिपूर्ण नहीं है। अगर आप कोई पूर्वाग्रह रखते हो तो उन्हें पहचाने व उनपे काबू रखे। धन्यवाद।--माला चौबेवार्ता 06:02, 19 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
     टिप्पणी माला जी धन्यवाद, आपकी इस शिकायत पर ध्यान दिया जायेगा। आपको को मैं एक नियम याद दिलाता हूँ, विकिपीडिया:अच्छे लेख लिखने के सुझाव के अनुसार हिन्दी विकिपीडिया पर लेख रोजमर्रा की सामान्य हिन्दी अर्थात खड़ीबोली (हिन्दुस्तानी अथवा हिन्दी-उर्दू) में लिखे जाने चाहिये। वीडियो गेम के लेख में अंग्रेज़ी शब्द होना स्वाभाविक है, ये गेम भी अंग्रेज़ी में है। यहाँ तक की इसकी मेन्यू भी हिन्दी में अनुवाद नहीं की गई है। मैं बचपन से ऐसे गेम खेलता आ रहा हूँ और मैं मिशनों ही कहता हूँ, अभियान नहीं। गूगल मैप्स को मैं गूगल मानचित्र कर देता हूँ जबकि गूगल इसे गूगल नक्शा ही कहता है। बोलचाल में गूगल मैप्स ही ज़्यादा लोकप्रिय है। वैसे आपकी जानकारी के लिये बता दूँ इसमें मैंने एक हफ्ते से ज़्यादा मेहनत की है, "खानापूर्ती" नहीं। और आपसे एक गुज़ारिश है कृपया हर समझ में आने वाले फ़ारसी शब्द को संस्कृत शब्द से मत बदलिये।--पीयूष मौर्यावार्ता 07:51, 19 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    पीयूष जी, पता नहीं क्यों लेकिन अभी भी आपकी भाषा में नाराज़गी दिखाई दे रही है। जब आपको पता है कि माला जी वीडियो गेम नहीं खेलतीं तब तो आपको उनके कमेंट्स पर नाराज़गी होनी ही नहीं चाहिए। नाराज़गी तब हो जब कोई जानते हुए गलत कहे। खैर, ज्यादा वीडियो गेम खेलने का यही नुकसान है कि गुस्सा जल्दी आता है। कोई बात नहीं। अब लेख पर बात करते हैं। गूगल मैप्स एक ब्रांड है इसे ऐसे ही रहने दे सकते हैं, मेरे विचार से कोई हर्ज नहीं। मिशन की जगह अभियान मुझे भी जंच रहा है। चलते चलते - आपकी एक हफ्ते की मेहनत दिख रही है आपको बताने की आवश्यकता नहीं। रहिमन हीरा कब कहे लाख टका मेरा मोल। लेकिन मेरा निवेदन है कि कृपया माला जी का वर्षों का योगदान भी देखें और स्वयं निर्णय लें कि क्या उनसे इस तरह से बात की जानी चाहिए। हमें अपने लेखों में किसी के भी द्वारा किसी भी तरह के परिवर्तन के लिए तैयार रहना चाहिए। विकिपीडिया में लिखने के बाद कुछ भी 'हमारा' नहीं रहता, 'सब का' हो जाता है। इसी शर्त पर तो हम सभी यहाँ योगदान करते हैं, है कि नहीं?--मनोज खुराना 09:03, 19 सितंबर 2014 (UTC)
     टिप्पणी मनोज जी, नाराज़गी तो होगी जब आपकी एक हफ्ते की मेहनत को कोई "खानापूर्ती" कहें। मैंने इसमें इतने ही सुधार किये है जितने हर किसी हुक वाले लेख में होते है। पर माला जी मुझे इसे निर्वाचित लेख बनवा चाह रही है। नीचे वाले लेख में तो इन्होंने सही करने को नहीं किया और झट से पोस्ट कर दिया जबकि उसके ज्ञानसंदूक में अभी भी अंग्रेज़ी है। आपने सही कहा कि हम यहाँ योगदान इसी शर्त पर करते है कि कोई भी उसे बदल सकता है पर इसका ये मतलब नहीं कि यहाँ मनमानी चलती है बल्कि आम सहमति बनानी होती है। मिशन को अभियान नहीं किया जाना चाहिये क्योंकि कोई अभियान नहीं बोलता। मिशन तो आम हिन्दी शब्द बन चुका है, किसी को समझने में कोई समस्या नहीं होगी। खैर मैं इस बात और आगे नहीं बढ़ाना चाहता।--पीयूष मौर्यावार्ता 09:27, 19 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    कृपया व्यक्तिगत चर्चा यहाँ न करें। लेख के बारे में यदि बड़ी टिप्पणी करनी हो तो लेख के वार्ता पृष्ठ पर करें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:07, 19 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    @संजीव कुमार और हिंदुस्थान वासी:जी, ग्रैंड थेफ्ट ऑटो V लेख में आवश्यकतानुरूप सुधार हो चुका है, ऐसे में अब यह मुखपृष्ठ पर लाया जा सकता है। मुझे कोई आपत्ति नही है।--माला चौबेवार्ता 05:11, 26 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    धन्यवाद माला जी।--पीयूष मौर्यावार्ता 05:17, 26 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    १७ सितम्बर २०१४[संपादित करें]

