सदस्य वार्ता:Mukesh Ranjan Mishra

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-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 20:34, 7 सितंबर 2019 (UTC)[उत्तर दें]

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→‎मुकेश रंजन की जीवनी के संबंधित: कहानी में बहुत कुछ जोड़ा हूं लालपुर मैं मैं अपने मामा के घर पर 10 साल की उम्र तक रहा हूं उसके तत्पश्चात मैं अपने गांव वापस आ गया सुपौल पिपरा थाना क्षेत्र कमलपुर अपने मम्मी पापा के पास मैं 25 मार्च 2002 को अपना सर्वप्रथम काम के लक्ष्य में निकल पड़ा 12 साल की उम्र में काम की खोज में निकलने का मुख्य वजह था परिवार की आर्थिक स्थिति जिस वजह से मैं पढ़ नहीं पा रहा था इसीलिए मैं पढ़ने के लिए काम करना मुनासिब समझा 25 मार्च 2002 को डॉ ललित नारायण मिश्रा भारतीय भूत पूर्व रेल मंत्री के बेटा के पास उनके ऑफिस में वर्क करने लगा और उनके ही साथ उनके फैमिली मेंबर बन कर रहता था उसआप वक्तलोग मेराविश्वास उम्रनहीं 12करेंगे सालवहां 3पर महीनामुझे बहुत सारा प्यार मिला परिवार का मैं एक सदस्य बनकर रहता था वहां पर दिल्ली यमुना पार योजना विहार बी ब्लॉक में मैं उन लोगों के पास रहा करता था जहां पर महान पुण्य आत्मा डॉ ललित नारायण मिश्रा भूत पूर्व रेल मंत्री के तीन लड़का रहा करते थे एक लड़का पटना में रहा करते थे श्रीमान विजय मिश्रा जी और तीन लड़का दिल्ली योजना बिहार श्रीमान डॉ विनय मिश्रा जी श्रीमान संजय मिश्रा जी श्रीमान विकास मिश्रा जी वहां पर मैं बहुत खुश था और उन लोगों से मुझे अपनापन हो गया था श्रीमान संजय मिश्रा जी का लड़का सुमित मिश्रा जी श्रीमान विकास मिश्रा जी का लड़का वैभव मिश्रा जी श्रीमान संजय मिश्रा जी श्रीमान विकास मिश्रा जी इन दोनों को एक लड़का एक लड़की है श्रीमान वैभव भैया हमें बहुत मानते थे श्रीमान सुमित मिश्रा वह भी बहुत मानते थे हमें मगर एक उम्र के होने की वजह से आपस में कभी कभार नोकझोंक भी हुआ करता था बहुत याद आ रहा है उन लोगों का वह परिवार का हमारे ऊपर बहुत बड़ा एहसान है यह अलग बात है कि वह अपनी जरूरत के लिए हमें वहां ले गए थे मगर मेरे जहन में ऐसा कोई ख्याल नहीं था और नहीं है शायद उन लोगों के भी दिल में इस तरह का ख्याल नहीं होंगे मैं उन परिवार से बहुत ही प्यार करता हूं जिंदगी का शुरुआती हमें उस परिवार से ही करने को मिलाकोवक्त है मैं उन सभी परिवार के सदस्यों को तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं जो महान व्यक्ति हमारे जैसे गरीब व्यक्ति को अपने बेटे में और मुझ में कभी भी भेदभाव नहीं रखे थे यह बात उस वक्त का था जब मेरा उम्र 12 साल 3 महीना था ललित नारायण मिश्रा के लड़का विकास मिश्रा के पास में 29 मार्च 2002 से 24 जुलाई 2005 तक लगभग 3 साल वहां रहा हूं पढ़ने में जो हमें गांव में 12 साल में हासिल नहीं हुआ Mukesh Ranjan Mishra 57 सम्पादन

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वैशाली जिला बाढ़ पीड़ितों का सेवा करते हुए पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन[संपादित करें]

सर पर बोरा उठा के वैशाली जिला में बाढ़ पीड़ितों का सेवा कर रहे हैं पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन एक तरफ बिहार के लाल पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन जनता की सेवा में दिन रात मेहनत कर रहे हैं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष के सरकार नीतीश कुमार प्रशासन को अच्छे काम के लिए इमानदारी का परचम लहरा रहे हैं पटना में पटना प्रभारी जूता खोर है रिश्वत में जुटा मांग रहे हैं ऐसा बार बार सामने आया है Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 06:35, 27 सितंबर 2019 (UTC)[उत्तर दें]

