सर सैयद मस्जिद
दिखावट
जुमा मस्जिद / सर सैयद मस्जिद | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | इस्लाम |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय |
देश | India |
वास्तु विवरण | |
शिलान्यास | 1879 |
निर्माण पूर्ण | 1915 |
आयाम विवरण | |
गुंबद | 3 |
मीनारें | 2 |
सर सैयद मस्जिद: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर के केंद्र में स्थित एक मस्जिद जिसे जुमा मस्जिद भी कहा जाता है यह सर सैयद हॉल के अंदर स्थित है।[1] सर सैयद अहमद खान का मकबरा भी मस्जिद की दीवारों के भीतर संलग्न है।
इतिहास
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जामा मस्जिद का निर्माण 1879 में विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान द्वारा शुरू किया गया था और जनवरी 1915 में पूरा हुआ था। [1]
वास्तुकला
[संपादित करें]मस्जिद का डिज़ाइन लाहौर की विशाल मुगल बादशाही मस्जिद जैसा दिखता है।
शिलालेख
[संपादित करें]अकबराबादी मस्जिद (1857 में नष्ट) के शिलालेख मस्जिद में स्थापित किए गए थे। ये शिलालेख महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इन्हें अमानत खान द्वारा डिजाइन किया गया है, जिन्होंने ताजमहल के शिलालेखों पर भी काम किया था।[2]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ "Renovation of University Jama Masjid". www.amu.ac.in.
- ↑ "The Aligarh connection". The Hindu (Indian English भाषा में). 2017-07-08. आईएसएसएन 0971-751X. अभिगमन तिथि: 2023-08-01.