सदस्य वार्ता:Syeda halima mariam/WEP 2018-19
व्यक्तिगत जानकारी | |
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राष्ट्रीयता | भारतिया |
जन्म |
१९५५ सोनकर खटिक |
मृत्यु |
२०१५ दिल्ली |
कद | १६० cm |
वज़न | ५७ kg |
खेल | |
कोच | गुरु हनुमान |
प्रेम नाथ (९ जुलाई, १९५५ से जून १, २०१५ तक) एक फ्रीस्टाइल भारतीय पहलवान थे। उनका जातीय शहर सोनकर खटिक था । वह भारत का नागरिक थे । उनका व्यवसाय खेल था और वह कुश्ती में रूचि रखते थे । प्रेम नाथ को महान कोच गुरु हनुमान द्वारा प्रशिक्षित किया गया था । कुश्ती में वह ५७ किलोग्राम वजन वर्ग में थे । वह इंडियन रेसलिंग फेडरेशन नाम की टीम में थे ।
कार्य अवधि[संपादित करें]
१९७६[संपादित करें]
उन्होंने कमला नगर क्षेत्र में एकखरा लिया, और इसे लंबे समय तक चलाया, साल २०१४ में इसे अपने मौजूदा भारत कोच विक्रम कुमार सोनकर को सौंप दिया , जो उनके बेटे है । इसे अब गुरु प्रेम नाथ अखरा के नाम से जाना जाता है।
१९७४[संपादित करें]
उन्होंने न्यूजीलैंड में १९७४ के ब्रिटिश राष्ट्रमंडल खेलों में ५७ किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता ।
१९७२[संपादित करें]
उन्हें १९७२ में भारत के राष्ट्रपति द्वारा अर्जुन पुरस्कार दिया गया था। १९७२ में वाराहागिरी वेंकटता गिरि भारत के प्रवासी थे । उन्होंने १९७२ ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में एक शानदार प्रदर्शन दिखाया और फ्रीस्टाइल बैंटमवेट श्रेणी में चौथे स्थान पर समाप्त हुए ।
व्यक्तिगत जीवन[संपादित करें]
उनकि एक पत्नी थी । उसके दो बेटे और एक बेटी थी ।
कार्य जीवन[संपादित करें]
वह दिल्ली पुलिस अधिकारी के रूप मे काम किया । वह कई वर्षों तक दिल्ली में रहे ।
देहांत[संपादित करें]
१ जून, २०१५ को उनकी मृत्यु हो गई ।