समायोजन (मनोविज्ञान)
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मनोविज्ञान में, परस्पर विरोधी आवश्यकताओं को संतुलित करने की व्यवहार-सम्बन्धी प्रक्रिया को समायोजन (adjustment) कहते हैं। इसी प्रकार पर्यावरण की कठिनाइयों एवं बाधाओं को ध्यान में रखते हुए व्यवहार में जो परिवर्तन किये जाते हैं उन्हें समायोजन कहते हैं।
समायोजन करने की विधियां दो प्रकार की होती है-
- (१) प्रत्यक्ष- इन विधियों में समस्याओ के साथ सीधे सीधे समयोयोजन किया जाता है। और ये तनाव को स्थायी रूप से खत्म कर देती है ये चार है-
- (अ) बाह्य अवरोधन
- (ब) लक्ष्य प्रतिस्थापन
- (२) अप्रत्यक्ष
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