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राबर्ट ३

राबर्ट ३

व्यक्तिगत जीवन[संपादित करें]

राबर्ट ३ स्कॉटलैंड के राजा थे त्था ब्रिटेन के शासक थे।[1] उन्का जन्म १४ अगस्त १३३७ मे हुआ था।उन्का जन्म स्कॉटलैंड के स्कोन माहाल, पर्थ मे हुआ था। उन्का अस्ली नाम जानॅ स्तिवार्ट था। उन्के पिता राबर्ट २ थे। १३७१ मे राबर्ट २ ने स्कॉटलैंड का सिंहासन, निस्संतान राजा डेविड के अप्रत्याशित मरण पर प्राप्त किया। उन्कि मां का नाम एलिज़ाबेथ मुरे था। उन्का परिवार "रोमन केथोलिक" अर्थात ईसाई धर्म का पालान करता था। डेविड २ उन्के चाचा थे। वह पहले से ही राबर्ट के पिता के दशमन थे।१३६३ में उनहोने अपने पिताजी के साथ मिलकर अपने बड़े चाचा डेविड २ के खिलाफ विद्रोह शुरू किया था। ३१ मई, १३६७ मे उनहोने स्टाबहोल के सर जान ड्रमोनड कि बेटी, एनाबेला ड्र्म्मोन्ड के साथ विवाह किया। उन्के ७ बच्चे थे। उनके बडे बेटे का नाम जेम्स था। जेम्स के पहले उन्का एक बेटा रूढ होने पर मर गया था। १३६८ मे डेविड ने उन्हे "अर्ल आफ केरिक" का उपाधित बनाया। १३८४ मे वह एक परिषद के बाद राजा के प्रतिनिधि के रूप मे चुने गए। उन्होने स्कॉटलैंड पर १५ वर्ष राज किया। ४ अप्रिल, १४०६ को राबर्ट ३ कि मृत्यु हुई। उस वक्त वह ६८ वर्ष के थे। उन्का मरण रोथेसे महाल, स्कॉटलैंड मे हुआ। उन्का दफ़न पैस्ले एबी मे किया गया है। उन्के मरने के बाद उन्का बडा बेटा जेम्स ने स्कॉटलैंड कि राजगद्दी प्राप्त कि। [2]

१३९० मे राजा बनने के बाद संसद से अनुमति लेते हुए उन्हो ने अपना नाम जान से राबर्ट मे बदल दिया।चार महिने के विलंब के बाद उन्का राज्याभिषेक हुआ।१४ अगस्त १३९० मे महाराजा का सिंहासन प्राप्त किया।उस वक्त वह ५३ वर्ष कि उम्र के थे। पर उस से पहले वे "अर्ल ऑफ कार्रीक" नाम से जाने जाते थे। उस समय स्कॉटलैंड मे एक प्रमुख समूह था जिस्का सरदार फिफे था। इस चार वर्ष के विलंब के दोरान फिफे ने अपना पद को तगड़ा बाना लिया। तब फिफे एक प्रतिनिधि थे।


१३९२ मे राबर्ट ने अपने बेटे जेम्स को "अर्ल आफ केरिक" का पद दिया।१३९३ मे प्रतिनिधि का शिर्शक फिफे से उन्के बेटे जेम्स का हो गया। १३९५-१३९६ मे राबर्ट ३ ने वैदेशिक कार्य भी अपने हाथो मे ले लिए। रिचर्ड २ के साथ शान्ति का संबंध भी उन्होने तब बनाया। २८ अप्रिल, १३९६ मे उन्होने विदेशी "ग्लेडिएटोर लिमिटेड कोम्बेट" कि व्यवस्था की। इसका प्रमुख कारण अंतर-कबीले झगड़ते ऑर अराजकता को घटाना था। गॅलिक प्रांत को शांत करने मे राजा राबर्ट ३ असमर्थ रहे। अप्र्ल १३९८ मे, पर्थ की सभा मे राबर्ट ३ के शासन-विधि कि आलोचना की गई। १४०४ मे राबर्ट ३ ने देखा कि राजनीतिक कार्य मे उन्का बहिष्कार होता जा रहा था। दिसंबर १४०४ मे राबर्ट ने स्तिवारट्रि मे अपना राज को मजबूत बनाना। १४०५ के बाद राबर्ट ३ डनडोनालड गढ़ मे रेहने के लिए चले गए। उस समय उन्का बेटा जेम्स डग्स क्षेत्र मे कई ऑर लोगो के साथ चला गया। १४०६ मे राबर्ट ३ रोथिसे गढ़ मे अपना जीवन व्यतित कर रहे थे। इसका कारण अपने बेटे के क़ैदी होना था।४ अप्रल १४०६ मे वही किले मे उन्की मॉत हो गई।

