सहारनपुर
सहारनपुर Saharanpur | |
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निर्देशांक: 29°58′N 77°33′E / 29.97°N 77.55°Eनिर्देशांक: 29°58′N 77°33′E / 29.97°N 77.55°E | |
ज़िला | सहारनपुर ज़िला |
प्रान्त | उत्तर प्रदेश |
देश | ![]() |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 7,05,478 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 247001/02 |
दूरभाष कोड | 0132 |
वाहन पंजीकरण | UP-11 |
लिंगानुपात | 1000/898 ♂/♀ |
वेबसाइट | saharanpur |

सहारनपुर (Saharanpur) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के सहारनपुर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है।[1][2]
इतिहास[संपादित करें]
सहारनपुर की स्थापना 1340 के आसपास हुई और इसका नाम एक राजा शाह रणवीर के नाम पर पड़ा, बाद में मुगलों द्वारा इसको सहारनपुर किया गया। सहारनपुर की काष्ठ कला और दारुल उलूम देवबंद विश्वपटल पर सहारनपुर को अलग पहचान दिलाते हैं। ऐसा भी माना जा सकता है किस नगर का नाम सहारनपुर शाकंभरी देवी के मंदिर के कारण पड़ा हो। क्योंकि इस जिले में माता शाकंभरी देवी का प्रमुख शक्तिपीठ है जिसका वर्णन प्राचीन वेद पुराणों में होता है।
उद्योग[संपादित करें]
शहर के उद्योगों में रेलवे, मधुमक्खी पालन, कार्यशालाएं, सूती वस्त्र और चीनी प्रसंस्करण, काग़ज़ ,गत्ता निर्माण,सिगरेट उद्योग और अन्य उद्यम शामिल हैं। यहाँ दफ़्ती और मोटा काग़ज़, कपड़ा बुनने, चमड़े का सामान बनाने और लकड़ी पर नक़्क़ाशी का काम अधिक किया जाता है।
कृषि[संपादित करें]
सहारनपुर कृषि उत्पादों का एक सक्रिय केन्द्र भी है। आसपास के क्षेत्र की प्रमुख फ़सलें आम, गन्ना, गेंहू, चावल और कपास हैं।
शिक्षा[संपादित करें]
शहर में एक केंद्रीय फल शोध संस्थान, राजकीय वानस्पतिक उद्यान एक विमानचालन प्रशिक्षण केन्द्र और कई कई तकनीकी और प्रबंधन संस्थान और महाविद्यालय स्थित है।
परिवहन[संपादित करें]
यह प्रसिद्ध रेलवे स्टेशन है। यहाँ से निकटवर्ती स्थानों हरिद्वार,देहरादून,ऋषिकेश,विकाश नगर, पोंटासाहिब, चंडीगढ़,अंबाला,कुरुक्षेत्र, दिल्ली, यमुनोत्री को सड़कें गई हैं।
जनसंख्या[संपादित करें]
2011 की जनगणना के अनंतिम आंकड़ो के अनुसार सहारनपुर नगर निगम क्षेत्र की जनसंख्या 7,03,345 और सहारनपुर जिले की जनसंख्या कुल 34,64,228 है।
प्रसिद्ध स्थल[संपादित करें]
सहारनपुर में प्राचीन शाकम्भरी देवी सिद्धपीठ मंदिर, इस्लामिक शिक्षा का केन्द्र देवबन्द दारुल उलूम, देवबंद का मां बाला सुंदरी मंदिर, नगर में भूतेश्वर महादेव मंदिर, कम्पनी बाग आदि प्रसिद्ध स्थल हैं। शाकुम्भरी देवी मंदिर, सहारनपुर से 40 किमी. की दूरी पर स्थित है जो शहर के शाकुम्भरी क्षेत्र में आता है।सामान्य रूप से माना जाता है कि यह मंदिर काफी प्राचीन है। स्कंद पुराण के अनुसार इस मंदिर की स्थापना महाभारत काल से पूर्व हुई थी। इस मंदिर की मूर्तियां काफी प्राचीन हैं लेकिन सिंदूर और अन्य तत्वों से लिप्त होने के कारण मुर्तियों का मूल रूप स्पष्ट नही हो पाता कुछ लोगों का तो मानना है कि मराठा काल के दौरान मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया था जबकि अन्य विद्वानों का मानना है कि आदि शंकराचार्य ने अपनी तपस्या को यहीं किया था। इन सभी मतों के अलावा, इस मंदिर में साल भर में लाखों श्रद्धालु आते हैं और दर्शन करते हैं। इस मंदिर में माता की पूजा की जाती है और माना जाता है कि मां शाकम्भरी देवी ने दुर्गम महादैत्य को मारा था और लगभग 100 साल तक तपस्या की थी जबकि वह महीने में केवल एक बार अंत में शाकाहारी भोजन ग्रहण किया करती थी। स्कंद पुराण, महाभारत, शिव पुराण,देवी पुराण, मारकंडे पुराण और ब्रह्म पुराण मे इस पीठ की महिमा का वर्णन है
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "Uttar Pradesh in Statistics," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716
- ↑ "Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance Archived 23 अप्रैल 2017 at the वेबैक मशीन.," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 97 88131707975