सदस्य वार्ता:Abdul kadir khan483
प्रस्तावना
Abdul kadir khan483 जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,09,728 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
|
विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
| |
(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
मेरे देश का क़्या होगा देश को बनाने और बिगाड़ने में इलॉटर्निकनिक मीडिया का हाँथ
यार मेरे समझ नहीं आ रहा है।
देश का मीडिया कितना गिरेगा जो सवाल? सत्ता धारी पार्टी से पूंछना। चाहिए तो विपक्ष से पूंछ रहे हैं।
कोई देश मे दुर्घटना या गलत होता तो जो दुनिया छोड़के चले गए उन्हे दोसी बताया जा रहा है।
देश के मुल्य मुद्दों की बात ही नहीं हो रही है ।
मीडिया के खिलाफ आंदोलन की तैयारी की जाए अब क्योंकि कलमकार अपनी ताकत भूल गए हैं और अपने कार्यों से भटक चुके हैं जिम्मेदारियों का एहसास बाकी नहीं रहा
खाली पेट है ।जनता गरीब परिवार किसानों की हालत खराब हैं।
हर तरफ असुरक्षित माहौल नजर आ रहा है।
बदहाल कानून विवस्था और शासकों का आग मूतना प्रत्यक्ष देखा जा सकता है।
कहीं बलात्कार कहीं भ्रष्टाचार तो कहीं गुंडागर्दी
सबसे बड़ा विकास पाकिस्तान की गरीबी बेकरी मक्कारी दिखाने से नहीं
हिंदुस्तान के विकाश को नया आयाम देने से आएगा ।
बेरोजगारी खत्म करने से आएगा
शिक्षा स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था को बनाने से आयेगा।
कानून व्यवस्था को सुधारने से आएगा ।
रात दिन बस राजनेताओं की तारीफ़ों औऱ यात्राओं की बात कर रही हैं मीडिया।
कुछ चैनल तो सम्प्रदायक वातावरण बनाने पर ही करते है विसवास ।
हर समय हिन्दू मुस्लिम दलितों आदिवासियों को अलग अलग बताने की कोशिश में लगे रहती है मीडिया।
मीडिया को अपनी जिम्मेदारी पर वापस लाने की आवश्यकता है क्योंकि कलम के सिपाही का जो दायित्व है वह अगर सही तरीके से अपने दायित्व का पालन करना शुरू कर दें तो देश के अंदर एक नया इंकलाब आएगा
लेखक✍🏻 अब्दुल कादिर खान