Thanks Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 06:36, 27 सितंबर 2019 (UTC)[उत्तर दें]

Supaul district Jap coordinator[संपादित करें]

मैं हर्ष एवं उत्साह के साथ आप लोगों के समक्ष अपना प्रस्ताव रख रहा हूं

बिहार विधानसभा चुनाव के 2020 के कमेटी मैं जिला सोशल मीडिया प्रभारी का अध्यक्षता हमें मिला है

हमें सब से ज्यादा खुशी हमें इस बात का है कि मैं समाज सेवा के पथ पर चलने जा रहा हूं Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 20:12, 16 दिसम्बर 2019 (UTC)[उत्तर दें]

Hello Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 06:32, 8 मार्च 2020 (UTC)[उत्तर दें]

संविधान एवं नागरिकता[संपादित करें]

मुकेश रंजन मिश्रा बहुत प्रयास के बाद भारतीय नागरिकता नागरिकता की व्यवस्था भारतीय संविधान के 5 से 11 तक के अनुच्छेदों में नागरिकता सम्बन्धी व्यवस्था की गयी है। संविधान अग्रांकित श्रेणी के व्यक्तियों को नागरिकता प्रदान करता है: (1) जन्मजात नागरिक:-संविधान लागू होने के समय (26 जनवरी, 1950 ई.) निम्न तीन श्रेणियों के व्यक्ति भारत के जन्मजात नागरिक माने गये: प्रथम श्रेणी में वे व्यक्ति आते हैं जो भारत भूमि में पैदा हुए हों, दूसरी श्रेणी में वे व्यक्ति आते हैं जिनके माता-पिता या इन दोनों में से कोई एक भारत की भूमि में पैदा हुए हों, तथा तृतीय श्रेणी में वे व्यक्ति आते हैं जो भारतीय संविधान के घोषित होने के पूर्व कम-से-कम 5 वर्ष से भारत भूमि पर निवास कर रहे हों। (2) शरणार्थी नागरिक:-संविधान में उन व्यक्तियों की नागरिकता का भी विवेचन किया गया है जो पाकिस्तान से भारत आये हैं। संविधान के अनुसार वे व्यक्ति जो 19 जुलाई, 1948 के पूर्व पाकिस्तान से भारत आये हैं, भारत के नागरिक समझे जायेंगे। जो व्यक्ति 19 जुलाई, 1948 के बाद पाकिस्तान से भारत आये और जिन्होंने भारत में कम-से-कम 6 मास रहने के बाद उचित अधिकारी के समक्ष नागरिक बनने के लिए प्रार्थना-पत्र देकर संविधान Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 15:40, 2 जनवरी 2020 (UTC)[उत्तर दें]

मुकेश रंजन मिश्रा राजनीतिक डोर[संपादित करें]

बहुत गहरी संवेदना से मैं आप सभी को बताना चाहता हूं की राजनीति का दौर मेरा किस उद्देश्य हुआ है Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 15:41, 2 जनवरी 2020 (UTC)[उत्तर दें]

मुकेश रंजन मिश्रा के बचपन की जिंदगी[संपादित करें]

मेरा बचपन बहुत ही गरीबी से गुजरा है

ऐसा गरीबी से गुजरा है जिसका बयां आप लोगों के
समक्ष करूं भी तो कैसे करूं फिर भी आप लोगों
से छुपाकर मैं कुछ नहीं रखना चाहता
मैं आप लोगों के समक्ष आईना के तरह रहना चाहता हूं 

ना आप लोगों से कोई छल कपट करना चाहता हूं बिल्कुल सादगी की तरह आप लोगों के समक्ष मैं अपने आप को दर्शाना चाहता हूं Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 15:45, 2 जनवरी 2020 (UTC)[उत्तर दें]

मेरा नीति[संपादित करें]

आपके सारे सवाल का जवाब देना आवश्यक नहीं समझता पहले आप मेरा नीति समझ ले शायद हमारी नीति से आपके सारे सवाल का जवाब मिल जाऐ

मैं हिंदू हूं इसका मतलब यह नहीं की मैं संविधान के विरुद्ध कोई आवाज उठाएं

मैं कट्टर राष्ट्रवादी हूं और यह देश धर्मनिरपेक्ष है

मैं हिंदू स्वर्ण हूं इसका मतलब यह नहीं पिछड़ी जाति अति पिछड़ी जाति के मौलिक अधिकार छीनने ने के लिए आवाज उठाओ

मैं स्वर्ण हिंदू हूं संविधान के अनुकूल जो सभी को मिलेगा उसके लिए कानून और सिस्टम से लड़ता रहूंगा