    टोंगा का ध्वज
    टोंगा का ध्वज
     टिप्पणी लेख और हुक नियमावली के अनुरूप है, संदर्भ मैंने चेक नहीं किये क्योंकि मुझे पता है वो संजीव जी ने खुद ही कर लिये होंगे और साथ ही ये पहले ही अंग्रेज़ी विकिपीडिया पर प्रकाशित हो चुका है। पर मुझे लगता है कि हमें टोंगा को भी थोड़ा विस्तार कर इसमें विकिलिंक कर देना चाहिए। साथ ही साँचा:ज्ञानसन्दूक ध्वज में अद्यतन की जरूरत है। इसमें कुछ अंग्रेज़ी के शब्द जिन्हें मैं ठीक नहीं कर पाया, शायद अंग्रेज़ी के कुछ अवतरण आयात करने पड़ेंगे। वैसे संजीव जी कहीं आप इसलिए तो नहीं रुके हुए थे कि कैटरीना का चित्र कैसे बदलेगा? अगर ऐसा था तो पनामा नहर या 1868 एरिका भूकंप से सम्बंधित चित्र डाले जा सकते थे।--पीयूष मौर्यावार्ता 04:52, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    YesY पूर्ण हुआ --माला चौबेवार्ता 06:05, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

     टिप्पणी माला जी, यहाँ पर वार्ता:ग्रैंड थेफ्ट ऑटो V संजीव जी ने मुझे समीक्षा करने को था जिससे कोई तो उनके अलावा समीक्षा करने वाला हो। तो मैंने कोशिश की और संजीव जी की प्रतिक्रिया का इंतजार था पर आपने मेरी टिप्पणी को नजरअंदाज कर इसे पोस्ट कर दिया! आपने ऊपर देखा कि दो-दो हुक अटके हुए हैं? पहले उनका कुछ करना चाहिये था या इसका।--पीयूष मौर्यावार्ता 07:11, 18 सितंबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    हुदहुद और फैलिन[संपादित करें]

    हुदहुद (12 अक्टूबर 2014)
    हुदहुद (12 अक्टूबर 2014)
    • ...कि चक्रवाती तूफान फैलिन(२०१३) और हुदहुद(२०१४) दोनों एक ही तिथि १२ अक्टूबर को भारतीय तट से टकराए। --मनोज खुराना 08:56, 14 अक्टूबर 2014 (UTC)
    @Manojkhurana: आप इसे मुखपृष्ठ समाचार में चाहते हो या क्या आप जानते है में?☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:03, 14 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @संजीव कुमार:- इस हुक को मैं वापिस लेता हूँ। फिलहाल इसे समाचार में प्रदर्शित होने दें। --मनोज खुराना 04:41, 16 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Manojkhurana:वहाँ भी इसको समर्थन तो मिला है लेकिन आवश्यक बदलाव नहीं किये गए। मेरी समीक्षा देखो।☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:10, 16 अक्टूबर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    28 नवम्बर 2014[संपादित करें]

     टिप्पणी: वि:सुधालेख से इसमें विशाल विस्तार हुआ है। संजीव जी और शुभम जी को श्रेय जाता है।--पीयूषवार्ता 08:23, 28 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    चूँकि लेख मेरे कार्य से सम्बंधित है अतः स्वसमीक्षा करना सही कार्य नहीं होता। यदि अगले दो तीन दिन में किसी तरह की समीक्षा नहीं हुई तो अद्यतन कर दिया जायेगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:58, 28 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    अद्यतन किया गया।☆★संजीव कुमार (✉✉) 06:12, 8 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    शेर शाह सूरी
    शेर शाह सूरी

