गुलाब के पौधे में तने पर लगे हुए कांटे, सुईं की तरह उसके कॉर्टेक्स एवं एपिडर्मिस के विस्तार होते हैं, जिन्हें प्रायः कांटे समझ लिया जाता है। कांटे असल में शाखाओं या तने या पत्तियों के बदलाव होते हैं। ये बदलाव पौधों को शाकाहारी जीवों से बचाने हेतु हुए थे। चित्र श्रेय: {{{author}}}