मैं हिंदू हूं मैं अपने धर्म और संस्कृति के ऊपर कोई टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करूंगा

मैं कट्टर हिंदू हूं फिर भी मैं किसी भी धर्म संप्रदाय के ऊपर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा अगर कोई धर्म संप्रदाय के व्यक्ति हमारे हिंदुत्व पर टिप्पणी करेंगे तो बर्दाश्त नहीं करूंगा

भारतीय चुनाव आयोग के द्वारा जो भी पार्टी भारत में सक्रिय है उनमें से कोई भी पार्टी जातिवाद के ऊपर राजनीतिक करेंगे तो मैं उनका विरोध करूंगा

मेरा लड़ाई कोई राजनीतिक नहीं मेरा लड़ने का मकसद जनकल्याण की सुरक्षा है

राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े जो भी सेना है मैं उनके ऊपर गलत टिप्पणी बर्दाश्त नहीं कर सकता

भारत में बहन बेटी पर अन्याय बर्दाश्त नहीं कर सकता युवा के बेरोजगारी बर्दाश्त नहीं कर सकता और सिस्टम के करप्शन बर्दाश्त नहीं कर सकता

जो किसी पार्टी के कार्यकर्ता होते हुए भी गलत को सही और सही को गलत कहते हैं मैं वैसे व्यक्ति को फॉलो करना तो दूर देखना पसंद नहीं करता हूं

अगर आप लोग हमारी नीति से सक्षम है तो फॉलो करते रहे

आप सभी साथी का आभार आपका युवा साथी मुकेश रंजन मिश्रा Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 17:49, 16 फ़रवरी 2020 (UTC)[उत्तर दें]

आप लोग मेरा साथ दे Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 17:49, 16 फ़रवरी 2020 (UTC)[उत्तर दें]

मुकेश रंजन मिश्रा के निती[संपादित करें]

आपके सारे सवाल का जवाब देना आवश्यक नहीं समझता पहले आप मेरा नीति समझ ले शायद हमारी नीति से आपके सारे सवाल का जवाब मिल जाऐ

मैं हिंदू हूं इसका मतलब यह नहीं की मैं संविधान के विरुद्ध कोई आवाज उठाएं

मैं कट्टर राष्ट्रवादी हूं और यह देश धर्मनिरपेक्ष है

मैं हिंदू स्वर्ण हूं इसका मतलब यह नहीं पिछड़ी जाति अति पिछड़ी जाति के मौलिक अधिकार छीनने ने के लिए आवाज उठाओ

मैं स्वर्ण हिंदू हूं संविधान के अनुकूल जो सभी को मिलेगा उसके लिए कानून और सिस्टम से लड़ता रहूंगा

मैं हिंदू हूं मैं अपने धर्म और संस्कृति के ऊपर कोई टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करूंगा

मैं कट्टर हिंदू हूं फिर भी मैं किसी भी धर्म संप्रदाय के ऊपर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा अगर कोई धर्म संप्रदाय के व्यक्ति हमारे हिंदुत्व पर टिप्पणी करेंगे तो बर्दाश्त नहीं करूंगा

भारतीय चुनाव आयोग के द्वारा जो भी पार्टी भारत में सक्रिय है उनमें से कोई भी पार्टी जातिवाद के ऊपर राजनीतिक करेंगे तो मैं उनका विरोध करूंगा

मेरा लड़ाई कोई राजनीतिक नहीं मेरा लड़ने का मकसद जनकल्याण की सुरक्षा है

राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े जो भी सेना है मैं उनके ऊपर गलत टिप्पणी बर्दाश्त नहीं कर सकता

भारत में बहन बेटी पर अन्याय बर्दाश्त नहीं कर सकता युवा के बेरोजगारी बर्दाश्त नहीं कर सकता और सिस्टम के करप्शन बर्दाश्त नहीं कर सकता

जो किसी पार्टी के कार्यकर्ता होते हुए भी गलत को सही और सही को गलत कहते हैं मैं वैसे व्यक्ति को फॉलो करना तो दूर देखना पसंद नहीं करता हूं

अगर आप लोग हमारी नीति से सक्षम है तो फॉलो करते रहे अगर आप लोग को मेरा नीति अच्छा नहीं लगा तो ब्लॉक कर सकते हैं अनफॉलो कर सकते हैं

आप सभी साथी का आभार आपका युवा साथी मुकेश रंजन मिश्रा Mukesh Ranjan Mishra (वार्ता) 17:53, 16 फ़रवरी 2020 (UTC)[उत्तर दें]