     टिप्पणी: वि:सुधालेख से इसमें विशाल विस्तार हुआ है और यह भारतीय संस्कृति की उन्नति दिखाता है।--सुकृत फणसलकर(वार्ता) 16:22, 11 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    सुकृत जी, लेख में इनलाइन उद्धरणों की बहुत कमी है। कृपया सन्दर्भ देने का प्रयास करें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:19, 11 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव कुमार जी, YesY पूर्ण हुआ inline citations और References जोडे।--सुकृत फणसलकर(वार्ता) 12:30, 12 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव कुमार जी, और कुछ सुधार की जरुरत है क्या?--सुकृत फणसलकर(वार्ता) 13:06, 23 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    @Sukrut Phansalkar: आपने लेख में काफी अच्छा विस्तार किया है और मुझे इस हुक को मुखपृष्ठ पर लाने में खुशी होगी। इतने दिन तक समीक्षा नहीं कर पाने के लिए क्षमा चाहता हूँ। इस लेख में आपने सन्दर्भ पर्याप्त मात्रा में नहीं जोड़े। नियमावली के अनुसार "लेख सन्दर्भहीन न हो, बल्कि उसमें 5 से अधिक स्रोतहीन तथ्य नहीं होने चाहिये।" मैं भी समय मिलने पर लेख में कुछ और सन्दर्भ जोड़ने का प्रयास करूँगा और कोशिश करूँगा कि जल्दी ही हुक को मुखपृष्ठ पर लाया जाये।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:47, 23 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव कुमार जी, धन्यवाद! मैं भी सन्दर्भ जोड़ता हूँ और आपको बताता हूँ :D!--सुकृत फणसलकर(वार्ता) 02:30, 24 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    मेरा सुझआव है कि बिंदीदार के स्थान पर चिन्हित शब्द का प्रयोग करना चाहिए। --मनोज खुराना 10:19, 24 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    @संजीव कुमार: इसकी फिर समीक्षा कर ले, मेरे ख्याल से इसे अब मुखपृष्ठ पर लगा देना चाहिये।--पीयूषवार्ता 12:18, 31 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    @हिंदुस्थान वासी: अभी भी अधिकतर अनुभाग सन्दर्भहीन हैं। मुखपृष्ठ पर केवल इसी आधार पर नहीं लाय जा सकता कि उसमें सन्दर्भों की संख्या अंग्रेज़ी विकि से अधिक है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:58, 31 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    १७ दिसंबर २०१४[संपादित करें]

    स्टैनली कप
    is some body seeing this or not??-- Darth Whale वार्ता 00:06, 23 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    लेख में पूर्णतया मशीनी अनुवाद है अतः इसे मुखपृष्ठ पर लाने के लिए लेख में सुधार करने पड़ेंगे। आपको यह बात कहने का कोई लाभ नहीं है क्योंकि आप लेख में शायद ही सुधार करो। अतः अन्य किसी सदस्य को इसमें सुधार करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा तो समीक्षा भी कर देगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:15, 23 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी से सहमत हूँ! लेख में भाषा और वर्तनी के काफ़ी सुधार की आवश्यकता है।--सत्यम् मिश्र (वार्ता) 18:59, 23 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
    संजीव जी मैंने कुछ सुधार किये हैं, कृपया आप एक बार इस लेख को देख कर समीक्षा कर दें तो और सुधार किया जा सकते हैं।--सत्यम् मिश्र (वार्ता) 11:03, 24 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]

    हरीश मेहरा[संपादित करें]

    हरीश मेहरा १४ वर्ष की आयु में भारत के राष्‍ट्रीय वीरता पुरस्‍कार के सर्वप्रथम विजेता थे।--मनोज खुराना 05:19, 2 जनवरी 2015 (UTC)[उत्तर दें]

    • कृपया नियम अनुभाग में दूसरा बुलेट देखें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:45, 2 जनवरी 2015 (UTC)[उत्तर दें]
    • संजीव जी, नियमों का अनुसरण करना आपका कर्तव्य है किंतु एक प्रबंधक होने के नाते नियमों की समीक्षा करना भी आपका कर्तव्य है। अपने विकि की स्थिति के अनुसार हमें यहाँ पर ढील देनी चाहिए। एक तो पहले ही सदस्य नहीं है, मुखपृष्ठ वैसे ही मृतप्रायः रहता है, ऐसे में यदि विकिहित को नुकसान नहीं पहुंचता तो किसी नियम में ढील दी जा सकती है। २६ जनवरी को वीरता पुरस्कार दिए जाएंगे, उसे देखते हुए ही समयानुसार प्रासंगिकता के कारण मैंने यह हुक प्रस्तावित किया था। आगे निर्णय आपका ! --मनोज खुराना 04:53, 3 जनवरी 2015 (UTC)[उत्तर दें]
    मनोज जी, इसका अर्थ यह है कि हम पिछले कई वर्षो से अपनाई जा रही नियमावली को भी अब मानना बन्द कर दें जबकि हमने कोई नयी नियमावली भी नहीं बनाई। इसका एक परिणाम आप निर्वाचित चित्र वाले अनुभाग में देख सकते हो। मेरे और पीयूष जी के अलावा अन्य कोई भी सुझाव नहीं आ रहा और एक ही चित्र एक माह तक लगाकर रखना पड़ रहा है। मुखपृष्ठ पर नया हुक जोड़ने के लिए मेहनत न करके हमें कुछ भी डाल देना चाहिए जो मुझे तो ठीक नहीं लग रहा लेकिन आप चौपाल पर इसकी चर्चा करके सुधार करवा सकते हो।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:58, 3 जनवरी 2015 (UTC)[उत्तर दें]

    23 जनवरी 2015[संपादित करें]

    • ...कि फिल्म शमिताभ का नामकरण इसके अभिनेता धनुष के नाम से श लेकर और अमिताभ के नाम को उपसर्ग के रूप में प्रयोग कर के गढ़ा गया है।

     टिप्पणी: कृपया इस पन्ने का भी पुरालेख बना दे।--पीयूष (वार्ता)योगदान 08:20, 23 जनवरी 2015 (UTC)[उत्तर दें]