सदस्य वार्ता:Alok Ranjan Kripashankar Tiwari
प्रस्तावना
Alok Ranjan Kripashankar Tiwari जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,10,168 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
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विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
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(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
आलोक रंजन तिवारी प्रधान संपादक, अभ्युदय वात्सल्यम, राष्ट्रीय हिन्दी समाचार पत्रिका
आलोक रंजन तिवारी विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं | आप मुंबई विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हैं | आईएएस बनने की चाह रखने वाले श्री तिवारी अपनी पिता श्री कृपाशंकर तिवारी से प्रभावित व प्रेरित होकर पत्रकारिता का मार्ग चुना है | श्री आलोक रंजन तिवारी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भी जुड़े हैं और आप एक कुशल व प्रभावशाली वक्ता भी हैं |
आलोक रंजन तिवारी प्रधान संपादक, अभ्युदय वात्सल्यम , राष्ट्रीय हिन्दी समाचार पत्रिका
आलोक रंजन तिवारी विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं | आप मुंबई विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हैं | आई ए एस बनने की चाह रखने वाले श्री तिवारी अपनी पिता श्री कृपाशंकर तिवारी से प्रभावित व प्रेरित होकर पत्रकारिता का मार्ग चुना है | श्री आलोक रंजन तिवारी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भी जुड़े हैं और आप एक कुशल व प्रभावशाली वक्ता भी हैं |