एलेन फिनस्तिन[संपादित करें]

एलेन फिनस्टिन का जन्म २४ अक्टोबर, १९३० मे बूटल, लानकाशीर मे हुआ था। वह एक अंग्रेज़ि कवि, उपन्यासकार, कहानीकार, नाटककार, जीवनीकार ऑर एक अनुवादक हॅ। उन्का पालन-पोशन लेस्टर मे हुआ था। उन्के पिताजी अध्ययन न करने के बाव्जूत भी एक अच्छे कहानीकार थे। इस्के अलावा उन्की एक लकडी के फर्नीचर का कारखाना था। एलेन कि माँ ने उसे "विजेस्टोन ग्रामर स्कूल फोर गर्ल्स" मे विध्या प्राप्त करने के लिए भेजा था। एलेन ने ८ साल कि उम्र से कविता लिखना शुरू किया था। वह अपने स्कूल की पत्रिका के लिए कविताएँ लिखती थी। नाज़ी युद्ध के बाद उनका बालक सुरक्षा के विचार बदल गए । तत पशचात वह पढाई मे उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाने लगी। उन्होने न्युहाम कालेज, युनिवर्सिटी आफ केंब्रिज से शिक्षा प्राप्त कि। उनहोने हॉक्रील ट्रेनींग कालेज मे काम किया। व्याख्याता के रूप मे उन्होने युनीवर्सिटी आफ एसेक्स(१९६७-१९७०) मे काम किया। वह शादी-शुदा थी तथा उनके ३ बेटे थे। मरीना स्वेतायेवा कि कविताऑ से प्रेरित होकर एलेन ने उन्कि कई कविताऑ का अनुवाद किया। वह ओक्सफर्ड युनिवर्सिटी मुद्रणालय ऑर पेग्विन बूक्स के द्वारा प्रकाशित कि गई थी। उन्का पहला उपन्यास स्वेतायेवा के प्रभाव के कारण ही बना तथा महशूर हुआ। उन्हे ३ अनुवाद पुरस्कार से स्म्मानित किया गया हॅ। १९८० मे उन्हे "रोयल सोसईटी आफ लिटरेचर" का साथी बनाया गया। इस के बाद उन्होने अपना सारा जीवन एक लेखक के रूप बिताया। १९९० मे उन्हे "कोलमोनडेले अवार्ड" से स्म्मानित किया गया था। कुल मे उन्होने १४ ऊपनयास की रचना कि। इसके अलावा उन्होने रेडियो नाटक, दूरदर्शन नाटक ऑर ५ जीवन-वृत्तांत कि रचना की। उन्की कविताऍ "बलेक माऊनटेन पोय्टस" से प्रभावित थी। अलग-अलग देशों के कई कार्यक्र्मों में अपनी कविताऑ को पढने के लिए एलेन ने बहुअत यात्राऍ कि हॅ। उन्की बहुत सारी कविताऑ के कई संग्रह बनाए गए हॅ। उन्का "संग्रह कवित्ता ऑर अनुवादो" (२००२) "रोयल सोसईटी आफ लिटरेचर" मे खास प्रशस्ति किया गया था।"रोयल सोसईटी आफ लिटरेचर" के परिषद मे एलेन को २००७ में चुना गया था। न्यायाधीश के रूप मे उन्हे "जोर्जी अवार्डस", "कोस्टा पोएट्रि प्राइस", "रोसिका अवार्ड" जेसे आदि पुरस्कारो के लिए काम किया हॅ। १९९५ में"टि.एस.एलिएट पुरस्कार" के लिए अध्यक्ष माना गया था। एलेन् ने नवंबर २०१० में २२ एल्डेबर्ग कविता समारोह में भाग लिया था।विभिन्न देशों में एलेन फिनस्टिन ने रीडिंग देना जारी रखा हॅ।

  1. https://en.wikipedia.org/wiki/Robert_III_of_Scotland
  2. https://www.britroyals.com/scots.asp?id=robert3